Chief Minister and Council of Ministers PYQ

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मुख्यमंत्री एवं मंत्रिपरिषद

1. भारतीय संविधान के निम्नलिखित में से कौनसे अनुच्छेद में यह उल्लेख है कि – “किसी राज्य की मंत्रि-परिषद में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या उस राज्य की विधानसभा के सदस्यों की कुल संख्या के पन्द्रह प्रतिशत से अधिक नहीं होगी “?
[PTI 2nd Grade Exam-30.04.2023](1) 165 (1क)
(2) 164 (5)
(3) 164 (1क)
(4) 165 (1)
(3)
व्याख्या : अनुच्छेद-164: मंत्रियों के बारे में अन्य उपबन्ध :
अनुच्छेद 164(1): मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करेगा और अन्य मंत्रियों की नियुक्ति राज्यपाल मुख्यमंत्री की सलाह पर करेगा तथा मंत्री राज्यपाल के प्रसादपर्यन्त अपने पद धारण करेगें।
• अनुच्छेद 164(1क): किसी राज्य की मंत्रि-परिषद में, मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या उस राज्य की विधानसभा के सदस्यों की कुल संख्या के पन्द्रह प्रतिशत से अधिक नहीं होगी, परन्तु किसी राज्य में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की संख्या बारह से कम नहीं होगी (91वां संविधान संशोधिन अधिनियम, 2003)
• अनुच्छेद 164 (1ख): किसी राजनीतिक दल का किसी राज्य की विधानसभा या किसी राज्य के विधान-मण्डल के किसी सदन का, जिसमें विधानपरिषद है, कोई सदस्य जो दसवीं अनुसूची के पैरा 2 के अधीन उस सदन का सदस्य होने के लिए निरर्हित है, वह मंत्री के रूप में भी नियुक्त किए जाने के लिए निरर्हित होगा।
•अनुच्छेद 164(2): मंत्रि-परिषद राज्य की विधानसभा के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी होगी।
• अनुच्छेद 164(3): किसी मंत्री द्वारा अपना पद ग्रहण करने से पहले, राज्यपाल तीसरी अनुसूची में दिए गए प्रारूपों के अनुसार उसको पद और गोपनीयता की शपथ दिलाएंगा।
• अनुच्छेद 164 (4): कोई मंत्री, जो निरन्तर छह मास की किसी अवधि तक राज्य के विधानमण्डल का सदस्य नहीं है, उस अवधि की समाप्ति पर मंत्री नहीं रहेगा।
• अनुच्छेद 164(5): मंत्रियों के वेतन-भत्ते राज्य की विधानमण्डल द्वारा समय-समय पर अवधारित किए जाएंगे।

2. भारतीय संविधान का कौनसा अनुच्छेद राज्य के मंत्रियों की नियुक्ति, कार्यकाल, जिम्मेदारी, योग्यता, वेतन/भत्तों से संबंधित है?
[Patwar Exam-23.12.20211
[CET(10+2) Level Exam-24.10.2024 (Shift-1)](1) अनुच्छेद-207
(2) अनुच्छेद – 162
(3) अनुच्छेद – 265
(4) अनुच्छेद – 164
(4)

3. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के तहत राजस्थान में मुख्यमंत्री की नियुक्ति होती है?
[VDO Exam-27.12.2021][RPSC 2nd Grade (Spe. Edu.) Exam-19.02.2019](1) अनुच्छेद 164
(2) अनुच्छेद 350
(3) अनुच्छेद 60
(4) अनुच्छेद 270
(1)

4. संविधान के अनुसार मुख्यमंत्री किया जाता है?
[RPSC 2nd Grade Exam-21.02.2014](1) निर्वाचित
(2) नियुक्त
(3) चयनित
(4) मनोनीत
(2)

5. मुख्यमंत्री से सम्बन्धित निम्नलिखित कथनों में से कौनसा एक सही नहीं है?
[UPUDA/LDA (Mains) GS. Exam-2010](1) वह साधारणतः राज्यपाल द्वारा चयनित होता है।
(2) वह राज्यपाल द्वारा औपचारिक नियुक्ति पाता है।
(3) वह विधानसभा में बहुमत दल के सदस्यों द्वारा चुना जाता है।
(4) उसका पद पर बना रहना बहुत से कारको पर निर्भर करता है।
(2)
व्याख्या : संविधान के अनुच्छेद 164 के अनुसार मुख्यमंत्री की नियुक्ति राज्यपाल करेगा। इसका अर्थ यह नहीं है कि राज्यपाल किसी भी व्यक्ति को मुख्यमंत्री नियुक्त करने के लिए स्वतंत्र है ।। संसदीय व्यवस्था में, राज्यपाल राज्य विधानसभा में बहुमत प्राप्त दल के नेता को ही मुख्यमंत्री नियुक्त करता है, लेकिन यदि किसी दल को स्पष्ट बहुमत प्राप्त ना हो, तो राज्यपाल मुख्यमंत्री की नियुक्ति में विवेकाधिकार का प्रयोग कर सकता है। ऐसी परिस्थिति में राज्यपाल सबसे बड़े दल या दलों के समूह के नेता को मुख्यमंत्री नियुक्त करता है और उसे एक माह के भीतर सदन में विश्वास मत प्राप्त करने के लिए कहता है।

6. निम्नांकित में से कौन-सा कथन गलत है?
[Assistant Professor Exam-07.01.2024](1) 91वें संवैधानिक संशोधन के बाद, राजस्थान के मंत्रिपरिषद में कुल मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री सहित बारह से कम नहीं होगी।
(2) 91वें संवैधानिक संशोधन के बाद, राजस्थान के मंत्रिपरिषद में कुल महिला मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री सहित सात से कम नहीं होगी।
(3) कमला बेनीवाल राजस्थान की पहली महिला मंत्री थी।
(4) 91वें संवैधानिक संशोधन के बाद, राजस्थान के मंत्रीपरिषद में कुल मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री सहित तीस से अधिक नहीं होगी।
(5) अनुत्तरित प्रश्न
(2)
व्याख्या :
’91वां संविधान संशोधन अधिनियम, 2003′ के तहत मंत्रिपरिषद का आकार निश्चित किया गया, जिसके तहत राज्य में मंत्रिपरिषद का आकार विधानसभा के सदस्य संख्या से 15 प्रतिशत से अधिक बड़ा नहीं होगा (मुख्यमंत्री सहित), लेकिन न्यूनतम मंत्रियों की संख्या मुख्यमंत्री सहित 12 निर्धारित की गई।
• राजस्थान में मंत्रिपरिषद का आकार (मुख्यमंत्री सहित) – 200 x 15/100 = 30
•मंत्रिपरिषद में महिला मंत्रियों की संख्या का कोई प्रावधान नहीं किया गया है। [अनुच्छेद 164 (1क)]

7. संविधान के किस संशोधन द्वारा अनुच्छेद 164(1) के बाद एक नया उपबन्ध-I-अ जोड़ा गया, जो मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की अधिकतम संख्या की सीमा निर्धारित करता है?
[उद्योग निरीक्षक परीक्षा-24.06.2018](1) 89वां संशोधन
(2) 93वां संशोधन
(3) 98वां संशोधन
(4) 91वां संशोधन
(4)

8. किस संविधान संशोधन द्वारा मंत्रिपरिषद का आकार निर्धारित किया गया है?
[REET L-2 Exam-24.07.2022](1) 81
(2) 91
(3) 101
(4) 102
(2)

9. भारत के संविधान का कौनसा संशोधन अधिनियम राजस्थान के मंत्रिपरिषद के आकार को परिसीमित करता है?
[RPSC 2nd Grade Exam – 28.04.2017][CET Graduation Level Exam- 08.01.2023](1) संविधान (89वां संशोधन) अधिनियम, 2003
(2) संविधान (95वां संशोधन) अधिनियम, 2009
(3) संविधान (91वां संशोधन) अधिनियम, 2003
(4) संविधान (75वां संशोधन) अधिनियम, 1993
(3)

10. राजस्थान में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित विधानसभा की कुल सदस्य संख्या के अधिक से अधिक कितने प्रतिशत सदस्य हो सकते है?
[RAS Pre Exam-19.11.2013](1) 10%
(2) 15%
(3) 20%
(4) 25%
(2)

11. राजस्थान में मंत्रिपरिषद की अधिकतम संख्या कितनी हो सकती है?
[RPSC 2nd Grade (Sans Edu.) 2011](1) राज्य के मुख्यमंत्री की इच्छा पर निर्भर
(2) राज्य के राज्यपाल की इच्छा पर निर्भर है।
(3) राजस्थान विधानसभा की सदस्य संख्या का 15 प्रतिशत तक ।
(4) सता पक्ष की सदस्य संख्या का 15 प्रतिशत ।
(3)

12. भारत के संविधान के अनुसार, राजस्थान की मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की कुल संख्या कितने से अधिक नहीं हो सकती?
[RPSC 2nd Grade (Sans. Edu.) Exam-12.02.2023](1) 29 से
(2) 30 से
(3) 15 से
(4) 20 से
(2)

13. राजस्थान में मंत्रिपरिषद के सदस्यों की अधिकतम संख्या कितनी हो सकती है?
[Head Master Exam – 15.05.2012][RPSC PTI Exam – 16.05.2012][Pre BSTC Exam-30.06.2024](1) 25
(2) 30
(3) 35
(4) 40
(2)

14. राजस्थान मंत्रिपरिषद की न्यूनतम संख्या हो सकती है?
[PSI Exam – 07.10.2018](1) 29 + 1 मुख्यमंत्री
(2) 11 + 1 मुख्यमंत्री
(3) 15 + 1 मुख्यमंत्री
(4) 12 + 1 मुख्यमंत्री
(2)

15. राजस्थान की मंत्रिपरिषद् की न्यूनतम सदस्य संख्या क्या हो सकती है?
[Assistant Professor Exam-08.09.2024][RAS Pre Exam-01.10.2023][PTI Exam-2015](1) 12
(2) 10
(3) 08
(4) 05
(5) अनुत्तरित प्रश्न
(1)

16. निम्नलिखित कथनों पर विचार करे तथा कथनों के नीचे दिए गए कूटो में से सही उत्तर चुनिए –
[RPSC 2nd Grade (Spe. Edu.) Exam – 03.07.2019](i) राजस्थान के मंत्री राजस्थान के राज्यपाल के प्रसाद पर्यन्त पद पर बने रहते हैं।
(ii) राजस्थान के मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री के बिना मंत्रियों की कुल संख्या राजस्थान विधानसभा के सदस्यों की कुल संख्या के 15 प्रतिशत से अधिक नहीं होगी।
(iii) भारत में संविधान के इक्यानबे (91वें) संशोधन के उपरान्त राजस्थान में मुख्यमंत्री सहित मंत्रियों की संख्या बारह से कम नहीं होगी।
कूट :
(1) (i), (ii) और (iii) सही है।
(2) (i) और (iii) सही है।
(3) (ii) और (iii) सही है।
(4) (i) और (ii) सही है।
(2)

17. राज्य मंत्रिपरिषद सामूहिक रूप से उत्तरदायी है –
[RPSC 2nd Grade (English) Exam-2011](1) विधानसभा के प्रति
(2) लोकसभा के प्रति
(3) मुख्यमंत्री के प्रति
(4) राज्यपाल के प्रति
(1)
व्याख्या : अनुच्छेद 164(2) के अनुसार मंत्रिपरिषद सामुहिक रूप से राज्य विधानसभा के प्रति उत्तरदायी होती है।

18. राज्य मंत्रिपरिषद जवाबदेही होती है?
[Gram Sewak Hostel Warden Exam-18.12.2016](1) राज्य विधानसभा के प्रति
(2) भारतीय संसद के प्रति
(3) राज्यपाल के प्रति
(4) राष्ट्रपति के प्रति
(1)

19. किस अनुच्छेद में कहा गया है कि मंत्री परिषद सामूहिक रूप से राज्य की विधानसभा के प्रति उत्तरदायी होता है?
[MVSI Exam-22.02.2022](1) अनुच्छेद 174
(2) अनुच्छेद 184
(3) अनुच्छेद 164
(4) अनुच्छेद 184
(3)

20. भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के अन्तर्गत राज्य मंत्रिमण्डल अपने कार्यों के लिए विधानसभा के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी होता है?
[PTI Exam- 23.02.2015](1) अनुच्छेद 155(1)
(2) अनुच्छेद 154(2)
(3) अनुच्छेद 161(2)
(4) अनुच्छेद 151
(1)
(*)
व्याख्या : सभी विकल्प गलत है।

21. भारत के संविधान की किस अनुसूची के तहत, राज्य में राज्यपाल द्वारा मंत्री को पद एवम् गोपनीयता की शपथ दिलाई जाती है?
[RPSC 2nd Grade Exam (Sans. Edu.) – 17.02.2019](1) पहली अनुसूची
(2) दूसरी अनुसूची
(3) तीसरी अनुसूची
(4) चौथी अनुसूची
(3)
व्याख्या : अनुच्छेद 164(3) के अनुसार किसी मंत्री के कार्यालय में प्रवेश करने से पहले राज्यपाल तीसरी अनुसूची में इस प्रयोजन के लिए पद और गोपनीयता की शपथ दिलाऐगा।

22. यदि किसी ऐसे व्यक्ति को राज्य का मंत्री बनाया जाता है, जो राज्य विधायिका का सदस्य नहीं है, तो उस विषय में संवैधानिक प्रावधान क्या है?
[PTI Exam-30.09.2018](1) उसका छह माह के भीतर निर्वाचन किया जाए।
(2) वह त्यागपत्र दे दे।
(3) वह राज्यपाल द्वारा हटा दिया जाता है।
(4) वह अविश्वास प्रस्ताव द्वारा हटाया जाता है।
(1)
व्याख्या : अनुच्छेद 164 (4) के अनुसार राज्य विधानमण्डल का कोई सदस्य नहीं होते हुए भी कोई व्यक्ति अधिकतम 6 माह के लिए मंत्री बन सकता है।

23. एक व्यक्ति जो राज्य विधानमण्डल का सदस्य नहीं है, उसे ………. के लिए मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया जा सकता है, उस समय के भीतर, उसे राज्य विधानमण्डल के लिए चुना जाना चाहिए, ऐसा न करने पर वह मुख्यमंत्री नहीं रह जाता है?
[Public Relation Officer Exam – 24.04.2022](1) एक महिने
(2) 3 महिने
(3) 6 महिन
(4) 9 महिने
(3)

24. राजस्थान विधानसभा का सदस्य रहे बिना, कोई व्यक्ति कितने महिने तक राजस्थान में मंत्री पद पर रह सकता है?
[CET (Graduation Level) Exam – 07.01.2023][RPSC 2nd Grade (Sans. Edu.) Exam-2011](1) तीन महीने
(2) चार महीने
(3) छः महीने
(4) बारह महीने
(3)

25. मुख्यमंत्री के वेतन और भत्ते निम्न में से किसके द्वारा निर्धारित किए जाते हैं?
[उद्योग प्रसार अधिकारी परीक्षा-22.08.2018](1) संसद
(2) राज्यपाल
(3) राज्य विधानसभा
(4) संविधान की तीसरी अनुसूची
(3)
व्याख्या : अनुच्छेद 164(5) के अनुसार राज्य के मंत्रियों के वेतन-भत्ते राज्य विधानमण्डल द्वारा समय-समय पर निर्धारित किए जाएंगे।

26. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए –
[ कॉलेज व्याख्याता (सारंगी) परीक्षा-30.05.2019](A) मंत्री, मुख्यमंत्री के प्रसादपर्यन्त पद धारित करेंगे।
(B) राज्यपाल, राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यन्त पद धारित करेंगे।
(C) मंत्रिपरिषद सामुहिक रूप से, विधानसभा के प्रति उत्तरदायी होती है।
(D) मुख्यमंत्री की पदावधि विधानसभा के कार्यकाल की समवर्ती होती है।
कूट :
(1) (A) और (B)
(2) (B) और (C)
(3) (C) और (D)
(4) (B) और (D)
(2)
व्याख्या : विधानसभा में जब तक विश्वासमत प्राप्त है, मुख्यमंत्री का कार्यकाल सामान्यतः पांच वर्ष होता है। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री के कार्यकाल की कोई समय सीमा नहीं है अर्थात् विधानसभा के कार्यकाल के समाप्त होने से पूर्व भी मुख्यमंत्री को हटाया जा सकता है, यदि राज्य विधानसभा मुख्यमंत्री पर अविश्वास प्रस्ताव पारित करती है।

27. निम्नलिखित में से कौनसी शक्ति मुख्यमंत्री के पास नहीं है?
[MVSI Exam-12.02.2021](1) मुख्यमंत्री राज्य के उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति करता है।
(2) राज्यपाल केवल उन लोगों को मंत्री नियुक्त करता है, जिनकी मुख्यमंत्री द्वारा सिफारिश की जाती है।
(3) मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों के विभागों को बदलता है।
(4) मुख्यमंत्री राज्यपाल से विधानसभा को विघटित करने के लिए कह सकता है।
(1)
व्याख्या :
मुख्यमंत्री के कार्य और शक्तियाँ :
• अनुच्छेद 164(1) के तहत मुख्यमंत्री की सलाह पर राज्यपाल मंत्रियों की नियुक्ति करता है अर्थात् राज्य में मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद का निर्माता होता है।
• मुख्यमंत्री ही मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा करता है। और वह इच्छानुसार उनके विभागों को भी बदलता रहता है।
• मुख्यमंत्री राज्य के लिए नीति निर्माता के रूप में कार्य करता है।
• मुख्यमंत्री राज्य मंत्रिपरिषद का अध्यक्ष होता है। वह मंत्रिपरिषद की बैठकों की अध्यक्षता करता है। लेकिन मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में मंत्रिपरिषद की बैठक की अध्यक्षता किसी वरिष्ठ मंत्री द्वारा की जाती है।
• मुख्यमंत्री के परामर्श से ही राज्यपाल राज्य विधानसभा को भंग तथा किसी मंत्री को मंत्री पद से हटा सकता है।
•राज्यपाल मुख्यमंत्री के परामर्श से ही राज्य लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों, महाधिवक्ता तथा उच्च शासनाधिकारियों की नियुक्ति करता है।
• मुख्यमंत्री राज्यपाल और मंत्रिपरिषद के बीच कड़ी का काम करता है, अनुच्छेद 167 के अनुसार मुख्यमंत्री का यह कर्त्तव्य है कि राज्य के प्रशासन एवं विधायन सम्बन्धी जानकारी राज्यपाल को दे।
• मुख्यमंत्री राज्य योजना बोर्ड का अध्यक्ष होता है।
• मुख्यमंत्री राष्ट्रीय विकास परिषद में सदस्य के रूप में भाग लेते है।

ध्यान रहे :कि राज्य के उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।

28. निम्न में से कौनसा अनुच्छेद विशेष रूप से मुख्यमंत्री के कार्यों से सम्बन्धित है?
[Tax Assistant Exam-14.10.2018](1) अनुच्छेद 75
(2) अनुच्छेद 165
(3) अनुच्छेद 167
(4) अनुच्छेद 168
(3)
व्याख्या : अनुच्छेद 167 : “मुख्यमंत्री के कर्त्तव्य”
राज्यपाल के सम्बन्ध में मुख्यमंत्री के कर्त्तव्य है –
(क) राज्य के कार्यों के प्रशासन सम्बन्धी तथा विधान विषयक प्रस्थापनाओं सम्बन्धी मंत्रिपरिषद के सभी निर्णयों के बारे में राज्यपाल को सूचित करें।
(ख) राज्य के कार्यों के प्रशासन सम्बन्धी और विधान विषयक प्रस्थापनाओं से सम्बन्धित जो जानकारी राज्यपाल मांगे, वह दे।
(ग) मुख्यमंत्री, किसी विषय को जिस पर किसी मंत्री ने विनिश्चय कर लिया है, किन्तु मंत्रिपरिषद ने विचार किया है राज्यपाल द्वारा अपेक्षा किए जाने पर मंत्रिपरिषद के समक्ष रखवाता है।

29. भारतीय संविधान का कौन सा अनुच्छेद राज्य के मुख्यमंत्री के कर्त्तव्यों का वर्णन करता है?
[CET(10+2) Level Exam-22.10.2024 (Shift-II)](1) अनुच्छेद 164
(2) अनुच्छेद 165
(3) अनुच्छेद 162
(4) अनुच्छेद 167
(4)

30. संविधान के अनुच्छेद 167 के अनुसार राज्यपाल को जानकारी देना मुख्यमंत्री का…………है।
[RPSC 2nd Grade (Spe. Edu.) Exam-03.07.2019](1) दायित्व
(2) कर्तव्य
(3) विशेषाधिकार
(4) अधिकार
(2)

31. भारतीय संविधान के अनुच्छेद 167 के अनुसार निम्नलिखित में से सही कथन है?
[Ist Grade Political Science Exam-17.01.2022](1) राज्यपाल को जानकारी देना मुख्यमंत्री की शक्ति है।
(2) राज्यपाल को जानकारी देना मुख्यमंत्री का कर्त्तव्य है।
(3) राज्यपाल को जानकारी देना मुख्यमंत्री का उत्तरदायित्व है।
(4) राज्यपाल को जानकारी देना मुख्यमंत्री की शक्ति एवं कर्त्तव्य दोनों है।
(2)

32. निम्नलिखित में से एक मुख्यमंत्री का राज्यपाल के प्रति कर्त्तव्य नहीं है?
[UPPCS (Pre) Opt. Pol. Science Exam-2008](1) अपने दल की नीतियों के बारे में सूचित करना।
(2) मंत्रिपरिषद के सभी विनिश्चयों को सूचित करना।
(3) प्रशासन सम्बन्धी सूचनाओं की जानकारी देना।
(4) विधान विषयक प्रस्थापनाओं के बारे में सूचित करना।
(1)

33. मुख्यमंत्री बनने के लिए कितनी आयु आवश्यक है?
[राजस्थान पुलिस परीक्षा जून-2024](1) 25 वर्ष
(2) 30 वर्ष
(3) 35 वर्ष
(4) 18 वर्ष
(1)
व्याख्या :
अनुच्छेद 173 (ख) के अनुसार विधानसभा की सदस्यता के लिए न्यूनतम आयु 25 वर्ष तथा विधानपरिषद की सदस्यता के लिए न्यूनतम 30 वर्ष निर्धारित है।
•मुख्यमंत्री बनने के लिए आवश्यक है कि 6 माह के भीतर विधानसभा या विधानपरिषद (यदि हो तो) की सदस्यता अनिवार्य है। इस प्रकार मुख्यमंत्री बनने के लिए न्यूनतम आयु 25 वर्ष आवश्यक है।

34. निम्नलिखित में से कौनसा राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद नहीं है?
[CET (10+2) Level Exam-05.02.2003](1) राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष
(2) अन्तर्राज्यीय परिषद का सदस्य
(3) राष्ट्रीय विकास परिषद का सदस्य
(4) मुख्यमंत्री सलाहकार समिति का अध्यक्ष
(1)
व्याख्या :
राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग का अध्यक्ष उच्च न्यायालय का सेवानिवृत मुख्य न्यायाधीश या अन्य न्यायाधीश बन सकता है।
•अन्तर्राज्यीय परिषद :
अध्यक्ष – प्रधानमंत्री
सदस्य – सभी राज्यों के मुख्यमंत्री
• राष्ट्रीय विकास परिषद :
अध्यक्ष – प्रधानमंत्री
}सदस्य –
(i) सभी केन्द्रीय केबिनेट मंत्री
(ii) विधानसभाओं वाले सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री
(iii) नीति आयोग के सदस्य
(iv) विधानसभाओं के बिना संघ शासित प्रदेशों के प्रशासक
•मुख्यमंत्री सलाहकार समिति :
अध्यक्ष – मुख्यमंत्री

35. राजस्थान में राज्य पर्यटन सलाहकार समिति के अध्यक्ष कौन है?
[CET (Graduation Level) Exam – 08.01.2023](1) मुख्यमंत्री
(2) पर्यटन मंत्री
(3) आयुक्त पर्यटन विभाग
(4) राज्यपाल
(1)
व्याख्या : राजस्थान में राज्य पर्यटन सलाहकार समिति के अध्यक्ष ‘मुख्यमंत्री’ होता है। वर्तमान अध्यक्ष भजनलाल शर्मा

36. निम्न पर विचार कीजिए एवं नीचे दिए गए कूटो का प्रयोग करते हुए सही उत्तर का चयन कीजिए –
[RAS Pre Exam-26.10.2013](A) मुख्यमंत्री राज्यों के कार्यों के प्रशासन सम्बन्धी विनिश्चय राज्यपाल को संसूचित करता है।
(B) मुख्यमंत्री विधान विषयक प्रस्थापनाओं के बारे में राज्यपाल को संसूचित करता है।
(C) मुख्यमंत्री राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठकों में भाग लेता है।
(D) मुख्यमंत्री किसी विषय को जिस पर किसी मंत्री ने विनिश्चय कर लिया है, किन्तु मंत्रिपरिषद ने विचार नहीं किया है, राज्यपाल द्वारा अपेक्षा किए जाने पर परिषद के समक्ष रखवाता है।
कूट :
(1) (A) और (B)
(2) (A) और (C)
(3) (C) और (D)
(4) (A), (B), (C) व (D)
(4)

37. कौनसा कथन गलत है?
[राजस्थान पुलिस परीक्षा जून-2024](1) मुख्यमंत्री का कार्यकाल तय नहीं (कुछ शर्तों के साथ)
(2) यदि मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दे दिया, तो सभी मंत्रियों को इस्तीफा देना होगा
(3) गवर्नर अंतर-राज्य परिषद का सदस्य है
(4) मंत्रि परिषद की सामूहिक जिम्मेदारी राज्य विधान सभा के लिए
(3)
व्याख्या :
•अन्तर्राज्यीय परिषद के सदस्य सभी राज्यों के मुख्यमंत्री होते हैं।
•मुख्यमंत्री के कार्यकाल की कोई समय सीमा तय नहीं है अर्थात विधानसभा के कार्यकाल के समाप्त होने से पूर्व भी मुख्यमंत्री को हटाया जा सकता है, यदि राज्य विधानसभा मुख्यमंत्री पर अविश्वास प्रस्ताव पारित करती है।
•यदि मुख्यमंत्री इस्तीफा देता है तो पूरे मंत्रिपरिषद को इस्तीफा देना होगा।

38. राजस्थान में राज्यमंत्री, जिसके पास किसी विभाग या उसकी विनिर्दिष्ट शाखाओं का स्वतंत्र प्रभार है, किसके अनुमोदन से उस विभाग या यथास्थिति उसकी विर्निदिष्ट शाखाओं से सम्बन्धित कार्य उससे सम्बद्ध उप-मंत्री को आवंटित करेगा?
[RPSC 2nd Grade (Sans. Edu.) Exam-12.02.2023](1) सम्बन्धित विभाग का केबिनेट मंत्री
(2) राज्यपाल
(3) मुख्यमंत्री
(4) मुख्य सचिव
(3)
व्याख्या :
राज्यों की मंत्रिपरिषद् में तीन प्रकार के मंत्री :
(i) केबिनेट मंत्री : विभाग के प्रमुख
(ii) राज्य मंत्री : राज्य मंत्री दो प्रकार के होते है –
(a) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) : इनको आंवटित मंत्रालय/विभाग की पूरी जवाबदेही होती है। लेकिन ये केबिनेट मंत्री की तरह केबिनेट बैठक में भाग नहीं लेते हैं।
(b) राज्य मंत्री : ये केबिनेट मंत्री के सहायक के रूप में कार्य करते है। ध्यान रहे कि एक केबिनेट के अधीन एक से अधिक राज्य मंत्री हो सकते हैं।
(iii) उपमंत्री : केबिनेट मंत्री के सहायक के रूप में कार्य करते हैं।
नोट : प्रथम स्तर के मंत्रियों को सामुहिक रूप से ‘केबिनेट’ या ‘मंत्रीमण्डल’ कहते हैं तथा तीनों स्तरों के मंत्रियों को सामुहिक रूप से मंत्रिपरिषद कहते हैं।

39. राजस्थान में मंत्रिपरिषद की किसी बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में कौन करता है?
[डिप्टी कमाण्डेन्ट परीक्षा-23.08.2020](1) गृह मंत्री
(2) वित्त मंत्री
(3) राजस्व मंत्री
(4) मुख्यमंत्री द्वारा नामनिर्दिष्ट कोई अन्य मंत्री
(4)

40. निम्नांकित में से कौन राजस्थान में मंत्रिपरिषद की बैठक का स्थान और समय निर्दिष्ट करते है?
[हेडमास्ट प्रवेशिका (संस्कृत शिक्षा) परीक्षा-11.10.2021](1) राज्यपाल
(2) मुख्य सचेतक
(3) मुख्यमंत्री
(4) संसदीय कार्य मंत्री
(3)

41. निम्न में से कौनसा कथन गलत है?
[VDO Exam-28.12.2021](1) मुख्यमंत्री संसदीय सचिव की नियुक्ति करते है और पद की शपथ दिलाते हैं।
(2) मंत्रियों की सहायता के लिए संसदीय सचिवों की नियुक्ति की जाती है।
(3) राज्य सरकारे विधायको में से संसदीय सचिवों की नियुक्ति करती रही है।
(4) तीसरी अनुसूची में संसदीय सचिवों के लिए शपथ या प्रतिज्ञान का प्रारूप शामिल है।
(4)
व्याख्या :
संसदीय सचिव की नियुक्ति विधायको में से ही मुख्यमंत्री द्वारा की जाती है। इनको राज्यमंत्री या केबिनेट मंत्री की रैंक दी जाती है। 91 वें संविधान संशोधन अधिनियम, 2003 के तहत मंत्रिपरिषद का आकार निश्चित किया गया, जिसके तहत अधिकतम मंत्री मुख्यमंत्री सहित राज्य विधानसभा के कुल सदस्य संख्या के 15 प्रतिशत तक होंगे। इस प्रकार कोई विधायक मंत्री नहीं बन पाता है, तो संसदीय सचिव बना दिया जाता है। संसदीय सचिव की नियुक्ति मंत्री की सहायता के लिए की जाती है। इनको शपथ मुख्यमंत्री द्वारा दिलाई जाती है, लेकिन शपथ का प्रारूप भारतीय संविधान की तीसरी अनुसूची में शामिल नहीं है।
•संविधान के अनुच्छेद 191 के तहत कोई विधायक या सांसद सरकार के अन्तर्गत ‘लाभ के पद’ पर नहीं रह सकता है। केन्द्र या राज्य का मंत्री लाभ का पद नहीं माना जाता है, लेकिन ‘संसदीय सचिव’ का पद लाभ का पद माना जाता है। राज्य सरकार कानून लाकर संसदीय सचिव के पद को ‘लाभ के पद’ से मुक्त कर सकती है, जैसा कि वर्ष 2015 में दिल्ली सरकार ने किया।

42. राज्य में ‘संसदीय सचिव’ किसके समक्ष शपथ लेता है या प्रतिज्ञान करता है?
[RPSC 2nd Grade Exam-2014](1) राज्यपाल
(2) उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति
(3) मुख्यमंत्री
(4) विधानसभा अध्यक्ष
(3)

43. किसी मंत्री के विरूद्ध विशेषाधिकार प्रस्ताव उठाया जा सकता है, जब वह –
[Chhatisgarh PCS (Pre) GS. Exam-2011](1) सरकार में विश्वास खो देता है।
(2) लम्बे समय तक स्वयं को अनुपस्थित रखता है।
(3) किसी मामले के तथ्यों को रोकता है या तथ्यों का बिगड़ा हुआ वर्णन देता है।
(4) मंत्रिमण्डल के सामुहिक उत्तरदायित्व से बचता है।
(3)
व्याख्या : विशेषाधिकार प्रस्ताव : इसे किसी सदस्य द्वारा तब लाया जाता है, जब उसे प्रतित होता है कि किसी मंत्री या सदस्य ने किसी मामले का तथ्य छुपाकर अथवा गलत या विकृत तथ्य देकर सदन या उसके एक या अधिक सदस्यों के विशेषाधिकार का उल्लंघन किया है।

44. अजमेर राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे?
[CET (10+2) Level Exam-05.02.2023](1) जय नारायण व्यास
(2) बाल कृष्ण कौल
(3) हरिभाऊ उपाध्याय
(4) हीरालाल शास्त्री
(3)
व्याख्या :
• देश की आजादी के बाद राजस्थान के एकीकरण के समय ‘अजमेर-मेरवाड़ा’ का विलय राजस्थान में 1 नवम्बर 1956 को हुआ अर्थात् इससे पूर्व ‘अजमेर-मेरवाड़ा’ राजस्थान से अलग एक केन्द्र शासित प्रदेश के रूप में था।
•उस समय अजमेर-मेरवाड़ा स्वयं की विधानसभा थी, जिसमें कुल 30 सदस्य थे, जिसे ‘धारा-सभा’ कहा जाता था। इसके प्रथम मुख्यमंत्री ‘हरिभाऊ उपाध्याय’ थे।

45. राजस्थान के प्रमुख मुख्यमंत्री कौन थे?
[Salt, Inspector (Industry Dept.) Exam-22.12.2018][High Court LDC Exam-19.03.2023](1) जयनारायण व्यास
(2) मोहनलाल सुखाड़िया
(3) हीरालाल शास्त्री
(4) हरिदेव जोशी
(3)

46. भारत की स्वतंत्रता के तुरन्त बाद राजस्थान के पहले मुख्यमंत्री कौन थे?
[राज. पुलिस परीक्षा-08.11.2020](1) मोहनलाल सुखाड़िया
(2) हीरालाल शास्त्री
(3) जय नारायण व्यास
(4) बरकतुल्लाह खां
(2)

47. राजस्थान के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री कौन थे?
[Industry Inspector Exam- 24.06.2018](1) हीरालाल शास्त्री
(2) मोहनलाल सुखाड़िया
(3) टीकाराम पालीवाल
(4) हरिदेव जोशी
(3)
व्याख्या :
टीकाराम पालीवाल : जन्म – मंडावर (दौसा)
•1952 के राजस्थान के प्रथम विधानसभा चुनाव के समय दो सीटे ‘महुआ’ तथा ‘मलारना’ से चुनाव जीते।
•राजस्थान के प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री (03.03.1952 से 31.10.1952 तक)
•राजस्थान के प्रथम उपमुख्यमंत्री ।
•1957 में राज्यसभा सदस्य मनोनीत ।
•1962 में हिडौंन से लोकसभा चुनाव जीता।

48. निम्नांकित में से किसने राजस्थान के मुख्यमंत्री का पद चार बार धारित किया है?
[RPSC 2nd Grade (Sans. Edu.) Exam-12.02.2023](1) हरिदेव जोशी
(2) भैरोसिंह शेखावत
(3) मोहनलाल सुखाड़िया
(4) शिवचरण माथुर
(3)

49. राजस्थान के किस मुख्यमंत्री की ‘कामचलाऊ सरकार’ (केयरटेकर गर्वनमेन्ट) के विरूद्ध विधानसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था?
[SI Platoon Commander Exam-14.09.2021](1) जयनारायण व्यास
(2) टीकाराम पालीवाल
(3) मोहनलाल सुखाड़िया
(4) हरिदेव जोशी
(2)
व्याख्या :
• आज तक राजस्थान में 13 बार अविश्वास प्रस्ताव लाया जा चुका है। प्रथम बार – टीकाराम पालीवाल सरकार के समय स्वतंत्र पार्टी के ‘इन्द्रनाथ मोदी’ द्वारा लाया गया।
•सर्वाधिक बार (6 बार) मोहनलाल सुखाड़िया की सरकार के समय
•अन्तिम बार – हरिदेव जोशी सरकार के समय (1985 में)
ध्यान रहे: कि आज तक एक बार भी अविश्वास प्रस्ताव पास नहीं हो पाया।

50. राजस्थान के मुख्यमंत्रियों में, निम्नांकित में से कौन भ्रष्टाचार उन्मूलन समिति (1962) के सदस्य रहे है?
[RPSC 2nd Grade 1st Paper (SST) Exam-21.12.2022](1) बरकतुल्लाह खान
(2) जगन्नाथ पहाड़िया
(3) टीकाराम पालीवाल
(4) हरिदेव जोशी
(3)

51. जयनारायण व्यास के बारे में निम्नलिखित में से कौनसा कथन गलत है?
[Jr. Accontant & TRA Exam – 04.10.2016](1) वे मारवाड़ लोक परिषद के सक्रिय सदस्य थे।
(2) वे ‘तरूण राजस्थान’ के सम्पादक थे।
(3) 1952 ई. में वे अपना पहला विधानसभा चुनाव हार गए थे।
(4) उन्होंने तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
(4)
व्याख्या :
•जय नारायण व्यास : जयनारायण व्यास ने प्रथम विधानसभा चुनाव में दो जगह से चुनाव लड़ा – जालौर-ए तथा जोधपुर शहर-बी। जोधपुर शहर-बी से जोधपुर महाराजा हनुवंत ने चुनाव लड़ा। व्यासजी दोनों जगह से चुनाव हार गए। कांग्रेस को 160 में से 82 सीटे मिली। टीकाराम पालीवाल को राजस्थान का प्रथम निर्वाचित मुख्यमंत्री बनाया गया।
•किशनगढ़ से विधायक चांदमल मेहता ने इस्तीफा दिया और व्यासजी ने उपचुनाव लड़ा और जीते, तब व्यास जी राजस्थान के मुख्यमंत्री बने तथा टीकाराम पालीवाल को उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
•1954 में कांग्रेस में फूट पड़ी और जयनारायण व्यास को इस्तीफा देना पड़ा। मोहनलाल सुखाड़िया को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया।

52. ‘आधुनिक राजस्थान का निर्माणकर्ता’ किसे कहा जाता है?
[JEN (Mech.) Degree TSP Exam 16.10.2016](1) जयनारायण व्यास
(2) विजयसिंह पथिक
(3) मोहनलाल सुखाड़िया
(4) भोगीलाल पण्डया
(3)
व्याख्या :
मोहनलाल सुखाड़िया : (आधुनिक राजस्थान के निर्माता)
जन्म – झालावाड़
पिता – पुरूषोतमदास सुखाड़िया (बम्बई व सौराष्ट्र के प्रसिद्ध क्रिकेटर)
इन्दुबाला के साथ अन्तरजातीय विवाह किया।
सर्वाधिक समय (17 वर्ष) तथा सर्वाधिक बार (4 बार) मुख्यमंत्री रहे।
8 जुलाई 1971 को सुखाड़िया को मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ा, तब 9 जुलाई 1971 को बरकतुल्लाह खां को मुख्यमंत्री बनाया गया।
•बाद में कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश व तमिलनाडु के राज्यपाल रहे।
•1980 में उदयपुर से लोकसभा सदस्य चुने गए।

53. निम्नांकित में से किस मुख्यमंत्री के त्यागपत्र देने के पश्चात् बरकतुल्लाह खान को राजस्थान का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया?
[SI Platoon Commander Exam-13.09.2021](1) टीकाराम पालीवाल
(2) मोहनलाल सुखाड़िया
(3) शिवचरण माथुर
(4) हरिदेव जोशी
(2)

54. राज्य के पहले व एकमात्र अल्पसंख्यक मुख्यमंत्री कौन थे?
[जल प्रहरी परीक्षा-2017](1) बरकतुल्लाह खां
(2) अलाउधीन खां
(3) अमीन खां
(4) भैरोसिंह शेखावत
(1)
व्याख्या :
बरकतुल्लाह खां : राजस्थान के प्रथम व एकमात्र मुस्लिम मुख्यमंत्री
जन्म – जोधपुर
•मोहनलाल सुखाड़िया के त्यागपत्र के बाद 9 जुलाई, 1971 से 12 मार्च 1972 तक राजस्थान के मुख्यमंत्री
•16.03.1972 को पांचवी विधानसभा के गठन के बाद पुनः मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई अर्थात् दो बार शपथ ली।
•11 अक्टुबर 1973 को पद पर रहते हुए निधन ।

55. निम्न में से कौन-सा कथन राजस्थान के मुख्यमंत्री के सम्बन्ध में सही नहीं है?
[RAS Pre Exam-01.10.2023](1) मोहनलाल सुखाड़िया ने चार बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
(2) 1975 के आपातकाल के समय मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी थे।
(3) बरकतुल्ला खां सबसे कम समय तक मुख्यमंत्री रहे।
(4) सी.एस. वेंकटाचारी निर्वाचित मुख्यमंत्री नहीं थे।
(3)
व्याख्या :
हरिदेव जोशी : जन्म स्थान – खांदू गांव (बांसवाड़ा)
•लगातार 10 बार विधायक रहे।
•तीन बार मुख्यमंत्री, लेकिन एक बार भी कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए।
•असम, मेघालय व पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे।
•हरिदेव जोशी दिव्यांग थे, उनके एक हाथ नहीं था।
•1975 में आपातकाल के समय मुख्यमंत्री ।

56. आपातकाल के समय राजस्थान के मुख्यमंत्री कौन थे?
[RPSC 2nd Grade Re-Exam-30.07.2023](1) मोहनलाल सुखाड़िया
(2) हरिदेव जोशी
(3) शिवचरण माथुर
(4) भैरोसिंह शेखावत
(2)

57. राजस्थान के निम्नलिखित में से किस मुख्यमंत्री ने भारत के 11वें उपराष्ट्रपति के रूप में पदभार संभाला था?
[राज. पुलिस परीक्षा – 06.11.2020](1) प्रतिभा पाटिल
(2) कृष्णकांत
(3) हरिदेव जोशी
(4) भैरोसिंह शेखावत
(4)
व्याख्या :
भैरोसिंह शेखावत : जन्म खाचरियावास (सीकर)
• पुलिस की नौकरी छोड़ दी
•1952 में दांतारामगढ़ विधानसभा सीट (सीकर) से चुनाव जीते, इसके बाद 10 बार विधानसभा चुनाव लड़ा, उनमें से 9 बार चुनाव जीते।
•1971 में बाड़मेर से मध्यावधि लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन चुनाव हार गए।
•1974 से 1977 तक मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य रहे, राजस्थान के प्रथम गैर कांग्रेसी मुख्यमंत्री बनने के समय मध्यप्रदेश से राज्यसभा के सदस्य थे।
•1980 से 1989 तक तथा 1999 से 2000 तक राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे।
•तीन बार मुख्यमंत्री
•भारत के उपराष्ट्रपति (2002-2007) रहे। (11वें उपराष्ट्रपति)
•11वीं विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रहे।

58. निम्नलिखित में से कौनसे नेता ‘बाबोसा’ कहलाते है?
[राजस्थान पुलिस परीक्षा-06.11.2020](1) कृष्णकांत
(2) हरिदेव जोशी
(3) जगन्नाथ पहाड़िया
(4) भैरोसिंह शेखावत
(4)

59. निम्नांकित मुख्यमंत्रियों में से किस मुख्यमंत्री ने राजस्थान में राष्ट्रपति शासन के कारण सबसे ज्यादा बार अपने मंत्रीपरिषद् की बर्खास्तगी देखी है?
[Assistant Professor Exam-07.01.2024](1) भैरोंसिंह शेखावत
(2) हरिदेव जोशी
(3) अशोक गहलोत
(4) मोहनलाल सुखाड़िया
(5) अनुत्तरित प्रश्न
(1)

60. निम्नांकित में से किस पद का निर्वहन भैरों सिंह शेखावत ने नहीं किया?
[Pre BSTC Exam-30.06.2024](1) भारत के उपराष्ट्रपति
(2) राजस्थान के मुख्यमंत्री
(3) राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष
(4) राजस्थान विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर
(3)

61. राजस्थान के निम्नलिखित मुख्यमंत्रियों में से कौन अपने सम्पूर्ण राजनीतिक जीवन में किसी राज्य का राज्यपाल नहीं रहा है?
[RPSC 2nd Grade (Spe. Edu.) Exam-03.07.2019](1) हरिदेव जोशी
(2) भैरोसिंह शेखावत
(3) जगन्नाथ पहाड़िया
(4) शिवचरण माथुर
(2)

61. राजस्थान के निम्नलिखित मुख्यमंत्रियों में से कौन अपने सम्पूर्ण राजनीतिक जीवन में किसी राज्य का राज्यपाल नहीं रहा है?
[RPSC 2nd Grade (Spe. Edu.) Exam-03.07.2019](1) हरिदेव जोशी
(2) भैरोसिंह शेखावत
(3) जगन्नाथ पहाड़िया
(4) शिवचरण माथुर
(2)

62. निम्नलिखित में से कौन तीन बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे ?
[AAO Exam-28.05.2022](1) जयनारायण व्यास
(2) वसुंधरा राजे
(3) भैरोसिंह शेखावत
(4) शिवचरण माथुर
(3)
व्याख्या :
भैरोसिंह शेखावत – 3 बार
• वसुंधरा राजे – 2 बार
शिवचरण माथुर – 2 बार
जय नारायण व्यास – 2 बार मुख्यमंत्री (1 बार मनोनीत तथा 1 बार निर्वाचित)

63. मुख्यमंत्री जिन्हें एक कवयित्री पर विवादास्पद टिप्पणी के कारण त्यागपत्र देना पड़ा?
[RSMSSB JEN (Electrical)-19.05.2021](1) मोहनलाल सुखाड़िया
(2) हरिदेव जोशी
(3) शिवचरण माथुर
(4) जगन्नाथ पहाड़िया
(4)
व्याख्या :
जगन्नाथ पहाड़िया : जगन्नाथ पहाड़िया का जन्म – भरतपुर
•चार बार सांसद और चार बार विधायक रह चुके ।
•इन्होंने 6 जून 1980 को राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के रूप में पद संभाला था। उस समय वे विधायक न होकर लोकसभा सदस्य (बयाना लोकसभा क्षेत्र से) थे, इसके साथ ही केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री भी थे। बाद में 23.11.1980 को हुए उपचुनाव में बैर विधानसभा क्षेत्र से जीतकर आए।
राजस्थान के प्रथम दलित मुख्यमंत्री थे।
•बाद में वे हरियाणा व बिहार के राज्यपाल भी रहे।
•जगन्नाथ पहाड़िया को कवयित्री महादेवी वर्मा पर की गई टिप्पणी के कारण त्यागपत्र देना पड़ा।

64. निम्न में से किस मुख्यमंत्री को डीग-गोलीकाण्ड के बाद इस्तीफा देना पड़ा और उन्होंने कब इस्तीफा दिया?
[VDO Exam- 27.12.2021 (Shift-I)](1) शिवचरण माथुर, 23 फरवरी 1985
(2) जगन्नाथ पहाड़िया, 13 जुलाई 1981
(3) हरिदेव जोशी, 20 जनवरी, 1988
(4) मोहनलाल सुखाड़िया, 16 फरवरी, 1980
(1)
व्याख्या :
शिवचरण माथुर : जन्म- गुना (मध्यप्रदेश)
•दो बार मुख्यमंत्री (1981 से 1985 तक तथा 1988 से 1989 तक)
• असम के राज्यपाल रहे (2008-2009) – 25 जून 2009 को इस पद पर रहते हुए निधन।
•राजा मानसिंह का सम्बन्ध भरतपुर रियासत से था। 1952 (प्रथम विधानसभा चुनाव) से 1984 तक लगातार सात बार निर्दलीय विधायक चुने गए। कांग्रेस के साथ राजा मानसिंह का यह समझौता था कि उनके सामने कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी और राजा मानसिंह कांग्रेस का समर्थन करते रहेंगे। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर ने मानसिंह के सामने अपना प्रत्याशी उतार दिया और समझौते को तोड़ते हुए शिवचरण माथुर डीग पहुंचे। मानसिंह ने अपनी जीप से माथुर के हेलीकॉप्टर को बार-बार टक्कर मारी। 21 फरवरी, 1985 के दिन मानसिंह की डीग में अनाज मण्डी के पास एनकाउण्टर की खबर आई, इस घटना के कारण शिवचरण माथुर को अपने पद से 23 फरवरी, 1983 को इस्तीफा देना पड़ा।

65. निम्न में से राजस्थान राज्य के किस मुख्यमंत्री का कार्यकाल सबसे कम अवधि का रहा है?
[Industry Inspector Exam-24.06.2018](1) श्री जगन्नाथ पहाड़िया
(2) श्री हरिदेव जोशी
(3) श्री हीरालाल देवपुरा
(4) श्री बरकतुल्लाह खां
(3)
व्याख्या :
•राजस्थान के न्युनतम कार्यकाल वाले मुख्यमंत्री – हीरालाल देवपुरा (16 दिन)
•हीरालाल देवपुरा बाद में दूसरे राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष बने। इसके साथ ही राजस्थान के एकमात्र मुख्यमंत्री जो वित्त आयोग के अध्यक्ष रहे।

66. निम्न में से कौन सबसे कम अवधि तक राजस्थान का मुख्यमंत्री रहा?
[RPSC 2nd Grade Re-Exam-30.07.2023](1) टीकाराम पालीवाल
(2) बरकतुल्ला खा
(3) हीरालाल देवपुरा
(4) जगन्नाथ पहाड़िया
(3)

67. राजस्थान के मुख्यमंत्री के अपने प्रथम कार्यकाल के दौरान, श्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री का पद निम्न में से किस तारीख को संभाला था?
[RPSC 2nd Grade Re-Exam-30.07.2023](1) 1 दिसम्बर, 1998
(2) 2 दिसम्बर, 1998
(3) 3 दिसम्बर, 1998
(4) 12 दिसम्बर, 1998
(1)
व्याख्या :
अशोक गहलोत : 3 बार मुख्यमंत्री, मोहनलाल सुखाड़िया के बाद सर्वाधिक कार्यकाल वाले राजस्थान के मुख्यमंत्री, पहली बार (1 दिसम्बर, 1998) मुख्यमंत्री बनने के समय राजस्थान विधानसभा के सदस्य नहीं थे।
विधानसभा क्षेत्र : सरदारपुरा (जोधपुर)

68. राजस्थान का प्रथम ‘जेण्डर बजट’ प्रस्तुत करने वाले मुख्यमंत्री थे?
[RPSC 2nd Grade (SST) Exam-21.12.2022](1) वसुंधरा राजे
(2) अशोक गहलोत
(3) प्रद्युमन सिंह
(4) भैरोसिंह शेखावत
(2)
व्याख्या :
•राजस्थान का पहला जेण्डर बजट 2012-2013 में अशोक गहलोत द्वारा प्रस्तुत किया गया।
•राजस्थान का पहला कृषि बजट 2022-2023 में अशोक गहलोत द्वारा प्रस्तुत किया गया।

69. राजस्थान विधानसभा में कितनी महिला मुख्यमंत्री रही है?
[राजस्थान पुलिस परीक्षा-08.11.2020](1) 1
(2) 2
(3) 3
(4) 4
(1)
व्याख्या :
वसुंधरा राजे :
•जन्म – 8 मार्च 1953 को बम्बई में।
•ग्वालियर राजघराने की पुत्री
•पिता – जीवाजीराव सिंधिया
•विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र झालरापाटन
•माता – विजयराज सिंधिया (8 बार गुना लोकसभा क्षेत्र से सांसद)
• वसुंधरा राजे 5 बार विधायक तथा 5 बार लोकसभा सदस्य रह चूकी है।
•दो बार मुख्यमंत्री-
(1) 2003-2008
(2) 2013-2018
• 2 जनवरी 2009 से 25 फरवरी 2010 तक राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष नेता रही।

70. राजस्थान के मुख्यमंत्री जिनका जन्म अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर हुआ था?
[वनरक्षक भर्ती परीक्षा-12.11.2022](1) मोहनलाल सुखाड़िया
(2) वसुंधरा राजे
(3) जगन्नाथ पहाड़िया
(4) अशोक गहलोत
(2)
व्याख्या : वसुंधरा राजे का जन्म 8 मार्च, 1953 को हुआ था । 8 मार्च को ‘अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ मनाया गया है।

71. श्रीमती वसुंधरा राजे राजस्थान की प्रथम बार मुख्यमंत्री…….. के मध्य रही?
[Patwar Mains Exam-06.01.2017](1) 2004-2009
(2) 2001-2007
(3) 1999-2003
(4) 2003-2008
(4)

72. राजस्थान की प्रथम महिला मुख्यमंत्री का निर्वाचन क्षेत्र है?
[RPSC 3nd Grade Teacher Exam-2006](1) झालरापाटन
(2) झुन्झुनूं
(3) खानपुर
(4) धौलपुर
(1)

73. राजस्थान के वर्तमान (01 सितम्बर, 2024 के दिन) मुख्यमंत्री कौन है?
[CET(10+2) Level Exam-23.10.2024 (Shift-I)](1) भजनलाल शर्मा
(2) वसुंधरा राजे
(3) अशोक गहलोत
(4) भैरों सिंह शेखावत
(1)

74′. राजस्थान के निम्नलिखित मुख्यमंत्रियों में से पदभार ग्रहण करने के क्रम का सही विकल्प चुने –
[RPSC 2nd Grade 1st Paper (SST) Exam-22.12.2022](1) बरकतुल्लाह खान, हरिदेव जोशी, भैरोसिंह शेखावत, जगन्नाथ पहाड़िया
(2) हरिदेव जोशी, बरकतुल्लाह खान, जगन्नाथ पहाड़िया, भैरोसिंह शेखावत
(3) बरकतुल्लाह खान, भैरोसिंह शेखावत, हरिदेव जोशी, जगन्नाथ पहाड़िया
(4) भैरोसिंह शेखावत, बरकतुल्लाह खान, हरिदेव जोशी, जगन्नाथ पहाड़िया
(1)

75. निम्नलिखित में से कौनसा विकल्प राजस्थान के मुख्यमंत्रियों के कार्यकाल का कालक्रमानुसार सही क्रम है?
[Patwar Exam-24.10.2021 (1st Shift)](1) शिवचरण माथुर जगन्नाथ पहाड़िया भैरोसिंह शेखावत – हरिदेव जोशी
(2) जगन्नाथ पहाड़िया – भैरोसिंह शेखावत – शिवचरण माथुर हरिदेव जोशी
(3) शिवचरण माथुर – हरिदेव जोशी जगन्नाथ पहाड़िया -भैरोसिंह शेखावत
(4) हरिदेव जोशी – भैरोसिंह शेखावत – जगन्नाथ पहाड़िया शिवचरण माथुर

76. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गये कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए-
[RPSC 2nd Grade Exam – 01.05.2017]सूची-1 सूची-II
(मुख्यमंत्री का नाम ) (कार्यकाल)
(A) जगन्नाथ पहाड़िया (ⅰ) 1971-1973
(B) बरकतुल्लाह खान (ii) 1977-1980
(C) भैरोसिंह शेखावत (iii) 1980-1981
(D) मोहनलाल सुखाड़िया (iv) 1954-1957
A B C D
(1) (iii) (ii) (i) (iv)
(2) (iv) (i) (ii) (iii)
(3) (ii) (iv) (i) (iii)
(4) (iii) (i) (ii) (iv)
(4)

77. मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल की अवधि के आधार पर अधोलिखित मुख्यमंत्रियों को अवरोही क्रम (सर्वाधिक अवधि सर्वप्रथम ) में व्यवस्थित कीजिए –
[Headmaster Exam-02.09.2018](i) मोहनलाल सुखाड़िया
(ii) हरिदेव जोशी
(iv) अशोक गहलोत
(iii) भैरोसिंह शेखावत
सही कूट का चयन कीजिए –
(1) (i), (ii), (iii), (iv)
(2) (i), (iii), (ii), (iv)
(3) (i), (ii), (iv), (iii)
(4) (i), (iii), (iv), (ii)
(4)
व्याख्या :
वर्ष 2018 में पूछा गया प्रश्न, वर्तमान में ‘ अशोक गहलोत ‘ का कार्यकाल भैरोसिंह शेखावत से अधिक है।

78. निम्नाकिंत में से कौन राजस्थान के मुख्यमंत्री कभी नहीं रहे?
[Jr. Accountant & TRA Exam-04.10.2016](1) हीरालाल देवपुरा
(2) सी.एस. वेंकटाचारी
(3) गोकुल लाल असावा
(4) बरकतुल्लाह खान
(3)

79. निम्नलिखित में से कौन एक से अधिक बार राजस्थान का मुख्यमंत्री नहीं रहा है?
[RPSC 2nd Grade Ist Paper Exam-22.12.2022](1) हरिदेव जोशी
(2) शिवचरण माथुर
(3) हीरालाल देवपुरा
(4) भैरोसिंह शेखावत
(3)
व्याख्या :
राजस्थान के मुख्यमंत्रियों द्वारा ली गई शपथ का क्रम :
1. मोहनलाल सुखाड़िया (4 बार)
2. हरिदेव जोशी (3 बार)
3. भैरोसिंह शेखावत (3 बार)
4. अशोक गहलोत (3 बार)
5. शिवचरण माथुर (2 बार)
6. जयनारायण व्यास (2 बार)
7. वंसुधरा राजे (2 बार)
8. हीरालाल शास्त्री (1 बार)
9. टीकाराम पालीवाल (1 बार)
10. बरकतुल्लाह खाँ (1 बार)
11. हीरालाल देवपुरा (1 बार)
12. भजनलाल शर्मा (1 बार)

80. निम्नलिखित में से किसने राजस्थान में सबसे अधिक बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली ?
[Lecturer (Tech. Edu.) Exam-12.03.2021](1) मोहनलाल सुखाड़िया
(2) भैरासिंह शेखावत
(3) वसुन्धरा राजे
(4) अशोक गहलोत
(1)

81. निम्नांकित में से कौन तीन या अधिक बार राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे है?
[RPSC Assistant Professor Exam-2021](1) मोहनलाल सुखाड़िया, भैरोसिंह शेखावत, शिवचरण माथुर
(2) शिवचरण माथुर, भैरोसिंह शेखावत, हरिदेव जोशी
(3) हरिदेव जोशी, शिवचरण माथुर, मोहनलाल सुखाड़िया
(4) भैरोसिंह शेखावत, मोहनलाल सुखाड़िया, हरिदेव जोशी
(4)

82. निम्न में से उस समूह का चयन कीजिए जिन्होंने तीन या अधिक अवसरों पर राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली?
[Patwar Exam-23.10.2021 (IInd Shift)](1) जयनारायण व्यास – मोहनलाल सुखाड़िया – अशोक गहलोत
(2) मोहनलाल सुखाड़िया – हीरालाल शास्त्री – वसुंधरा राजे
(3) भैरोसिंह शेखावत – शिवचरण माथुर – हरिदेव जोशी
(4) मोहनलाल सुखाड़िया-हरिदेव जोशी-अशोक गहलोत
(4)

83. राजस्थान के मुख्यमंत्री के रूप में निम्न में से किस युग्म ने सर्वाधिक बार शपथ ली है?
[Patwar Exam-23.12.2021 (1st Shift)](1) हरिदेव जोशी एवं भैरोसिंह शेखावत
(2) भैरोसिंह शेखावत एवं हीरालाल देवपुरा
(3) शिवचरण माथुर एवं हरिदेव जोशी
(4) इनमें से कोई नहीं
(1)

84. निम्नांकित में से कौन राजस्थान के पहले ऐसे मुख्यमंत्री रहे हैं जो मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते समय विधानसभा के सदस्य नहीं थे?
[हेडमास्टर प्रवेशिका (संस्कृत शिक्षा) परीक्षा-11.10.2021][राजस्थान पुलिस परीक्षा जून-2024](1) भैरोसिंह शेखावत
(2) बरकतुल्लाह खान
(3) अशोक गहलोत
(4) जगन्नाथ पहाड़िया
(1)
व्याख्या :
•राजस्थान के प्रथम ऐसे मुख्यमंत्री ‘भैरोसिंह शेखावत’ जो मुख्यमंत्री बनने के समय विधानसभा के सदस्य नहीं थे। (1977-1980) उस समय वे मध्यप्रदेश से राज्यसभा सदस्य थे।
• दूसरे मुख्यमंत्री “जगन्नाथ पहाड़िया” थे, जो राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने के समय राजस्थान विधानसभा के सदस्य नहीं थे। (1980-81) उस समय वे लोकसभा सदस्य थे।
•’अशोक गहलोत’ तीसरे मुख्यमंत्री थे, जो मुख्यमंत्री बनते समय विधानसभा के सदस्य नहीं थे। वे 1 दिसम्बर 1998 को मुख्यमंत्री चुने गये। सरदारपुरा से उस समय कांग्रेस से मानसिंह देवड़ा विधायक थे। बाद में मानसिंह देवड़ा से सीट खाली करवाई गई और फरवरी, 1999 में अशोक गहलोत विधानसभा सदस्य चुने गए।

85. राजस्थान के निम्नांकित मुख्यमंत्रियों में से कौन मुख्यमंत्री नियुक्त होते समय राजस्थान विधानसभा के सदस्य नहीं थे?
[Head Master Exam-11.10.2021](1) टीकाराम पालीवाल (1952)
(2) जगन्नाथ पहाड़िया (1980)
(3) वसुंधरा राजे (2003)
(4) बरकतुल्लाह खान (1971)
(2)

86. राजस्थान के मुख्यमंत्री को चिन्हित कीजिए, जिन्होने राज्यपाल के रूप में भी कार्य किया –
[RSMSSB JEN (Electrical) Exam-19.05.2022](1) मोहनलाल सुखाड़िया
(2) हीरालाल देवपुरा
(3) शिवचरण माथुर
(4) जगन्नाथ पहाड़िया
सही कूट का चयन कीजिए –
(1) (i), (iii) एवं (iv)
(2) (i), (ii) एवं (iv)
(3) (i), (ii) एवं (iii)
(4) (i), (ii), (iii) एवं (iv)
(1)
व्याख्या :
• मोहनलाल सुखाड़िया : कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश, तमिलनाडु के राज्यपाल रहे।
•शिवचरण माथुर : असम के राज्यपाल रहे।
•जगन्नाथ पहाड़िया : हरियाणा व बिहार के राज्यपाल रहे।
•हरिदेव जोशी : असम, मेघालय, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे।

87. निम्नांकित में से कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है?
[RPSC 2nd Grade Exam-31.10.2018](राजस्थान के मुख्यमंत्री) (वह राज्य जहां उन्होंने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल के पश्चात राज्यपाल के पद पर कार्य किया)
(1) मोहनलाल सुखाड़िया – आन्ध्रप्रदेश
(2) हरिदेव जोशी – त्रिपुरा
(3) शिवचरण माथुर – असम
(4) जगन्नाथ पहाड़िया – बिहार
(2)

88. निम्नांकित में से राजस्थान के कौनसे मुख्यमंत्री, मुख्यमंत्री बनने से पूर्व किसी भी मंत्रिपरिषद में मंत्री नहीं रहे है?
[RPSC 2nd Grade Exam-31.10.2018](i) बरकतुल्लाह खान
(ii) जयनारायण व्यास
(iii) मोहनलाल सुखाड़िया
(iv) भैरोसिंह शेखावत
सही उत्तर है –
(1) (i) व (ii)
(2) (ii) व (iv)
(3) (iii) व (iv)
(4) (ii) व (iii)
(2)

89. राजस्थान के निम्नांकित मुख्यमंत्रियों में से कौन लोकसभा के सदस्य नहीं रहे हैं?
[RAS Pre Exam-2021](A) हरिदेव जोशी
(B) भैरोसिंह शेखावत
(C) टीकाराम पालीवाल
(D) बरकतुल्लाह खान
सही उत्तर है –
(1) A, B, C व D
(2) केवल A व B
(3) B, C व D
(4) A, B व D
(4)

90. निम्नांकित में से कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है?
[RPSC 2nd Grade 1st Paper (SST) Exam-21.12.2023]राज्यपाल का नाम मुख्यमंत्री का नाम
(1) अंशुमान सिंह – वसुन्धरा राजे
(2) डॉ. सम्पूर्णानन्द – मोहनलाल सुखाड़िया
(3) ओ.पी. मेहरा – शिवचरण माथुर
(4) निर्मलचन्द जैन – अशोक गहलोत
(1)

91. सुमेलित कीजिए –
[RPSC 2nd Grade Exam-28.10.2018]सूची-1 सूची-II
(मुख्यमंत्री) (राज्यपाल)
(A) भैरोसिंह शेखावत (i) रघुकुल तिलक
(B) बरकतुल्लाह खान (ii) सरदार जोगिन्दर सिंह
(C) मोहनलाल सुखाड़िया (iii) डॉ. सम्पूर्णानन्द
(D) वसुंधरा राजे (iv) मदनलाल खुराना
कूट :
AB CD
(1) (i) (ii) (iii) (iv)
(2) (ii) (i) (iii) (iv)
(3) (i) (ii) (iv) (iii)
(4) (ii) (iv) (i) (iii)
(1)

92. निम्नांकित में से कौनसा युग्म सही सुमेलित नहीं है?
[Physical Education It Grade G.K. Exam-21.10.2022]मुख्यमंत्री – राज्यपाल
(1) मोहनलाल सुखाड़िया – हुकुम सिंह
(2) हरिदेव जोशी – डॉ. सम्पूर्णानंद
(3) जगन्नाथ पहाड़िया – रघुकुल तिलक
(4) हीरालाल देवपुरा – ओ.पी. मेहरा
(2)

93. वर्तमान मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को 24वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ किसने दिलवाई ?
[जेल प्रहरी परीक्षा – 13.09.2017](1) राज्यपाल शिवराज पाटिल
(2) राज्यपाल कल्याण सिंह
(3) राज्यपाल मारग्रेट अल्वा
(4) राज्यपाल राम नाईक
(3)
व्याख्या : तत्कालीन राज्यपाल मारग्रेट अल्वा ने।

94. वसुंधरा राजे के पहले मुख्यमंत्रित्व काल (08.12.2003 से 13.12.2008) के दौरान राजस्थान के कितने राज्यपाल पदारूढ़ रहे?
[Assistant Professor Exam-08.09.2024](1) तीन
(2) छह
(3) चार
(4) पाँच
(2)

95. सूची-1 को सूची-II से सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिए कूटों से सही उत्तर का चयन कीजिए –
[Assistant Professor Exam – 08.09.2024]सूची-I सूची-II
( राजस्थान के राज्यपाल) ( राजस्थान के मुख्यमंत्री)
(i) वसंतराव पाटिल (a) अशोक गहलोत
(ii) प्रभा राव (b) वसुंधरा राजे
(iii) राम नाईक (c) हरिदेव जोशी
(iv) दरबारा सिंह (d) भैरों सिंह शेखावत
कूट :
(1) i-d, ii-c, iii-a, iv-b
(2) i-b, ii-d, iii-c, iv-a
(3) i-a, ii-b, iii-c, iv-d
(4) i-c, ii-a, iii-b, iv-d
(4)

96. निम्न में से राजस्थान के किस मुख्यमंत्री के कार्यकाल में सर्वाधिक बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया?
[CET (Graduation Level) Exam – 07.01.2023](1) भैरोसिंह शेखावत
(2) मोहनलाल सुखाड़िया
(3) हरिदेव जोशी
(4) शिवचरण माथुर
(1)
व्याख्या : राजस्थान में अब तक 4 बार राष्ट्रपति शासन-
(i) प्रथम राष्ट्रपति शासन (13.03.1967 से 26.04.1967 तक)
•लागु होने के समय राज्यपाल – सम्पूर्णानंद
•हटने के समय राज्यपाल – सरदार हुकुम सिंह
•न्युनतम समय का कार्यकाल (45 दिन)
•मुख्यमंत्री – मोहनलाल सुखाड़िया
(ii) दूसरा राष्ट्रपति शासन (30.04.1977 से 21.06.1977 तक)
•लागु होने के समय राज्यपाल वेदपाल त्यागी
•हटने के समय राज्यपाल – रघुकुल तिलक
• मुख्यमंत्री – हरिदेव जोशी
(iii) तीसरा राष्ट्रपति शासन (17.02.1980 से 05.06.1980 तक)
•राज्यपाल – रघुकुल तिलक
• मुख्यमंत्री – भैरोसिंह शेखावत
(iv) चौथा राष्ट्रपति शासन (15.12.1992 से 04.12.1993 तक)
•लागु होने के समय राज्यपाल – एम. चेन्नारेड्डी
•हटने के समय राज्यपाल बलिराम भगत
•सर्वाधिक समय वाला राष्ट्रपति शासन (353 दिन)
• मुख्यमंत्री – भैरोसिंह शेखावत

97. राजस्थान में 73वें एवं 74वें संविधान संशोधन अधिनियम के लागू होने के समय राज्य के मुख्यमंत्री कौन थे?
[Ist Grade Political Science Exam – 1
(1) हरिदेव जोशी
(2) शिवचरण माथुर
(3) भैरोसिंह शेखावत
(4) राष्ट्रपति शासन
(4)
व्याख्या :
•73वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 लागू – 24 अप्रेल 1993
•74वां संविधान संशोधन अधिनियम, 1992 लागू 1 जून 1993
•चौथा राष्ट्रपति शासन – 15 दिसम्बर 1992 से 4 दिसम्बर 1993 तक ।

98. राजस्थान की प्रथम महिला कौन थी, जिन्हे मंत्रिमण्डल में स्थान मिला?
[Junior Instructor (Wireman) Exam-24.12.2019](1) सुमित्रा सिंह
(2) रतन शास्त्री
(3) नारायणी देवी वर्मा
(4) कमला बेनीवाल
(4)
व्याख्या : कमला बेनीवाल : कमला बेनीवाल का जन्म 12 जनवरी 1927 को ‘झुंझुनूं’ जिले के ‘गोरीर’ गांव में हुआ। उनके पिता ‘नेतराम गोरीर’ राजस्थान के प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी रहे है।
•मोहनलाल सुखाड़िया सरकार में 1954 ई. में कमला बेनीवाल को उप मंत्री बनाया गया, जो राज्य की पहली महिला मंत्री थी।
•कमला बेनीवाल यशोदा देवी के बाद राजस्थान विधानसभा में पहुंचने वाली दूसरी महिला थी।
•वे सात बार विधायक रह चुकी है तथा त्रिपुरा, गुजरात तथा मिजोरम की राज्यपाल रह चुकी है।

99. निम्नलिखित में से कौन राजस्थान विधानसभा की पहली महिला मंत्री बनी?
[EO/RO Exam-14.05.2023 (Shift-1)](1) वसुंधरा राजे
(2) कमला बेनीवाल
(3) यशोदा देवी
(4) मेनका गांधी
(2)
व्याख्या :
• कमला बेनीवाल राजस्थान की प्रथम महिला मंत्री थी।
•राजस्थान की प्रथम एवं एकमात्र महिला उपमुख्यमंत्री रह चुकी। (अशोक गहलोत सरकार में 12 जनवरी 2003 से 4 दिसम्बर 2003 तक)
•’यशोदा देवी’ राजस्थान विधानसभा में पहुंचने वाली पहली महिला विधायक थी। 1952 में पहली विधानसभा चुनाव में कोई महिला उम्मीदवार चुनाव नहीं जीत पाई, लेकिन 1953 में हुए उपचुनाव में प्रथम महिला के रूप में बांसवाड़ा विधानसभा सीट से यशोदा देवी जीतकर राजस्थान विधानसभा में पहुंचने वाली पहली महिला थी।
ध्यान रहे: 1954 में हुए उपचुनाव के अन्तर्गत कमला बेनीवाल राजस्थान विधानसभा में पहुंचने वाली दूसरी महिला थी।
•इस प्रकार प्रथम विधानसभा (1952-1957) में दो महिलाएं थी।

100. कथनों को ध्यानपूर्वक पढ़िए —
[CET (Graduation Level) Exam-07.01.2023](i) टीकाराम पालीवाल राजस्थान में एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री है, जो उपमुख्यमंत्री भी रहे है।
(ii) हरिशंकर भाभड़ा, राजस्थान में अब तक सबसे लम्बे समय तक उपमुख्यमंत्री रहे है।
निम्न में से कौनसा विकल्प सही है?
(1) केवल कथन (i) सही है।
(2) केवल कथन (ii) सही है।
(3) (i) व (ii) दोनों कथन सही है।
(4) (i) व (ii) दोनों कथन गलत है।
(3)
व्याख्या : ‘राजस्थान के उप मुख्यमंत्री’
(1) टीकाराम पालीवाल (1 नवम्बर 1952 से 13 नवम्बर 1957 तक)
•राजस्थान के प्रथम उपमुख्यमंत्री
•टीकाराम पालीवाल उपमुख्यमंत्री बनने से पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री थे। इनके समय मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास थे ।
(2) हरिशंकर भाभड़ा (4 दिसम्बर 1993 से 30 नवम्बर 1988)
•सर्वाधिक समय तक उपमुख्यमंत्री रहे।
•एकमात्र उपमुख्यमंत्री जो विधानसभा अध्यक्ष भी रहे।
•इनके समय मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत थे।
(3) बनवारीलाल बैरवा (19 मई 2002 से 4 दिसम्बर 2003 तक)
•इनके समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे।
(4) कमला बेनीवाल (12 जनवरी 2003 से 4 दिसम्बर 2003 तक)
•इनके समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे एकमात्र महिला उपमुख्यमंत्री ।
(5) सचिन पायलट (17 दिसम्बर 2018 से 14 जुलाई 2020 तक)
• इनके समय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे।
(6) दीया कुमारी (15 दिसम्बर 2023 से लगातार)
(7) प्रेमचंद बैरवा (15 दिसम्बर 2023 लगातार)

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