सैंधव सभ्यता Previous Year Questions
Improve your exam preparation with Shiksha247’s collection of previous year’s question papers. It includes papers from various government job recruitment exams like UPSC, SSC, UPPSC, BPSC, MPSC, RPSC, RSMSSB, CTET, REET, Patwar, Police, LDC, Teacher, etc. and other entrance exams. Practicing these papers is a proven strategy to enhance your readiness and increase your chances of success. Start practicing for success today!
Indus Valley MCQs
1. मानव समाज विलक्षण है, क्योंकि वह मुख्यतया आश्रित होता है-
(a) संस्कृति पर
(b) अर्थव्यवस्था पर
(c) धर्म पर
(d) विज्ञान पर
U.P. P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004
उत्तर-(b)
मानव समाज विलक्षण या विशिष्ट होता है, क्योंकि वह मुख्यतः अर्थव्यवस्था पर आश्रित होता है। अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे परिवर्तन होता जाता है वैसे-वैसे समाज परिवर्तित होता जाता है, जैसे- खाद्य संग्राहक, कृषि उत्पादन, उद्योग आदि। अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे परिवर्तन होता गया, सामाजिक व्यवस्था उसी अनुरूप में बदलती गई। संस्कृति, धर्म, विज्ञान आदि अर्थव्यवस्था में उत्पादन के साधनों में परिवर्तन के अनुसार ही परिवर्तित होते रहते हैं।
2. हड़प्पा निम्नलिखित में से किस सभ्यता से संबद्ध है ?
(a) सुमेरियन सभ्यता
(c) वैदिक सभ्यता
(b) सिंधु घाटी सभ्यता
(d) मेसोपोटामिया सभ्यता
उत्तर-(b)
M.P.P.C.S. (Pre) 1990
हड़प्पा नामक पुरास्थल सिंधु घाटी सभ्यता से संबंधित है। इस सभ्यता का प्रथम पुरातात्विक प्रमाण हड़प्पा से प्राप्त होने के कारण सैंधव सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है। कालानुक्रम की दृष्टि से यह सभ्यता मिस्र एवं मेसोपोटामिया की प्राचीन सभ्यताओं के समकालिक थी।
3. सिंधु सभ्यता संबंधित है-
(a) प्रागैतिहासिक युग से
(b) आद्य ऐतिहासिक युग से
(c) ऐतिहासिक युग से
(d) उत्तर – ऐतिहासिक युग से U.P.P.C.S. (Pre) 1996 39th B.P.S.C. (Pre) 1994
उत्तर-(b)
सैंधव सभ्यता आद्य ऐतिहासिक काल की सभ्यता है, क्योंकि यहां पर लेखन कला का ज्ञान तो है, किंतु अभी तक इसे पढ़ा नहीं जा सका है। अतः इतिहास निर्माण में इसका प्रयोग नहीं किया जा सकता है।
4. सिंधु घाटी की सभ्यता गैर-आर्य थी, क्योंकि-
(a) वह नगरीय सभ्यता थी।
(b) उसकी अपनी लिपि थी।
(c) उसकी खेतिहर अर्थव्यवस्था थी ।
(d) उसका विस्तार नर्मदा घाटी तक था।
U.P.P.S.C. (GIC ) 2010
उत्तर- (a)
सिंधु घाटी की सभ्यता गैर-आर्य मुख्य रूप से इसलिए थी, क्योंकि वह नगरीय सभ्यता थी, जबकि आर्य सभ्यता ग्रामीण थी।
5. सिंधु घाटी सभ्यता को आर्यों से पूर्व की रखे जाने का महत्वपूर्ण कारक है-
(a) लिपि
(b) नगर नियोजन
(c) तांबा
(d) मृद्भांड U.P.P.C.S. (Pre) 1990
उत्तर- (d)
सिंधु घाटी सभ्यता लिपि ज्ञान और नगर नियोजन आदि के संदर्भ में प्रारंभिक आर्यों से अधिक विकसित थी। पुरातात्विक साक्ष्यों में अलग-अलग काल में पाए गए मृद्भांड ही सिंधु घाटी सभ्यता को आर्यों से पूर्व का सिद्ध करते हैं। काले रंग की आकृतियों से चित्रित लाल मृद्भांड जहां हड़प्पा सभ्यता से संबंधित हैं, वहीं धूसर एवं चित्रित धूसर मृद्भांड (जो बाद के हैं) आर्यों से संबंधित माने गए हैं।
6. सिंधु घाटी संस्कृति वैदिक सभ्यता से भिन्न थी, क्योंकि-
(a) इसके पास विकसित शहरी जीवन की सुविधाएं थीं।
(b) इसके पास चित्रलेखीय लिपि थी।
(c) इसके पास लोहे और रक्षा शस्त्रों के ज्ञान का अभाव था।
(d) उपर्युक्त सभी।
उत्तर- (d)
U.P.P.C.S. (Spl.) (Mains) 2004
सिंधु घाटी संस्कृति वैदिक सभ्यता से अनेक बातों में भिन्न थी। सिंधु घाटी सभ्यता नगरीय थी, जबकि वैदिक सभ्यता ग्रामीण थी। सिंधु सभ्यता की लिपि भावचित्रात्मक थी । वैदिक सभ्यता के लोग लोहे तथा रक्षा शस्त्रों के ज्ञान से युक्त थे, जबकि सिंधु घाटी की सभ्यता में लोहे के ज्ञान का अभाव था।
7. हड़प्पा संस्कृति की जानकारी का प्रमुख स्रोत है-
(a) शिलालेख
(b) पकी मिट्टी की मुहरों पर अंकित लेख
(c) पुरातात्विक खुदाई
(d) उपर्युक्त सभी
U.P.P.C.S. (Pre) 1996 U.P.P.C.S. (Pre) 1994
उत्तर-(c)
हड़प्पा सभ्यता की लिपि का वाचन अभी नहीं हो सका है, अतः सभ्यता से संबद्ध अनेक पुरास्थलों से प्राप्त पुरावशेष ही हड़प्पा संस्कृति के विशिष्ट तत्वों पर प्रकाश डालते हैं।
8. निम्नलिखित में से कौन-सा सिंधु घाटी की सभ्यता पर प्रकाश डालता है ?
(a) शिलालेख
(b) पुरातत्व संबंधी खुदाई
(c) बर्तनों की मुहरों पर लिखावट (d) धार्मिक ग्रंथ
उत्तर-(b)
U.P.P.C.S. (Pre) 1993
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें ।
9. सिंधु घाटी के निवासियों की सभ्यता को जानने का मूल स्रोत है, वहां पाई गई-
(a) मोहरें
(b) बर्तन, जेवर, हथियार तथा औजार
(c) मंदिर
उत्तर – (a)
(d) लिपि
R.A.S./R.T.S. (Pre) 1996
सैंधव सभ्यता से संबद्ध विभिन्न पुरास्थलों की खुदाई के फलस्वरूप वहां से प्राप्त 3000 से अधिक मोहरें इस सभ्यता के विषय में जानकारी | के सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन हैं। मुहरों पर अंकित चित्रों के माध्यम से सैंधव सभ्यता के विभिन्न कार्यकलापों एवं विश्वासों पर प्रकाश पड़ता है।
10. हड़प्पा सभ्यता की उत्पत्ति के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा जोड़ा सही नहीं है ?
(a) एम. रफीक मुगल – हड़प्पा सभ्यता ने मेसोपोटामिया सभ्यता से प्रेरणा ली
(b) ई. जे. एच. मैके – सुमेर से लोगों का पलायन
(c) मार्टीमर ह्वीलर – पश्चिमी एशिया से ‘सभ्यता के विचार’ का प्रवसन
(d) अमलानंद घोष – हड़प्पा सभ्यता का उद्भव पूर्व हड़प्पा सभ्यता की परिपक्वता के परिणामस्वरूप हुआ
उत्तर – (a)
R.A.S./ R.T.S. (Pre) ( Re-Exam) 2013
हड़प्पा सभ्यता की उत्पत्ति के संदर्भ में अनेक विद्वानों ने अलग-अलग मत प्रस्तुत किए हैं। ई. जे. एच. मैके का मानना है कि हड़प्पा सभ्यता की उत्पत्ति सुमेर ( दक्षिणी मेसोपोटामिया ) से लोगों के प्रवसन के कारण हुआ। इन्हीं के समरूप प्रवसन के सिद्धांत के इतिहासविद् डी. एच. गार्डेन तथा मार्टीमर ह्वीलर का मानना है कि हड़प्पा सभ्यता की उत्पत्ति पश्चिमी एशिया से सभ्यता के विचार के प्रवसन के कारण हुई। इस संदर्भ में अमलानंद घोष का विचार है कि हड़प्पा सभ्यता का उद्भव पूर्व हड़प्पा सभ्यता की परिपक्वता के परिणामस्वरूप हुआ। स्टुअर्ट पिग्गट, फेयर सर्विस, जॉर्ज एफ. देल्स तथा रफीक मुगल आदि विद्वान स्थानीय उत्पत्ति के सिद्धांत को मान्यता देते हैं। एम. रफीक मुगल का मानना है कि हड़प्पा सभ्यता का विकास रावी नदी में क्षेत्र में हड़प्पा में हुआ। इन्होंने इस पुरानी मान्यता का खंडन किया है। कि हड़प्पा सभ्यता ने पश्चिमी मेसोपोटामिया सभ्यता से प्रेरणा ली।
11. सूची I को सूची II से सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए-
सूची I सूची II
A. हड़प्पा 1. एन. जी. मजूमदार (1936-37)
B. हस्तिनापुर 2. जॉन मार्शल (1913-34)
C. तक्षशिला 3. दयाराम साहनी (1923-24 तथा 1924-25)
D. कौशाम्बी 4. बी. बी. लाल (1950-52)
कूट :
A B C D
(a) 4 2 1 3
(b) 1 3 4 2
(c) 3 4 2 1
(d) 4 1 3 2
U.P. R.O/A.R.O. (Mains) 2017
उत्तर-(c)
सूची I का सूची II से सही सुमेलन है-
सूची I सूची II
हड़प्पा दयाराम साहनी (1923-24 तथा 1924-25)
हस्तिनापुर बी. बी. लाल (1950-52)
तक्षशिला जॉन मार्शल (1913-34)
कौशाम्बी एन. जी. मजूमदार (1936-37)
12. भारत में चांदी की उपलब्धता के प्राचीनतम साक्ष्य मिलते हैं-
(a) हड़प्पा संस्कृति में
(b) पश्चिमी भारत की ताम्रपाषाण संस्कृति में
(c) वैदिक संहिताओं में
(d) चांदी के आहत सिक्कों में
I.A.S. (Pre) 1994
उत्तर – (a)
| हड़प्पावासियों को चांदी की जानकारी थी। मोहनजोदड़ो और हड़प्पा के निवासियों के मध्य इसके विधिवत प्रयोग के साक्ष्य मिलते हैं। ये लोग राजस्थान की जावर और अजमेर खानों से चांदी प्राप्त करते रहे होंगे।
13. हड़प्पा में मिट्टी के बर्तनों पर सामान्यतः किस रंग का उपयोग हुआ था ?
(a) लाल
(c) पांडु
(b) नीला-हरा
(d) नीला
उत्तर- (a)
40th B.P.S.C. (Pre) 1995
प्रारंभिक हड़प्पा सभ्यता में पैर से चालित चाक का प्रयोग किया जाता था। सभ्यता की परिपक्व अवस्था में हाथ से चालित चाकों का प्रयोग किया जाने लगा। डिजाइन के आधार पर इन बर्तनों की दो श्रेणियां थीं – एक तो बिना डिजाइन वाले बर्तन की तथा दूसरे चित्रित मृद्भांड की। मृद्भांडों को बनाने वाली मिट्टी में रेत का मिश्रण किया जाता था, जिनको पकाने पर यह हल्के भूरे लाल रंग का रूप ग्रहण कर लेती थीं। इन मृद्भांडों के ऊपरी हिस्सों में लाल रंग की पुताई कर दी जाती थी तथा निचले हिस्से में काले रंग से विभिन्न प्रकार की चित्रकारी की जाती थी।
14.
मूर्ति पूजा का आरंभ कब से माना जाता है?
(a) पूर्व आर्य (Pre Aryan)
(b) उत्तर वैदिक काल
(c) मौर्य काल
(d) कुषाण काल
U.P.P.C.S. (Pre) 1992
उत्तर – (a)
मूर्ति पूजा का प्रारंभ पूर्व आर्य काल से माना जाता है। सैंधव सभ्यता में मूर्ति पूजा प्रचलित थी, इसके उदाहरण अनेक सैंधव पुरास्थलों से प्राप्त मातृ देवी की मृण्मूर्तियां तथा मुहरों पर प्राप्त चित्र हैं।
15. निम्नलिखित पशुओं में से किस एक का हड़प्पा संस्कृति में पाई मुहरों और टेराकोटा कलाकृतियों में निरूपण (Representation) नहीं हुआ था ?
(a) गाय
(c) गैंडा
(b) हाथी
(d) बाघ
उत्तर- (a)
I.A.S. (Pre) 2001
हड़प्पा संस्कृति की मुहरों एवं टेराकोटा कलाकृतियों में गाय का चित्रण नहीं मिलता है, जबकि हाथी, गैंडा, बाघ, हिरण, भेड़ा आदि के अंकन मिलते है। गाय को महत्व वैदिक काल में प्राप्त हुआ।
16. निम्नलिखित में से कौन-सा एक हड़प्पा स्थल नहीं है ?
(a) चन्हूदड़ो
(b) कोटदीजी
(c) सोहगौरा
(d) देसलपुर
I.A.S. (Pre) 2019
उत्तर-(c)
सोहगौरा उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में राप्ती नदी के किनारे स्थित एक गांव है। यहां से मौर्यकालीन ताम्रपत्र अभिलेख मिला है, जिसमें यहां अन्नागार होने का विवरण मिलता है। चन्हूदड़ो, कोटदीजी और देसलपुर तीनों हड़प्पा सभ्यता से जुड़े नगर थे। चन्हूदड़ो और कोटदीजी वर्तमान पाकिस्तान के सिंध प्रांत में तथा देसलपुर गुजरात राज्य के कच्छ में स्थित है।
17. सूची-I (प्राचीन स्थल) को सूची-II ( पुरातत्वीय खोज ) के साथ सुमेलित कीजिए और सूचियों के नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
सूची-I सूची-II
(प्राचीन स्थल ) ( पुरातत्वीय खोज)
A. लोथल 1. जुता हुआ खेत
B. कालीबंगा 2. गोदीवाड़ा
C. धौलावीरा 3. पक्की मिट्टी की बनी हुई हल की प्रतिकृति
D. बनावली 4. हड़प्पन लिपि के बड़े आकार के दस चिह्नों वाला एक शिलालेख
कूट :
A B C D
(a) 1 2 3 4
(b) 2 1 4 3
(c ) 1 2 4 3
(d) 2 1 3 4
उत्तर-(b)
I.A.S. (Pre) 2002
प्रश्नगत हड़प्पा सभ्यता के स्थलों में से खम्भात की खाड़ी के निकट स्थित लोथल से गोदीबाड़ा के साक्ष्य मिले हैं। राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में घग्गर नदी के किनारे स्थित कालीबंगा से जुते हुए खेत के साक्ष्य मिले हैं। गुजरात के धौलावीरा से हड़प्पा लिपि के बड़े आकार के 10 चिह्नों वाला एक शिलालेख मिला है। हरियाणा के फतेहाबाद जिले में स्थित बनावली से पकी मिट्टी की बनी हुई हल की प्रतिकृति मिली है।
18. एक जुते हुए खेत की खोज की गई थी-
(a) मोहनजोदड़ो में
(c) हड़प्पा में
(b) कालीबंगा में
(d) लोथल में
उत्तर-(b)
U.P.P.C.S. (Mains) 2005
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
19. निम्न में से किस हड़प्पन नगर में जुते हुए खेतों के निशान मिले हैं ?
(a) कालीबंगा
(b) धौलावीरा
(c) मोहनजोदड़ो
(d) लोथल
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
66th B.P.S.C. (Pre) 2020
उत्तर – (a)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें ।
20. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए ।
सूची-I सूची –II
A. हड़प्पा 1. शवाधान R-37
B. लोथल 2. गोदी
C. कालीबंगा 3. नर्तकी की मूर्ति
D. मोहनजोदड़ो 4. जुता हुआ खेत
कूट :
A B C D
(a) 1234
(b) 2143
(c) 3412
(d) 1243
उत्तर- (d)
सही सुमेलन है-
हड़प्पा – शवाधान R 37
लोथल – गोदी
कालीबंगा – जुता हुआ खेत
मोहनजोदड़ो – नर्तकी की मूर्ति
For more Questions | Click Here |
Note : इन Questions को तैयार करने में पूर्ण सावधानी बरती गई है। फिर भी अगर कोई गलती मिलती है, तो कमेंट बॉक्स में हमें इससे अवगत कराएं। हमारी टीम जल्द से जल्द उसे ठीक कर देगी।