मौर्योत्तर काल Previous Year Questions

Welcome to Shiksha247! Improve your exam preparation by using our big collection of Previous year’s question papers. Shiksha247 has a bunch of old exam papers from different government job exams like SSC, UPSC, HSSC, UPPSC, MPPSC, PSC, Railway, Banking, RPSC, RSMSSB, REET, Patwar, Police, LDC, Teacher and other entrance exams. Solving these old question papers is a good way to get ready for your exams and increase your chances of doing well.

 Post-Mauryan Period MCQs

1. निम्नलिखित में से किस हिंद-यवन शासक ने सीसे के सिक्के जारी किए थे ?
(a) स्ट्रैटो II
(b) स्ट्रैटो I
(c) डेमेट्रियस
(d) मिनांडर
U.P.P.S.C. (R.I.) 2014
उत्तर- (a)
स्ट्रैटो II ने सीसे के सिक्के जारी किए थे। इस हिंद-यवन शासक का शासन 25 ईसा पूर्व से 10 ईस्वी तक माना जाता है।
2. निम्नलिखित शासकों में से किसके सिक्कों पर संकर्षण एवं वासुदेव दोनों अंकित हैं?
(a) हुविष्क
(c) समुद्रगुप्त
(b) कनिष्क
(d) अगाथोक्लीज
U.P.P.C.S. (Mains) 2017
उत्तर- (d)
अफगानिस्तान के एै खानम (Ai-Khanum) से अगाथोक्लीज के सिक्के प्राप्त हुए हैं, जिन पर वासुदेव (कृष्ण) और संकर्षण का चित्र उकेरा गया है।
3. निम्नलिखित में से कौन-सा एक अन्य तीनों के समसामयिक नहीं था ?
(a) बिंबिसार
(b) गौतम बुद्ध
(c) मिलिंद
(d) प्रसेनजित
I.A.S. (Pre) 2005
उत्तर-(c)
बिंबिसार (544-492 ईसा पूर्व) मगध साम्राज्य की महत्ता का वास्तविक संस्थापक था। वह हर्यंक कुल से संबंधित था। प्रसेनजित कोसल महाजनपद का राजा था। वह महात्मा बुद्ध का समकालीन था। गौतम बुद्ध (563-483 ईसा पूर्व) ने बौद्ध धर्म का प्रवर्तन किया। मिनांडर, जिसे मिलिंद के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर भारत में इंडो-ग्रीक राजा था। इसका समय 155 अथवा 165 से 130 ईसा पूर्व था। इस प्रकार बिंबिसार, गौतम बुद्ध एवं प्रसेनजित तीनों समकालीन थे, जबकि मिलिंद इनका समसामयिक नहीं था।
4. ‘काव्य शैली’ का प्राचीनतम नमूना किसके अभिलेख में मिलता है?
(a) काठियावाड़ के रुद्रदामन के
(b) अशोक के
(c) राजेंद्र प्रथम के
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
उत्तर- (a)
U.P.P.C.S. (Pre) 1997
रुद्रदामन ( 130-150 ई.) का जूनागढ़ अभिलेख गुजरात में गिरनार पर्वत पर प्राप्त हुआ है। ब्राह्मी लिपि में उत्कीर्ण संस्कृत भाषा का यह अभिलेख अब तक प्राप्त संस्कृत अभिलेखों में सर्वाधिक प्राचीन है। इस अभिलेख में संस्कृत ‘काव्य’ शैली का प्राचीनतम नमूना प्राप्त होता है।
5. किस अभिलेख में रुद्रदामन प्रथम की विभिन्न उपलब्धियां वर्णित हैं?
(a) जूनागढ़
(b) भितरी
(c) नासिक
(d) सांची
उत्तर- (a)
53rd to 55th B.P.S.C. (Pre) 2011
गुजरात के जूनागढ़ से रुद्रदामन का एक अभिलेख प्राप्त हुआ है। यह जिस शिला पर उत्कीर्ण है उसी पर अशोक के चौदह प्रज्ञापनों की एक प्रति तथा स्कंदगुप्त के दो लेख भी खुदे हुए हैं। यह विशुद्ध संस्कृत भाषा तथा ब्राह्मी लिपि में लिखा गया है। इसमें रुद्रदामन की वंशावली, विजयों, शासन व्यक्तित्व आदि पर सुंदर प्रकाश डाला गया है।
6. बिना बेगार के किसने सुदर्शन झील का जीर्णोद्धार कराया ?
(a) चंद्रगुप्त मौर्य
(b) बिंदुसार
(c) अशोक
(d) रुद्रदामन प्रथम
U.P.P.C.S. (Pre) 2014
उत्तर- (d)
जूनागढ़ अभिलेख से पता चलता है कि रुद्रदामन ने गिरनार के निकट सुदर्शन झील की मरम्मत बिना बेगार लिए ही करवाई थी, जो कि मौर्य वंश के शासक चंद्रगुप्त मौर्य के आदेश पर बनवाई गई थी।
7. कार्दमक क्षत्रपों ने निम्नलिखित में से किस धातु में अति दुर्लभ सिक्के प्रचलित किया ?
(a) ताम्र
(b) रजत
(c) पोटीन
(d) स्वर्ण
U.P.B.E.O. (Pre) 2019
उत्तर – (a)
कार्दमक वंशीय शासकों की मुद्राओं को दो बड़े वर्गों में विभाजित किया जाता है। प्रथम वर्ग के अंतर्गत उन रजत मुद्राओं को रखा जाता है, जो क्षहरातवंशी रजत मुद्राओं की निरंतरता का आभास कराते हैं। द्वितीय वर्ग के अंतर्गत पोटीन निर्मित सिक्कों को रखा जाता है। कार्दमक शासक चष्टन ने रजत एवं ताम्र दोनों धातुओं की मुद्राएं चलाई। प्रश्न में अतिदुर्लभ सिक्कों के बारे में पूछा गया है। इसका सही उत्तर ताम्र होगा, क्योंकि कार्दमक वंशियों ने ताम्र की बहुत कम मुद्राएं चलवाई।
8. सूची I को सूची II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए –
सूची I सूची II
A. डिमेट्रियस – 1. पहलव
B. रुद्रदामन – 2. कुषाण
C. गोंडोफर्नीज – 3. हिंद-यूनानी
D. विम – 4. शक
कूट :
A B C D
(a) 1 3 2 4
(b) 4 3 1 2
(c) 3 4 1 2
(d) 1 2 3 4
उत्तर-(c)
U.P.R.O/A.R.O. (Mains) 2017
6. बिना बेगार के किसने सुदर्शन झील का जीर्णोद्धार कराया ?
(a) चंद्रगुप्त मौर्य
(b) बिंदुसार
(c) अशोक
(d) रुद्रदामन प्रथम
U.P.P.C.S. (Pre) 2014
उत्तर- (d)
जूनागढ़ • अभिलेख से पता चलता है कि रुद्रदामन ने गिरनार के निकट सुदर्शन झील की मरम्मत बिना बेगार लिए ही करवाई थी, जो कि मौर्य वंश के शासक चंद्रगुप्त मौर्य के आदेश पर बनवाई गई थी ।
7. कार्दमक क्षत्रपों ने निम्नलिखित में से किस धातु में अति दुर्लभ सिक्के प्रचलित किया ?
(a) ताम्र
(b) रजत
(c) पोटीन
(d) स्वर्ण
U.P.B.E.O. (Pre) 2019
उत्तर – (a)
कार्दमक वंशीय शासकों की मुद्राओं को दो बड़े वर्गों में विभाजित किया जाता है। प्रथम वर्ग के अंतर्गत उन रजत मुद्राओं को रखा जाता है, जो क्षहरातवंशी रजत मुद्राओं की निरंतरता का आभास कराते हैं। द्वितीय वर्ग के अंतर्गत पोटीन निर्मित सिक्कों को रखा जाता है। कार्दमक शासक चष्टन ने रजत एवं ताम्र दोनों धातुओं की मुद्राएं चलाई। प्रश्न में अतिदुर्लभ सिक्कों के बारे में पूछा गया है। इसका सही उत्तर ताम्र होगा, क्योंकि कार्दमक वंशियों ने ताम्र की बहुत कम मुद्राएं चलवाई।
8. सूची I को सूची II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट में से सही उत्तर चुनिए –
सूची I सूची II
A. डिमेट्रियस – 1. पहलव
B. रुद्रदामन – 2. कुषाण
C. गोंडोफर्नीज – 3. हिंद-यूनानी
D. विम – 4. शक
कूट :
A B C D
(a) 3 2 4
(b) 4 3 1 2
(c) 3 4 1 2
(d) 1 2 3 4
उत्तर-(c)
U.P. R.O/A.R.O. (Mains) 2017
सूची I का सूची II से सही सुमेलन है-
सूची I सूची II
डिमेट्रियस – हिंद-यूनानी
रुद्रदामन – शक
गोंडोफर्नीज – पहलव
विम – कुषाण
9. उत्तरी तथा उत्तरी-पश्चिमी भारत में सर्वाधिक संख्या में तांबे के सिक्कों को जारी किया था-
(a) इंडो-ग्रीको ने
(b) कुषाणों ने
(c) शकों ने
(d) प्रतिहारों ने U.P. P.C.S. (Pre) 2005
उत्तर-(b)
उत्तर-पश्चिम भारत में स्वर्ण सिक्कों का प्रचलन इंडो-ग्रीक (हिंद-यवन ) राजाओं ने करवाया था। जबकि इन्हें नियमित एवं पूर्णरूप से प्रचलित करवाने का श्रेय कुषाण शासकों को जाता है। कुषाण शासकों ने स्वर्ण एवं ताम्र दोनों ही प्रकार के सिक्कों को व्यापक पैमाने पर प्रचलित किया था।
10. प्राचीन भारत में निम्न में से किस एक ने नियमित रूप से सोने के सिक्के चलाए ?
(a) सातवाहन
(b) शक
(c) कुषाण
(d) पार्थियन
उत्तर-(c)
U.P. Lower Sub. (Pre) 2004
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।
11. बुद्ध का किसके सिक्कों पर अंकन हुआ है ?
(a) विम कडफिसेस
(b) कनिष्क
(c) नहपाण
(d) बुध गुप्त
U.P.P.C.S. (Pre) 2010
उत्तर-(b)
कुषाण शासक कनिष्क के सिक्कों पर बुद्ध का अंकन मिलता है।
12. निम्नलिखित में से किस शासक को सर्वप्रथम सोने के सिक्के जारी करने का श्रेय दिया जाता है ?
(a) कुजुल कडफिसेस
(b) विम कडफिसेज
(c) कनिष्क प्रथम
(d) हुविष्क U.P.P.C.S. (Mains) 2009
उत्तर-(b)
कुषाण शासकों में विम कडफिसेस ने सर्वप्रथम सोने के सिक्के जारी किए थे। अतः विकल्प (b) सही उत्तर है।
13. निम्नलिखित में से किसने भारत में स्वर्ण सिक्कों का प्रचलन नियमित उपयोग के लिए किया था ?
(a) विम कडफिसेस ने
(b) कुजुल कडफिसेस ने
(c) कनिष्क ने
(d) हर्मवीज ने
U.P. P.C.S. (Pre) 2015
उत्तर- (a)
कुषाण वंशीय विम कडफिसेस जो कि कनिष्क प्रथम का पिता भी था, ने भारत में स्वर्ण सिक्कों का प्रचलन नियमित उपयोग के लिए किया था, जबकि कुजुल कडफिसेस ने तांबे के सिक्के प्रचलित कराए थे।
14. इनमें से किसने सर्वप्रथम व्यापक पैमाने पर स्वर्णमुद्रा का प्रचलन किया ?
(a) पुष्यमित्र शुंग
(b) मिनांडर
(c) विम कडफिसेस
(d) गौतमीपुत्र शातकर्णि
(e) उपर्युक्त में से कोई नहीं / उपर्युक्त में से एक से अधिक
64th B.P.S.C. (Pre) 2018
उत्तर-(c)
कुषाण शासकों द्वारा व्यापक पैमाने पर स्वर्णमुद्रा का प्रचलन प्रारंभ करना भारतीय उपमहाद्वीप में उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान था। कुषाण शासक विम कडफिसेस को स्वर्ण मुद्राओं के प्रचलन का श्रेय प्राप्त है।
15. यौधेय सिक्कों पर किस देवता का अंकन मिलता है ?
(a) वासुदेव
(c) इंद्र
(b) मित्र
(d) कार्तिकेय
U.P.P.C.S. (Spl ) ( Mains) 2008
उत्तर- (d)
यौधेयों का प्रमाण पुराण, अष्टाध्यायी तथा वृहत्संहिता इत्यादि ग्रंथों से प्राप्त होता है। इनका साम्राज्य दक्षिण-पूर्वी पंजाब तथा राजस्थान के बीच था। इनके सिक्कों पर कार्तिकेय का अंकन मिलता है।
16. कनिष्क के सारनाथ बौद्ध प्रतिमा अभिलेख की तिथि क्या है ?
(a) 78 ई. सन्
(b) 81 ई. सन्
(c) 98 ई. सन्
(d) 121 ई. सन्
उत्तर-(b)
U.P.P.C.S. (Pre) 2014
कनिष्क के सारनाथ बौद्ध अभिलेख की तिथि 81 ई. सन् है। यह प्रतिमा मथुरा से लाकर कनिष्क के राज्यारोहण (78 ई. सन्) के तीसरे वर्ष सारनाथ में स्थापित की गई थी।
17. कुषाण शासक कनिष्क का राज्याभिषेक किस सन् में हुआ ?
(a) 178 बी. सी.
(b) 101 ए.डी.
(c) 58 बी. सी.
(d) 78 ए.डी.
U.P.P.C.S. (Pre) 1991
उत्तर- (d)
कनिष्क के राज्याभिषेक की तिथि अत्यंत विवादास्पद है। इस समस्या पर विचार करने के लिए वर्ष 1913 तथा वर्ष 1960 में लंदन में दो | अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किए गए। द्वितीय सम्मेलन में आम सहमति 78 ई. के पक्ष में ही बनी। इसी समय से शक संवत् का प्रारंभ माना गया है।
18. शक संवत् कब प्रारंभ किया गया ?
(a) 58 ई.
(b) 78 ई.
(c) 320 ई.
(d) 606 ई.
U.P. P.C.S. (Pre) 1990 U.P. R.O./A.R.O. (Mains) 2013
उत्तर-(b)
जैन ग्रंथों के अनुसार, विक्रमादित्य (57 ई.पू.) के उत्तराधिकारी को 135 विक्रम संवत् में शकों ने पराजित कर इसके उपलक्ष्य में शक संवत् चलाया था। इस प्रकार इसकी प्रारंभिक तिथि 135-5778 ई. आती है। अधिकांश इतिहासकारों ने कुषाण शासक कनिष्क को इसका प्रवर्तक माना है।
19. विक्रम एवं शक संवतों में कितना अंतर (वर्षों में ) है ?
(a) 57 वर्ष
(b) 78 वर्ष
(c) 135 वर्ष
(d) 320 वर्ष
U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2006
उत्तर-(c)
वर्तमान कैलेंडर से 57 जोड़ देने पर विक्रम संवत् (प्रारंभ 57 ई.पू.) तथा 78 घटा देने पर शक संवत् (प्रारंभ 78 ई.) प्राप्त होता है। अर्थात | 2019 विक्रम संवत् 2019 + 57 = 2076 तथा शक संवत् 2019-78 • 1941 है। अतः विक्रम संवत् और शक संवत् में अंतर 2076-1941 | = 135 वर्ष। अतः विकल्प (c) सही उत्तर है।
20. शक संवत् पर आधारित राष्ट्रीय पंचांग (कैलेंडर ) का 1 चैत्र, ग्रेगेरियन कैलेंडर पर आधारित 365 दिन के सामान्य वर्ष की निम्नलिखित तिथियों में किस एक के तद्नुरूप है ?
(a) 22 मार्च (अथवा 21 मार्च)
(b) 15 मई ( अथवा 16 मई )
(c) 31 मार्च ( अथवा 30 मार्च)
(d) 21 अप्रैल (अथवा 20 अप्रैल)
उत्तर – (a)
I.A.S. (Pre) 2014
चैत्र भारतीय राष्ट्रीय पंचांग का प्रथम माह होता है। राष्ट्रीय कैलेंडर की तिथियां ग्रेगेरियन कैलेंडर की तिथियों से स्थायी रूप से मिलती-जुलती हैं। सामान्यतः 1 चैत्र 22 मार्च को होता है और लीप वर्ष में 21 मार्च को।

For more QuestionsClick Here

Note : इन Questions  को तैयार करने में पूर्ण सावधानी बरती गई है। फिर भी अगर कोई गलती मिलती है, तो कमेंट बॉक्स में हमें इससे अवगत कराएं। हमारी टीम जल्द से जल्द उसे ठीक कर देगी।

 

Digital Display Made with PosterMyWall

 👉  Enroll Now

 

 

Reasoning Questions

Reasoning Questions

Reasoning Questions

Reasoning Questions

Your score is

The average score is 33%

0%

  Exams

  Subjects

 

Digital Display Made with PosterMyWall

 👉  Enroll Now

 

 

Reasoning Questions

Reasoning Questions

Reasoning Questions

Reasoning Questions

Your score is

The average score is 33%

0%

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Job, Recruitment, Naukri

सरकारी नौकरी

Get Job Alert, Admit Card, Answer Key, Result etc.

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

Scroll to Top