Carbon and its Compounds PYQ
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” पर आधारित Previous Year Question के विस्तृत हल उपलब्ध है।
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कार्बन एवं उसके यौगिक
1. निम्नलिखित में से कौनसा कार्बन का एक अपररूप नहीं है-
[स्कूल व्याख्याता -09.01.2020](1) हीरा
(2) ग्रेफाइट
(3) बेन्जीन
(4) फुलरीन
Ans. (3)
व्याख्या –
अपररूप (एलोट्रोपी) कुछ रासायनिक तत्त्वों की प्रॉपर्टी है जो प्रकृति में फ्री में पाए जाने पर दो या दो से अधिक विभिन्न भौतिक रूपों में मौजूद हैं।
कार्बन के अपररूप दो प्रकार के होते हैं- क्रिस्टलीय एवं अक्रिस्टलीय।
(i) क्रिस्टलीय अपररूप : वे अपररूप जिनमें कार्बन परमाणु निश्चित ज्यामितीय व्यवस्था में रहते हैं। क्रिस्टलीय अपररूप कहलाते हैं। उदाहरण- हीरा, ग्रेफाइट, फुलरीन।
(ii) अक्रिस्टलीय अपररूप : वे अपररूप जिनमें कार्बन परमाणु की निश्चित ज्यामितीय व्यवस्था नहीं होती है। जिससे अपररूप की ज्यामिति निश्चित नहीं रहती है, अक्रिस्टलीय अपररूप कहलाते हैं। उदाहरण-कोल, कोक, काष्ठ, जन्तु चारकोल, काजल आदि।
2. अपररूप का प्रत्येक रूप भिन्न होता है, उनके-
[वनरक्षक- (S-I)-11.12.2022](1) भौतिक गुणों में
(2) रासायनिक गुणों में
(3) गतिक गुणों में
(4) माँसपेशीय गुणों में
Ans. (1)
3. निम्नलिखित में से कार्बन के अपररूपों का चयन कीजिए-
[ACF & FRO Exam – 18.02.2021]1. ग्रेफीन 2. फुलेरिन 3. कार्बोरन्डम 4. डायमंड 5. कार्बाइन
(1) 1, 2, 4, 5
(2) 1, 3, 4
(3) 1,2,3,4
(4) 1,2,3
Ans. (1)
व्याख्या –
सिलिकन कार्बाइड (Silicon Carbide, SiC) अथवा कार्बोरंडम (Carborundum) सिलिकन तथा कार्बन का यौगिक है। इसकी खोज सन् 1891 में एडवर्ड ऑचेसन (Edward Acheson) ने की थी। सिलिकन कार्बाइड की कठोरता, विद्युत-चालकता तथा उच्च ताप पर स्थिरता के कारण इसका प्रयोग रेगमाल पेषण चक्की (grinding wheel) और उच्च ताप में प्रयुक्त ईंटों आदि के बनाने में हुआ है।
4. ग्रेफाइट की अपेक्षा हीरा अधिक कठोर होता है। इसका कारण है-
(1) परमाणुओं की परतों में अन्तर
(2) हीरे की चतुष्फलकीय संरचना
(3) क्रिस्टलीय संरचनाओं में अंतर
(4) इनमें से कोई नहीं
Ans. (2)
व्याख्या-
ब्रेग ने डायमण्ड (हीरा) के x-किरण अध्ययन द्वारा ज्ञात किया कि डायमण्ड में कार्बन परमाणुओं की त्रिविम चतुष्फलकीय व्यवस्था होती है। डायमण्ड में प्रत्येक कार्बन परमाणु उसके चारों ओर चतुष्फलकीय ढंग से व्यवस्थित अन्य चार कार्बन परमाणुओं से प्रबल एकल सहसंयोजक बंधों द्वारा जुड़ा रहता है तथा प्रत्येक कार्बन, कार्बन बन्ध की दूरी 1.54 A° होती हैं। अतः डायमण्ड का क्रिस्टल परमाणवीय क्रिस्टल है। इस प्रकार की त्रिविम विस्तृत संरचना के कारण डायमण्ड बहुत कठोर है और इसका गलनांक बहुत ऊंचा है। डायमण्ड, पदार्थों में सबसे कठोर पदार्थ है। इसकी कठोरता मोह स्केल (Moh-Scale) पर सबसे अधिक 10 होती है।
5. कार्बन का कौन सा अपररूप दृढ़ त्रिविम संरचना के रूप में होता है-
[PSI-13.09.2021](1) ग्रेफाइट
(2) फुलेरीन
(3) हीरा
(4) काजल
Ans. (3)
6. डायमंड है-
[CET-4.2.2023 (S-II)](1) कार्बन का अपररूप
(2) कार्बन का समावयवी
(3) कार्बन का समस्थानिक
(4) कार्बन का समआयतनिक
Ans. (1)
7. ग्रेफाइट में विभिन्न परतें एक साथ आयोजित रहती है-
[CET-5.2.2023 (S-II)](1) आयनिक बंध से
(2) दुर्बल वान डर वाल्स बल से
(3) धात्विक बंध से
(4) सहसंयोजक बंध से
Ans. (2)
व्याख्या –
ग्रेफाइट कार्बन का दूसरा रवेदार अपररूप है। ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु विभिन्न परतों में व्यवस्थित होते हैं और प्रत्येक परमाणु उसी परत के तीन निकटवर्ती परमाणुओं से सहसंयोजक बंधन में होता है तथा षटकोणीय जलाक सतह बनाते हैं। प्रत्येक परमाणु का चौथा संयोजी इलेक्ट्रॉन अलग परतों के मध्य उपस्थित होता है और यह गमन के लिए मुक्त होता है। यही मुक्त इलेक्ट्रॉन ग्रैफाइट को विद्युत का उत्तम चालक बनाते हैं। ग्रेफाइट अपनी परतीय संरचना के कारण मुलायम, मृदु एवं चिकना होता है।
8. असत्य कथन को छांटिए-
[CET-5.2.2023 (S-1)](1) ग्रेफाइट की परतीय संरचना होती है।
(2) ग्रेफाइट में विस्थानीकृत इलेक्ट्रॉन होते हैं।
(3) ग्रेफाइट को एक स्नेहक के रूप में प्रयुक्त किया जा सकता है।
(4) ग्रेफाइट विद्युत प्रवाहित नहीं करता है।
Ans.(4)
9. ग्रेफाइट में कार्बन परमाणु किसकी परतों के रूप में व्यवस्थित होते हैं?
[CET-11.2.2023 (S-I)](1) पंचकोणीय वलय
(2) षट्कोणीय वलय
(3) सप्तकोणीय वलय
(4) अष्टकोणीय वलय
Ans. (2)
10. कार्बन का परत संरचना वाला अपररूप है-
[RPSC LDC-23.10.2016](1) कार्बन ब्लैक
(2) ग्रेफाइट
(3) हीरा
(4) फुलरीन
Ans. (2)
11. ग्रेफाइट को इलेक्ट्रिक आर्क द्वारा अक्रिय गैस की उपस्थिति में गर्म करने पर प्राप्त होता है :
[RPSC LDC-11.01.2014](1) हीरा
(2) वॉटर गैस
(3) फुलरीन
(4) क्राउन ईथर
Ans. (3)
व्याख्या –
ग्रेफाइट को इलेक्ट्रिक आर्क द्वारा अक्रिय गैस की उपस्थिति में गर्म करने पर फुलरीन प्राप्त होता है। फुलरीन के अणु में 60, 70 या अधिक कार्बन परमाणु पाये जाते हैं। C सर्वाधिक स्थायी फुलरीन है। 60
12. निम्न में से कौनसा ऊष्मागतिकीय रूप से सर्वाधिक स्थायी अपररूप है?
[LDC Exam-16.09.2018](1) ग्रेफाइट
(2) डायमंड
(3) फुलरीन
(4) कार्बन-ब्लैक
Ans. (1)
13. कार्बन का कौनसा अपररूप विद्युत का सुचालक है, जिसमें मुक्त इलेक्ट्रॉन पाए जाते हैं-
(1) हीरा
(2) ग्रेफाइट
(3) फुलरीन
(4) कोक
Ans. (2)
व्याख्या –
ग्रेफाइट अणु में प्रत्येक कार्बन परमाणु केवल तीन अन्य कार्बन परमाणुओं से बंधित (bonded) होता है जिसके कारण एक इलेक्ट्रान मुक्त होता है और वह स्वतंत्र विचरण कर सकता है। इसी मुक्त इलेक्ट्रान के कारण ग्रेफाइट में विद्युत धारा प्रवाहित होती है जिससे कि ग्रेफाइट विद्युत का सुचालक होता है।
14. पेंसिल का लेड बना होता है-
[Stenographer Exam: 30.05.2013](1) ग्रेफाइट
(2) काजल
(3) HgO
(4) PbO
Ans. (1)
व्याख्या –
पेंसिल का लेड ग्रेफाइट से बना होता है। लेड/छड़ चूर्णित ग्रेफाइट और चिकनी मिट्टी (मृत्तिका) के मिश्रण से बनती है। 9H या 10H तक की छड़ों (जो सबसे कठोर ग्रेड हैं) में चिकनी मिट्टी की मात्रा ग्रेफाइट से कई ज्यादा होती है।
15. निम्नलिखित कथनों पर विचार कर नीचे दिए गए कूटों की सहायता से सही कथनों का चयन कीजिए-
1. ग्रेफाइट ऊष्मा व विद्युत का अच्छा चालक है।
2. ग्रेफाइट ऊष्मा का अच्छा चालक, परन्तु विद्युत का कुचालक है।
3. डायमण्ड ऊष्मा का अच्छा चालक, परन्तु विद्युत का कुचालक है।
4. डायमण्ड ऊष्मा व विद्युत का कुचालक है।
[ACF & FRO Exam – 18.02.2021](1) 1 व 4
(2) 1 व 3
(3) 2 व 3
(4) 2 व 4
Ans. (2)
16. कार्बन का कौनसा अपरूप जियोडेसिक गुंबद जैसा स्वरूप रखता है?
[CET -4.2.2023 (S-I)](1) ग्रेफाइट
(2) हीरा
(3) फुलेरीन
(4) कार्बन नैनोट्यूब
Ans. (3)
व्याख्या:
फुलरीन : कार्बन के इस अपररूप की संरचना गोल गुम्बद जैसी होती है। इसके एक अणु में 60 या 70 या अधिक कार्बन परमाणु पाये जाते हैं। C सर्वाधिक 60 स्थायी फुलरीन है जिसे बकमिन्सटर फुलरीन कहते हैं। C 60 संरचना में 32 फलक होते हैं। जिनमें से 20 फलक षटकोणीय होते हैं तथा 12 फलक पंचकोणीय होते हैं। इसकी संरचना फुटबाल के समान होती है। अतः इसे बकी बॉल भी कहते हैं।
इसमें कार्बन-कार्बन बन्ध लम्बाई 1-40A होती हैं। यह विद्युत का कुचालक होता है। फुलेरीन को 1995 ई. में राइस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर आर. ई. स्मेली तथा उनके सहकर्मियों द्वारा बनाया गया। इस खोज के लिए उन्हें 1996 ई. में नोबल पुरस्कार दिया गया।
17. कार्बन के किस अपररूप में परमाणु फुटबॉल के आकार में व्यवस्थित होते हैं?
[प्राध्यापक (संस्कृत शिक्षा)-14.12.2020](1) ग्रेफाइट-सी-60
(2) ग्रेफीन-सी-60
(3) हीरा
(4) फुलरीन-सी-60
Ans. (4)
18. भोजन बनाते समय बर्तन की तली बाहर से काली होना दर्शाता है-
[RPSC LDC-23.10.2016](1) ईंधन आर्द्र है।
(2) ईंधन पूरी तरह से जल रहा है।
(3) भोजन सही तरीके से नहीं पका है।
(4) ईंधन पूरी तरह से नहीं जल रहा है।
Ans. (4)
व्याख्या –
अपूर्ण दहन के कारण कार्बन की कालिश (Soot) इन बर्तनों पर चिपक जाती है।
19. फ्रीऑन-12 का सूत्र है-
[RPSC LDC Exam – 23.10.2016](1) CF₂Cl₂
(2) Cfcl3
(3) CF3Cl
(4) C₂Cl6
Ans. (1)
व्याख्या –
फ्रीऑन क्लूरोफ्लोरो कार्बन, हाइड्रोक्लोरो फ्लोरो कार्बन्स तथा इनके कम्पाउण्ड का प्रकार है। फ्रीऑन्स में फ्लोरीन, कार्बन, हाइड्रोजन, क्लोरीन तथा ब्रोमीन होता है। फ्रीऑन-12-डाइक्लोरोराइड फ्लूरो मीथेन होता है।
20. प्रोपेन के अणु में C – C बंधों का C – H बंधों से अनुपात है-
[RPSC LDC-23.10.2016](1) 1:4
(2) 4:1
(3) 1:3
(4) 2:1
Ans. (1)
व्याख्या –
प्रोपेन एक एल्केन श्रेणी का हाइड्रोकार्बन है तथा इसका रासायनिक सूत्र C_{3}*H_{8} होता है।
21. प्रोपेन का आणुविक सूत्र C_{3}*H_{8} है, इसमें होते हैं-
[कनिष्ठ लेखाकार- 26.2.2012](1) 9 सहसंयोजक बंध
(2) 10 सहसंयोजक बंध
(3) 8 सहसंयोजक बंध
(4) 11 सहसंयोजक बंध
Ans. (2)
22. प्रोपेन का रासायनिक सूत्र है-
[Asstt. Fire Officer-29.1.2022](1) C_{2}*H_{6}
(2) C_{3}*H_{8}
(3) C*H_{4}
(4) C_{4}*H_{10}
Ans. (2)
23. C_{5}*H_{10} हाइड्रोकार्बन है-
(1) पेन्टेन
(2) पेन्टीन
(3) पेन्टाइन
(4) पेन्टा डाइईन
Ans. (2)
24. हाईड्रोकार्बन का प्राकृतिक स्रोत है-
(1) कच्चा तेल
(2) जीवभार
(3) कोयला
(4) कार्बोहाइड्रेट्स
Ans. (2)
व्याख्या-
प्राकृतिक गैस और पेट्रोलियम हाइड्रोकार्बन के मुख्य स्रोत हैं। प्राकृतिक गैस मेथेन, एथेन, प्रोपेन, ब्यूटेन आदि गैसों का मिश्रण हैं। मेथेन इसका मुख्य अवयव (82-87%) होती है। पेट्रोलियम C, से C_{18} और अधिक उच्च भार के हाइड्रोकार्बनों का जटिल द्रव मिश्रण है। हाइड्रोकार्बन का प्राकृतिक स्रोत जीवभार है।
25. हाइड्रोकार्बन के जलने से निर्मित होता है?
[PSI Exam- 2007](1) कार्बन डाईऑक्साइड एवं पानी
(2) नाइट्रोजन एवं पानी
(3) कार्बन डाईऑक्साइड एवं कार्बन मोनो ऑक्साइड
(4) कार्बन मोनो ऑक्साइड एवं पानी
Ans. (1)
26. असंतृप्त हाइड्रोकार्बन एक उत्प्रेरक की उपस्थिति में हाइड्रोजन को जोड़कर संतृप्त हाइड्रोकार्बन बनाते हैं। यह उत्प्रेरक हो सकता है-
[LDC-23.10.2016](1) लौह धातु
(2) आयरन ऑक्साइड
(3) निकल धातु
(4) सक्रिय कार्बन
Ans. (3)
व्याख्या-
केवल असंतृप्त कार्बनिक यौगिकों से हाइड्रोजन की क्रिया द्वारा संतृप्त यौगिकों के प्राप्त करने की क्रिया को हाइड्रोजनीकरण (Hydrogenation) कहते हैं। उदाहरण के लिये, हाइड्रोजनीकरण द्वारा एथिलीन अथवा ऐंसेटिलीन से एथेन प्राप्त किया जाता है। निकल धातु हवा में उपस्थित ऑक्सीजन के साथ अभिक्रिया करके अपने ऊपर एक पतली सुरक्षादायनी पतली परत बना लेता है जिससे अन्दर की धातु बची रहती है।
27. निम्नलिखित में से कौन-सी पेट्रोलियम मोम है?
(1) मधु-मोम
(2) कार्नोबा मोम
(3) पैराफिन मोम
(4) जोजोबा मोम
Ans. (3)
व्याख्या-
पैराफिन मोम को पेट्रोलियम मोम कहते हैं। पैराफिन मोम (C20 से C₁) का इस्तेमाल मोमबत्ती बनाने में किया जाता है। पैराफिन मोम एक ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बन है। मधुमक्खियों द्वारा प्राप्त मोम मधु-मोम कहलाती है।
28. मोमबत्ती बनाने के लिए प्रयुक्त मोम रासायनिक दृष्टि से एक मिश्रण है-
(1) ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बनों का
(2) ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बनों को
(3) चक्रीय (साइक्लिक) हाइड्रोकार्बनों का
(4) ऐलिफैटिक और ऐरोमैटिक हाइड्रोकार्बनों का
Ans. (1)
29. उच्च ऑक्टेन ईंधनों के उत्पादन में उत्प्रेरक के रूप में निम्नलिखित में से किसका प्रयोग किया जाता है?
(1) HNO 3
(2) H₂SO₄ 4
(3) HCI
(4) HF
Ans. (2)
व्याख्या-
उच्च ऑक्टेन ईंधनों के उत्पादन में उत्प्ररेक रूप में H,SO, का प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग हवाई जहाज के ईंधन के रूप में अधिक किया जाता है।
30. निम्न में से किसका प्रयोग नोदक या रॉकेटों में ईंधन के रूप में किया जा सकता है?
(1) द्रव हाइड्रोजन+द्रव नाइट्रोजन
(2) द्रव ऑक्सीजन + द्रव ऑर्गन
(3) द्रव नाइट्रोजन + द्रव ऑक्सीजन
(4) द्रव हाइड्रोजन + द्रव ऑक्सीजन
Ans. (4)
व्याख्या-
रॉकेट में ईंधन के रूप में द्रव हाइड्रोजन एवं द्रव ऑक्सीजन का प्रयोग किया जाता है।
31. कथन (A): कोयला आधारित तापीय ऊर्जा गृह अम्लीय वर्षा हेतु योगदान देते हैं।
कारण (R): जब कोयला जलता है तो कार्बन के ऑक्साइड बाहर निकलते हैं।
नीचे दिये गये कूटों का उपयोग करते हुये सही
उत्तर का चयन कीजिए:
(R.A.S. Pre. Exam.-19.11.2013)
(1) कथन (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही स्पष्टीकरण है।
(2) कथन (A) और (R) दोनों सही हैं तथा (R), (A) का सही स्पष्टीकरण नहीं है।
(3) कथन (A) सत्य है, तथा (R) असत्य है।
(4) कथन (A) असत्य है, तथा (R) सत्य है।
Ans. (2)
व्याख्या –
कोयला आधारित तापीय ऊर्जा परियोजनाओं में मुख्यतः कोयला ईंधन के रूप में प्रयोग लाया जाता हैं कोयला एक ठोस कार्बनिक पदार्थ है। कोयले के जलने पर मुख्य रूप से कार्बन डाईऑक्साइड गैस बाहर निकलती है, लेकिन अम्लीय वर्षा के लिए मुख्यतः सल्फर डाईऑक्साइड एवं नाइट्रोजन ऑक्साइड गैस जिम्मेदार होती है। कोयला आधारित ताप विद्युत गृहों में प्रतिदिन हजारों टन राख युक्त कोयला जलाया जाता है, जिसके जलने से कार्बन डाई ऑक्साइड गैस के अलावा विभिन्न प्रकार की हानिकारक गैसे जैसे- सल्फरडाईऑक्साइड, नाइट्रोजन ऑक्साइड और राख निकलती है। ये गैसे ऊपर उठकर अम्लीय वातावरण की रचना करती है।
32. कार्बन टेट्राक्लोराइड को अन्य किस नाम से जाना जाता है?
(1) मार्श गैस
(2) मस्टर्ड गैस
(3) पायरीन
(4) पायरॉल
Ans. (3)
33. पेट्रोल में होता है :
[RAS Pre. Exam. 2010](1) कार्बन, प्राणवायु
(2) उदजन, प्राणवायु
(3) नत्रजन, प्राणवायु
(4) कार्बन, उदजन
Ans. (4)
व्याख्या –
कार्बन व हाइड्रोजन (उदजन) के संयोग से बनने वाले कार्बनिक यौगिकों को हाइड्रोकार्बन कहा जाता हैं पेट्रोलियम, हाइड्रोकार्बन का प्रमुख प्राकृतिक स्रोत है। हाइड्रोकार्बन को दो वर्गों – एलिफैटिक हाइड्रोकार्बन व एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन में विभाजित किया जाता है। ऐलिफैटिक हाइड्रोकार्बन को पुनः दो वर्गों संतृप्त और असंतृप्त हाइड्रोकार्बन में बांटा जाता है। पेट्रोलियम एक प्राकृतिक ईंधन है जो भू-पर्पटी के बहुत नीचे अवसादी परतों के बीच पाया जाने वाला संतृप्त हाइड्रोकार्बनों का काले भूरे रंग का गाढ़ा तैलीय द्रव है। पेट्रोलियम से पेट्रोल, मिट्टी का तेल, विभिन्न हाइड्रोकार्बन, प्राकृतिक गैस प्राप्त किये जाते हैं।
34. टेट्राइथाइल लेड (TEL) पेट्रोल में मिलाया जाता है-
[R.A.S. Pre Exam, 1996](1) इसे जमने से बचाने के लिए
(2) इसका स्फुलिंग बिन्दु बढ़ाने के लिए
(3) इसकी एन्टीनाकिंग रेटिंग (अपस्फोटनरोधी दर) को बढ़ाने के लिए
(4) इसका क्वथनांक बढ़ाने के लिए
Ans. (3)
व्याख्या-
ट्रेटाएथिल लेड एक ऋणात्मक उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है। टेट्राएथिल लेड (टी.ई.एल.) सबसे अच्छा अपस्फोटरोधी यौगिक (एन्टिनॉक कम्पाउंड) है। इसका रासायनिक सूत्र (CH₂CH₂), Pb है। यह एक एन्टीनांकिग पदार्थ है जिसे पेट्रोल में मिलाया जाता है ताकि पेट्रोल वाष्पों के प्रज्जवलन को कम किया जा सके। ऐसी पदार्थ जो अपस्फोटन कम करने के लिए पेट्रोल में मिलाये जाते हैं, उन्हें अपस्फोटरोधी कारक कहते हैं।
35. टेट्राएथिल लेड (टी.ई.एल.) निम्न में से क्या है?
(1) फॉसिल ईंधन दहन में उत्प्रेरक
(2) अति ऑक्सीकारक
(3) अपचायक
(4) अपस्फोटरोधी यौगिक (एन्टिनॉक कम्पाउंड)
Ans. (4)
36. पेट्रोल में एथिलीन डाइब्रोमाइड मिलाने पर-
[वनरक्षक- (S-1)-12.11.2022](1) ईंधन की ऑक्टेन संख्या बढ़ जाती है।
(2) लैड ऑक्साइड के विलोपन में सहायता मिलती है।
(3) टेट्राएथिल लैड के प्रतिस्थापन की तरह कार्य करता है।
(4) पेट्रोल में से सल्फर यौगिक हटाता है।
Ans. (2)
37. पेट्रोल में लगी आग को बुझाने में जल प्रभावी नहीं होता क्योंकि –
(1) ज्वाला इतनी गरम होती है कि जल उसे ठंडी नहीं कर पाता।
(2) जलं एवं पेट्रोल में रासायनिक अभिक्रिया हो जाती है।
(3) जल और पेट्रोल एक-दूसरे में मिश्रणीय हैं।
(4) जल और पेट्रोल एक-दूसरे में अमिश्रणीय हैं और पेट्रोल ऊपरी परत बनाता है अतः जलता रहता है।
Ans. (4)
व्याख्या-
पेट्रोल से लगी आग को बुझाने में जल प्रभावी नहीं होता क्योंकि जल और पेट्रोल एक दूसरे में अमिश्रणीय हैं और पेट्रोल ऊपरी परत बनाता है, अतः जलता रहता है।
38. पेट्रोलियम अग्नि के लिए कौन-से प्रकार का अग्निशामक प्रयोग किया जाता है?
(1) फोम प्रकार
(2) सोडा ऐसिड प्रकार
(3) पाउडर प्रकार
(4) इनमें से कोई नहीं
Ans. (1)
व्याख्या-
पेट्रोल से लगी आग को बुझाने के लिए फोम प्रकार के अग्निशामक का प्रयोग किया जाता है।
39. रेफ्रीजरेन्ट फ्रीऑन है-
(1) कैल्शियम फ्लोराइड
(2) एक प्रकार का बहुलक
(3) हाइड्रोफ्लोरिय अम्ल
(4) डाइक्लोरो डाइफ्लोरो मिथेन
Ans. (4)
व्याख्या-
क्लोरोफ्लोरो कार्बन (CFC)/फ्रीऑन यह एक कार्बनिक यौगिक है, जो कार्बन, क्लोरीन, हाइड्रोजन और फ्लोरीन परमाणुओं से बनता है। सीएफसी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल रेफ्रिजरेटर, इनहेलर, फोम गद्दे आदि में होता है। सामान्यतः फ्रीऑन का प्रयोग रेफ्रीजरेटर, एयर कण्डीशनर आदि में प्रशीतक के रूप में किया जाता है। फ्रीऑन के पूर्व विभिन्न प्रकार के विषाक्त पदार्थों जैसे, अमोनिया का प्रशीतक के रूप में प्रयोग किया जाता था। फ्रीऑन एक प्रकार का ‘क्लोरोफ्लोरो-कार्बन’ (CFC) है तथा इसके बढ़ते प्रयोग से ओजोन परत को नुकसान पहुँच रहा है। क्लोरोफ्लोरो कार्बन (सीएफसी) को फ्रीऑन भी कहा जाता है।
40. प्रशीतक के 4 सामान्य प्रकारों में से कौनसा उच्चतम ओजोन अवक्षय क्षमता रखता है?
[LDC -09.09.2018](1) LTCS
(2) CFCs
(3) HCFCs
(4) HFCs
Ans. (2)
41. क्लोरो-फ्लोरो कार्बन बनते हैं-
[LDC-16.09.2018](1) केवल कार्बन से
(2) केवल कार्बन एवं क्लोरीन से
(3) केवल कार्बन, क्लोरीन एवं फ्लोरीन से
(4) केवल क्लोरीन एवं फ्लोरीन से
Ans. (3)
42. रेफ्रीजरेटर में किसका उपयोग किया जाता है?
[RPSC LDC-17.02.2012](1) निऑन
(2) फ्रीऑन
(3) आर्गन
(4) ओजोन
Ans. (2)
43. क्लोरोफ्लोरो कार्बन्स का उपयोग होता है-
[कनिष्ठ लेखाकार- 04.08.2015](1) ऐरोसॉल स्प्रे बनाने में
(2) विलायकों के रूप में
(3) प्रशीतकों के रूप में
(4) उपर्युक्त सभी में
Ans. (4)
44. क्लोरोफ्लोरो कार्बन के विषय में निम्न में से एक तथ्य सही नहीं है?
[कनिष्ठ लेखाकार- 26.2.2012](1) ये वाष्पशील कार्बन यौगिक हैं
(2) इन्हें फ्रिओन भी कहते हैं
(3) ये वायुमण्डल में ओजोन परत की सुरक्षा करते हैं
(4) इनका उपयोग शीतलन उद्योगों में होता है।
Ans (3)
45. जल की तरल प्रकृति का कारण है-
[HM-2012](1) आयनिक बन्ध
(2) हाइड्रोजन बन्ध
(3) डाइसल्फाइड बन्ध
(4) कोवेलेन्ट बन्ध
Ans. (2)
व्याख्या –
जल एक तरल रासायनिक पदार्थ है जिसका रासायनिक सूत्र H₂O है। जल के एक अणु में दो हाइड्रोजन के परमाणु सहसंयोजक बंध के द्वारा एक ऑक्सीजन के परमाणु से जुड़े रहते हैं।
46. डाइक्लोरो डाइफ्लोरो मिथेन (CCI,F,) द्वारा ओजोन को नष्ट करने की प्रक्रिया से मुक्त होती है :
[RPSC LDC-11.01.2014](1) क्लोरीन
(2) फ्लोरीन
(3) नाइट्रोजन डाइऑक्साइड
(4) ब्रोमीन
Ans. (1)
व्याख्या-
डाइक्लोरो डाइफ्लोरो मिथेन ( C*l_{2} F_{2}*J द्वारा ओजोन नष्ट करने की प्रक्रिया से क्लोरीन मुक्त होती है।
47. LPG के घटक है-
[RPSC LDC-17.02.2012][Police Constable Exam-2006-07]1. मीथेन
2. ईथेन
3. ब्युटेन
4. प्रोपेन
कूट:
(1) 1 व 2
(2) 3 व 4
(3) 2 व 3
(4) 1 व 3
Ans. (2)
व्याख्या –
L.P.G – इसे कुकिंग गैस रसोईघर गैस/द्रवित पेट्रोलियम गैस भी कहा जाता है। LPG एथेन (C_{2}*H_{6}) , प्रोपेन (C_{3}*H_{8}) तथा ब्यूटेन (C_{4}*H_{10}) का मिश्रण होता है, लेकिन इसका मुख्य घटक ब्यूटेन तथा आइसो ब्यूटेन होता है। L.P.G गैस के सिलेण्डरों में गैस रिसाव का पता लगाने के लिए मिथाईल मरकैप्टन (C_{2}*H_{5} – SH) / थायोएल्कॉहल मिलाया जाता है, जिसके कारण तीक्ष्ण गंध आती है।
48. सुरक्षा की दृष्टि से खाना पकाने वाली LPG गैस सिलेण्डर में क्या भरकर गैस को गन्धयुक्त बनाया जाता है, ताकि रिसाव की स्थिति में शीघ्र पता चल सकें-
(1) ग्लाइकॉल
(2) ग्लिसरॉल
(3) मरकैप्टन
(4) ऐल्कोहॉल
Ans. (3)
49. द्रवीकृत पेट्रोलियम गैस (एल.पी.जी.) निम्नलिखित का मिश्रण है-
[RAS Pre. Exam. 1992](1) ब्यूटेन, हाइड्रोजन व मीथेन
(2) ब्यूटेन, प्रोपेन व ईथेन
(3) ऑक्सीजन, हाइड्रोजन, एसीटिलीन
(4) हाइड्रोजन, मेथेन व ऑक्सीजन
Ans. (2)
50. किस कार्बनिक यौगिक को सभी एलीफैटिक यौगिकों का जन्मदाता माना जाता है?
(1) मीथेन
(2) एथेन
(3) बेन्जीन
(4) एथिलीन
Ans. (1)
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Note: इन Questions को तैयार करने में पूर्ण सावधानी बरती गई है। फिर भी अगर कोई गलती मिलती है, तो कमेंट बॉक्स में हमें इससे अवगत कराएं। हमारी टीम जल्द से जल्द उसे ठीक कर देगी।
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