राजस्थान की वनस्पति Previous Year Questions

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 Flora of Rajasthan MCQs

1. 2021 में राजस्थान के कौनसे जिले में द्वितीय न्यूनतम वन प्रतिशत क्षेत्र है?
[Forest Guard 11 Dec, 2022 Shift-ll]
(A) जैसलमेर
(B) चूरू
(C) जोधपुर
(D) बीकानेर

उत्तर- (B) न्यूनतम वन प्रतिशत (31 दिसम्बर 2021 तक) वाले जिलो का क्रम-
(1) जोधपुर – 0.48%
(2) चुरू – 0.56%
(3) जैसलमेर – 0.84%
(4) बीकानेर – 0.92%
(5) नागौर – 0.96%


2. 2021 में राजस्थान के कौन से जिले में सर्वाधिक क्षेत्र में सघन वन पाये जाते हैं?
[Forest Guard-11 Dec. 2022 Shift-1]
(A) उदयपुर
(B) सिरोही
(C) अलवर
(D) प्रतापगढ़
उत्तर- (C) VDF (Very Dense Forest) का क्षेत्रफल किमी जो भौगोलिक क्षेत्र का 0.02% है।

[जिला] [VDF क्षेत्रफल (वर्ग किमी )]
अलवर – 59.70
जयपुर – 12.00
जैसलमेर। – 3.56
(स्त्रोत- प्रशासनिक प्रतिवेदन वन विभागराजस्थान (2021-22)


3.राजस्थान में “राजस्थान वानिकी और जैव-विविधता विकास परियोजना” किस देश वित्तीय सहयोग से क्रियान्वित की जा रही है?
[AARO (Entomology) 28 Aug. 2022]
(A) JICA-जापान
(B) AFD – फ्रान्स
(C) FDA फ्रान्स
(D) JCIA जापान
उत्तर- (A) राजस्थान वानिकी और जैव विविधता विकास परियोजना फेज-2 (RFBP II)
अवधि- अक्टूबर 2011 मार्च 2021
वित्त पोषण- जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (JICA)
उद्देश्य:- साझा वन प्रबन्धन (JFM) प्रक्रिया से वृक्षारोपण एवं जैव विविधता संरक्षण कार्य, वनाच्छादन क्षेत्र में वृद्धि, जैव विविधता संरक्षण।


4. खेजड़ी वनस्पति प्रजाति (वृक्ष)…….वनों में पाई जाती है।
[Forest Guard-11 Dec. 2022 Shift-1]
(A) उपोष्ण पर्वतीय
(B) उष्णकटिबंधीय शुष्क पतझड़
(C) उष्णकटिबंधीय कंटीले
(D) उष्णकटिबंधीय सदाबहार
उत्तर- (C) उष्ण कटिबंधीय कंटीले (शुष्क कांटेदार मरूस्थलीय वन) – इन्हें मरूद्भिद् (जीरोफाइट्स) कहा जाता है। खेजड़ी बबूल,रोहिड़ा, कैर, फोग, नागफनी प्रमुख है।

5.राजस्थान में पलाश के वन कौन से जिलों में पाये जाते है?
[Junior Instructor (Workshop)-10 Sept. 2022]
(A) अलवर, अजमेर, उदयपुर, राजसमंद
(B) कोटा, बूंदी, बारां, सवाई माधोपुर
(C) नागौर, जालौर, भरतपुर, बारा
(D) बांसवाड़ा, डूंगरपुर,
उत्तर- (A) पलाश ब्यूटिया मोनोपमा (वैज्ञानिक नाम) मुख्यतः राजसमंद, उदयपुर, अज‍ अलवर में पाये जाते है।

6.अमृता देवी की स्मृति में खेजड़ली शहीद मेला कब लगता है?
[JEN Agri Exam-2022, 10 Sep. 2022]
(A) भाद्रपद शुक्ल अष्टमी
(B) कार्तिक शुक्ल दशमी
(C) आषाढ़ शुक्ल दशमी
(D) भाद्रपद शुक्ल दशमी
उत्तर- (D) अमृता देवी – खेजड़ली शहीद मेला भाद्रपद शुक्ल दशमी को खेजड़ली जोधपुर में भरता है।

7. पवन ऊर्जा फार्म परियोजना के तहत राजस्थान में पवन ऊर्जा के लिए एक्सपोजर / मार्गदर्शन के लिए किन स्थानों की पह गई है?
[JEN Agri Exam-2022,]
(A) बाड़मेर, ब्यावर, जोधपुर
(B) जैसलमेर, देवगढ़, फलोदी
(C) राजगढ़, नागौर, चूरू
(D) फलोदी, माउण्ट आबू, पाली
उत्तर- (C) पवन ऊर्जा फार्म परियोजना के तहत् राजस्थान में पवन ऊर्जा के मार्गदर्शन के लिए नागौर, चूरू जिलों में स्थानों का चयन किया गया है।

8. निम्न में से किस जिले में सदाहरित और अर्द्ध-सदाहरित वन पाये जाते हैं?
[AARO (Entomology) 28 Aug. 2022]
(A) सिरोही
(B) अजमेर
(C) झालावाड़
(D) डूंगरपुर
उत्तर- (A) सदाहरित/अर्द्ध सदाहरित वन (एवरग्रीन / सेमी एवरग्रीन फारेस्ट) – इन्हें “उप-उष्ण पर्वतीय वन” भी कहा जाता है राजस्थान में केवल आबू पर्वतीय क्षेत्र (सिरोही) में प्रधानता से मिलते है।

9. कथन (A) : राजस्थान के दक्षिणी क्षेत्रों में सागवान के वृक्ष अधिक पाये जाते है।
कथन (R) : सागवान अधिक सर्दी व पाला सहन कर पाता है।
[CET (Graduation)- 08.01.2023, Shift-1]
(A) (A) सही है लेकिन (R) गलत है
(B) (A) और (R) दोनों सही है एवं (R), (A) की सही व्याख्या है।
(C) (A) गलत है लेकिन (R) सही है
(D) (A) और (R) दोनों सही है किंतु (R), (A) की सही व्याख्या नहीं है।
उत्तर- (A) सागवान (टीक) वन :- राजस्थान के दक्षिणी भाग 75 110 सेमी वर्षा वाले भागों से पाये जाते है। यह मानसूनी वनों की श्रेणी में आते है।

10. स्टेट फॉरेस्ट रिपोर्ट 2021 के अनुसार, राजस्थान में वास्तविक सर्वाधिक वन क्षेत्रफल (वर्ग कि.मी.) वाले जिलों का सही युग्म है-
[ARO (Horticulture ) 29 Aug. 2022]
(A) उदयपुर एवं अलवर
(B) उदयपुर एवं प्रतापगढ़
(C) अलवर एवं प्रतापगढ़
(D) उदयपुर एवं बारां

उत्तर- (D)

11. माउंट आबू के आसपास, जहाँ वर्षा 150 से. मी. से अधिक है, वन पाए जाते हैं-
[ARO (Horticulture) 29 Aug. 2022]
(A) अर्द्ध उष्ण सदाबहार वन
(B) उष्णकटिबंधीय शुष्क पतझड़ वन
(C) उष्णकटिबंधीय काँटेदार वन
(D) मिश्रित पतझड़ वन
उत्तर- (A) अर्द्ध उष्ण सदाबहार वन:- 150 Cm से अधिक वर्षा क्षेत्र में पाये जाते है। & माउंट आबू (सिरोही) में पायी जाती है।

12. “जायका” राजस्थान में किस क्षेत्र में कार्य करती है?
[ARO (Plant Pathology) 29 Aug, 2022]
(A) मरू क्षेत्र में खाद्य प्रसंस्करण
(B) जल क्षेत्र आजीविका सुधार
(C) गैर-परम्परागत ऊर्जा स्रोत
(D) सत्कार एंव पर्यटन क्षेत्र
उत्तर- (B) JICA (जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी) राजस्थान | में वनीकरण, जैव विविधता, मृदा उन्मूलन वानिकी प्रथाओं के माध्यम से किए जा रहे है। – जल संरक्षण, आजीविका एवं गरीबी


14. शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (आफरी) की स्थापना कब की गई?
[ARO (Plant Pathology) 29 Aug, 2022]
(A) 1981
(B) 1987
(C) 1985
(D) 1989
उत्तर- (C) शुष्क वन अनुसंधान संस्थान (Arid Forest Research Institute) 1985 में स्थापित।

15. ISFR-2021 के अनुसार राजस्थान के किस जिले में सर्वाधिक वन आवरण है?
[Forest Guard 13 Nov, 2022 Shift iv]
[Lab Assistant (Home Science)- 30 June 2022]
[Lab Assistant (Science) – 29 June 2022, Shift-II]
[LSA-04 June, 2022]
(A) प्रतापगढ़
(B) करौली
(C) उदयपुर
(D) अलवर
उत्तर- (C)

16. वन विभाग की प्रशासनिक रिपोट 2020-21 के अनुसार राजस्थान का कुल वन क्षेत्र है- [Forest Guard- 13 Nov. 2022 Shift-1]
(A) 32,737 वर्ग कि.मी.
(B) 31,845 वर्ग कि.मी.
(C) 32,863 वर्ग कि.मी.
(D) 33,340 वर्ग कि.मी.
उत्तर- (C) ISFR 2021 अनुसार राजस्थान का
कुल वन क्षेत्र 32864. 62 & प्रश्न में निकटस्थ उत्तर 32,863 वर्ग कि.मी. दिया गया है।

17. वन विभाग रिपोर्ट 2020-21 अनुसार वन क्षेत्र में सर्वोच्च 2 जिले है-
[Computor 19 Dec., 2021]
[Compiler- 21 Aug, 2016]
(A) बारां- अलवर
(B) उदयपुर-बांरा
(C) उदयपुर- अलवर
(D) बारां-सिरोही
उत्तर- (C) राजस्थान में सर्वाधिक वन क्षेत्र
1. उदयपुर (2753.3वर्ग km )
2.अलवर ( 1195.91 वर्ग km ),
3. प्रतापगढ़ (1033.77 km )
4. बारां (1010.05 वर्ग km),
5. चित्तौड़गढ़ (990.05 वर्ग km)

18. राजस्थान के निम्नलिखित में से किन जिलों में सर्वाधिक वनाच्छादन है?
[JEN Clvil Degree 2020]
[JEN (Mechanical), 21 Aug, 2016]
(A) बांसवाड़ा, जैसलमेर, भीलवाड़ा
(B) टोंक, सीकर, गंगानगर
(C) पाली, सिरोही, बाड़मेर
(D) बारां, चित्तौड़गढ़, उदयपुर
उत्तर- (D)

19. निम्नांकित में से वन रिपोर्ट 2017 के अनुसार राजस्थान के कौन-से जिले में द्वितीय सर्वाधिक वन क्षेत्र मिलता है?
[Junior Instructor (Fitter ) 23 March 2019]
(A) उदयपुर
(B) अलवर
(C) बारां
(D) प्रतापगढ़
उत्तर- (B)

20. राजस्थान में जिलों का समूह जिसमें राज्य के कुल वन क्षेत्र का लगभग आधा आवरण पाया जाता है-
[Superintendent Garden- 28 July 2021]
(A) उदयपुर, दौसा, बारां, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, टोंक, कोटा
(B) उदयपुर, चित्तौड़गढ़, पाली, अजमेर, बूंदी, सिरोही, कोटा
(C) उदयपुर, बारां, अलवर, चित्तौड़गढ़, कोटा, जालौर, बूंदी
(D) चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, उदयपुर, बारां, अलवर, सिरोही, बूंदी
उत्तर- (D)


23. कौनसी श्रेणी प्रशासनिक दृष्टि से राजस्थान के वनों की श्रेणी नहीं है?
[Lab Assistant (Science)- 29 June 2022, Shift-l
(A) सुरक्षित वन
(B) आरक्षित वन
(C) वर्गीकृत वन
(D) अवर्गीकृत वन
उत्तर- (C)

24. भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट 2017 के अनुसार राजस्थान के किन जिलों में सर्वाधिक व न्यूनतम वन क्षेत्र पाया जाता है ?
[ACF & FRO Grade-1, 18 Feb, 2021]

[सर्वाधिक] [न्यूनतम]

(A) बारां – चुरू
(B) उदयपुर – चुरू
(C) बांसवाड़ा। – सीकर
(D) अलवर – जैसलमेर
उत्तर- (B) वर्तमान संदर्भ में व्याख्या- IFSR 2021- राज. में अभिलिखित वन 32,863 वर्ग किमी. है। कुल भौगोलिक क्षेत्र का 9.60 प्रतिशत भारत का 4.23 प्रतिशत
सर्वाधिक वन-उदयपुर 2753.39 वर्ग – किमी. – अलवर ( 1195.91), प्रतापगढ़ (1033.77)
न्यूनतम वन- चुरु (77.69)- हनुमानगढ़ (92.97) – जोधपुर (109.25)

25. वैधानिक स्थिति (31 मार्च, 2011 ) के आधार पर राजस्थान के वनों के सम्बन्ध में निम्नलिखित कथनों का परीक्षण कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(i) राजस्थान के कुल वन क्षेत्र में आरक्षित एवं संरक्षित वनों का क्षेत्र क्रमशः 55.84 व 37.94 प्रतिशत है।
(ii) राज्य में सबसे अधिक आरक्षित वन उदयपुर व चित्तौड़गढ़ जिलों में पाए जाते हैं।
(iii) राज्य में सबसे अधिक संरक्षित वन बारां व करौली जिलों में पाए जाते है।
(iv) राज्य में सबसे अधिक अवर्गीकृत वन बीकानेर व गंगानगर जिलो में पाए जाते हैं।
[Gram sevak, Hostel Warden III 18 Dec. 2016]

कूट
(A) i, ii और iv
(B) i, ii और III
(C) ii, iii और iv
(D) केवल ।
उत्तर- (C)

26. राजस्थान के निम्नलिखित जिलों में से कौन सा न्यूनतम वन क्षेत्र प्रतिशत वाला जिला है?
[A.R.O. (Agri. Che.) 24 Nov., 2020]
[Salt Inspector (Industry Dept.) 22 Dec, 2018 ]
[Clerk Grade II / Junior Assistant 16 Sep, 2018 ]
(A) जैसलमेर
(B) बीकानेर
(C) जोधपुर
(D) बाड़मेर
उत्तर- (C) IFSR (वन रिपोर्ट 2021) न्यूनतम वन क्षेत्र प्रतिशत वाला जिला है।
जोधपुर (0.48%), चुरु (0.56%), जैसलमेर (0.84%), बीकानेर (0.92%), हनुमानगढ़ / नागौर (0.96%)

27. राजस्थान के कितने प्रतिशत भू-क्षेत्र पर वनों का विस्तार है?
[Lecturer (tech.edu.)- 12 March, 2021]
[Jr. Scientific Asst. (Ballistic)- 21 Sep, 2019]
[PSI 2016, 07 Oct, 2018 ]
[Live Stock Assistant (TSP) 16 Oct, 2016]
[JEN (Mechanical) Diploma- 21 Aug, 2016]
(A) 9.49%
(B) 9.55%
(C) 10.21%
(D) 7.68%
उत्तर- (B)


28. स्टेट ऑफ फोरेस्ट 2017 के अनुसार राजस्थान राज्य के पंजीकृत वन क्षेत्र का निम्नांकित में में कौन-सा प्रतिशत अंश आरक्षित श्रेणी के अन्तर्गत आता है ?
[Lab Assistant 03 Feb. 2019]
(A) 38.11
(B) 55.64
(C) 6.25
(D) 4.84
उत्तर- (A)

29. राजस्थान में सुरक्षित/रक्षित वनों का प्रतिशत है:
[JEn (Civil) Exam- 18 May, 20223
[A.R.O. (Agri. Che.) 24 Nov., 2020]
[II Grade (Sanskrit Edu.) 17 Feb. 19]
[LSA Exam 21 October 2018 ]
(A) 52.38%
(B) 48.56%
(C) 55.64%
(D) 56.08%
उत्तर- (C)

30. राजस्थान में सबसे कम वन क्षेत्र वाला जिला है-
[J.S.A. (Physics) 21 Nov. 2019]
[Fourest Guard 2013 (Jaisalmer) ]
(A) नागौर
(B) दौसा
(C) झुन्झुनूं
(D) चुरू
उत्तर- (D) वर्तमान संदर्भ में व्याख्या-
वन रिपोर्ट (IFSR 2021) कुल अभिलिखित वन- 32,864.62 वर्ग किमी., भौगोलिक क्षेत्र का 9.60%
न्यूनतम चुरु 77.69, हनुमानगढ़ 92.97, जोधपुर 109.25, 115.09, दौसा 116.60 वर्ग किमी. । गंगानगर

32. राजस्थान में 50 प्रतिशत से अधिक वन क्षेत्र किस श्रेणी में सम्मिलित है-
[Investigator – 2016, Code – 07]
[Jr. A/c (Cancelled) – TRA 02 Aug 2015]
(A) आरक्षित वन क्षेत्र
(B) सुरक्षित वन क्षेत्र
(C) अवर्गीकृत क्षेत्र
(D) सामाजिक वानिकी
उत्तर- (B) वर्तमान संदर्भ में व्याख्या वन रिपोर्ट 2021 अनुसार
संरक्षित/सुरक्षित / Protected वन:- क्षेत्रफल 18,564.45 वर्ग किमी. राज्य के लगभग 56.4 प्रतिशत में विस्तृत
पशु चराना – वन काटना कुछ शर्तो के साथ छूट प्राप्त।
सर्वाधिक – बारां, करौली।

33. राजस्थान में अधिकतम प्रशासनिक वन क्षेत्र निम्नलिखित श्रेणियों में से किससे सम्बंधित है?
[J.En. (Civil) (Diploma)-2020]
(A) संरक्षित वन
(B) आरक्षित वन
(C) वर्जित वन
(D) अवर्गीकृत वन
उत्तर- (A)

वैधानिक स्थिति – क्षेत्रफल (वर्ग किमी. )
आरक्षित वन – 12176.24
(Reserve Forest)

रक्षित / संरक्षित वन – 18564.45
(Protected Forest)

अवर्गीकृत वन – 2123.93
(Unclasses Forest )

योग – 32864.62

34. राजस्थान के किन जिलों में सबसे ज्यादा ‘आरक्षित वन्य क्षेत्र’ है?
[CET (Graduation)- 07.01.2023, Shift-II]
[AAO-28 May, 2022]
[Stenographer 2018, 21 March, 2021 Shift]
(A) उदयपुर और चित्तौड़गढ़
(B) जैसलमेर और बीकानेर
(C) डूंगरपुर और कोटा
(D) जोधपुर और गंगानगर
उत्तर- (A) नवीनतम वन रिपोर्ट 2021 यानि 31 दिसम्बर 2020 तक। आरक्षित (पूर्णत: प्रतिबंधित / रिजर्व)- यहां लकड़ी काटना, पशु चारण पूर्णत: प्रतिबंधित। इन वनों पर सरकार का पूर्ण स्वामित्व होता है
सर्वाधिक- उदयपुर, चित्तौड़गढ़। 37.05% (12176.24 वर्ग किमी.) में विस्तृत ।

35. भारतीय वन सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार, द्विवर्षीय मूल्यांकन अवधि 2013-15 में राज्य के वनाच्छादित क्षेत्र में वृद्धि दर्ज की गई?
[Clerk Grade II, Junior Assistant 19 Aug., 2018 ]
(A) 100 वर्ग कि.मी. की
(B) 85 वर्ग कि.मी. की
(C) 150 वर्ग कि.मी. की
(D) 500 वर्ग कि.मी. की
उत्तर- (B) ISFR 2021 अभिलेखित वन क्षेत्र 32,862.50 वर्ग कि.मी. कुल भौगोलिक क्षेत्र 9.60 प्रतिशत ISFR 2019अभिलेखित वन क्षेत्र 32,737 वर्ग कि.मी., कुल भौगोलिक क्षेत्र 9.57 प्रतिशत & 2021 में 125. 50 वर्ग किमी की वृद्धि +0.3% की प्रतिशत वृद्धि हुई ।

36. वन रिपोर्ट 2019 अनुसार राजस्थान सर्वाधिक वन क्षेत्रफल वाले जिलो का सही घटता हुआ क्रम है-
[Junior Instructor(Workshop)-10 Sept. 2022]
[Computer 19 Dec., 2021]
(A) उदयपुर > बारां प्रतापगढ़ अलवर
(B) प्रतापगढ़ > उदयपुर बारां अलवर
(C) उदयपुर > अलवर प्रतापगढ़ बारां
(D) उदयपुर > प्रतापगढ़ अलवर बारां
उत्तर- (C) राजस्थान के कुल वन क्षेत्र में सर्वाधिक वन क्षेत्र वाले जिले उदयपुर (2753.39 km),


37. वन रिपोर्ट 2017 के अनुसार निम्नलिखित जिलों में से कौन से जिले में राजस्थान में सर्वाधिक झाड़ी क्षेत्र पाया जाता है-
[Junior Instructor (Fitter ) 23 March 2019]
(A) करौली
(B) पाली
(C) उदयपुर
(D) जयपुर
उत्तर- (B)

(सर्वाधिक) (न्यूनतम)
पाली – हनुमानगढ़
करौली – गंगानगर
जयपुर – चुरू
सिरोही – बीकानेर
अलवर – बांसवाड़ा



38. सन् 2019 की भारतीय वन रिपोर्ट के अनुसार पिछले दो वर्षों। में राजस्थान में वन क्षेत्रफल में कितना परिवर्तन हुआ है?
[Junior Assitant Elect. 2020]
(A) 57.51 वर्ग किमी.
(B) +57.51 वर्ग किमी.
(C) – 16.79 वर्ग किमी.
(D) +16.79 वर्ग किमी.
उत्तर- (B) + 57.51 वर्ग किलोमीटर।
[वर्तमान संदर्भ में व्याख्या +17.20 वर्ग किलोमीटर (वृद्धि 2021 ISFR रिपोर्ट) ।]

39. वन नीति के अनुसार कितना प्रतिशत क्षेत्र वनों से आच्छादित होना चाहिये?
[Clerk Grade II, Junior Assistant 19 Aug., 2018 ]
(A) 20%
(B) 33%
(C) 25%
(D) 15%
उत्तर- (B) राष्ट्रीय वननीति 1952 के अनुसार देश में कम से कम 33 प्रतिशत भूभाग पर वन आच्छादित होना चाहिए। संशोधित वन नीति दिसम्बर 1988 में घोषित की गई। राजस्थान राज्य की प्रथम वन नीति 18 फरवरी 2010 के अनुसार राज्य के सम्पूर्ण भूभाग के 20 प्रतिशत भाग | वृक्षाच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है।

40. विश्व जैवविविधता दिवस……..को मनाया जाता है।
[Lab Assistant (Geography) – 30 June 2022]
(A) 22 मार्च
(B) 22 मई
(C) 22 अप्रैल
(D) 13 अगस्त
उत्तर- (B) विश्व जैवविविधता दिवस- 22 मई थीम सभी जीवों के साझे भविष्य का निर्माण करें।

41. विश्व पर्यावरण दिवस- 2018 का (थीम) मुद्रा है-
[RPSC-II Grade – 28 Oct, 2018] ead
[Supervisor Women Emp., 06 Jan, 2019]
(A) वनोन्मूलन पर रोक
(B) नैनग्रोव वन की संरक्षा
(C) प्लास्टिक प्रदूषण को परास्त मैंग्रोव करना
(D) ओजोन बचाओ विश्व बचाओ
उत्तर- (C) वर्तमान संदर्भ में व्याख्या – 2022 संदर्भ में। विश्व पर्यावरण दिवस- 5 जून, थीम सिर्फ एक पृथ्वी

42. सन् 2013 में विश्व दिवस पर क्या नारा दिया गया था-
[II Grade-2014, 21 Feb. 2014]
(A) विचारिये खाइये और बचाइये
(B) जल बचाइये।
(C) जैव विविधता बचाइये
(D) पृथ्वी बचाइये
उत्तर- (A)
वर्तमान संदर्भ में व्याख्या-
विश्व पर्यावरण दिवस- 5 जून थीम केवल एक पृथ्वीनारा (स्लोगन ) – प्रकृति के साथ- सद्भाव से रहना। मेजबान देश स्वीडन।

43. विश्व पर्यावरण दिवस कब मनाया जाता है?
[Lab Assistant (Science)- 28 June 2022, Shift-1]
[Stenographer 2018, 21 March, 2021 Shift I]
[Constable Exam-6 Nov., 2020 (11)]
[J.S.A. (Inscripe) 22 Nov, 2019]
[Economic Investigator (Industry Department) 2018]
[RPSC 2nd Grade 2011]
(A) 21 जून
(B) 5 जून
(C) 22 मार्च
(D) 16 सितम्बर
उत्तर- (B) विश्व पर्यावरण दिवस- 5 जून & थीम ओनली वन अर्थ
21 जून अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस
22 मार्च- विश्व जल दिवस
16 सितम्बर- विश्व ओजोन दिवस
22 अप्रैल- पृथ्वी मार्च- विश्व मौसम विज्ञान दिवस ।

44. राजस्थान में “राजीव गांधी पर्यावरण पुरस्कार” प्रदान किये जाते हैं-
[JEN Agri Exam-2022, 10 Sep. 2022]
[II Grade-2014, 21 Feb. 2014]
(A) राजीव गांधी के जन्मदिन – 20 अगस्त को
(B) विश्व पर्यावरण दिवस – 5 जून को
(C) ओजोन परत संरक्षण दिवस- 16 सितम्बर को
(D) पृथ्वी दिवस-22अप्रैल को
उत्तर- (B)राजीव गांधी पर्यावरण संरक्षण पुरस्कार- 5 जून, (पर्यावरण दिवस) – 2012 से शुरू संस्थानो की श्रेणी- 5 लाख रूपये, रजत कमल + प्रमाण पत्र व्यक्तिगत श्रेणी- 2 लाख रूपये,रजत कमल + प्रमाण पत्र।

44.राजस्थान में संयुक्त वन प्रबंधन कब प्रारंभ हुआ?
[Lab Assistant (Home Science)- 30 June 2022]
(A) 1990 में
(B) 1993 में
(C) 1992 में
(D) 1991 में
उत्तर- (D) JFM- संयुक्त वन प्रबंधन [Joint Forest Management] & JFM- जब स्थानीय समुदाय के लोग राज्य वन विभाग के साथ मिलकर

45.राजस्थान में संयुक्त वन प्रबंधन कब प्रारंभ हुआ?
[Lab Assistant (Home Science)- 30 June 2022]
(A) 1990 में
(B) 1993
(C) 1992 में
(D) 1991 में
उत्तर- (D) JFM- संयुक्त वन प्रबंधन [Joint Forest Management] & JFM- जब स्थानीय समुदाय के लोग राज्य वन विभाग के साथ मिलकर प्रबंधन का कार्य करते है। उद्देश्य- स्थानीय लोगो की आवश्यकता की पूर्ति करना।
शुरुआत 1 जून 1990, राजस्थान में 1991 में शुरू। & लाभ- NTFP (नॉन टिम्बर फोरेस्ट प्रोडक्ट) में वृद्धि। वन सुरक्षा में वृद्धि, सामाजिक जागरुकता, महिला विकास/सशक्तिकरण, ग्रामीण जीवन में सुधार।

46. विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है?
[Patwar 23 Dec., 2021 Shift I]
[Junior Instructor (Fitter ) 23 March 2019]
[Lab Assistant 03 Feb. 2019]
(A) 12 दिसम्बर
(B) 16 सितम्बर
(C) 20 अक्टूबर
(D) 21 नवम्बर
उत्तर- (B) विश्व ओजोन दिवस- 16 सितम्बर थीम – मॉन्ट्रियल प्रोटोकोल किपिंग अस, अवर फूड एंड वैक्सीन कूल।

47. राजस्थान में घास के मैदान और चरागाह कहलाते हैं?
[Deputy Commandant- 23 Aug, 2020]
(A) बीड
(B) द्वार
(C) बुग्याल
(D) बंजर क्षेत्र
उत्तर- (A) बीड़- राजस्थान में घास के मैदान/चारागाह/पशुचरी को कहा जाता है। बुग्याल – गढ़वाल (उत्तराखंड में) हिमालय क्षेत्र के विस्तृत चारागाह। बंजर – ऊसर यहां कुछ कंटीली झाडियों के अलावा कुछ नहीं उगता है।

48. ‘बीड’ निम्न जिलों में पाए जाते है-
[JEN (Ele.) Degree 29 Nov 2020]
(A) कोटा, बूंदी, सिरोही
(B) जयपुर, अलवर, टोंक
(C) सीकर, जोधपुर, बीकानेर
(D) भीलवाड़ा, अजमेर, पाली
उतर (C) बीड – शेखावटी क्षेत्र में पाये जाने वाले घास के मैदान ये सीकर, जोधपुर, बीकानेर, चुरू, झुझुनूं में पाये जाते है। अजमेर, भीलवाड़ा (भरतपुर का मोडेरा बीड़ प्रसिद्ध ) है ।


49. सोरसान घास के मैदान किस जिले में स्थित हैं?
[House Keeper- 9 July 2022]
(A) बूंदी
(B) कोटा
(C) बारां
(D) झालावाड़
उत्तर- (C) सोरसान/सोरसेन घास के मैदान- बारां ब्राह्मणी माता मंदिर गर्दभ (गधो का मेला) प्रसिद्ध सोरसान घास मैदान में दुर्लभ गोडावण पाया जाता है। यह आखेट निषिद्ध क्षेत्र है। गोडवण ब्रीडिंग सेंटर है।

50. राजस्थान में ‘बीड़’……..स्थानीय नाम है।
[Lab Assistant (Home Science)- 30 June 2022]
(A) चारागाह का
(B) कंटीले वन का
(C) तिलहन का
(D) खाद्यान्न का
उत्तर- (A) बीड़- राजस्थान में घास के मैदान/चारागाह/पशुचरी को कहा जाता है।

51. राजस्थान के निम्नलिखित में से किस क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय कंटीले वन मिलते हैं?
[Lab Assistant (Home Science)- 30 June 2022]
[Junior Engineer Ele. Degree 26 Dec., 2020]
[Jr. Instruct. (Mec. diesel ) 23 Dec., 2019]
(A) सिरोही
(B) बांसवाड़ा
(C) चुरु
(D) कोटा
उत्तर- (C) उष्ण कटिबंधीय कंटीले वन/कांटेदार वृक्ष झाड़ियां (जीरोफाइट) वनस्पति पश्चिमी राजस्थान के शुष्क व अर्द्धशुष्क प्रदेशो में। मरुस्थलीय वनस्पति क्षेत्र- यह वन जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर. नागौर, चुरू, सीकर, झुंझुनूं, जालौर में पाये जाते है। मुख्य वृक्ष- खेजड़ा, रोहिड़ा, बेर, बबूल, कैर।

52. ‘JFM’ का पूरा नाम क्या है?
[JSA (Chemistry) 14 Sep., 2019]
(A) संयुक्त वन प्रबंधन
(B) कनिष्ठ वन प्रबंधन
(C) ज्यूरी वन प्रबंधन
(D) जयपुर वन प्रबंधन
उत्तर- (A) जांइट फॉरेस्ट मैनेजमेंट (संयुक्त वन प्रबंध) संयुक्त वन प्रबंध- जब स्थानीय समुदाय के लोग राज्य वन विभाग के साथ मिलकर वन प्रबंधन का कार्य करते है। उद्देश्य- स्थानीय लोगो की आवश्यकता
की पूर्ति करना । 1 जून 1990 में JFM लाया गया। JFM में महिलाओं के साथ पुरुषों की भागीदारी को शामिल किया गया है। लाभ- वन सुरक्षा में वृद्धि, सामाजिक जागरुकता, महिला विकास / सशक्तिकरण, ग्रामीण जीवन में सुधार, NTFP (नॉन टिम्बर फोरेस्ट प्रोडक्ट) में वृद्धि ।

53. मरूस्थलीय वनस्पतियां किस नाम से जानी जाती हैं?
[Investigator 27 Dec. 2020 Evenning]
(A) डेजाफायट्स
(B) जेक्साफायट्स
(C) मेगाफायट्स
(D) जेरोफायट्स
उत्तर- (D) मरूस्थलीय वनस्पतियों को जेरोफायट्स के नाम से जाना जाता है। ये वनस्पतियाँ मरूस्थलीय क्षेत्र में पाई जाती है। मरूस्थलीय
वनस्पति/मरूद्भिद वनस्पति/जीरोफाइट्स के उदाहरण- (1) नागफणी (2)थोर (3) आक (4) खजूर (5) केर (6) कुभट (7) बैर। जेरोफायट्स का विस्तार क्षेत्र- जैसलमेर, बाड़मेर, पश्चिमी जोधपुर, बीकानेर, दक्षिणी
गंगानगर, चुरू। बीकानेर में मरूस्थलीय वनस्पति के लिए मरूधरा जैविक पार्क का निर्माण किया जा रहा है।


54. राजस्थान के किस भाग में मिश्रित पतझड़ वाले वन पाये जाते हैं
[Fireman 29 Jan., 20221
(A) उदयपुर, चित्तौड़गढ़, सिरोही, बूंदी
(B) अलवर-चुरु-जयपुर-झुंझुनूं
(C) जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, बाड़मेर
(D) डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, झालावाड़
उत्तर- (A) मिश्रित पतझड़ वन- दक्षिण- द.पू. अरावली के मध्यम ऊंचाई वाले ढाल पर पाये जाते हैं। उदयपरसिरोही. राजसमंद, चितौड़, भीलवाड़ा, सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, झालावाड़, बूंदी, अलवर, जयपुर, भरतपुर, अजमेर, धौलपुर में पाये जाते है। वृक्ष- आम, खैर, ढाक, धोकड़ा, गुलर, बरगद, तेंदू, सेमल, केर, ओक

55. निम्न में से किस जिले में उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वाले वन नहीं पाए जाते हैं?
[हेडमास्टर प्रवेशिका (संस्कृत शिक्षा) 11 Oct. 2021]
[JSA (Serum) 15 Sep, 2019]
(A) अलवर
(B) बांसवाड़ा
(C) बूंदी
(D) जालौर
उत्तर- (D) उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वन 50-100 वर्षा वाले क्षेत्र 270-770 मीटर की ऊंचाई तक मिलते हैं। धोकड़ा, तेंदू, बबूल, गूलर, खैर, टिमरु, बांस, साल सिरोही, उदयपुर, अलवर, बांसवाड़ा, बूंदी, राजसमंद, चित्तौड़, भीलवाड़ा सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, डूंगरपुर, सर्वाधिक क्षेत्रफल में विस्तृत ।

56. राजस्थान में किस स्थान पर प्रतिवर्ष 12 सितम्बर को ‘वृक्ष महोत्सव’ मनाया जाता है?
[Junior Engineer (Ele. Degree) 26 Dec., 2020]
[J.S.A. (Toxicology) 14 Sep., 2019] [RSSB- Salt Inspector (Industry Dept.) 22 Dec, 2018]
[Clerk Grade II, 12 Aug., 2018]
(A) मन्डोर (जोधपुर)
(B) खेजड़ली (जोधपुर)
(C) फलोदी (जोधपुर)
(D) सरदारपुरा (जोधपुर)
उत्तर- (B) अमृता देवी मृगवन खेजड़ली (जोधपुर) में स्थित है। महाराजा अभयसिंह के समय की घटना। विश्नोई सम्प्रदाय की अमृतादेवी ने 1730 में खेजड़ी वृक्ष रक्षार्थ 363 विश्नोई सम्प्रदाय के लोगों ने प्राणों की आहूति दी। विश्नोई सम्प्रदाय में इसे “साका खडाना” कहते। है। प्रतिवर्ष भादवा शुक्ल नवमी को वृक्ष मेला लगता है। 12 सितम्बर को खेजड़ली दिवस (वृक्ष महोत्सव) मनाया जाता है। प्रथम खेजड़ली दिवस 12 सितम्बर 1978 को मनाया गया। वन तथा वन्यजीव संरक्षण हेतु पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा स्थापित पुरस्कार ‘अमृता देवी पुरस्कार’ 1994 से दिया जाता है। । अमृतादेवी पुरस्कार पाली के गंगाराम विश्नोई को दिया गया। 11 सितम्बर को गंगाराम की स्मृति में “राष्ट्रीय वन शहीद दिवस” मनाया जाता है।

57. निम्नांकित में से कौनसे वन राजस्थान में सर्वाधिक क्षेत्रफल में फैले हुए हैं?
[JEN Civil (Diploma) 21 Aug, 2016]
(A) उष्ण कटिबन्धीय पतझड़
(B) मिश्रित पतझड़
(C) उपोष्ण कटिबन्धीय सदाबहार
(D) शुष्क सागवान
उत्तर- (A) उष्ण कटिबंधीय शुष्क पतझड़ वन अरावली पर्वत श्रेणी के उत्तरी-पूर्वी ढाल अलवर, भरतपुर, धौलपुर। सिरोही, उदयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, बासवाड़ा, भीलवाड़ा, कोटा, बारां, डूंगरपुर, बूंदी में पाये जाते है।ये सर्वाधिक क्षेत्रफल में विस्तृत है। वन ध किड़ा, गूलर, आम, बरगद, पलाश, बाँस, आँवला, ओक, थोर, तेंदू, सेमल। उपप्रकार- शुष्क सागवान, सालर, धाकड़ा, पलाश।


58. इमारती लकड़ी के लिए प्रसिद्ध सागवान के वन किस जिले में सर्वाधिक पाए जाते है ?
[Agriculture Officer 19 Jan, 2021] [Investigator 27 Dec. 2020 Evenning]
[LSA Exam 21 October 2018]
[Rajasthan Police Constable- 14 July, 2018 (II)]
[3rd Grade 2013]
(A) दौसा
(B) बांसवाड़ा
(C) पाली
(D) झुंझुनू
उत्तर- (B) शुष्क सागवान वन वानस्पतिक नाम टेक्टोना वेंडिस । मानसूनी चौड़ी पत्ते वाले वन। 250-450 मीटर की ऊंचाई पर प्राप्त। 75-110 सेमी. वार्षिक वर्षा क्षेत्र दक्षिण भाग बांसवाड़ा (सर्वाधिक), डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, कोटा। कुल वन क्षेत्र का 6.86 प्रतिशत भाग में विस्तृत इमारती लकड़ी हेतु प्रसिद्ध।


59. राजस्थान में निम्नलिखित में किस प्रकार की वनस्पति नहीं पायी जाती है?
[Librarian Grade III- 13 Nov 2016]
(A) उष्णकटिबन्धीय सदाहरित
(B) उष्णकटिबन्धीय कंटीली
(C) उपोष्ण कटिबन्धीय सदाहरित
(D) शुष्क एवं अर्द्धशुष्क पर्णपाती
उत्तर- (A) उपोष्ण कटिबंधीय सदाहरित- 0.39% भाग में विस्तृत माउंट आबू (सिरोही) में पाये जाते है। 1000-1300m तथा 150 cm वर्षा वाले भागों में पाये जाते है। शुष्क उष्ण कटिबंधीय कंटीली वन- 6.26% भाग जोधपुर, बीकानेर, पाली, बाड़मेर, नागौर, सीकर, अजमेर, झुझुनूं, 25-80 cm वर्षा वाले भाग। शुष्क / अर्द्धशुष्क पर्णपाती वन- 50- 100 cm, उदयपुर- बांसवाड़ा तथा अरावली क्षेत्र, 270m – 770m ऊंचाई तक मिलते है।

60. राजस्थान में 75 से 110 सेमी. वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में कौनसे वन पाये जाते हैं?
[JEN (Civil) 18 May 2022]
[II Grade (Sans. Edu.) 19 Feb, 2019]
(A) शुष्क वन
(B) मिश्रित पतझड़ वन
(C)शुष्क सागवान वन
(D) उपोष्ण सदाबहार वन
उत्तर- (C) शुष्क सागवान वन 75 से 110 सेमी. वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में अन्य नाम मानसूनी वन या चौड़ी पती वाले वन बांसवाड़ा, डूंगरपुर, चित्तौड़गढ़, उदयपुर में पाये जाते है सर्वाधिक सागवान बांसवाड़ा में पाये जाते है।

61. शुष्क सागवान के वन राजस्थान के किस वन मण्डल के अन्तर्गत सर्वाधिक क्षेत्र पर विस्तृत हैं?
[ARO (Entomology) 30 Aug, 2022]
[JEN (Civil) Diploma (TSP) – 16 Oct 2016]
(A) राजसमन्द
(B) बांसवाड़ा
(C) सिरोही
(D) कोटा
उत्तर- (B) शुष्क सागवान वन- मानसूनी चौड़ी पत्ते वाले वन 250- 450M की ऊंचाई पर प्राप्त 75-110cm वार्षिक वर्षा क्षेत्र दक्षिण भाग बांसवाड़ा (सर्वाधिक), डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, कोटा इमारती लकड़ी हेतु प्रसिद्ध वानस्पतिक नाम टेक्टोना डिस

62=राजस्थान के दक्षिणी भाग में 250 से 450 मी. की ऊंचाई पर सर्वाधिक संख्या में पाए जाने वाले वृक्ष है- [Clerk Grade II, 12 Aug., 2018 ]
(A) सागवान
(B) सालर
(C) धोकड़ा
(D) पलाश
उत्तर- (A)शुष्क सागवान वन वे वन 75-110 से.मी. वर्षा वाले भागों में पाये जाते है। चौड़ी पत्ती वाले वन कहलाते है। राजस्थान के दक्षिण भाग बांसवाड़ा (सर्वाधिक), डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़, प्रतापगढ़, में पाये जाते है। 250-450 मी. की ऊंचाई पर मिलते है। . इमारती लकड़ी के लिए प्रसिद्ध है।

63. राजस्थान के किस भाग में शुष्क सागवान के वन पाये जाते है?
[Compiler-21 Aug, 2016]
(A) मध्य राजस्थान
(B) दक्षिणी राजस्थान
(C) पूर्वी राजस्थान
(D) उत्तरी-पूर्वी राजस्थान
उत्तर- (B) शुष्क सागवान वन- 75-110 सेमी. वर्षा वाले क्षेत्र में। 250 मीटर 450 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्र में मानसूनी चौड़ी पत्ते वाले वन। दक्षिण भाग बांसवाड़ा (सर्वाधिक), डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़, कोटा। वानस्पतिक नाम टेक्टोना ग्रैंडिस । इमारती लकड़ी हेतु प्रसिद्ध । कुल वन क्षेत्र का लगभग 6.86 प्रतिशत क्षेत्र में विस्तृत । बरगद, आम, गूलर, महुआ भी पाये जाते है।

64. माउण्ट आबू क्षेत्र में किस प्रकार की प्राकृतिक वनस्पति पाई जाती है?
[JEN Civil Degree (Non TSP) 21 Aug., 2016]
(A) उष्ण कटिबन्धीय सदाबहार
(B) उपोष्ण कटिबन्धीय सदाबहार
(C) अर्द्ध शुष्क पतझड़
(D) उष्ण कटिबन्धीय कंटीली
उत्तर- (B) उपोष्ण कटिबन्धीय सदाबहार- कुल वनक्षेत्र का 0.39 प्रतिशत भाग में पाये जाते है। 23 23 सदाबहार, अर्द्धसदाबहार वनस्पति माउंट आबू (आबू पर्वतीय प्रदेश) सिरोही में पाये जाते है। 1000-1300 मीटर की ऊंचाई पर पाये जाते है। 150 सेमी. वर्षा वाले क्षेत्र।

65. राजस्थान में सदाबहार वन पाए जाते हैं-
[J.S.A. (Toxicology) 14 Sep, 2019]
(A) उदयपुर में
(B) माउंट आबू में
(C) कोटा में
(D) अजमेर में
उत्तर- (B) राजस्थान में सदाबहार वन आबू पर्वत के चारों तरफ प्रमुख रूप से सिरोही जिले में पाए जाते है। सदाबहार वनों के लिए 150 सेमी. या उससे ज्यादा की वर्षा की आवश्यकता होती है। ये वन राज्य के कुल वन क्षेत्र के 0.39% क्षेत्र में फैले हुए है। यह वन 1070 मीटर से 1375 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाए जाते है। इन वनों में बांस, आम, जामुन व रोहिड़ा, आबु ऐन्सिस डिक्लिप टेरा (अम्बतरी) पाए जाते है।

66. निम्न में से सालार वन किस जिले में नहीं पाए जाते हैं?
[Agriculture Officer 19 Jan, 2021]
(A) अलवर
(B) सिरोही
(C) कोटा
(D) उदयपुर
उत्तर- (C) सालर वन- वानस्पतिक नाम बोसवेलिया सरेटा।ये 450 मीटर की ऊँचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में मिलते है। राजसमंद, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, भीलवाड़ा, पाली, अलवर, सिरोही, अजमेर, जयपुर। वृक्ष- सालर, धोक, धावड़ा कठीरा। लगभग 5 प्रतिशत क्षेत्रफल में विस्तृत । गोंद का प्रमुख स्त्रोत लकड़ी सामान पैकिंग के काम आती है।

67. राजस्थान के किस जिले में उपोष्णकटिबन्धीय पर्वतीय वन पाये जाते है?
[Lecturer (Ayurveda) GK 11 Nov. 2021]
(A) कोटा
(B) सिरोही
(C) झालावाड़
(D) अलवर
उत्तर- (B) उपोष्ण कटिबन्धीय पर्वतीय वन- मुख्यतः सिरोही, राजसमंद। उदयपुर, चितौड़गढ़ में पाये जाते है। बरगद, गूलर, आम, जामुन, धोकड़ा, सालर सदाबहार वन- मुख्यतः (माउंट आबू) सिरोही में पाये जाते है। कुल वन क्षेत्र का 0.39 प्रतिशत 150 सेमी से ज्यादा वर्षा वाला क्षेत्र जामुन, आम, बिल्व पत्र ।

68. राजस्थान में शुष्क सागवान के वृक्षारोपण हेतु सर्वाधिक उपयुक्त जिले हैं-
[JEN (Ele. Mech.) Degree 20 May, 2022] [Junior Instructor (Wireman) 24 Dec., 2019]
[Librarian Grade III- 13 Nov 2016]
[LSA 21 August, 2016]
[RPSC 2nd Grade SST (GK) 2011]
(A) बाड़मेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर
(B) डूंगरपुर, बांसवाड़ा, उदयपुर
(C) झालावाड़, बूंदी, कोटा
(D) भरतपुर, अजमेर, जयपुर
उत्तर- (B) शुष्क सागवान वन- ये 75-110 cm वर्षा वाले भागों में पाये जाते है। मानसूनी चौड़ी पत्ते वाले वन भी कहते है। दक्षिण राज. में बांसवाड़ा (सर्वाधिक), डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़, प्रतापगढ़, कोटा में पाये जाते है। कुल वन क्षेत्र के 6.86% भाग में फैले है। लकड़ी के लिए प्रसिद्ध हैं 250-450m की ऊंचाई पर मिलते है। इमारती

69. अपनी प्रचुर उपस्थिति के आधार पर निम्न वनों एवं जिलों को दिए गये कूट की सहायता से सुमेलित कीजिए-
[JEN (Ele.) Degree 29 Nov 2020]
(1) सालर वन। (a) बांसवाड़ा
(2) ढाक वन। (b) सिरोही
(3) सदाबहार वन। (c) चित्तौड़गढ़
(4) शुष्क सागवान वन (d) अलवर
कूट /
1 2 3 4
(A) (d) © (b) (a)
(B) © (d) (a) (b)
(C) (b) (c) (a) (d)
(D) (a)। (d)। © (b)
उतर (A) सालर वन वानस्पतिक नाम बोसवेलिया सेरेटा 450 मीटर से अधिक पहाड़ी क्षेत्रों में पाये जाते है। ये गोंद का अच्छा स्त्रोत है। इसकी लकड़ी का प्रयोग पैकिंग में काम आती है। ढाक- पलाश वानस्पतिक नाम- ब्यूटिया मोनोस्पर्मा जंगल की ज्वाला (Fire Flame of Forest) देहाती भाषा में खाखरा कहा जाता है। सदाबहार वन- कुल वन क्षेत्र का 0. 39 प्रतिशत आबू पर्वतीय क्षेत्र (सिरोही) 1000-1300 मीटर की ऊंचाई पर पाये जाते है। 150 सेमी. से ज्यादा वर्षा वर्ष भर हरे-भरे रहते है। शुष्क सागवान वन 75 से 110 सेमी. वर्षा वाले भागों में पाये जाते है। मानसूनी – चौड़ी पत्ती वाले वन भी कहते है।

70.राजस्थान में किस पेड़ को ‘जंगल की आग/ज्वाला’ कहते है?
[VDO 27 Dec. 2021 Shit I]
[Jail Prahari 8 Sep., 2017]
[RPSC 2nd Grade SST (GK) 2011]
(A) महुआ
(B) खेजड़ी
(C) पलाश
(D) धोकड़ा
उत्तर- (C) पलास/ ढाक/जंगल की ज्वाला/फ्लैम द फॉरेस्ट- स्थानीय भाषा में खाखरा कहा जाता है। वैज्ञानिक नाम ब्यूटिया मोनोपमा 180 सेमी से अधिक वर्षा वाले क्षेत्र में मिलता है। प्राकृतिक रंगो के निर्माण में उपयोगी मुख्यतः राजसमंद, चित्तौड़गढ़, भीलवाड़ा, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़।

71.निम्नलिखित में किसमें सालार या साल (बोसवालिया सेराता) के वन पाये जाते है।
[Librarian Grade-III, 11 Sept. 2022]
[ College Paper III 22 Sep. 21]
[Librarian Grade-II, 02 Aug 2020]
(A) सवाई माधोपुर- बूँदी- धौलपुर, करौली
(B) टोंक – जयपुर दौसा-सीकर
(C) कोटा-बूंदी – बारां-झालावाड़
(D) अलवर-चितौड़-उदयपुर-सिरोही
उत्तर- (D) सालार वन- वानस्पतिक नाम- बोसवोलिया सेरेटा। 450 मीटर की ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में मिलते है। राजसमंद, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, पाली, अलवर, सिरोही, अजमेर, जयपुर। सालर वृक्ष गोंद का स्त्रोत है। लकड़ी सामान पैकिंग के काम आती है। प्रमुख- सालर/धोक, कठीरा, धावडा ।

72. अरावली पहाड़ियों में सालर वृक्ष किस ऊंचाई पर मिलते है?
[Junior Instructor (Fitter ) 23 March 2019]
(A) 750 मीटर से अधिक
(B) 450 मीटर से अधिक
(C) 750 मीटर से कम
(D) 450 मीटर से कम
उत्तर- (B) सालर वृक्ष- वानस्पति नाम- बोसवेलिया सेरेटा मी. ऊचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में मिलते है। उदयपुर, भीलवाड़ा, पाली, सिरोही, अजमेर, जयपुर प्रमुख का गठन कब किया ये 450 वृक्ष- सालर की लकड़ी सामान पैकिंग के अलवर, राजसमंद, चितौड़गढ़, काम आती है। सालर वृक्ष गोंद का अच्छा स्त्रोत है।

73.केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान का गठन कब किया गया था?
[Clerk Grade II, Junior Assistant 9 Sep., 2018]
(A) 1971
(B) 1966
(C) 1959
(D) 1985
उत्तर- (C) काजरी- सेन्ट्रल एरिड जोन इंस्टीट्यूट 1952 मरु वनीकरण केन्द्र की जोधपुर में स्थापना। 1957 मरु वनीकरण एवं मृदा संरक्षण केन्द्र नाम दिया गया। 1959 में ICAR द्वारा पूर्ण संस्थान का दर्जा देकर केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान नाम दिया गया क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र भुज(गुजरात), लेह, पाली, बीकानेर, जैसलमेर (5)।


74.निम्नलिखित में से कौनसे कथन सही है? नीचे दिये गये कूटों में से सही उत्तर चुनिये-
(A) मिश्रित पतझड़ वन 250 सेमी. से 300 सेमी. अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में उगते है।
(B) राजस्थान में वन क्षेत्र का 25 प्रतिशत से अधिक भाग मिश्रित पतझड़ वनों के अन्तर्गत आता है।
(C) धोक, साल, बांस खैर आदि पेड़ राजस्थान में मिश्रित पतझड़ वनों में पाये जाते है।
[Assistant Testing Officer 27 Jul, 2021]
कूट-
(A) A और B
(B) केवल C
(C) केवल B
(D) B और C
उत्तर- (D) मिश्रित पतझड़ वाले वन- पूर्वी राजस्थान में मुख्यतः पाये जाते है। अरावली श्रेणी के उत्तरी/पूर्वी ढाल अलवर, भरतपुर, धौलपुर तथा सिरोही, उदयपुर, अजमेर, चित्तौड़गढ़ में पाये जाते है। धोक, गूलर, साल, बांस, खैर, ओक, सेमल, तेंदू पाये जाते है। 25 प्रतिशत से अधिक वन क्षेत्र इसके अंतर्गत है।

75. सही कथनों का चयन नीचे दिये कूट से कीजिये:
A. अर्द्ध-उष्ण सदाबहार वन आबू पर्वत क्षेत्र में मिलते हैं।
B. शुष्क सागवान के वन राजस्थान के दक्षिणी भागों में केन्द्रित हैं।
C. मिश्रित पतझड़ वाले वन उत्तरी राजस्थान में मिलते हैं।
D. ‘खेजड़ी’ वृक्ष शुष्क वनों की विशेषता है।
[College Lecturer (Sarangi) 30 May, 2019]
कूट:
(A) A, B और C सही हैं।
(B) A, B और D सही हैं।
(C) B, C और D सही हैं।
(D) A, B, C और D सही हैं।
उत्तर- (B) अर्द्ध उष्ण (उपोष्ण) सदाबहार वन माउंट आबू (सिरोही) में मिलते है। शुष्क सागवान वृक्ष राजस्थान के दक्षिण भाग (बांसवाड़ा, डूंगरपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, कोटा) में पाये जाते है। मिश्रित पतझड़ वाले वन पूर्वी राजस्थान (अलवर, भरतपुर, धौलपुर, सिरोही, उदयपुर) में पाये जाते है। धोक, गूलर, साल, खैर, ओक, सेमल, तेंदू प्रमुख वृक्ष है। शुष्क वन पश्चिमी राजस्थान में पाये जाते है। खेजड़ी, रोहिड़ा, बबूल, कंटीली झाड़ियां ।

76. राजस्थान के किस भाग में शुष्क खेती प्रचलित है?
[Fireman 29 Jan 2022]
(A) पश्चिमी भाग में
(B) दक्षिणी भाग में
(C) द.पू. भाग में
(D) पूर्वी भाग में
उत्तर- (A) शुष्क खेती- बारानी / ड्राई फार्मिंग वर्षा की अल्पता यानि 150 सेमी से कम वर्षा के कारण वर्षा जल का सुनियोजित संरक्षण कर कम पानी की आवश्यकता वाली शीघ्र पकने वाली फसलों की कृषि की जाती है। खरीफ-बाजरा, ज्वार, मूंग, मोठ, चवला तथा रबी में सरसों, चना आदि । राजस्थान के पश्चिम भाग में होती है।

77.राजस्थान के वनों के संबंध में निम्नलिखित कथनों का परीक्षण कीजिए तथा नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(i) शुष्क सागवान के वन राजस्थान के दक्षिणी भाग में संकेन्द्रित हैं।
(ii) सागवान के वन 75 से 110 सेमी. औसत वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं।
(ii) उपोष्ण कटिबन्धीय सदाबहार वन माउण्ट आबू पर पाए जाते है।
(iv) पश्चिमी राजस्थान के वन मिश्रित पतझड़ वाले हैं।
कूट-
[Patwar Pri- 25 May, 2016]
(A) (i) और (ii)
(B) (ii) और (iii)
(C) (iii) और (iv)
(D) (i), (ii) और (iii)
उत्तर- (D) मिश्रित पतझड़ वन- शुष्क मानसूनी खुले वन। मुख्यतः पूर्वी भाग में पाये जाते है। धोंक के वन- सवाई माधोपुर, बूंदी, अलवर, भरतपुर (मेवात), चित्तौड़गढ़। ढाक के वन- जयपुर, अलवर, टोंक, सवाई माधोपुर ।

78.क्षेत्रफल के अवरोही क्रम में राजस्थान में वन प्रकार की कौन-सी क्रमावली सही है?
[Lab Assistant 13 Nov., 2016]
(A) शुष्क पर्णपाती मिश्रित पर्णपाती उष्णकटिबन्धीय कांटेदार उपोष्ण कटिबन्धीय सदाहरित
(B) मिश्रित पर्णपाती – शुष्क पर्णपाती- उष्णकटिबन्धीय कांटेदार उपोष्ण कटिबन्धीय सदाहरित
(C) उपोष्ण कटिबन्धीय सदाहरति मिश्रित पर्णपाती – शुष्क पर्णपाती उष्णकटिबन्धीय कांटेदार
उष्णकटिबन्धीय कांटेदार उपोष्ण कटिबन्धीय सदाहरित-मिश्रित पर्णपाती – शुष्क पर्णपाती
उत्तर- (A) शुष्क पर्णपाती- सिरोही, उदयपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, चित्तौड़, भीलवाड़ा, सवाईमाधोपुर, कोटा, बारां, झालावाड़ / डूगरपुर/बूंदी। 58.11% धोकड़ा / गूलर / टिमरू / बांस साल / ओक / खैर मिश्रित पर्णपाती सवाई माधोपुर, जयपुर, अलवर, टोंक। 28.38% बरगद / आम / जामुन / धोकड़ा। उष्णकटिबंधीय कांटेदार- जोधपुर / बीकानेर // पाली / बाड़मेर / सीकर / अजमेर। 6.26% खेजड़ी / रोहिड़ा, बेरा / जाल / केर/ बबूल। उपोष्ण सदाहरित – 0.39% माउंटआबू (सिरोही) 1070-1375M ऊंचाई तक, आबु ऐन्सिस डिन्सस डिकलपटेरा, अमबतरी, नीट के लिप्टस इंदोक/कडाया।

79. प्राकृतिक रूप में मरु क्षेत्र में बहुतायत निम्न पेड़ प्रजाति पाई जाती है-
[Fourest Guard 2013 (Jaisalmer) ]
(A) धोंक
(B) खेजड़ी
(C) नीम
(D) इनमें से कोई नही
उत्तर- (B) खेजड़ी- रेगिस्तान का कल्पवृक्ष / राजस्थान का गौरव राज्यवृक्ष- प्रोसोपिस सिनेरेरिया विजयादशमी / दशहरे पर पूजा शमी/जांटी चारा-लूम, फली-सांगरी मरु प्रदेश/ मरुस्थल में बहुतायत प्राकृतिक रुप से पायी जाती है।

80.निम्न में से कौनसा कथन असत्य है?
[REET-L2, 24 July 2022 Shift-1]
(A) जवाहर सागर अभयारण्य कोटा, बूंदी, चित्तौड़गढ़ में है।
(B) केसर बाग वन्यजीव अभ्यारण्य धौलपुर में है।
(C) अर्द्ध उष्णकटिबंधीय सदाबहार वनों को मानसून वन भी कहते हैं।
(D) ‘राजस्थान का कल्पवृक्ष” रोहिड़ा है।
उत्तर- (D) अर्द्ध उष्णकटिबंधीय (उपोष्ण) सदाबहार वन इन्हें मानसूनी वन भी कहा जाता है। जो आबू (क्षेत्र) सिरोही में मिलते है केसरबाग- धौलपुर, जवाहर सागर अभयारण्य कोटा, बूंदी, चित्तौड़गढ़ में विस्तृत है।। राजस्थान का कल्पवृक्ष खेजड़ी है।

81. कौनसा कथन असत्य है?
[VDO Main Eaxm- 9 July 2022]
(A) शुष्क सागवान वन राजस्थान के दक्षिणी भागों में पाये जाते हैं।
(B) मिश्रित पतझड़ वन उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और सिरोही जिलों में मिलते हैं।
(C) उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन आबू पर्वतीय क्षेत्र में पाये जाते हैं।।
(D) उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन अधिकांशतः पूर्वी राजस्थान में मिलते हैं।
उत्तर- (D) उष्णकटिबंधीय कांटेदार वन पश्चिमी राजस्थान में मिलते है। शुष्क सागवान वन राजस्थान के दक्षिणी भागों में पाये जाते हैं।
मिश्रित पतझड़ वन उदयपुर, चित्तौड़गढ़ और सिरोही जिलों में मिलतेहैं। उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन आबू पर्वतीय क्षेत्र में पाये जाते हैं।

82. निम्नांकित में से कौनसा राजस्थान वानिकी विकास एवं जैव-विविध ता परियोजना का उद्देश्य नहीं है?
[JEN (Mechanical), 21 Aug2016]
[College Lecture 24 April, 2016]
(A) जैव-विविधता संरक्षण
(B) वृक्षारोपण
(C) बाढ़ नियंत्रण
(D) पारिस्थितिकीय पर्यटन संवर्द्धन
उत्तर- (C) राजस्थान वानिकी जैव विविधता परियोजना- (R.F.B.P.I.) अप्रैल 2003 से जुलाई 2008 जापान की सहायता। (R.F.B.P. II) – J.I.C.A. अवधि- अक्टूबर 2011 से सितम्बर 2021 सहायता- जापान इंटरनेशनल कॉर्पोरेशन एजेंसी (JICA) कुल लागत = 1152.53 करोड़ रु. वृक्षारोपण (वनीकरण), जलसंरक्षण, जैवविविधता संरक्षण, गरीबी उन्मूलन, आजीविका सर्वद्धन के 15 जिले, 7 अभयारण्य में संचालित । उद्देश्य-

83. काजरी (CAZRI) का पूरा नाम क्या है?
[Clerk Grade II / Junior Assistant 16-9-2018]
(A) सेन्ट्रल एग्रीकल्चरल जोन रिसर्च इन्स्टीट्यूट
(B) सेन्ट्रल ओटो जोनल रिसर्च इन्स्टीट्यूट
(C) सेन्ट्रल एरिड जोन रिसर्च इन्स्टीट्यूट
(D) सेन्ट्रल एरिड जोनल रिसर्च इन्स्टीट्यूट
उत्तर- (C) CAZRI – केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान 1959 ICAR द्वारा पूर्ण संस्थान का दर्जा दिया। क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्र भुज (गुजरात), लेह, पाली, बीकानेर, जैसलमेर 1952 मरु वनीकरण केन्द्र जोधपुर 1957 मरु वनीकरण एवं मृदा संरक्षण केन्द्र नाम दिया गया।

84.’राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता परियोजना’ किसके द्वारा प्रायोजित है?
[ARO (Horticulture) 29 Aug. 2022]
[Forester – 06 Nov. 2022, Shift-2]
[Lab Assistant (Home Science ) – 30 June 2022]
[J.En. (Civil) (Diploma)-2020]
[Jr. Instruct. (Mec. diesel ) 23 Dec., 2019]
(A) विश्व व्यापार संगठन
(B) विश्व बैंक
(C) जापानीज इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी
(D) एशियन डेवलपमेंट बैंक
ऊत्तर- (C) राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता परियोजना फेज -1 वनों की बढ़ोतरी के अलावा वन्य जीवों के संरक्षण हेतु यह कार्यक्रम भी जापान सरकार के JBIC (जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल को ऑपरेशन) के सहयोग से 2003 में प्रारंभ किया गया। इसका समापन 30 जून 2010 को हुआ। 18 जिलों में चलती गयी इस योजना का उद्देश्य अरावली पर्वतमाला क्षेत्र में पारिस्थितिकी संतुलन की पुनर्स्थापना जैव विविधता संरक्षण करना था। राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता परियोजना फेज 2 (2011-12 से 2018-19 ) – यह योजना “जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी- JICA” के वित्तीय सहयोग से राजस्थान राज्य के दस मरूस्थलीय जिले (सीकर, झुंझुनू, चुरू, जालौर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, नागौर, जैसलमेर, बीकानेर) एवं पांच गैर मरूस्थलीय जिले (बांसवाड़ा, डूंगरपुर, भीलवाड़ा, सिरोही, जयपुर) तथा सात वन्यजीव सरक्षित क्षेत्रों (कुम्भलगढ़, फुलवारी की नाल, जयसमन्द, सीतामाता, बस्सी, केलादेवी. रावली टाडगढ़) में क्रियान्वित की जा रही है। 8 वर्षीय यह परियोजना 2011-12 प्रारंभ की गई थी। परियोजना के अंतर्गत वनीकरण कृषि वानिकी, मृदा एवं जल संरक्षण, जैव विविधता संरक्षण, गरीबी उन्मूलन एवं आजीविका संवर्द्धन कार्य किए जा रहे है।

85. राजस्थान का राज्य वृक्ष है-
[JEN (Mech / Ele.) Diploma 20 May,
(A) प्रोसेपिस सिनेरेरिया
(B) टेकोमेला उण्डुलेटा
(C) प्रोसोपिस जूलीफलीरा
(D) होहोबा
उत्तर- (A) राज्य वृक्ष- खेजड़ी, वानस्पतिक नाम- प्रोसोपिस सिनेरेरिया उपनाम- रेगिस्तान का कल्पवृक्ष, राजस्थान का गौरव घोषणा- 31 अक्टूबर 1983 स्थानीय नाम- जांटी, राजस्थानी -सीमलो विजयादशमी / दशहरा पर पूजा की जाती है।

86. शुष्क वन अनुसंधान (आफरी) कहां स्थित है? [Librarian Grade-II, 02 Aug 2020]
[Raj. Police Constable 2013]
(A) नागौर
(B) बीकानेर
(C) जैसलमेर
(D) जोधपुर
उत्तर- (D) शुष्क वन अनुसंधान संस्थान- जोधपुर, स्थापना- 1985 ई. अधीन वानिकी अनुसंधान- शिक्षा परिषद् देहरादून कार्यक्षेत्र – राजस्थान, गुजरात, दादर नागर हवेली उद्देश्य- अर्द्ध शुष्क क्षेत्र में वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा वानिकी क्षेत्र में तकनीक विकसित करना जिससे वानस्पतिक क्षेत्र बढ़े।

87.वन संरक्षण अधिनियम स्वीकृत हुआ-
[AAO- 28 May, 2022]
(A) 1990
(B) 1955
(C) 1980
(D) 2000
उत्तर- (C) वन संरक्षण अधिनियम 1980 लागू- 25 अक्टूबर 1980 को लागू राजस्थान वन (संशोधन) अधिनियम 2014 4 मार्च 2014 से लागू।

88. राजस्थान के निम्नलिखित में से किस जिले में काजरी का मुख्यालय अवस्थित है?
[Forest Guard-11 Dec. 2022 Shift-1]
[LabAssistant (Science) – 28 June 2022, Shift-1]
[Rajasthan High Court 13 March, 2022]
[Constable Exam 6 Nov, 2020 (1)]
[JEN Civil Degree 2020]
[3rd Grade 2013]
(A) जोधपुर
(B) नागोर
(C) बीकानेर
उत्तर- (A) काजरी (भाकृअनुप )- एरिड जोन रिसर्च इंस्टीट्यूट 1952 मरू वनीकरण केन्द्र स्थापना। 1957 ई. मरू वनीकरण एवं मृदा संरक्षण केन्द्र नाम रखा गया। 1959 ई. में ICAR द्वारा पूर्ण संस्थान का दर्जा गया। अनुसंधान केन्द्र- भुज (गुजरात), लेह, पाली, बीकानेर, जैसलमेर (कुल 5)।

89. राजस्थान सरकार ने किस वर्ष राजस्थान राज्य पर्यावरण नीति (राजस्थान स्टेट एनवायरमेन्ट पॉलिसी) बनाई ?
[RAS Pre 28 Aug, 2016]
[CET (Graduation) 07 Jan. 2023, Shift-1]
[AAO-28 May, 2022]
[Officer 19 Jan, 2021]
Inspector (Industry Dept.) 22 Dec, 2018 ]
(A) 1996
(B) 2010
(C) 2002
(D) 2006)
उत्तर- (B) राजस्थान राज्य पर्यावरण नीति 2010- 18 फरवरी 2010 को घोषित उद्देश्य पर्यावरण- मानव जाति विरासत के अनुसार, समाज के सभी क्षेत्रों की रक्षा के लिए समान गुण वाली सेवाओं का रक्षण । कुशलता से पर्यावरण तंत्र का रक्षण लक्ष्य- राज्य के सम्पूर्ण भू-भाग के 20 प्रतिशत भाग को वृक्षाच्छाति करना है। 1952 की राष्ट्रीय वन नीति अनुसार 33 प्रतिशत भाग पर वन होने चाहिए।

90. भारतीय वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 को राजस्थान में किस वर्ष लागू किया गया ?
[MVSI 12 Feb., 2022]
[Junior Instructor (Welder) 26 March, 2019]
(A) 1972
(B) 1974
(C) 1973
(D) 1975
उत्तर- © भारत सरकार द्वारा 9 सितम्बर 1972 को वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम 1972 लागू किया गया। राजस्थान सरकार द्वारा इस अधि नियम को 1 सितम्बर 1973 गया। इस अधिनियम के द्वारा राज्य में वन्य जीवों के शिकार पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया।

91.केन्द्रीय मरू क्षेत्र अनुसंधान संस्थान में स्थित है?
[Agriculture Supervisor 03 March 2019]
(A) अजमेर
(B) बाड़मेर
(C) बीकानेर
(D) जोधपुर
उत्तर- (D) केन्द्रीय मरू क्षेत्र अनुसंधान संस्थान, जोधपुर- केन्द्र सरकार ने मरूस्थलीकरण को रोकने हेतु अक्टूबर 1952 में मरूस्थल वृक्षारोपण शोध केन्द्र की स्थापना जोधपुर में की थी।

92. राज्य में नई वन नीति की घोषणा कब हुई ?
[RPSC 2nd Grade SST (GK) 2011]
(A) 18 फरवरी, 2008
(B) 18 फरवरी, 2009
(C) 18 फरवरी, 2010
(D) 28 दिसम्बर 2009-
उत्तर- © राज्य वन नीति- 18 फरवरी 2010 को घोषणा। लक्ष्य- 20. प्रतिशत भू भाग पर वन होने चाहिए। 4 मार्च 2014 राजस्थान वन (संशोधन) अधिनियम, 2014 लागू।

93. राजस्थान में राज्य की प्रथम वन नीति किस वर्ष में घोषित की गई ? [Forest Guard 13 Nov, 2022 Shift iv]
[House Keeper-9 July 2022]
[Headmaster-2 Sep. 2018]
(A) 2001
(B) 1992
(C) 2010
(D) 2020
उत्तर- (C) राजस्थान की प्रथम वन नीति- 18 फरवरी 2010 लक्ष्य- राज्य के संपूर्ण भूभाग के 20% भाग को वृक्षाच्छादित करना। 1952 की राष्ट्रीय वन अनुसार 33% भाग पर वन होने चाहिए।

94. सन् 1730 में राजस्थान के जोधपुर जिले में ‘खेजड़ली आंदोलन’ किसके लिए हुआ था ?
[Rajasthan Police Constable 15 Jul, 2015]
(A) जल संरक्षण के लिए
(B) वन संरक्षण के लिए
(C) नदी संरक्षण के लिए
(D) मृदा संरक्षण के लिए
उत्तर- (B) खेजड़ली आंदोलन- अमृतादेवी ने 1730 ई. में (महाराजा अभयसिंह) के समय वृक्ष (खेजड़ी) की रक्षार्थ प्राणों की आहुति दी। राजस्थान का चिपको आंदोलन। विश्नोई सम्प्रदाय इसे “साका खडाना” कहते है। एकमात्र वृक्ष मेला भादवा शुक्ल 10

95. अमृता देवी विश्नोई पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है?
[Stenographer 2018, 21 March, 2021 Shift i]
(A) खेलकूद
(B) वन्यजीव संरक्षण
(C) संगीत
(D) राजनीति
उत्तर- (B) भादवा शुक्ल दशमी को वृक्ष मेला लगता है। 12 सितम्बर खेजड़ली दिवस मनाया जाता है। प्रथम खेजड़ली दिवस 12 सितम्बर 1978 को मनाया गया था। वन तथा वन्यजीव संरक्षण हेतु पर्यावरण एवं वन मंत्रालय द्वारा स्थापित वानिकी पुरस्कार “अमृता देवी पुरस्कार” 1994 से दिया जा रहा है ।पुरस्कार पाली के गंगाराम विश्नोई को दिया गया। 11 सितम्बर को गंगाराम की स्मृति में “राष्ट्रीय वन शहीद दिवस” मनाया जाता है।

96.खेजड़ली आंदोलन में अपने जीवन का बलिदान किसने दिया?
[REET – 11 Feb, 2018]
(A) पद्मिनी देवी
(B) अमृता देवी
(C) मीना देवी
(D) कर्मा देवी
उत्तर- (B) 1730 ई. महाराजा अभयसिंह (1724-1749 ई.) खेजड़ली (चिपको) आंदोलन हुआ। अमृता देवी विश्नोर, 3 पुत्रियों (आसू, भागु, रत्नी) सहित 363 लोग मारे गये। विश्नोई सम्प्रदाय “साका खडाना”। इस बलिदान को

97. अमृता देवी के नाम से वन्यजीव उद्यान किस जिले में है?
[Junior Instructor COPA 24 March 2019]
(A) पाली
(B) जोधपुर
(C) जालौर
(D) चूरू
उत्तर- (B) अमृता देवी कृष्णमृग पार्क जोधपुर में स्थित है। जोधपुर जिले के खेजड़ली गांव में लुप्त हो रही हिरण प्रजाति के यहां काले हिरण है। इसका नामकरण वृक्षों को बचाने की खातिर अपने प्राण न्यौछावर करने वाली अमर शहीद अमृता देवी के नाम पर किया गया।।

98. संगठन, जिसे वन विकास एवं वन्य जीव सुरक्षा की श्रेणी में वर्ष 2015 का अमृता देवी विश्नोई पुरस्कार प्रदान किया गया हैः
[College Lecture 24 April, 2016]
(A) ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति, सूरजगढ़
(B) आदिवासी वन विकास संस्थान, माउंट आबू
(C) जलधारा विकास संस्थान, भीलवाड़ा
(D) वन विकास संस्थान, प्रतापगढ़
उत्तर- (C) अमृता देवी पुरस्कार- से स्थापित वन एवं वन्य जीवन संरक्षण हेतु दिया जाता है। प्रथम पुरस्कार- गंगाराम विश्नोई (पाली)

99. निम्नलिखित जिलों में से कौन सा कत्थे का मुख्य उत्पादक नहीं है?
[Junior Assitant Elect. 2020]
(A) बीकानेर
(B) भरतपुर
(C) बूंदी
(D) झालावाड़
उत्तर- (A) कत्थे का वैज्ञानिक नाम अकेशिया कटेचु है। यह वृक्ष मुख्यत: उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बूंदी व झालावाड़ में मिलता है। व छाल के टुकड़ो को उबालकर कथौड़ी जाति के इसके तने है। खेर वृक्षों के तनों

100. निम्न में से कौन से जिलों का युग्म राजस्थान में कत्था (अकेसिया-कटेचु) का मुख्य उत्पादक है?
[Forest Guard 13 Nov, 2022 Shift iv] [College Lecture 24 April, 2016]
(A) बांसवाड़ा एवं बारां
(B) सीकर एवं हनुमानगढ़
(C) उदयपुर एवं चित्तौड़गढ़
(D) भरतपुर एवं अलवर
उत्तर- (C) खैर- वैज्ञानिक नाम- अकेशिया कटेचू उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बूंदी, झालावाड़ कथौड़ी जाति द्वारा मध्यवर्ती तनो के टूकड़ो। को उबालकर “कत्था” तैयार किया जाता है। हांडी प्रणाली से तैयार।।

101.खैर वृक्ष के कौनसे भाग से कत्था प्राप्त किया जाता है?
[Salt Inspector (Industry Dept.) 22 Dec, 2018]
(A) मध्यवर्ती लकड़ी से
(B) पत्तों से
(C) जड़ों से
(D) छाल से
उत्तर- (A) खैर वृक्ष- वानस्पतिक नाम अकेशिया कटेच * उदयपुर, चित्तौड़, झालावाड़, बूंदी, भरतपुर कत्था खैर प्रजाति के मध्यवर्ती लकड़ी से प्राप्त होता कत्था हांड़ी प्रणाली से कथौड़ी जाति द्वारा बनाया जाता है। कत्थे के साथ केटेचिन निकलती है जो चमड़े को रंगने में काम आता है। उचित मात्रा में खैर वृक्ष प्राप्त न होने के कारण “कत्था योजना” 1991 में बंद कर दी गई।

102. अमृता देवी, उनकी तीन पुत्रियों एवं अन्य सैकड़ों लोगों ने पेड़ों को बचाने के लिए अपना जीवन खोया। वर्ष 1731 में किस के राजा ने पेड़ो को काटने का आदेश दिया?
[JEN Civil Degree 2020]
(A) सीकर
(B) जोधपुर
(C) उदयपुर
(D) चित्तौड़गढ़
उत्तर- (B) खेजड़ली मेला खेजड़ली (जोधपुर) नामक स्थान पर भरता है। 1730 में मारवाड़ शासक महाराजा अभयसिंह के आदेशानुसार इस स्थान पर अमृता देवी बिश्नोई सहित 363 जनों का कत्लेआम हुआ था। जिसे खेजड़ली हत्याकांड भी कहते है। 84 गांवो के बिश्नोई शामिल थे। प्रतिवर्ष 12 सितम्बर को इस स्थान पर खेजड़ली मेला भरता है। खेजड़ली मेला विश्व का एकमात्र वृक्ष मेला है।

103. वह वृक्ष जिसमें से ‘कत्था’ निकाला जाता है, है-
[CET (Graduation ) – 08.01.2023, Shift-1] [Forest Guard 11 Dec, 2022 Shift-1]
[Lab Assistant (Science) – 29 June 2022, Shift-1]
[Clerk Grade II, 12 Aug., 2018]
(A) बबूल
(B) खैर
(C) नीम
(D) सालर
उत्तर- (B) खैर वृक्ष से कत्था प्राप्त किया जाता वैज्ञानिक नाम- अकेशिया- कटेचू Senegalia Catechu राजस्थान के उदयपुर, चितौड़गढ़, झालावाड़, बूंदी, भरतपुर और जयपुर जिलों में कत्थ का उत्पादन किया जाता है।

104. निम्नलिखित में से कौनसा वृक्ष बीड़ी बनाने में काम आता है? indet
[J.S.A. (Biological) 15 Sep., 2019]
[ de II, Junior Assistant 9 Sep, 2018]
[Raj. Police Constable 2013]
[Fourest Guard 2013 (Jaisalmer)]
(A) तेंदू
(B) बांस
(C) खस’
(D) नीम
उत्तर- (A) तेन्दू- वानस्पतिक नाम- डिसोपायरोप मेलॉन ऑक्सीलॉन मुख्यतः दक्षिण राजस्थान उदयपुर, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, बांसवाड़ा में पाया जाता इसे टीमरू तथा वागड़ का चीकू कहा जाता है। दिसम्बर में तेंदूपत्ता का राष्ट्रीयकरण किया गया। राज्य में बीड़ी बनाने के कारखाने टोंक (मयूर बीड़ी), अजमेर, नसीराबाद, ब्यावर, कोटा, छीपाबड़ौद (बारां), प्रतापगढ़, बांसवाड़ा।

105. आदिवासियों के ‘हरा सोने’ के नाम से जाना जाने वाला वृक्ष है:
[Lab. Assistant 03 Feb. 2019]
(A) सालर
(B) धोकड़ा
(C) बांस
(D) गूलर
उत्तर- (C) बांस का वैज्ञानिक नाम बैंबूसा वल्गारिस है। बांस को पहले पेड़ माना जाता था परन्तु भारत सरकार ने 2017 में भारतीय वन अधि नियम 1927 में संशोधन करके बांस को घास का दर्जा दिया है। बांस राजस्थान के दक्षिणी भाग में प्रमुख रूप से बांसवाड़ा, उदयपुर व कोटा में। पाया जाता है। बांस को ‘आदिवासियों का हरा सोना’ कहा जाता है।

106. राजस्थान में कौनसे भाग में बांस वन पाये जाते हैं?
[Jr. Instruct. (Mec. diesel) Dec., 2019]
(A) पश्चिमी क्षेत्र
(B) पूर्वी क्षेत्र
(C) दक्षिणी क्षेत्र
(D) उतरी क्षेत्र
उत्तर- (C) बांस का वैज्ञानिक नाम ‘बैंबूसा वल्गारिस’ है। बांस को पहले पेड़ माना जाता था। परन्तु भारत स्कार ने 2017 में भारतीय वन अधिनियम में संशोधन करके बांस को घास का दर्जा दिया है। बांस राजस्थान के दक्षिणी भाग में प्रमुख रूप से बांसवाड़ा, उदयपुर व कोटा में पाया जाता है।। बांस को प्रोत्साहित करने के लिए ‘राष्ट्रीय बांस मिशन’ राज्य के 12 जिलों में 2006-07 से चलाया जा रहा है। इसे ‘ आदिवासियों का हरा सोना’ कहा जाता है।

107. राजस्थान में तेंदू पत्तियों का उपयोग मुख्यतः किसके निर्माण के Rub लिये होता है ?
[Junior Instructor (Electirician) 24 March 2019]
(A) तेल
(B) बीड़ी
(C) मेंहदी
(D) रंग
उत्तर- (B) तेंदू- वानस्पतिक नाम- डिसोपायरोप मेलॉन आक्सीलॉन मुख्यतः दक्षिण राजस्थान उदयपुर, चित्तौड़गढ़, झालावाड़, बांसवाड़ा में पाया जाता है। टिमरु तथा वागड़ का चीकू कहा जाता है। दिस. 1973 में तेंदू पता का राष्ट्रीयकरण किया गया राज्य में बीड़ी बनाने के कारखाने टोंक (मयूर बीड़ी), अजमेर, नसीराबाद, ब्यावर, कोटा, छीपाबड़ोद (बारां), प्रतापगढ़, बांसवाड़ा


108. कमरों को खुशबूदार एवं ठण्डा करने के लिए घास का उपयोग किया जाता है?
[Junior Instructor COPA 24 March 2019]
(A) सेवण
(B) धामण
(C) खस
(D) अन्जन
उत्तर- (C) खस को आमतौर पर खसखस कहते है, जो मूल रूप से पोएसी कुल से होता है। इसका वानस्पतिक नाम वेटिवेरिया जिजनियोइडिस होता है। अंग्रेजी में ये खस-खस या वेटियर ग्रास, हिन्दी में खस या खसखस, कन्नड़ में मुडिवाल, तमिल में उशीरम, बंगाल में वेणर मूल आदि कई नामों से जाना जाता है। खस के पोषक तत्व अपरिमित होते है। खस ग्रास में रेजीन, वाष्पशील वेटियर तेज, बीटा-वेटीवोन, खसिनॉल, जिजोनोइक अम्ल, कैल्शियम, एजुलीन और फेरस ऑक्साइड आदि पाये जाते है।

109. बांस मुख्यतः कहां पाया जाता है?
[Junior Instructor (Welder) 26 March, 2019]
(A) उदयपुर
(B) अजमेर
(C) प्रतापगढ़
(D) बारां
उत्तर- (A) बांस का वैज्ञानिक नाम बैंबूसा वल्गारिस है। बांस को पहले पेड़ माना जाता था परन्तु भारत सरकार ने 2017 में भारतीय वन अधि नियम 1927 में संशोधन करके बांस को घास का दर्जा दिया है। बांस राजस्थान के दक्षिणी भाग में प्रमुख रूप से बांसवाड़ा, उदयपुर व कोटा में पाया जाता है। बांस को ‘आदिवासियों का हरा सोना’ कहा जाता है।

110. राजस्थान में ‘खस’ घास उत्पादित जिले हैं –
[CET (Graduation ) 07 Jan. 2023, Shift-1]
[Junior Instructor (Workshop)-10 Sept. 2022]
[J. E. N (Electric) Diploma 2020]
[Junior Instructor (Wireman) 24 Dec., 2019]
[Junior Instructor (Welder) 26 March, 2019]
[Lab Assistant 13 Nov., 2016]
(A) जयपुर, अलवर, अजमेर
(B) भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौड़गढ़
(C) टोंक, सवाई माधोपुर, भरतपुर
(D) अलवर, धौलपुर, करौली
उत्तर- (C) खस एक सुगंधित पौधा है। इसका वानस्पतिक नाम वेटिवीरिआ जिजेनिऑयडीज है। यह सुगंधित, पतले एकवर्ध्यक्ष (Racemes) का लंबे पुष्पगुच्छवाला वर्षानुवर्षी पौधा है। यह टोंक, सवाई माधोपुर तथा भरतपुर क्षेत्र में पाई जाती है। इसकी जड़ो से प्राप्त तेल इत्र उद्योग में प्रसाधन सामग्री बनाने व साबुन का सुगंध प्रदान करने में प्रयुक्त होता है।

111. राजस्थान में बेर एवं खजूर अनुसंधान केन्द्र स्थित है-
[Assistant Testing Officer 27 Jul, 2021]
(A) उदयपुर में
(B) जयपुर में
(C) कोटा में
(D) बीकानेर में
उत्तर- (D) बेर एंव खजूर अनुसंधान केन्द्र- बीकानेर (1978)। सेंटर ऑफ फॉर खजूर, सगरा -भोजका खजूर टिश्यू कल्चर लैब जोधपुर (अतुल राजस्थान खजूर लिमिटेड) किस्म – खुनेजी, मेड्जूल, जैमली, सगई, बरही, खलास।

112. राजस्थान में NBPGR का प्रादेशिक केन्द्र कहां स्थित है?
[SI Platoon Commander 13 Sep., 2021]
(A) जयपुर
(B) उदयपुर
(C) जोधपुर
(D) बीकानेर
उत्तर- (C) NBPGR (नेशनल ब्यूरो ऑफ प्लांट जेनेटिक रिर्सोसेज) का प्रादेशिक केन्द्र ICAR-CAZRI में स्थित है। जो राजस्थान में जोधपुर जिले में स्थित है। NBPGR की स्थापना 1976 में नई दिल्ली में हुई थी। इसके 10 क्षेत्रीय कार्यालय विभिन्न जलवायु क्षेत्रो में स्थित है। उद्देश्य पादप आनुवंशिक संसाधनो के विकास, खोज, सर्वेक्षण व संग्रहण। देश के विभिन्न क्षेत्रो से पादप आनुवंशिक संसाधनो को एकत्र करता है।

113. राजस्थान में शाक ‘पंचकुटा’ में सम्मिलित है-
[Lecturer (Ayurveda) GK 11 Nov, 2021]
(A) कैर, सांगरी, खेलरा, अमचूर और फोगला
(B) कैर, सांगरी, कुमटिया, अमचूर और कचरी
(C) कैर, सांगरी, टिण्डा, अमचूर और बेर
(D) कैर, सांगरी, कुमटिया, अमचूर और गुंदा
उत्तर- (D) पंचकुटा- राजस्थान में प्रचलित सब्जी इसमें कैर, सांगरी, कुमटिया, अमचूर, गुंदा को मिक्स कर बनाई जाती है।

114. निम्न में से ‘पंचकुटा सब्जी’ में शामिल नहीं है-
[Lect. ( ayurveda) Shalya- 12 Nov 2021]
(A) कैर
(B) सांगरी
(C) खिंपोली
(D) कूमट
उत्तर- © पंचकूटा- राजस्थान में प्रचालित सब्जी इसे कैर, सांगरी, कुमटिया, अमचूर, गूंदा को मिक्स कर बनाई जाती है। खींप- वैज्ञानिक नाम लेप्टाडेनिया पाइरोटेकनिका राजस्थान के मरूस्थल क्षेत्र में पायी जाती है। फली (खिंपोली) की सब्जी बनाई जाती है। पुराने चुभे कांटे तथा मवाद में फंसी नुकीली वस्तु निकालने में रस का प्रयोग, चेहरे पर चमक, झोपड़ी, झाडू बनाने।

115. ‘गोखरू’ का मुख्यतः निम्न में से किस विकार के इलाज में उपयोग किया जाता है?
[Lect. ( ayurveda) Shalya- 12 Nov 2021]
(A) कफ
(B) जोड़ों का दर्द
(C) नेत्र विकार
(D) मूत्र विकार
उत्तर- (D) गोखरू – IUCN की रेड डाटा बुक में शामिल राज. का संकटग्रस्त औषधि वृक्ष वानस्पतिक नाम- ट्रिबुलेस राजस्थानेसिस मूत्र विकार के इलाज में प्रयोग बड़ा गोखरू (तिलकुल) जो राज्य में नहीं पाया जाता है गोखरू- कलाई का आभूषण

116. राजस्थान में खैर वर्गीय क्षेत्र पाए जाते हैं-
[Lecturer (Ayurveda) A.T./R.N.13 Nov., 2021]
(A) बीकानेर – बाड़मेर
(B) कोटा – सवाई माधोपुर
(C) जालौर – सिरोही
(D) अजमेर – भीलवाड़ा
उत्तर- (B) खैर वन- वैज्ञानिक नाम- अकेशिया कटेचू हांडी प्रणाली से कथौड़ी जनजाति द्वारा मध्यवर्ती तनो के टूकड़ो को उबालकर “कत्था’ तैयार किया जाता है। दक्षिण भाग उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बूंदी, झालावाड

117. बुखार में निम्नलिखित में से कौनसी एक जड़ी-बूटी लाभदायक है-
[Lecturer (Ayurveda) GK 11 Nov., 2021]
(A) ग्वारपाठा (ऐलो बारबाडेनसिस)
(B) कंघी (ऐबयूटिलोन इन्डिस्पमा)
(C) खाखरा (ब्यूटिया मोनोस्पर्मा)
(D) नीम (ऐजेडाइरेक्टा)
उत्तर- (B) कंघी /अतिबला / थुथी / कांगिंग – वैज्ञानिक नाम – ऐबयूटिलोन इण्डिस्पमा कंघी के बीज जुखाम / बुखार के उपचार में उपयोग।

118.निम्नलिखित में से किस औषधीय पादप की पहचान गंभीर रूप से संकटापन के रूप मे नहीं की गई है?
[Lecturer (Ayurveda) A.T./R.N.13 Nov., 2021]
(A) सफेद मुसली
(B) गोखरू
(C) गुग्गुल
(D) चिरमी
उतर – (D) IUCN की Red Data Book में शामिल राजस्थान के संकटग्रस्त पौधे रोजा इनवोल्यूसरेटा (रोजसी) गुलाब की एक प्रजाति ट्रिबुलस राजस्थानीसंस्- गोखरु विधानिया कोगुलेंस- पनीर बंध कॉमी फोरा विगेटी- गुगल पुलीसिएरा राजपूतानीस्- धोलालिगरु क्लोरोफाइटम् बोरीविलियेनम्- सफेदमूसली।

119. निम्नलिखित में से कौन सी वनस्पति प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में उपयोगी है?
[Junior Assitant Elect. 2020]
(A) ब्राह्मी
(B) अर्जुन
(C) ग्वारपाठा
(D) अश्वगंधा
उत्तर- (D) अश्वगंधा या असगंध (Withania Somnifera) एक पौधा (क्षुप) है। संकटापन्न औषधि पादप यह विदानिया कुल का पौधा है। विदनिया की विश्व में 10 तथा भारत में 2 प्रजातियां पायी जाती है। भारत में पारंपरिक रूप से अश्वगंधा का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार के लिए किया जाता है। इसके साथ-साथ इसे नकदी फसल के रूप में भी उगाया जाता है।

120. निम्नांकित में से पेड़ गोंद का अच्छा स्त्रोत है?
[Junior Instructor (Fitter ) 23 March 2019]
(A) सागवान
(B) सालर
(C) तेन्दू
(D) गुरजन
उत्तर- (B) सालर वृक्ष- वानस्पति नाम- बोसवेलिया सेरेटा 450 मी. ऊचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रो में मिलते है। राजसमंद, उदयपुर, भीलवाड़ा, पाली, अलवर, सिरोही, अजमेर, जय प्रमुख वृक्ष- सालर/धोक/धावड़ा/कठीरा सालर की लकड़ी सामान पैकिंग के काम आती है। सालर वृक्ष गोंद का अच्छा स्त्रोत ये लगभग 5 प्रतिशत क्षेत्रफल में पाये जाते है।

121. पश्चिमी राजस्थान में दूधारू पशुओं के लिए निम्नलिखित में से कौन-सा एक सर्वश्रेष्ठ है ?
[Clerk Gra II, Junior Assistant 19 Aug., 2018]
(A) सेवण
(B) धामण
(C) खस-खस
(D) दूब
उत्तर- (A)सेवण घास- लोसियुरूस सिडीकुस वानस्पति नाम है।। स्थानीय भाषा में “लीलोण” कहा जाता है। सर्वाधिक उपयोग ‘लाठी सीरीज” क्षेत्र में होता है। मरुस्थलीकरण पर रोक लगाती है। अल्प वर्षा में होने वाली सर्वश्रेष्ठ घास है। धामण- सेंक्रस सेटिजेरस मुख्यतः पश्चिम राजस्थान में पाया जाता है। इसका चारा पशुओं के खाने योग्य एवं सुपाच्य होता है।

122. ‘हरित राजस्थान’ कार्यक्रम का संबंध किस से है? [Rajasthan Police Cons.14 July 2018 (1)]
(A) कृषि विकास
(B) वृक्षारोपण
(C) जल संरक्षण
(D) पशुधन
उत्तर- (B) हरित राजस्थान 18 जून 2009 उद्देश्य-शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र की राजकीय-निजी भूमि पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाना संचालन समस्त शहरी निकायों द्वारा संचालित ।

123. निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए तथा नीचे दिये गए कूटों का प्रयोग कर सही उत्तर का चयन कीजिए :
वनोत्पाद वृक्ष
(i) इमारती लकड़ी। (a) खैर
(ii) चारकोल। (b) कीकर
(iii) कत्था। (C) तेंदू
(iv) बीड़ी। (D) शीशम
[scripe) 22 Nov. 2019]
Codes / कूट :
(i) (ii) (iii) (iv)
(A) (a) (b) © (d)
(B)। (d) © (b) (a)
(C) (c) (b)। (d) (a)
(D)। (d) (b)। (a) (c)
उत्तर- (D) खैर (कत्था)- खैर का वैज्ञानिक नाम अकेशिया कटेचु है। यह वृक्ष मुख्यतः उदयपुर, चित्तौड़गढ़, बूंदी व झालावाड़ में मिलता है। इसके तने व छाल के टूकड़ों को उबालकर कथौड़ी जाति के लोग कत्था तैयार करते है। तेंदू- तेंदू का वैज्ञानिक नाम डिसोपायरोप मेलानऑक्सीलॉन है। तेंदू को टिमरू भी कहा जाता है। यह झालावाड़, बांरा कोटा, चित्तौड़, बांसवाड़ा, उदयपुर व डूंगरपुर जिलों में पाया जाता है। बीड़ी बनाई जाती है। इमारती लकड़ी- शीशम, सागवान चारकोल (काष्ठ कोयला) – कीकर धौंकड़ा

124. राजस्थान में ‘सेवण’ शब्द का संबंध किस से है?
[Rajasthan Police Cons. 14 July 2018 (1)]
(A) घास
(B) फसल
(C) वृक्ष
(D) झाड़ी
उत्तर- (A) सेवण घास-वैज्ञानिक नाम लासियुरूस सिडीकुस स्थानीय नाम-लीलोणालाठी सीरिज, जैसलमेर में सर्वाधिक होती है। अल्प वर्षा उगने वाली पशुधन के लिए पौष्टिक घास जो काफी लम्बी होती है।

125. सेवन घास कहां पैदा होती है?
[Jail Prahari 13 Sep., 2017 (2)]
(A) जैसलमेर
(B) जोधपुर
(C) जयपुर
(D) कोटा
उत्तर- (A) सेवण घास- वैज्ञानिक नाम- लासियुरुस सिंडीकुस स्थानीय नाम- लीलोण लाठी सीरिज (जैसलमेर) चारे के रुप में प्रयोग किंग ऑफ डेजर्ट किस्में- काजरी 305, 317, 319

126. निम्नलिखित में से कौन सा एक युग्म सही सुमेलित नहीं है ?
[PTI Exam 30 Sep. 2018]
(A) सालर – बाड़मेर
(B) सदाबहार वन माउन्ट आबू
(C) शुष्क मरुद्भिद – जैसलमेर
(D) मिश्रित पतझड़ कोटा
उत्तर- (A) सालर वृक्ष- वानस्पतिक नाम बोसवेलिया सेरेटा 450 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों में मिलते हैं। राजसमंद, चित्तौड़गढ़, पाली, अलवर सिरोही, उदयपुर, अजमेर, जयपुर वृक्ष-साल, धोक, धावड़ा, कठीरा इस लकड़ी का उपयोग सामान पैकिंग के लिए किया जाता है। सालर वृक्ष गोंद का अच्छा स्त्रोत है।

127. इस प्रजाति की घास जैसलमेर जिले में बहुतायत पाई जाती है-
[Fourest Guard 2013 (Jaisalmer)]
(A) मूंज
(B) सेवन
(C) धामण
(D) इनमें से कोई नहीं
उत्तर- (B) सेवण- वैज्ञानिक नाम लसियुरुस सिडीकुस स्थानीय नाम- लीलोण लाठी सीरिज क्षेत्र (जैसलमेर) में सर्वाधिक पायी जाती है।सर्वाधिक पौष्टिक घास

128. कौनसे वृक्ष से ‘चारकोल’ बनाया जाता है?
[Clerk Grade II / Junior Assistant 16 Sep. 2018]
(A) बबूल
(B) पीपल
(C) सेवन
(D) पलाश
उत्तर- (A) चारकोल/लकड़ी का कोयला/ काठ कोयला चारकोल का उपयोग धातुकर्म ईंधन औद्योगिक ईंधन, बारुद निर्माण, शुद्धीकरण, फिल्टकरण, कलाकारी, चिकित्सा में होता है। चारकोल बनाने में कीकर/बबूल, धोकड़ा के वृक्ष अधिक काम में लिए जाते है।

129. राजस्थान में निम्नलिखित में से किन वन्यजीव पारिस्थितिक-स्थलों पर वर्तमान में जैव विविधता एंव जीनपूल संरक्षण का कार्य प्रगति पर है?
[Lab Assistant 13 Nov., 2016]
(A) बूंदी, ताल छापर, फुलवारी की नाल, बन्धबरेठा
(B) नाहरगढ़, सज्जनगढ़, सरिस्का, माउण्ट आबू
(C) सीतामाता, कुंभलगढ़, कैलादेवी, केवलादेव घना (D) केवलादेव घना, जयसमन्द झील, मुकन्दर्रा पहाड़ी, रणथम्भौर
उत्तर- (B) (1) नाहरगढ़, जयपुर-22/9/80 क्षेत्रफल 52.40km2-III जैविक उद्यान 4 जून 2016 (2) सज्जनगढ़ अभयारण्य उदयपुर17/2/87. क्षेत्रफल – 5.19 km2-1 जैविक उद्यान 12 अप्रैल 2015 (3) सरिस्का – अलवर, 1/नव / 55, क्षेत्रफल- 492.29km2, 27 अगस्त 82 बाघ परियोजना, हरा कबूतर (4) माउंट आबू- जंगली मूर्गा/आबू एसिस डिकलपटेरा, सिरोही मे स्थित, 15/4/08, क्षेत्रफल-326.10km2 जैव विविधता कार्यक्रम- सज्जनगढ़ / नाहरगढ़ 2007/08 से शुरू। पारी-पर्यटन (इको-टूरिज्य साइट) सरिस्का/ माउंट आबू, कैलादेवी / कुभलगढ़ / टाडगढ़ रावली। बायो-डायवर्सिटी क्लोजर – बूंदी।

130. निम्नलिखित में से कौन-सा केर व थोर का पसंदीदा प्राकृतिक निवास क्षेत्र है ?
[Economic Investigation (Industry Department) 2018]
(A) पर्वतीय व वर्षा क्षेत्र
(B) रेतीले मैदान
(C) जलीय
(D) जमाव क्षेत्र
उत्तर- (B) उष्ण कटिबंधीय कंटीले वन- इस प्रकार के वन पश्चिमी राजस्थान के शुष्क- अर्द्ध शुष्क प्रदेशों में पाये जाते हैं। इन्हें “मरुस्थलीय वनस्पति” कहा जाता है। इनमें कांटेदार वृक्ष और झाड़ियां प्रमुख होती है। जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, नागौर, चुरु, पाली, सीकर, झुंझुनू, जालौर, गंगानगर इन रेतीले मैदानों में झाड़ियों की प्रधानता रहती है। खेजड़ा, रोहिड़ा, बेर, बबलू के वृक्ष मिलते हैं। कैर/थोर/पीलू तथा झड़बेर जैसी कंटीली झाड़ियों का प्राकृतिक निवास क्षेत्र माना जाता है।

131. निम्नलिखित में से कौन सी घास राजस्थान के पश्चिमी जिलों में नहीं पाई जाती है?
[Junior Assitant Elect. 2020]
(A) लाणा
(B) सेवण
(C) धामण
(D) करड़
उत्तर- (A) सेवण घास- इसका वैज्ञानिक नाम लासियुरूस सिडीकुस है। यह राजस्थान राज्य की सबसे लम्बी घास है जिसको स्थानीय भाषा में ‘लीलोण’ कहा जाता है। इसका सर्वाधिक उपयोग जैसलमेर जिले के लाठी सीरीज क्षेत्र में होता है। इस घास का सर्वाधिक उपयोग भेड़ों के द्वारा किया जाता है। धामण घास- इसका वैज्ञानिक नाम ट्राइडैक्स प्रोक्मोंस है। यह पोकरण में मिलती है। इसको हिन्दी में धामरा व संस्कृत में जयन्ती वेद के नाम से जाता है। इसमें एन्टी माइक्रोबियल व एन्टीसेप्टिक गुण होते है। यह घास दुधारू पशुओं के लिए काफी फायदेमंद होती है। करड़ घास- यह पशुओं के लिए उत्तम हरी घास है।

132. निम्नलिखित में से कौन सा वनोत्पाद राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में शराब बनाने में काम लिया जाता है?
[Junior Assitant Elect. 2020]
(A) बांस
(B) महुआ
(C) सेब
(D) आम
उत्तर- (B) महुआ का वैज्ञानिक नाम मधुका लोगोफोलिया/लॉगिफोलिया है।। राजस्थान में आदिवासी जनजातियां महुआ के पुष्प का प्रयोग कर देशी शराब बनाती है जिसे स्थानीय भाषा में मोकड़ी कहा जाता है। आदिवासी जनजातियां महुआ के पुष्प का प्रयोग टोटम प्रथा में करते है।

133. ‘कांग्रेस घास’ क्या है?
[J.En. (Civil) (Diploma)-2020]
(A) एक खरपतवार
(B) एक फल
(C) एक उपयोगी घास
(D) एक परियोजना
उत्तर- (A) कांग्रेस घास एक खरपतवार है जिसका वैज्ञानिक नाम पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस है। इसे कैरट ग्रास, गाजर घास और क्षेत्रीय भाषा में सफेद टोपी, चटक चांदणी आदि नामों से भी जाना जाता है। यह एक वर्षीय शाकीय पौधा है।

134. राजस्थान को मोठा पादप प्रजाति किस वास का वर्ग है?
[Junior Instructor (Fitter ) March 2019]
(A) पहाड़ीवास
(B) जलवास
(C) खारावास
(D) रेतीलावास
उत्तर- (B) मोथा घास- वानस्पतिक नाम- साइप्रस रोटडंस जलवास (एक्वेटिक) वर्ग का है। कृषि के लिए अभिशाप है। कोराई किझांगू पाउडर के नाम से आयुर्वेद उपचार में प्रयोग बुखार, पेचिश, जलन, दस्त, चर्मरोगो में प्रयोग किया जाता है। नागर मोथा (साइप्रस सेरॉयसस्) औषधि, इत्र में उपयोगी जो राजस्थान में नम- जलीय क्षेत्रों में पाया जाता है।

135. बर, सेवन, धामन, मूरात हैं
[3rd Grade 2013]
(A) वृक्ष
(B) झाड़ी
(C) घास
(D) घरेलू सामग्री
उत्तर- (C) घास- सेवण (लीलोण)- लाठी जैसलमेर, वैज्ञानिक नाम- लसियुरुस सिडीकुस धामण (ट्राइडैक्स प्रोक्मोंस) पोकरण (जैसलमेर) तथा थार का मरुस्थल बुर- सुगंधित घास मुख्यत: बीकानेर, पाइपरीटोन रसायन औषधि हेतु उपयोगी मूरात- पेनिकम टरजी, आपात स्थिति (अकाल) पशुओ हेतु उपयोगी, बरसो खराब नहीं होती है।

136. रखत, कांकड़, डांग और रुद ये सभी:
[III Grade 2010]
(A) वनों के संरक्षण से सम्बन्धित हैं।
(B) त्यौहारों के नाम हैं।
(C) प्राचीन शिलालेखों के नाम हैं।
(D) स्त्रियों के गहते हैं।
उत्तर- (A) कांकड़- कंकड युक्त भूमि, 2 गांवो के बीच की सीमा, यहां पशु चरते है। रखत- कुछ समय बिना बुवाई छोड़ी गई भूमि (बिना जुता खेत) डांग- बीहड़ क्षेत्र संकरी घाटी युक्त क्षेत्र। रुद ये सभी वनों के संरक्षण से संबंधित है।


137. राजस्थान की निम्न में से किस देशी रियासत ने सर्वप्रथम वन सरंक्षण की योजना लागू की?
[J.E.N. (Mechanical) Degree 13 Dec., 2020]
(A) मारवाड़
(B) जयपुर
(C) जोधपुर
(D) कोटा
उत्तर- (C) ब्रिटिश काल में 1854 में लॉर्ड डलहौजी ने वन विभाग की स्थापना की। राजस्थान में वनों के विकास हेतु प्रथम योजना 1910 में जोधपुर रियासत ने बनाई । राजस्थान में प्रथम वन कानून 1935 में अलवर रियासत में लागू किया गया। राजस्थान की प्रथम वन नीति- 18 फरवरी 2010 प्रथम राष्ट्रीय वन नीति 1952 में घोषित राष्ट्रीय वन नीति 1952 के दिशा निर्देशानुसार राजस्थान भारत का प्रथम राज्य जिसने राजस्थान राज्य वन सरंक्षण अधिनियम 1953 बनाया।

138. अरावली श्रृंखला में कौन सी पौध प्रजाति नहीं पाई जाती है-
[Fourest Guard 2013 (Jaisalmer)]
(A) धौक
(B) देवदार
(C) सालर
(D) कढ़ाया
उत्तर- (B) अरावली श्रृंखला में सालर (बोलवेलिया सेरेटा), गोदल (गुरजन), धावड़ा कड़ाया, धीक रोझ- झीप, मुख्यतः पाये जाते हैं। माउंट आबू क्षेत्र में आम, जामुन, यूकेलिप्टस, चीड, सेलिक्स, ग्रेविलिया पाये जाते हैं। देवदार पौधा हिमालय क्षेत्रों में मुख्यतः पाया जाता है।

139.”मारवाड़ टीक” किस वृक्ष प्रजाति से निकलती है-
[Fourest Guard 2013 (Jaisalmer)]
(A) सागवान
(B) शीशम
(C) खेजड़ी
(D) रोहिड़ा
उत्तर- (D) रोहिड़ा- वैज्ञानिक नाम टिकोमेला अंडूलेटा राज्य पुष्प- 31 अक्टूबर 1983 मरुशोभा / रेगिस्तान का सागवान / मारवाड़ टीक राजस्थान के पश्चिम भाग में पाया जाता है। मुख्यतः फर्नीचर निर्माण में प्रयुक्त।

140. धोंक पेड़ का वैज्ञानिक नाम है-
[Fourest Guard 2013 (Jaisalmer)]
(A) प्रोसोपिस जुलिफ्लोरा
(B) अशिया निलोटिका
(C) इजिंग सिस
(D) ऐनोगाइसस पेन्डुला
उत्तर- (D) धोंक- वैज्ञानिक नाम ऐनोगाइसस पेन्डुला राज्य के कुल वन का लगभग आधा (1/2) धोक वन है। मुख्यतः अरावली पर्वतमाला की फाइलाइट-विध्याचल की सैण्ड स्टोन चट्टानों में पाया जाता है।240-750 मी. की ऊंचाई पर पाये जाते है।धोक के साथ सालर, ढाक, गोदल, कुमठा, रोझ, झींझा, खिरनी

141. राजस्थान राज्य प्रदूषण मंडल का गठन किस प्रकार के प्रदूषण की रोकथाम व नियंत्रण के लिए हुआ था?
[JE (Mech.Diploma), 2020]
(A) जल
(B) मृदा
(C) ध्वनि
(D) वायु
उत्तर- (A) राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मण्डल जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974 की धारा 4 के तहत 7 फरवरी 1975 को गठन किया गया। जल के प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण को बनाए रखने या बहाल करने के उद्देश्यों के साथ किया गया। वायु (रोकथाम और प्रदूषण नियंत्रण) अधिनियम 1981 के तहत इसे वायु प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण और उन्मूलन की जिम्मेदारी दी गई है। 29 मार्च 1981 को पारित तथा 16 मई 1981 से लागू पर्यावरण विभाग की स्थापना 1983।

142. भारतीय के अनुसार अरावली पहाड़ियों कितनी प्रतिशत
(A) 33%
(B) 20%
(C) 65%
(D)50%
उत्तर- (C) राष्ट्रीय नीति 1952 अनुसार देश कम कम 33% भू-भाग वन होने चाहिए। संशोधित नीति 1988 जिसका मुख्य आधार वनों सुरक्षा, संरक्षण विकास। 17 फरवरी 2010 को राज्य प्रथम नीति घोषित इसके अनुसार भू-भाग के 20% भाग वृक्षाच्छादित चाहिए। संशोधित 1988 अनुसार अरावली चाहिए। बे उक्त लक्ष्य पूर्ति OECF (ओवरसीज इकोनॉमिक कॉर्पोरेशन फंड) के वृक्षारोपण परियोजना गया।

143. भारत में “सामाजिक वनीकरण” पद का प्रथम प्रयोग हुआ था?
[CET (Gradution ) 8 Jan, 2023 Shift-2]
[Patwar 23 Dec., 2021 Shift I]
(A) इनमें से कोई नहीं
(B) 1966
(C) 1976
(D) 1985
उत्तर- (C) सामाजिक वानिकी- पर्यावरणीय सामाजिक व ग्रामीण विकास के उद्देश्य से वनो का रोपण, संरक्षण, प्रबंधन तथा ऊसर भूमि पर वृक्षारोपण से है। लोगों का, लोगों के लिए, लोगो द्वारा चलाया गया। कार्यक्रम! यानि खाली पड़े स्थानों पर फलदार वृक्ष लगाने से है। राष्ट्रीय कृषि आयोग ने 1976 में ईधन, चारा, लकड़ी तथा छोटे-मोटे वन उत्पाद की पूर्ति करने वाले पेड़ लगाने के लिए इस शब्द का प्रयोग किया गया। राष्ट्रीय कृषि आयोग ने इसे 3 भागों में बांटा शहरी, ग्रामीण, फार्म वानिकी 7 वीं पंचवर्षीय योजना में (1985-90) में वृक्षारोपण यानि सामाजिक वानिकी तथा कृषि वानिकी तथा समुदाय वानिकी पर विशेष बल दिया गया। 5 वीं पंचवर्षीय योजना में (1974 1979) यानि 1976 में सामाजिक वानिकी शब्द का प्रयोग किया गया।


144. गर्म रेगिस्तानो में उगने वाले पौधो के प्रकारो में शामिल है।
[MVSI 12 Feb., 2022 1]
(A) सख्त घास – छोटी झाड़ियां
(B) हाथी घास और कैकिट
(C) काई (मॉस) और लाइकेन
(D) पाइन और कैकिट
उत्तर- (A) गर्म रेगिस्तान में “जीरोफाइट” मरुस्थली कंटीली झाड़ियां/सख्त घास पायी जाती है। खेजड़ी, कूमठा, आकड़ा, ओधा, फोग, खीफ, बुई, सालसोला, झाऊ, हलोकजाई, लोन, कैर, बेर, बबूल, सेवण, धामण (मुलायम घास) घासें भी पायी जाती है।

145. राजस्थान में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन निदेशालय की स्थापना वर्ष ……… में की गई।
[Statistical Officer 20 Dec. 2021]
(A) 2013
(B) 2016
(C) 2018
(D) 2019
उत्तर- (D) राजस्थान में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन निदेशालय- 4 सितम्बर 2019 प्रथम निदेशक- मोनाली सेन मुख्यालय- झालाना, जयपुर।

146. निम्नलिखित में से कौनसा कार्य वन्य जीव एवं जैव-विविधता संरक्षण में बाधक है-
[Rajasthan Police Constable 15 Jul, 2015]
(A) वनोन्मूलन करना
(B) वनरोपण करना
(C) अभयारण्यों की स्थापना करना
(D) राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना करना
उत्तर- (A) वन, वन्य जीव और जैव विविधता संरक्षण के बाधक तत्व- 8 (1) वनोन्मूलन (2) नगरीकरण (शहरीकरण) (3) बढ़ती जनसंख्या/जनसंख्या वृद्धि /जनसंख्या का बढ़ता दबाव (4) ईंधन हेतु लकड़ी। काटना (5) औद्योगिकीकरण । संरक्षण- वनारोपण, राष्ट्रीय उद्यान- अभयारण्य की स्थापना, वन्यजीवों के शिकार पर रोक, हैबीटेट सुधार कार्य, शिकार पर रोक, वन्य जीव संरक्षण की नीति/कानून का प्रभावी क्रियान्वयन, जागरूकता कार्यक्रम ।

147. निम्न में से ‘केलिगोनम पोलीगोनाइडिस’ है?
[Lect. ( ayurveda) Shalya- 12 Nov 2021]
(A) खेजड़ी
(B) फोग
(C) रोहिड़ा
(D) चामकस
उत्तर- (B) फोग- वानस्पतिक नाम कैलिगोनम पोली गोनाइडिस मरूस्थल में पायी जाने वाली उपयोगी झाड़ी चारकोल/कोयला बनाने हेतु फूल-फोगला IUCN में संकटग्रस्त सूची में शामिल नांग वंशीय जाटों का प्रतीक चिन्ह राजस्थानी भाषा में फोग की महिमा रायसिंह बीकानेर का बुरहानपुर में प्रसिद्ध दोहा ।


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