राजस्थान के लोकदेवता
राजस्थान के लोकदेवता MCQ Quiz और Test Series: राजस्थान के प्रसिद्ध किलों जैसे चित्तौड़गढ़, कुंभलगढ़, जैसलमेर, मेहरानगढ़, रणथम्भौर, आमेर आदि से संबंधित 100+ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर दिए गए हैं। यह MCQ RPSC, RSMSSB, REET, Patwar, Police, LDC, Teacher और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए अत्यंत उपयोगी हैं। हर सवाल के साथ सही उत्तर और explanation दिया गया है, ताकि परीक्षा की तैयारी को मजबूत किया जा सके। राजस्थान के किलों के इतिहास, वास्तुकला, निर्माणकर्ता, और महत्वपूर्ण घटनाओं पर आधारित ये प्रश्न आपके GK को बेहतर बनाएंगे।
Subject | राजस्थान की कला एवं संस्कृति |
Topic | राजस्थान के लोकदेवता |
Mode | Multiple Choice Questions (MCQ) |
Questions | 100 |
Application | Download Now |
इन Questions को हल करने से आपकी तैयारी मजबूत होती है, important topics, exam pattern और frequently asked questions का अनुभव मिलता है, जिससे selection की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
👉 New Questions के साथ Updated PDF फाइल पाने के लिए और ऑनलाइन टेस्ट देकर अपनी रैंक चैक करने के लिए यहाँ क्लिक करें…
अगर आप UPSC, SSC, Railway, CTET, RPSC, RSMSSB, REET, Patwar, Police, LDC, Teacher या किसी भी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, Shiksha247 आपके लिए सबसे बेहतर प्लेटफ़ॉर्म है।
राजस्थान के लोकदेवता MCQ
- तेजाजी से सम्बन्धित निम्नलिखित में से कौन-सा स्थल सुमेलित नहीं है?
A. खरनाल – जन्म स्थल
B. पनेर – ननिहाल
C. सुरसुरा – समाधि स्थल
D. परबतसर – मेले का स्थल
उत्तर: B
व्याख्या: तेजाजी का जन्म स्थल खरनाल (1073 ई.) है। उनकी पत्नी पेमल का घर पनेर था, इसलिए पनेर उनका ससुराल था, न कि ननिहाल। उनकी समाधि सुरसुरा (किशनगढ़) में बनी और परबतसर (नागौर) में भाद्रपद शुक्ल दशमी को मेला भरता है। - तेजाजी के चबूतरे को ‘थान’ तथा पुजारी को क्या कहा जाता है?
A. शरणागत
B. सोहड़
C. घोड़ला
D. देव जी
उत्तर: C
व्याख्या: लोकदेवता तेजाजी को नागों का देवता और गायों का रक्षक माना जाता है। उनके चबूतरे को ‘थान’ कहा जाता है और उसके पुजारी को ‘घोड़ला’ कहते हैं। तेजाजी के थानों पर आज भी ग्रामीण लोग पूजा करते हैं और लोकगीत गाते हैं। - लोकदेवता तेजाजी महाराज का पवित्र तीर्थस्थल बांसी दुगारी कहाँ स्थित है?
A. नागौर
B. बूंदी
C. बीकानेर
D. झालावाड़
उत्तर: B
व्याख्या: बांसी दुगारी बूंदी जिले में स्थित है और यह तेजाजी की कर्मस्थली मानी जाती है। इनके अलावा खरनाल (नागौर) जन्मस्थान, सुरसरा (अजमेर) समाधि स्थल और परबतसर (नागौर) मेला स्थल के रूप में प्रसिद्ध हैं। - तेजाजी के जन्म स्थल का नाम है?
A. ददरेवा
B. खड़नाल
C. आसींद
D. कोलू
उत्तर: B
व्याख्या: तेजाजी का जन्म 29 जनवरी 1073 ई. को खरनाल (नागौर) में हुआ था। वे नागवंशी जाट थे और उनकी पत्नी पेमल पनेर से थीं। उनकी घोड़ी का नाम लीलण था और वे ‘धौलिया वीर’ के नाम से प्रसिद्ध हुए। - राजस्थान में सर्वाधिक महत्वपूर्ण लोकदेवता माने जाते हैं –
A. तेजाजी
B. कबीर
C. तुलसीदास
D. सूरदास
उत्तर: A
व्याख्या: तेजाजी को राजस्थान का प्रमुख लोकदेवता माना जाता है। उन्हें नागों का देवता, काला-बाला देव और गायों का मुक्तिदाता भी कहा जाता है। परबतसर में हर साल तेजादशमी का मेला लगता है। 2011 में भारत सरकार ने उनके सम्मान में ₹5 का डाक टिकट जारी किया था। - किस लोकदेवता की पत्नी मृत्यु के बाद सती हो गई?
A. मल्लीनाथ
B. हरबूजी
C. तेजाजी
D. देवजी
उत्तर: C
व्याख्या: तेजाजी का निर्वाण सुरसुरा (अजमेर) में भाद्रपद शुक्ल दशमी, 1103 ई. को हुआ। उनकी पत्नी पेमल ने उनके निधन के बाद सती प्रथा का पालन किया। इस कारण तेजाजी के जीवन से सती परंपरा का भी जुड़ाव देखा जाता है। - राजस्थान के कौन से लोकदेवता को ‘धोलियावीर’ के नाम से जाना जाता है?
A. पाबूजी
B. कबीर
C. गोगाजी
D. तेजाजी
उत्तर: D
व्याख्या: लोकदेवता तेजाजी को ‘धोलियावीर’ कहा जाता है क्योंकि वे हमेशा सफेद वस्त्र और सफेद घोड़ी पर अश्वारूढ़ होकर दर्शाए जाते हैं। यह उनकी वीरता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। - राजा अजमल किस लोकदेवता के पिता थे?
A. रामदेवजी
B. पाबूजी
C. देवनारायणजी
D. तेजाजी
उत्तर: A
व्याख्या: लोकदेवता रामदेवजी के पिता का नाम राजा अजमल था। संतान की प्राप्ति के लिए उन्होंने श्रीकृष्ण की भक्ति की थी। रामदेवजी ने बाद में सामाजिक भेदभाव दूर करने और ‘कामड़िया पंथ’ की स्थापना की। - किस लोकदेवता को कपड़े और मिट्टी के घोड़े की प्रतिकृति समर्पित की जाती है?
A. तेजाजी
B. देवनारायणजी
C. गोगाजी
D. रामदेवजी
उत्तर: D
व्याख्या: रामदेवजी (रामसा पीर, रुणेचा धणी) के मेले में भक्त कपड़े और मिट्टी के घोड़े की प्रतिकृतियाँ अर्पित करते हैं। यह भक्ति और श्रद्धा का प्रतीक है। उनका मेला भाद्रपद शुक्ल 2 से 11 तक रुणेचा (जैसलमेर) में लगता है। - किस लोकदेवता ने गायों की रक्षार्थ प्रत्यक्ष युद्ध नहीं किया?
A. रामदेवजी
B. गोगाजी
C. तेजाजी
D. पाबूजी
उत्तर: A
व्याख्या: गोगाजी ने मेरो से, पाबूजी ने मिर्जा खाँ से और तेजाजी ने नाग से संघर्ष कर गायों की रक्षा की थी। लेकिन रामदेवजी ने किसी प्रत्यक्ष युद्ध में भाग नहीं लिया। वे सामाजिक समरसता और साम्प्रदायिक सद्भाव के प्रतीक माने जाते हैं।
- किस लोकनायक के मेले को ‘साम्प्रदायिक सद्भावना’ का प्रतीक माना जाता है?
A. पाबूजी
B. गोगाजी
C. तेजाजी
D. रामदेवजी
उत्तर: D
व्याख्या: रामदेवजी का मेला भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से एकादशी तक रूणेचा (जैसलमेर) में भरता है। इसे साम्प्रदायिक सद्भावना का प्रतीक माना जाता है क्योंकि यहाँ हर धर्म और वर्ग के लोग शामिल होते हैं। रामदेवजी ने कामड़िया पंथ की स्थापना कर भेदभाव मिटाने का कार्य किया। - कौनसे लोकदेवता मारवाड़ के पंचपीरों में शामिल नहीं है?
A. रामदेवजी
B. तेजाजी
C. पाबूजी
D. गोगाजी
उत्तर: B
व्याख्या: मारवाड़ के पंचपीर हैं – गोगाजी, पाबूजी, मेहाजी मांगलिया, हरबूजी और रामदेवजी। इनमें तेजाजी को शामिल नहीं किया जाता। - निम्न में से किस लोकदेवता का मुख्य मंदिर पंचमुखी पहाड़ पर स्थित है?
A. मल्लीनाथ जी
B. तल्लीनाथ जी
C. मेहाजी मांगलिया
D. वीर बिग्गा जी
उत्तर: B
व्याख्या: तल्लीनाथ जी का मुख्य मंदिर पंचमुखी पहाड़ पर स्थित है। यह स्थल श्रद्धालुओं के लिए पवित्र माना जाता है और यहाँ पर हर वर्ष मेला भी भरता है। - ‘कायम खाँ रासो’ पुस्तक में राजस्थान के किस लोकदेवता का वर्णन है?
A. देवनारायण जी
B. तेजाजी
C. रामदेव जी
D. गोगाजी
उत्तर: D
व्याख्या: ‘कायम खाँ रासो’ में गोगाजी का वर्णन किया गया है। इस पुस्तक की रचना जान कवि ने की थी। गोगाजी नागों के देवता के रूप में पूजनीय हैं। - ‘भूरिया बाबा’ आराध्य देवता हैं –
A. गोड़वाड़ के मीणाओं के
B. शेखावाटी के जाटों के
C. वागड़ के भीलों के
D. मेवात के मेवों के
उत्तर: A
व्याख्या: भूरिया बाबा को गोड़वाड़ क्षेत्र के मीणाओं का आराध्य देवता माना जाता है। उनका मंदिर पौसलिया (शिवगंज, सिरोही) में है और यहाँ हर साल 13–15 अप्रैल को विशाल मेला भरता है। - किस लोकदेवता की बाँसवाड़ा में सर्वाधिक मान्यता है?
A. रामदेवजी
B. तेजाजी
C. पाबूजी
D. कल्लाजी
उत्तर: D
व्याख्या: कल्लाजी की बाँसवाड़ा में विशेष मान्यता है। यहाँ इनके लगभग 200 मंदिर हैं और लोग मानते हैं कि उनके यान पर सवार होकर भूत-प्रेत और रोग दूर होते हैं। - ‘शेषनाग का अवतार’ किस लोकदेवता को कहते हैं?
A. पाबूजी
B. कल्लाजी
C. मेहाजी
D. रामदेवजी
उत्तर: B
व्याख्या: कल्लाजी को ‘शेषनाग का अवतार’ कहा जाता है। माना जाता है कि उन्होंने समाज में बुराइयों के अंत और धर्म रक्षा हेतु अवतार लिया था। - ‘देवजी की फड़’ बांचते समय कौनसा वाद्य यंत्र बजाया जाता है?
A. रावण हत्था
B. अलगोजा
C. जंतर
D. भपंग
उत्तर: C
व्याख्या: देवजी की फड़ बांचते समय ‘जंतर’ नामक वाद्य यंत्र बजाया जाता है। यह वाद्य भक्ति और लोकगायन का अभिन्न हिस्सा है और लोककथाओं के साथ प्रस्तुत किया जाता है। - कौनसे लोकदेवता ने परावर्तन आन्दोलन चलाया था?
A. पाबूजी
B. मेहाजी
C. कल्लाजी
D. रामदेवजी
उत्तर: D
व्याख्या: रामदेवजी ने हिन्दू समाज के शुद्धिकरण के लिए परावर्तन (शुद्धि) आन्दोलन चलाया। उन्होंने रूढ़ियों और भेदभाव का विरोध कर समाज को एकता और समानता का संदेश दिया। - राजस्थान के लोकदेवताओं में सबसे लम्बा गीत किसका माना जाता है?
A. पाबूजी
B. गोगाजी
C. देवनारायण जी
D. रामदेवजी
उत्तर: C
व्याख्या: देवनारायण जी का गीत राजस्थान का सबसे लम्बा लोकगीत माना जाता है। इसे ‘देवनारायण की फड़’ कहा जाता है और इसमें उनके जीवन, संघर्ष और लोककल्याण के कार्यों का विस्तृत वर्णन मिलता है।
- किस लोक देवता के मंदिर की बनावट मकबरानुमा है?
A. रामदेवजी
B. कल्ला जी
C. तेजाजी
D. गोगाजी
उत्तर: D
व्याख्या: गोगाजी का मंदिर गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) में स्थित है और इसकी बनावट मकबरानुमा है। इसका निर्माण फिरोजशाह तुगलक ने करवाया था तथा वर्तमान स्वरूप बीकानेर के महाराजा गंगासिंह ने बनवाया। - निम्न में से कौन रामदेवजी से सम्बन्धित नहीं है?
A. रतना राईका
B. भज्जू कोतवाल
C. लक्खी बंजारा
D. हरजी भाटी
उत्तर: B
व्याख्या: रतना राईका, लक्खी बंजारा और हरजी भाटी रामदेवजी से जुड़े माने जाते हैं। लेकिन भज्जू कोतवाल का संबंध रामदेवजी से नहीं है। - किस लोकदेवता के मेले में राजस्थान के बाद सर्वाधिक अनुयायी उत्तरप्रदेश से आते हैं?
A. रामदेवजी
B. तेजाजी
C. देवनारायण जी
D. गोगाजी
उत्तर: D
व्याख्या: गोगाजी के मेले में उत्तरप्रदेश से आने वाले अनुयायी पीले वस्त्र पहनकर आते हैं, जिन्हें ‘पूरबिया’ कहा जाता है। इससे गोगाजी की लोकप्रियता राजस्थान से बाहर भी स्पष्ट होती है। - निम्न में से कौनसे लोकदेवता रामदेवजी के समकालीन माने जाते हैं?
A. हड़बूजी
B. तेजाजी
C. कल्ला जी
D. गोगाजी
उत्तर: A
व्याख्या: हड़बूजी रामदेवजी के मौसेरे भाई थे। दोनों के गुरु बालीनाथ जी थे। इसके अतिरिक्त मल्लीनाथ जी भी उनके समकालीन माने जाते हैं। - लोक देवता तेजाजी ने गायों को बचाने के लिए मेर के मीणाओं से किस स्थान पर युद्ध किया था?
A. सैंदरिया
B. मंडावरिया
C. पनेर
D. सुरसरा
उत्तर: B
व्याख्या: तेजाजी ने अजमेर जिले के मंडावरिया गाँव में मेर के मीणाओं से युद्ध किया था। उन्होंने यह युद्ध लाछां गुजरी की गायों को छुड़ाने के लिए किया था। - चांदा, डेमा व हरमल किस लोकदेवता के सहयोगी थे?
A. पाबूजी
B. तेजाजी
C. कल्ला जी
D. गोगाजी
उत्तर: A
व्याख्या: पाबूजी के सहयोगियों में चांदा, डेमा और हरमल प्रसिद्ध थे। पाबूजी को ‘गायों के रक्षक’ और ‘राजस्थान के रॉबिनहुड’ के रूप में जाना जाता है। - किस लोक देवता की आराधना में ‘माठ/माटे’ नामक वाद्ययंत्र बजाते हैं?
A. रामदेवजी
B. तेजाजी
C. पाबूजी
D. गोगाजी
उत्तर: C
व्याख्या: रेबारी और थोरी जाति के लोग पाबूजी की पूजा में ‘माठ/माटा’ नामक वाद्ययंत्र बजाते हैं। इसके साथ वे पाबूजी के पवाड़े गाते हैं। - ‘उज्जवल छतरी/छत्री’ के नाम से कौनसे लोकदेवता को जाना जाता है?
A. रामदेवजी
B. तेजाजी
C. पाबूजी
D. मेहाजी
उत्तर: D
व्याख्या: मेहाजी मांगलिया को ‘उज्जवल छतरी/छत्री’ के नाम से जाना जाता है। उनका स्थान राजस्थान में अत्यंत श्रद्धेय है। - राजस्थान के किस लोकदेवता ने ‘कुण्डा पंथ’ की स्थापना की?
A. रामदेवजी
B. मल्लीनाथ जी
C. मेहाजी
D. कल्ला जी
उत्तर: B
व्याख्या: मल्लीनाथ जी ने कुण्डा पंथ की स्थापना की थी। यह एक वाममार्गी पंथ है, जिसमें साधना की विशेष पद्धतियाँ अपनाई जाती थीं।
30. वीर तेजाजी का जन्म कहाँ हुआ?
A. पीपासर (नागौर)
B. परबतसर (डीडवाना-कुचामन)
C. खरनाल (नागौर)
D. कतरियासर (बीकानेर)
उत्तर: C
व्याख्या: वीर तेजाजी का जन्म 29 जनवरी 1073 ई. को खरनाल (नागौर) में हुआ था। वे नागवंशी जाट थे और उनकी ख्याति ‘धोलिया वीर’ तथा ‘नागों के देवता’ के रूप में हुई।
- गौतमेश्वर लोक देवता किस नाम से भी जाने जाते हैं?
A. कालाजी
B. भूरिया बाबा
C. देव जी
D. हाकिम राजा
उत्तर: B
व्याख्या: गौतमेश्वर लोक देवता को भूरिया बाबा के नाम से भी जाना जाता है। ये गोड़वाड़ क्षेत्र के मीणाओं के आराध्य देव हैं और सिरोही जिले के पौसलिया में इनका प्रसिद्ध मेला भरता है। - लोक देवता ‘देवजी की फड़’ कौन-सी जाति के भोपे बांचते हैं?
A. नायक
B. कामड़
C. गुर्जर
D. मीणा
उत्तर: C
व्याख्या: गुर्जर जाति के भोपे ‘देवजी की फड़’ बांचते हैं। फड़ लोककथा का चित्रपट होता है जिसमें भोपे गाथा गाकर सुनाते हैं। - कौनसे लोक देवता को ‘पीरों का पीर’ कहा गया है?
A. रामदेवजी
B. कल्लाजी
C. हड़बूजी
D. गोगाजी
उत्तर: A
व्याख्या: रामदेवजी को ‘पीरों का पीर’ कहा गया। मक्का से आए पाँच पीरों को उन्होंने परचा दिया और उनकी श्रद्धा जीत ली। इस कारण उन्हें यह उपाधि मिली। - कौनसे लोकदेवता ‘ओरण के देवता’ के नाम से जाने जाते हैं?
A. भूरिया बाबा
B. देवनारायणजी
C. फत्ताजी
D. तल्लीनाथ जी
उत्तर: D
व्याख्या: तल्लीनाथ जी को ‘ओरण के देवता’ कहा जाता है। वे पर्यावरण और पशुधन संरक्षण के प्रतीक माने जाते हैं। - लोक देवता तेजाजी महाराज का पवित्र तीर्थ ‘बाँसी दुगारी’ कहाँ स्थित है?
A. नागौर
B. बूंदी
C. जोधपुर
D. बाँसवाड़ा
उत्तर: B
व्याख्या: बाँसी दुगारी बूंदी जिले में स्थित है। यह तेजाजी का प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहाँ उनकी कर्मस्थली मानी जाती है। - गोगाजी के गोगामेड़ी (नोहर) में लगने वाले मेले की भारतीय तिथिक्रम के अनुसार महीना और तिथि है –
A. चैत्र कृष्ण नवमी
B. भाद्रपद शुक्ल नवमी
C. चैत्र शुक्ल नवमी
D. भाद्रपद कृष्ण नवमी
उत्तर: D
व्याख्या: गोगाजी का मेला भाद्रपद कृष्ण नवमी को गोगामेड़ी (हनुमानगढ़) में भरता है। इसमें राजस्थान के साथ हरियाणा, पंजाब और उत्तरप्रदेश से भी श्रद्धालु आते हैं। - राजस्थान के किस लोकदेवता की एक हाथ में झाड़ व दूसरे हाथ में लाठी लिए भैंसे पर सवार प्रतिमा होती है?
A. देवनारायणजी
B. कल्ला जी
C. देव बाबा
D. भूरिया बाबा
उत्तर: C
व्याख्या: देव बाबा की प्रतिमा भैंसे पर सवार दिखाई जाती है। एक हाथ में झाड़ और दूसरे हाथ में लाठी होती है। उनका मुख्य मंदिर भरतपुर जिले के नगला जहाज में है। - राजस्थान के किस लोकदेवता के मंदिर में मूर्ति के स्थान पर बाबा के चरण चिह्न व साँप की बाँबी पूजी जाती है?
A. पनराज जी
B. देवनारायणजी
C. मामा देव
D. हरिराम जी
उत्तर: D
व्याख्या: हरिराम जी के मंदिर में मूर्ति के स्थान पर चरण चिह्न और साँप की बाँबी की पूजा होती है। यह परंपरा उनकी स्मृति और नाग देवता की आराधना को दर्शाती है। - लोकदेवता इलोजी की सर्वाधिक मान्यता किस इलाके में है?
A. शेखावाटी
B. मारवाड़
C. हाड़ौती
D. देहाड़
उत्तर: B
व्याख्या: लोकदेवता इलोजी की सर्वाधिक मान्यता मारवाड़ क्षेत्र में है। इन्हें राजा हिरण्यकश्यप का बहनोई और होलिका का भावी पति माना जाता है। - निम्न में से बीकानेर के जाखड़ समाज के कुल देवता कौन हैं?
A. कल्ला जी
B. हड़बूजी
C. बिग्गा जी
D. तेजाजी
उत्तर: C
व्याख्या: वीर बिग्गा जी जाखड़ समाज के कुल देवता माने जाते हैं। उनका जन्म 1301 ई. में बीकानेर के रीड़ी गाँव में हुआ। वे अपने जीवन भर गौ सेवा और लोक कल्याण के लिए समर्पित रहे।
- तेरहताली नृत्य के लिए प्रसिद्ध है –
A. गोगा मेला
B. तेजा मेला
C. रामदेवरा मेला
D. लक्खी मेला
उत्तर: C
व्याख्या: रामदेवजी के मेले का मुख्य आकर्षण तेरहताली नृत्य है। इसे कामड़ जाति की महिलाएँ करती हैं। यह राजस्थान का एकमात्र बैठकर किया जाने वाला लोकनृत्य है। - कौन से लोक देवता कवि भी थे?
A. रामदेवजी
B. गोगाजी
C. तेजाजी
D. मेहाजी
उत्तर: A
व्याख्या: रामदेवजी राजस्थान के ऐसे लोकदेवता थे, जो कवि भी थे। उन्होंने ‘चौबीस बाणियाँ’ नामक रचना की थी, जो उनकी काव्य प्रतिभा को दर्शाती है। - निम्नलिखित युग्मों को सही सुमेलित कीजिये –
उपनाम – लोकदेवता
(क) चार हाथों वाले लोक देवता – 1.तेजाजी
(ख) काला और बाला के देवता – 2.कल्ला जी
(ग) ऊँटों के देवता – 3.गोगाजी
(घ) जाहर पीर – 4.रामदेवजी
(ङ) कृष्ण का अवतार – 5.पाबूजी
(a) 24531
(b) 21534
(c) 24315
(d) 25134
उत्तर: B
व्याख्या: सही क्रम है – (क) 2 कल्ला जी, (ख) 1 तेजाजी, (ग) 5 पाबूजी, (घ) 3 गोगाजी, (ङ) 4 रामदेवजी।
- निम्न को सुमेलित कीजिये –
घोड़े का नाम – लोकदेवता
(क) लीलण – 1.देवजी
(ख) केसर कालमी – 2.तेजाजी
(ग) किरड काबरा – 3.पाबूजी
(घ) लीलागर – 4.मेहाजी
(a) 1234
(b) 2341
(c) 2134
(d) 2431
उत्तर: B
व्याख्या: सही क्रम है – (क) 2 तेजाजी, (ख) 3 पाबूजी, (ग) 4 मेहाजी, (घ) 1 देवजी।
- किस लोक देवता ने गायों की रक्षार्थ प्रत्यक्ष युद्ध नहीं किया?
A. गोगाजी
B. तेजाजी
C. पाबूजी
D. रामदेवजी
उत्तर: D
व्याख्या: गोगाजी, तेजाजी और पाबूजी ने गायों की रक्षा हेतु युद्ध किए, लेकिन रामदेवजी ने युद्ध नहीं किया। वे सामाजिक समरसता और सद्भावना के प्रतीक माने जाते हैं। - देवनारायणजी का मुख्य मन्दिर कहाँ अवस्थित है?
A. ब्यावर
B. चितौड़
C. नगला जहाज
D. आसीन्द
उत्तर: D
व्याख्या: देवनारायणजी का मुख्य मंदिर आसीन्द (भीलवाड़ा) में स्थित है। उनका जन्म 1243 ई. में गौठ दड़ावता के पास मालासरी के जंगल में हुआ था। - कामड़िया पंथ के संस्थापक कौन थे?
A. रामदेवजी
B. गोगाजी
C. देवनारायणजी
D. कल्लाजी
उत्तर: A
व्याख्या: रामदेवजी ने कामड़िया पंथ की स्थापना की। इस पंथ के अनुयायी उनके मेले में ‘तेरहताली नृत्य’ करते हैं। - तेजाजी से संबंधित निम्नलिखित में से कौन सा स्थल सुमेलित नहीं है?
A. खरनाल – जन्मस्थल
B. पनेर – ननिहाल
C. सुरसरा – निर्वाण स्थल
D. परबतसर – मुख्य मेला स्थल
उत्तर: B
व्याख्या: पनेर तेजाजी का ससुराल था, न कि ननिहाल। खरनाल उनका जन्मस्थान, सुरसरा निर्वाण स्थल और परबतसर प्रमुख मेला स्थल है। - किस लोक देवता की पत्नी उनकी मृत्यु के बाद सती हो गई?
A. रामदेवजी
B. गोगाजी
C. तेजाजी
D. मल्लीनाथ जी
उत्तर: C
व्याख्या: तेजाजी की पत्नी पेमल उनके निधन के बाद सती हो गई। तेजाजी का निर्वाण सुरसरा (अजमेर) में भाद्रपद शुक्ल दशमी, 1103 ई. को हुआ था। - अकबर के चित्तौड़गढ़ आक्रमण (1567–68 ई.) के समय कौन से लोक देवता युद्ध करते हुए मारे गये?
A. पाबूजी
B. वीर कल्ला जी
C. भूरिया जी
D. देवनारायण जी
उत्तर: B
व्याख्या: वीर कल्ला जी अकबर के चित्तौड़गढ़ आक्रमण के समय वीरगति को प्राप्त हुए। वे चित्तौड़गढ़ की रक्षा के लिए लड़ते हुए शहीद हुए थे।
- लोक देवता गोगाजी किस शासक के समकालीन थे?
A. अलाउद्दीन खिलजी
B. फिरोजशाह तुगलक
C. अकबर
D. महमूद गजनवी
उत्तर: D
व्याख्या: गोगाजी महमूद गजनवी के समकालीन थे। उन्होंने 1024 ई. में महमूद गजनवी के विरुद्ध युद्ध किया। गजनवी ने ही उन्हें ‘जाहर पीर’ की उपाधि दी थी। - ‘गोगाजी रसावला’ के लेखक हैं –
A. बिठू मेहा
B. बिठू सूजा
C. रामनाथ कविया
D. आशिया मोडजी
उत्तर: A
व्याख्या: ‘गोगाजी रसावला’ के लेखक बिठू मेहा थे। इसमें गोगाजी के जीवन, वीरता और उनकी आराधना का वर्णन मिलता है। - कौन सा युग्म गलत सुमेलित है?
(लोकदेवता – मुख्य मंदिर)
A. पाबूजी – कोलू
B. तेजाजी – परबतसर
C. मल्लीनाथजी – गागरोण
D. रामदेवजी – रामदेवरा
उत्तर: C
व्याख्या: मल्लीनाथजी का मुख्य मंदिर तिलवाड़ा (बाड़मेर) में है, न कि गागरोण में। गागरोण का संबंध मल्लीनाथ से नहीं है। - ‘खेजड़ी वृक्ष’ राजस्थान के किस लोक देवता का प्रतीक है?
A. फत्ता जी
B. देवनारायण जी
C. पनराज जी
D. गोगाजी
उत्तर: B
व्याख्या: देवनारायण जी का प्रतीक खेजड़ी वृक्ष है। खेजड़ी को राजस्थान में पवित्र वृक्ष माना जाता है और लोकजीवन से जुड़ा है। - निम्न में से किस लोकदेवता को ‘बागड़ का राजा’ के उपनाम से भी जाना जाता है?
A. गोगाजी
B. रामदेवजी
C. तेजाजी
D. बलजी-भूरजी
उत्तर: A
व्याख्या: गोगाजी को ‘बागड़ का राजा’ कहा जाता है। वे नागों के देवता और लोकजीवन में वीरता व रक्षा के प्रतीक हैं। - ‘नेजा’ से आशय है –
A. तेजाजी का मंदिर
B. पाबूजी का मेला
C. गोगाजी का भाला
D. रामदेवजी की ध्वजा
उत्तर: C
व्याख्या: ‘नेजा’ गोगाजी का भाला है। गोगाजी की पूजा में नेजा (भाला) का विशेष महत्व होता है। - ‘बेंगटी’ गाँव किस लोक देवता से सम्बन्धित है?
A. तेजाजी
B. हड़बूजी
C. पाबूजी
D. मल्लीनाथ जी
उत्तर: B
व्याख्या: हड़बूजी का मुख्य मंदिर फलौदी के बेंगटी गाँव में है। इसका निर्माण 1721 ई. में महाराजा अजीतसिंह ने करवाया था। - तिलवाड़ा का मल्लीनाथ मंदिर किस नदी के तट पर अवस्थित है?
A. सुकड़ी नदी
B. जोजड़ी नदी
C. जवाई नदी
D. लूणी नदी
उत्तर: D
व्याख्या: तिलवाड़ा का मल्लीनाथ मंदिर लूणी नदी के तट पर स्थित है। मल्लीनाथ जी बाड़मेर जिले के प्रमुख लोकदेवता हैं। - ‘धुरमेड़ी’ स्थान किस लोक देवता से सम्बन्धित है?
A. हड़बूजी
B. कल्लाजी
C. तेजाजी
D. गोगाजी
उत्तर: D
व्याख्या: गोगाजी का धड़ युद्ध में गोगामेड़ी पर गिरा था। उस स्थान को ‘धुरमेड़ी’ कहा जाता है और वहीं उनकी स्मृति में पूजा होती है।
60. राजस्थान के वह लोक देवता, जिन्होंने जीवित समाधि ली थी?
A. मेहाजी
B. रामदेवजी
C. कल्लाजी
D. पाबूजी
उत्तर: B
व्याख्या: रामदेवजी ने भाद्रपद शुक्ल एकादशी के दिन रूणेचा (जैसलमेर) में जीवित समाधि ली। उनके साथ उनकी मुँहबोली बहन डालीबाई ने भी समाधि ली थी।
- तिलवाड़ा (बालोतरा) में राजस्थान के निम्नलिखित में से किस लोक देवता का प्रमुख मंदिर है?
A. तल्लीनाथ जी
B. देवनारायण जी
C. गौतमेश्वर जी
D. मल्लीनाथ जी
उत्तर: D
व्याख्या: तिलवाड़ा (बालोतरा) में मल्लीनाथ जी का प्रमुख मंदिर स्थित है। वे बाड़मेर के प्रमुख लोकदेवता हैं और हर वर्ष चैत्र मास में यहाँ विशाल मेला भरता है। - लोकदेवता गोगाजी के ‘थान’ सामान्यतः किस पेड़ के नीचे पाये जाते हैं?
A. नीम
B. बबूल
C. कैर
D. खेजड़ी
उत्तर: A
व्याख्या: गोगाजी के थान प्रायः नीम के पेड़ के नीचे बनाए जाते हैं। नीम को पवित्र वृक्ष माना जाता है और इसे औषधीय गुणों के कारण पूजा से जोड़ा गया है। - बाबा रामदेवजी की माता का नाम है?
A. मेणादे
B. पेमलदे
C. नेतलदे
D. बाछलदे
उत्तर: D
व्याख्या: बाबा रामदेवजी की माता का नाम बाछलदे था। उनके पिता का नाम अजमलजी था। रामदेवजी ने रूणेचा धाम में सामाजिक समरसता का संदेश दिया। - किस लोकदेवता के गीत ‘छावली’ कहलाते हैं?
A. गोगाजी
B. पाबूजी
C. रामदेवजी
D. हड़बूजी
उत्तर: C
व्याख्या: रामदेवजी के गीत ‘छावली’ कहलाते हैं। ये भक्ति भाव से गाए जाते हैं और इनमें रामदेवजी के जीवन, शिक्षाओं और चमत्कारों का वर्णन होता है। - लोकदेवता रामदेवजी के प्रतीक चिह्न के रूप में क्या पूजे जाते हैं?
A. अस्त्र-शस्त्र
B. खड़ाऊ
C. तीर-कमान
D. पगलिये
उत्तर: D
व्याख्या: रामदेवजी के प्रतीक चिह्न के रूप में ‘पगलिये’ पूजे जाते हैं। लोग श्रद्धा से उनके पगचिह्नों की पूजा करते हैं। - कौनसे लोकदेवता गायों के लिए भाटियों से युद्ध करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए?
A. तेजाजी
B. मेहाजी मांगलिया
C. गोगाजी
D. पाबूजी
उत्तर: B
व्याख्या: मेहाजी मांगलिया ने गायों की रक्षा के लिए भाटियों से युद्ध किया और वीरगति पाई। इसलिए उन्हें पशु संरक्षण और वीरता का प्रतीक माना जाता है। - डूंगरजी-जवारजी का सम्बन्ध था –
A. जोधपुर लीजन
B. शेखावाटी ब्रिगेड
C. मेवाड़ भील कोर
D. मेरवाड़ा बटालियन
उत्तर: C
व्याख्या: डूंगरजी-जवारजी का संबंध ‘मेवाड़ भील कोर’ से था। यह संगठन भीलों को संगठित कर सुरक्षा और सेवा कार्यों में लगाया गया था। - लोकदेवता गोगाजी की जन्मस्थली है?
A. बागौड़ा (जालौर)
B. गोगामेड़ी (हनुमानगढ़)
C. ददरेवा (चुरू)
D. खड़नाल (नागौर)
उत्तर: C
व्याख्या: गोगाजी का जन्म ददरेवा (चुरू) में विक्रम संवत 1003 (946 ई.) में भाद्रपद कृष्ण नवमी को हुआ। उन्हें नागों का देवता, जाहरपीर और गोगापीर भी कहा जाता है। - वह जिला, जिसमें लोक देवता रामदेवजी की समाधि अवस्थित है?
A. जोधपुर
B. नागौर
C. बाड़मेर
D. जैसलमेर
उत्तर: D
व्याख्या: रामदेवजी की समाधि जैसलमेर जिले के रूणेचा धाम में स्थित है। यहाँ हर साल भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से एकादशी तक विशाल मेला भरता है।
70. क्षेत्रपाल राजस्थान की संस्कृति में एक महत्वपूर्ण पहलू रहा है –
A. गौ रक्षक देवता के रूप में
B. ग्राम रक्षक देवता के रूप में
C. शरणागत रक्षक के रूप में
D. नारी सम्मान के रक्षक
उत्तर: B
व्याख्या: क्षेत्रपाल को ग्राम रक्षक देवता माना जाता है। राजस्थान की संस्कृति में गाँव की रक्षा हेतु इन्हें प्रमुख देवता का स्थान दिया गया है।
- सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए –
लोक देवता – सम्बन्ध
(क) कल्लाजी – भूतप्रेत
(ख) गोगाजी – सर्प
(ग) करणी माता – चूहा
(घ) पाबूजी – ऊँट - IV II III I
B. II IV I III
C. I II III IV
D. IV III II I
उत्तर: C
व्याख्या: सही मेल है – कल्लाजी – भूतप्रेत, गोगाजी – सर्प, करणी माता – चूहा और पाबूजी – ऊँट। - राजस्थान के लोक देवता हड़बू जी का जन्म स्थान है?
A. मूंडेल (नागौर)
B. बेंगटी (फलौदी)
C. पनेर (अजमेर)
D. बिराटिया (व्यावर)
उत्तर: A
व्याख्या: हड़बूजी का जन्म नागौर जिले के मूंडेल ग्राम में हुआ था। बाद में उनका मुख्य मंदिर फलौदी के बेंगटी गाँव में बना। - लोकदेवता रामदेव जी के सम्बन्ध में असुमेलित युग्म है –
A. रात्रि जागरण – जम्मा
B. रामदेवरा जाने वाले पैदल यात्री – जातरू
C. रामदेव जी की चमत्कारी जीवन गाथाओं का वर्णन – पवाड़ा
D. रामदेव जी के मेघवाल भक्त – रिखिया
उत्तर: C
व्याख्या: रामदेवजी के जीवन की चमत्कारी कथाएँ ‘पर्चा’ कहलाती हैं। जबकि ‘पवाड़ा’ पाबूजी से सम्बंधित है। - लोकदेवता तेजाजी पर कब व कितने रुपए की डाक टिकट जारी की गई?
A. 2008, 2 रुपए
B. 2010, 10 रुपए
C. 2014, 1 रुपया
D. 2011, 5 रुपए
उत्तर: D
व्याख्या: 2011 में भारत सरकार ने 5 रुपए का डाक टिकट वीर तेजाजी पर जारी किया। यह उनकी वीरता और लोक आस्था का सम्मान है। - साँपों के देवता के रूप में कौन पूजे जाते हैं?
A. गोगाजी
B. हड़बूजी
C. रामदेवजी
D. मेहाजी
उत्तर: A
व्याख्या: गोगाजी को नागों का देवता और जाहरपीर कहा जाता है। उनकी पूजा साँपों से रक्षा और आस्था का प्रतीक मानी जाती है। - भारतीय डाक विभाग ने किस लोक देवता की फड़ पर डाक टिकट जारी किया है?
A. रामदेवजी
B. देवनारायणजी
C. तेजाजी
D. मल्लीनाथ जी
उत्तर: B
व्याख्या: भारतीय डाक विभाग ने 2 सितम्बर 1992 को लोकदेवता देवनारायणजी की फड़ पर 5 रुपए का डाक टिकट जारी किया। यह किसी फड़ पर जारी होने वाला पहला टिकट था। - गोगाजी का मेला कहाँ आयोजित किया जाता है?
A. परबतसर (डीडवाना-कुचामन)
B. तिलवाड़ा (बालोतरा)
C. कोलूमण्ड (फलौदी)
D. ददरेवा (चुरू)
उत्तर: D
व्याख्या: गोगाजी का मेला चुरू जिले के ददरेवा गाँव में भाद्रपद कृष्ण नवमी को भरता है। यहाँ दूर-दूर से भक्त पहुँचते हैं। - लोक देवता रामदेवजी का वाहन कौनसा है?
A. भैंसा
B. गधा
C. लीला घोड़ा
D. छकड़ा गाड़ी
उत्तर: C
व्याख्या: रामदेवजी का वाहन लीला घोड़ा है। उनके चित्रण और मंदिरों में उन्हें प्रायः घोड़े पर सवार दिखाया जाता है। - वह कौनसे लोक देवता हैं जिनकी आराधना इसलिए की जाती है क्योंकि गायों को छुड़वाने हेतु अपने जीवन की आहुति दी?
A. मामादेव
B. इलोजी
C. तेजाजी
D. हरिरामजी
उत्तर: C
व्याख्या: तेजाजी ने लाछा गुजरी की गायों को छुड़ाने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। इसलिए उन्हें ‘गायों के रक्षक’ और ‘धौलिया वीर’ कहा जाता है।
80. मीणा जाति के लोग किस लोकदेवता के मेले में सूकड़ी नदी में अपने पूर्वजों की अस्थियाँ प्रवाहित करते हैं?
A. मल्लीनाथ जी
B. देवनारायणजी
C. कल्लाजी
D. गौतमेश्वर
उत्तर: D
व्याख्या: गौतमेश्वर (भूरिया बाबा) के मेले में मीणा जाति सूकड़ी नदी में अपने पूर्वजों की अस्थियाँ प्रवाहित करती है। यह गोड़वाड़ क्षेत्र के मीणाओं की प्रमुख परंपरा है।
- लोकदेवता कल्ला जी का जन्म स्थान है?
A. बिलाड़ा (जोधपुर)
B. सेरूणा (बीकानेर)
C. सुजानगढ़ (चुरू)
D. सामियाना (नागौर)
उत्तर: D
व्याख्या: वीर कल्ला जी राठौड़ का जन्म नागौर जिले के सामियाना गाँव में 1544 ई. आश्विन शुक्ल अष्टमी को हुआ था। वे अपनी वीरता और बलिदान के कारण ‘वीर कल्ला जी’ कहलाए। - गायों की रक्षा में अपने प्राणोत्सर्ग करने वालों में कौन प्रसिद्ध है?
A. गोगाजी, तेजाजी, पाबूजी, पनराज जी, बिग्गा जी
B. गोगाजी, तेजाजी, मल्लीनाथ जी, हरिराम जी
C. पाबूजी, रामदेवजी, मेहाजी, फत्ता जी
D. तेजाजी, हड़बूजी, रामदेवजी, कल्लाजी, झुंझार जी
उत्तर: A
व्याख्या: गोगाजी, तेजाजी, पाबूजी, पनराज जी और बिग्गा जी ने गायों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी, इसलिए ये सभी लोकदेवता ‘गौ रक्षक देवता’ माने जाते हैं। - किस लोक देवता का प्रतीक चिह्न ‘तलवार धारी अश्वरोही व जीभ पर सर्पदंश करती हुई मूर्ति’ है?
A. हड़बूजी
B. मेहाजी
C. पाबूजी
D. तेजाजी
उत्तर: D
व्याख्या: तेजाजी की मूर्ति तलवार धारण किए घोड़े पर सवार दिखाई जाती है और उनकी जीभ पर नाग का दंश दर्शाया जाता है। यह उनकी ‘नागों के देवता’ वाली मान्यता को दर्शाता है। - पाबूजी की जीवनी ‘पाबू प्रकाश’ के रचयिता हैं?
A. उगम जी
B. बिठू सूजा
C. आशिया मोडजी
D. लघराज
उत्तर: A
व्याख्या: पाबूजी की जीवनी ‘पाबू प्रकाश’ की रचना उगम जी ने की थी। इसमें पाबूजी के जीवन, पराक्रम और लोक आस्था का विस्तार मिलता है। - निम्न में से कौनसा युग्म (लोकदेवता – वाहन) सुमेलित नहीं है?
A. देव बाबा – लीलागर घोड़ा
B. हड़बूजी – सिया (बैलगाड़ी)
C. तेजाजी – लीलण घोड़ी
D. गोगाजी – नीला घोड़ा
उत्तर: A
व्याख्या: देव बाबा का वाहन भैंसा है, जबकि लीलागर घोड़ा देवनारायणजी का वाहन है। इसलिए यह युग्म असुमेलित है। - रामदेवजी के भोपे किस जाति के होते हैं?
A. थोरी
B. सहरिया
C. कामड़
D. तंवर
उत्तर: C
व्याख्या: रामदेवजी के भोपे कामड़ जाति के होते हैं। ये रामदेवजी की भक्ति गाथाएँ गाते हैं और मेले में तेरहताली नृत्य प्रस्तुत करते हैं। - वह लोक देवता जिसे गोगाजी की भाँति ‘नागों का देवता’ के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त है?
A. रामदेवजी
B. मल्लीनाथ जी
C. तेजाजी
D. पाबूजी
उत्तर: C
व्याख्या: तेजाजी को भी गोगाजी की तरह नागों का देवता माना जाता है। कथा है कि मृत्यु से पूर्व उन्होंने नाग को अपना वचन निभाने हेतु जीभ पर दंश दिया था। - ‘रामसा पीर’ के नाम से प्रसिद्ध लोकदेवता का सही नाम क्या है?
A. गोगाजी
B. बाबा रामदेव
C. रूपनाथ
D. तेजाजी
उत्तर: B
व्याख्या: बाबा रामदेवजी को ‘रामसा पीर’ कहा जाता है। वे रूणेचा धाम (जैसलमेर) में समाधिस्थ हुए और सभी धर्मों के लोग उन्हें पूजते हैं। - तेजाजी का जन्म किस तिथि को हुआ?
A. श्रावण शुक्ल चतुर्दशी
B. भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी
C. माघ शुक्ल चतुर्दशी
D. आश्विन शुक्ल चतुर्दशी
उत्तर: C
व्याख्या: तेजाजी का जन्म 29 जनवरी 1073 ई. को माघ शुक्ल चतुर्दशी के दिन खरनाल (नागौर) में हुआ था। - राजस्थान का वह लोक देवता जिसने महमूद गजनवी से युद्ध किया?
A. तेजाजी
B. गोगाजी
C. पाबूजी
D. मल्लीनाथ जी
उत्तर: B
व्याख्या: गोगाजी ने 1024 ई. में महमूद गजनवी से युद्ध किया था। गजनवी ने ही उन्हें ‘जाहर पीर’ की उपाधि दी।
- किस लोकदेवता का सम्बन्ध मारवाड़ के राठौड़ राजवंश से है?
A. पाबूजी राठौड़
B. गोगाजी
C. हड़बूजी
D. तेजाजी
उत्तर: A
व्याख्या: पाबूजी राठौड़ मारवाड़ के राठौड़ राजवंश से थे। वे लोकजीवन में गायों और ऊँटों के रक्षक देवता माने जाते हैं। पाबूजी ने गौ रक्षा के लिए कई युद्ध किए और अपना जीवन बलिदान कर दिया। उनकी वीरता की गाथाएँ आज भी पाबूजी के पवाड़ों और लोकगीतों में सुनाई जाती हैं। वे लोक आस्था और बलिदान के प्रतीक हैं। - गोगामेड़ी (शीर्षमेड़ी) कहाँ स्थित है?
A. गोगामेड़ी (हनुमानगढ़)
B. बाँसी दुगारी (बूंदी)
C. ददरेवा (चुरू)
D. रानीवाड़ा (जालौर)
उत्तर: C
व्याख्या: गोगाजी का जन्म ददरेवा (चुरू) में हुआ था। युद्ध के दौरान उनका सिर यहीं गिरा, इसलिए यह स्थान शीर्षमेड़ी कहलाता है। गोगाजी को नागों के देवता और जाहरपीर के रूप में पूजा जाता है। उनके मेले में हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। - किस लोक देवता की फड़ सबसे अधिक प्राचीन फड़ है?
A. देवनारायणजी की फड़
B. रामदेवजी की फड़
C. पाबूजी की फड़
D. इनमें से कोई नहीं
उत्तर: C
व्याख्या: राजस्थान की सबसे प्राचीन फड़ पाबूजी की फड़ मानी जाती है। फड़ एक प्रकार का चित्रपट है, जिसमें लोकदेवता की गाथाएँ चित्रों और गायन के माध्यम से सुनाई जाती हैं। पाबूजी की फड़ में उनके जीवन, युद्ध और बलिदान का विस्तार से वर्णन मिलता है। यह परंपरा लोककला और भक्ति का अद्भुत संगम है। - किस लोकदेवता की आराधना में सांकळ नृत्य किया जाता है?
A. पाबूजी
B. गोगाजी
C. तेजाजी
D. रामदेवजी
उत्तर: A
व्याख्या: सांकळ नृत्य पाबूजी की आराधना में किया जाता है। इसमें भक्त ज़ंजीरों (सांकळ) को पकड़कर नृत्य करते हैं और पाबूजी की वीर गाथाएँ गाते हैं। यह नृत्य भक्ति, समर्पण और वीरता का प्रतीक माना जाता है। - लोकदेवता रामदेव जी के सम्बन्ध में असुमेलित है –
A. पिता – अजमल जी
B. गुरु – भैरवनाथ
C. भाई – बीरमदेव
D. पली – नेतल दे
उत्तर: B
व्याख्या: रामदेवजी के पिता का नाम अजमलजी और भाई का नाम बीरमदेव था। उनकी माता बाछलदे और पत्नी नेतलदे थीं। उनका गुरु बालीनाथथा, न कि भैरवनाथ। इसी कारण यह युग्म असुमेलित है। - राजस्थान में साम्प्रदायिक सद्भाव का सबसे बड़ा मेला कौनसा है?
A. तल्लीनाथ जी का मेला
B. तेजाजी का मेला
C. बाबा रामदेवजी का मेला
D. पाबूजी का मेला
उत्तर: C
व्याख्या: रामदेवजी का मेला जैसलमेर जिले के रूणेचा धाम में भरता है। यह हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदायों का मेला है। हिन्दू इन्हें कृष्ण का अवतार, जबकि मुस्लिम इन्हें रामसा पीर मानते हैं। यही कारण है कि इसे राजस्थान का साम्प्रदायिक सद्भाव का सबसे बड़ा मेला कहा जाता है। - तेजाजी ने लाछां गुजरी की गायें किससे छुड़ाने के लिए अपने जीवन की आहूति दी?
A. जींदराव खींची से
B. मेर के मीणाओं से
C. मोहम्मद गजनवी से
D. इनमें से कोई नहीं
उत्तर: B
व्याख्या: तेजाजी ने मेर के मीणाओं से लाछां गुजरी की गायों को छुड़ाने के लिए युद्ध किया। उन्होंने वचन निभाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। इसी बलिदान के कारण उन्हें गायों के रक्षक और नागों के देवता के रूप में पूजा जाता है। - प्लेग रक्षक देवता के रूप में कौन प्रसिद्ध है?
A. गोगाजी
B. रामदेवजी
C. तेजाजी
D. पाबूजी राठौड़
उत्तर: A
व्याख्या: गोगाजी को प्लेग रक्षक देवता माना जाता है। लोकमान्यता है कि उनकी आराधना से महामारी, विशेषकर प्लेग और सर्पदंश से मुक्ति मिलती है। गोगाजी के थान प्रायः नीम के पेड़ के नीचे बनाए जाते हैं। - किस लोकदेवता का प्रतीक चिह्न ‘भाला लिए अश्वारोही व बाँयी तरफ झुकी हुई पाग’ है?
A. गोगाजी
B. तेजाजी
C. पाबूजी
D. हड़बूजी
उत्तर: A
व्याख्या: गोगाजी का प्रतीक चिह्न भाला लिए अश्वारोही है और उनकी पगड़ी बाईं ओर झुकी हुई दिखाई जाती है। यह उनकी योद्धा छवि और नागों के देवता की पहचान को दर्शाता है। - लोकदेवता बाबा रामदेव जी ने जीवित समाधि किस तिथि को ली थी?
A. भाद्रपद कृष्ण एकादशी
B. आश्विन कृष्ण एकादशी
C. आश्विन शुक्ल एकादशी
D. भाद्रपद शुक्ल एकादशी
उत्तर: D
व्याख्या: बाबा रामदेवजी ने भाद्रपद शुक्ल एकादशी को रूणेचा (जैसलमेर) में जीवित समाधि ली थी। उनकी समाधि आज रामदेवरा धाम में स्थित है। यह स्थान आज भी लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र है।
For more Rajasthan Gk MCQ | Click Here |
Note: इन Questions को तैयार करने में पूर्ण सावधानी बरती गई है। फिर भी अगर कोई गलती मिलती है, तो कमेंट बॉक्स में हमें इससे अवगत कराएं। हमारी टीम जल्द से जल्द उसे ठीक कर देगी।
Solved Papers
MCQ’s Subject
History
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Geography
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Political
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Science
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Computer
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Hindi
Topic-wise Multiple-Choice Questions
English
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Mathematics
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Reasoning
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Rajasthan GK
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Haryana GK
Topic-wise Multiple-Choice Questions
History | |
Geography | |
Political | |
Economic | |
Science | |
Computer | |
Technical | |
Hindi | |
English | |
Maths | |
Reasoning | |
Psychology | |
Rajasthan GK | |
Haryana GK | |
Current Affairs |