Force, Motion and Energy
Shiksha247 – Science Government Exam Questions, Previous Year Question Papers & Preparation
अगर आप UPSC, SSC, Railway, CTET, RPSC, RSMSSB, REET, Patwar, Police, LDC, Teacher या किसी भी सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं, Shiksha247 आपके लिए सबसे बेहतर प्लेटफ़ॉर्म है।
यहाँ आपको Science विषय के टॉपिक “Force, Motion and Energy” पर आधारित Previous Year Question के विस्तृत हल उपलब्ध है।
– UPSC Previous Year Question
– SSC Old Question Papers
– Railway Exam Memory-Based Questions
– CTET, RPSC, Patwar, REET, Police Old Questions
– TET (Teacher Eligibility Test) Questions
इन Questions को हल करने से आपकी तैयारी मजबूत होती है, important topics, exam pattern और frequently asked questions का अनुभव मिलता है, जिससे selection की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
बल, गति और ऊर्जा
1. किसी वस्तु का संवेग परिभाषित किया जा सकता है-
[School Lecturer (Sans.): 04-08-2020](1) संवेग = बल /क्षेत्रफल
(2) संवेग = दाब × क्षेत्रफल
(3) संवेग = द्रव्यमान × वेग
(4) संवेग= द्रव्यमान / वेग
Ans. (3)
व्याख्या –
संवेग (Momentum) : किसी वस्तु के द्रव्यमान तथा वेग के गुणनफल को वस्तु का संवेग कहते हैं। संवेग सदिश राशि है। इसकी दिशा वेग की ही दिशा होती है। इसका मात्रक किग्रा – मीटर/सेकण्ड (या न्यूटन-सेकेण्ड) है।
2. किसी गतिशील वस्तु के द्रव्यमान और वेग के गुणनफल को कहा जाता है? [राज.पु.कॉन्स्टेबल-14.7.2018(II)](1) संवेग
(2) श्यानता
(3) पृष्ठ-तनाव
(4) बल आघूर्ण
Ans. (1)
3. पराश्रव्य तरंगें होती हैं-
(1) 20000Hz से अधिक आवृत्ति की अनुदैर्ध्य तरंगें
(2) 20000Hz से अधिक आवृत्ति की अनुप्रस्थ तरंगें
(3) 1000Hz से 10000Hz आवृत्ति की अनुदैर्ध्य तरंगें
(4) 1000Hz से 10000Hz आवृत्ति की अनुप्रस्थ तरंगें
Ans. (1)
व्याख्या –
पराश्रव्य तरंगें (Ultrasonic Waves)-पराश्रव्य तरंगें वे अनुदैर्ध्य याँत्रिक तरंगें हैं, जिनकी आवृत्ति 20,000 हर्ज से अधिक होती है। मनुष्य के कान, इन तरंगों को नहीं सुन सकते, लेकिन कुछ जन्तु जैसे-कुत्ता, बिल्ली, चिड़िया, चमगादड़, डॉलफिन आदि इन तरंगों को सुन सकते हैं।
पराश्रव्य तरंगों के उपयोग- चमगादड़ उड़ते समय स्वयं इन तरंगों को उत्पन्न करते हैं। ये तरंगें जब किसी वस्तु से टकराती हैं तो इन वस्तुओं से परावर्तित होकर पुनः चमगादड़ द्वारा ग्रहण कर ली जाती हैं जिससे उसे सामने स्थित अवरोध का पता चल जाता है तथा वह इनसे अपनी रक्षा करता हुआ रात्रि में उड़ता है। रुधिर रहित ऑपरेशन, ट्यूमर पता लगाने, दाँत को निकालने आदि में इनका प्रयोग किया जाता है। कीमती कपड़ों, वायुयान, घड़ियों के पुर्जों, कल-कारखानों की चिमनियों से कालिख को साफ करने में इनका उपयोग किया जाता है।
4. अपने उड़ान पथ में अवरोधकों की पहचान करने के लिए चमगादड़ निम्नलिखित तरंगों में से कौनसी एक का उपयोग करते हैं-
[PSI-13.09.2021](1) अवरक्त तरंगें
(2) रेडियों तरंगें
(3) पराश्रव्य तरंगें
(4) सूक्ष्म तरंगें
Ans. (3)
5. हवा में पराश्रव्य तरंगों की चाल-
[ACF & FRO-18.2.2021](1) हवा में श्रव्य ध्वनि तरंगों की चाल से बहुत कम होती है।
(2) हवा में श्रव्य ध्वनि तरंगों की चाल से बहुत अधिक होती है।.
(3) हवा में प्रकाश तरंगों की चाल से अधिक होती है।
(4) हवा में श्रव्य ध्वनि तरंगों की चाल के समान होती है।
Ans. (4)
6. गुरुत्वाकर्षण का सिद्धान्त किसने प्रतिपादित किया?
[Police Constable Exam-2011](1) आइन्सटाइन
(2) आर्यभट्ट
(3) न्यूटन
(4) रामानुजम्
Ans. (3)
व्याख्या:-
न्यूटन ने अपनी पुस्तक ‘प्रिंसिपिया’ में गुरुत्वाकर्षण का नियम दिया। गुरुत्वाकर्षण के नियम के अनुसार पृथ्वी हर वस्तु को अपनी ओर खींचती है।
पदार्थ के दो कणों के बीच कार्य करने वाला आकर्षण बल कणों के द्रव्यमान के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती तथा उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।
माना दो कण जिनका द्रव्यमान M1 व M2 है, एक-दूसरे से R दूरी पर स्थित हैं, तो न्यूटन के अनुसार उनके बीच लगने वाला आकर्षण बल F= GM1 M2/R2…. होता है। जहाँ G एक नियतांक है जिसका मान सर्वत्र समान होता है।
7. यदि पृथ्वी की त्रिज्या 1% घटा दी जाए, तो g पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
(1) घटेगा
(2) बढ़ेगा
(3) अपरिवर्तित रहेगा
(4) पहले घटेगा, बाद में बढ़ेगा
Ans. (2)
8. निम्नलिखित में से कौनसी वेक्टर (सदिश) राशि है?
(1) बल
(2) चाल
(3) ऊर्जा
(4) तापमान
Ans. (1)
व्याख्या –
वे भौतिक राशियाँ जिनमें परिमाण और दिशा दोनों होते हैं, ‘सदिश राशियाँ’ (Vector Quantities) कहलाती हैं, जैसे-वेग (Velocity), बल (Force), त्वरण (Ac-celeration) आदि।
9. बल का मात्रक है-
(1) किग्रा./मी.से. 2
(2) किग्रा. मी./से.²
(3) किग्रा. मी./सेकण्ड
(4) किग्रा. मी.-से.²
Ans. (2)
व्याख्या –
बल का मात्रक किग्रा. मी./से. होता है।
बल = द्रव्यमान × त्वरण
10. गुरुत्वाकर्षण बल, जिससे सूर्य, पृथ्वी को आकर्षित करता है-
[1 Grade School Lecturer 2014](i) वह उस बल से अधिक होता है, जिसके द्वारा पृथ्वी सूर्य को आकर्षित करती है।
(ii) वह उस बल से कम होता है, जिसके द्वारा पृथ्वी सूर्य को आकर्षित करती है।
(iii) वह उस बल के समान होता है, जिसके द्वारा पृथ्वी सूर्य को आकर्षित करती है।
(iv) वह बल, दोनों के बीच की दूरी के अनुसार बदलता है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं ?
(1) (i) व (ii)
(2) (i) व (iii)
(3) (ii) व (iii)
(4) (iii) व (iv)
Ans. (4)
व्याख्या –
गुरुत्वीय बल (Gravitational Force) : किसी वस्तु को पृथ्वी की ओर गिराने पर इन्हें अपनी ओर खींचती है। पृथ्वी के इस आकर्षण बल को ही गुरुत्वीय बल कहते हैं। पृथ्वी के गुरुत्व बल के कारण ही वस्तुएँ पृथ्वी पर विद्यमान है। अर्थात ब्रह्माण्ड में किन्हीं भी दो द्रव्य कणों के मध्य लगने वाला आकर्षण बल गुरुत्वाकर्षण बल कहलाता है। विशेषताः
• यह आकर्षण प्रकृति का होता है।
• इसकी परास (Ranse) अनन्त होती है।
• प्रकृति का सबसे क्षीण बल है।
• सबसे दुर्बल बल – गुरुत्वाकर्षण बल (सबसे प्रबल बल – नाभिकीय बल)
11. पृथ्वी व सूर्य के बीच की दूरी यदि वर्तमान दूरी की अपेक्षा दो गुनी हो जाये तो पृथ्वी पर सूर्य द्वारा गुरुत्वाकर्षण बल ?
(1) पहले की अपेक्षा आधा होगा
(2) पहले की अपेक्षा दो गुना होगा
(3) पहले की अपेक्षा एक-चौथाई होगा
(4) पहले की अपेक्षा चार गुना होगा
Ans. (3)
12. सार्वत्रिक गुरुत्वीय स्थिरांक का विमीय सूत्र कौन-सा है?
(1) M-¹ L³ T-²
(2) M-¹L³T²
(3) ML²T-²
(4) M-²
Ans. (1)
व्याख्या-
सार्वत्रिक गुरुत्वीय स्थिरांक को G से व्यक्त करते हैं।
13. गुरुत्वाकर्षण नियम की परिभाषा किसने दी थी?
(1) न्यूटन
(2) आर्किमिडीज
(3) गैलिलियो
(4) फैराडे
Ans. (1)
व्याख्या –
गुरुत्वाकर्षण, पदार्थ द्वारा एक दूसरे की ओर आकृष्ट होने की प्रवृत्ति है। गुरुत्वाकर्षण के बारे में पहली बार कोई गणितीय सूत्र देने की कोशिश आइजक न्यूटन द्वारा की गयी थी। उन्होंने ही गुरुत्वाकर्षण नियम का प्रतिपादन किया।
14. शरीर का वजन-
(1) पृथ्वी की सतह पर सभी जगह एक समान होता है।
(2) ध्रुवों पर अधिकतम होता है।
(3) विषुवत् रेखा पर अधिकतम होता है।
(4) मैदानों की तुलना में पहाड़ियों पर अधिक होता है।
Ans. (2)
हम जानते हैं कि g = GM/R2 अर्थात्, R का मान ज्यादा होने पर g का मान कम एवं R का मान कम होने पर g का मान अधिक होता हैं। चूंकि ध्रुवीय त्रिज्या कम है अतः ध्रुव पर 8 का मान अधिक होता है, अतः शरीर का वजन (mg) भी ध्रुव पर अधिक होगा।
15. कंक्रीट की बनी सड़क पर चलने की अपेक्षा बर्फ पर चलना अधिक कठिन है, क्योंकि-
(1) कंक्रीट की अपेक्षा बर्फ पर घर्षण अधिक होता है
(2) बर्फ मृदु व स्पंजी होती है जबकि कंक्रीट दृढ़ (कठोर) होती है
(3) पैरों व कंक्रीट के मध्य घर्षण की अपेक्षा पैरों व बर्फ के मध्य घर्षण कम होता है
(4) उपर्युक्त में से कोई भी स्थिति नहीं है
Ans. (3)
व्याख्या-
घर्षण बल (Frictional Force) : जब दो वस्तुयें एक दूसरे के संपर्क में हो तथा उनके बीच आपेक्षिक गति हो तो दोनों वस्तुओं के संपर्क सतहों के बीच एक बल कार्य करता है जो गति का विरोध करता है । इस बल को घर्षण बल कहते है। यह बल वस्तुओं के बीच आणविक अन्योन्य क्रिया के कारण उत्पन्न होता है। खुरदरे तलों के बीच घर्षण बल अधिक एवं चिकने सतहों के बीच कम लगता है। दैनिक जीवन में घर्षण बल के व्यावहारिक उदाहरण –
• मोटरकार एवं साइकिल के टायरों को खुरदरा घर्षण बल को बढ़ाने के लिए किया जाता है। हम घर्षण के कारण ही चल-फिर सकते है। मोटरकार के ब्रेक घर्षण बल की अनुपस्थिति में कार्य नहीं करते है।
• घर्षण बल के कारण ही किसी मशीन के विभिन्न भागों को घुमाना सम्भव होता है।
16. कौन असम्पर्क बल नहीं है?
[वनपाल- (S-II)-06.11.2022][III Grade (L-II) -25.2.2023](1) चुम्बकीय बल
(2) स्थिर वैद्युत बल
(3) गुरुत्वाकर्षण बल
(4) घर्षण बल
Ans. (4)
17. चन्द्रमा पर वायुमण्डल नहीं पाए जाने का कारण क्या है?
(1) गुरुत्वाकर्षण बल की अधिक क्षीणता के कारण
(2) अंतरिक्ष में अवस्थित होने के कारण
(3) पृथ्वी की अपेक्षा उसके भार में कमी
(4) हवा की गतिशीलता अधिक होने के कारण
Ans. (1)
व्याख्या –
चन्द्रमा पर वायुमण्डल नहीं पाए जाने का कारण यह है कि वायुमण्डलीय गैसों का वेग चंद्रमा पर पलायन वेग से अधिक होता है, जिससे गैसें पलायन कर जाती है। पलायन वेग का मान √2gR के बराबर होता है। अतः यह त्रिज्या एवं गुरुत्वीय त्वरण पर निर्भर करता है। गुरुत्वीय त्वरण कम होने से गुरुत्वाकर्षण बल क्षीण होता है।
18. जब कोई वस्तु स्थिर होती है तब-
(1) उस पर कोई बल कार्य नहीं करता।
(2) वस्तु पर लगने वाले बल उसे स्पर्श नहीं करते।
(3) वस्तु पर लगने वाले बल एक-दूसरे को संतुलित कर लेते है।
(4) वस्तु निर्वात् में होती है।
Ans. (3)
19. “किसी भी स्थिर या गतिशील वस्तु की स्थिति और दिशा में तब तक कोई परिवर्तन नहीं होता जब तक उस पर कोई बाह्य बल सक्रिय न हो।” यह है-
(1) न्यूटन का गति विषयक प्रथम नियम
(2) न्यूटन का गति विषयक द्वितीय नियम
(3) न्यूटन का गति विषयक तृतीय नियम
(4) गैलीलियो का गति विषयक नियम
Ans. (1)
व्याख्या :-
न्यूटन के गति विषयक प्रथम नियम के अनुसार ‘किसी भी स्थिर या गतिशील वस्तु की स्थिति और दिशा में तब तक कोई परिवर्तन नहीं होता जब तक उस पर कोई बाह्य बल सक्रिय न हो।’ द्वितीय नियम – F = m.a तथा तृतीय नियम के अनुसार – ‘प्रत्येक क्रिया के सदैव बराबर एवं विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है।’
20. एक गतिशील बस में अचानक ब्रेक लगाने से सवारी आगे की ओर झुक जाती है, यह किस नियम का पालन करता है?
(1) न्यूटन के प्रथम नियम
(2) न्यूटन के द्वितीय नियम
(3) न्यूटन के तृतीय नियम
(4) संवेग के नियम का
Ans. (1)
व्याख्या –
न्यूटन के प्रथम नियम के अनुसार-प्रत्येक वस्तु अपनी स्थिति को बनाए रखना चाहती है। अतः अचानक ब्रेक लगाने पर यात्री के शरीर का वह भाग जो गाड़ी के सम्पर्क में होता है, विरामावस्था को प्राप्त कर लेता है लेकिन उसका ऊपरी भाग (जड़त्व के नियम के कारण) अपनी गति को बनाए रखना चाहता है, इसलिए बस के रुकने पर यात्री आगे की ओर झुक जाता है।
21. जड़त्व का नियम सर्वप्रथम किसने दिया ?
(1) गैलिलियो
(2) न्यूटन
(3) आर्किमिडीज
(4) कोई नहीं
Ans. (1)
व्याख्या –
जड़त्व का नियम सर्वप्रथम गैलिलियो ने दिया था। बाद में न्यूटन ने जड़त्व पर विस्तृत नियम का प्रतिपादित किया। न्यूटन के गति के तीन नियम किसी वस्तु पर लगने वाले बल एवं उस वस्तु की गति के बीच संबंध बताते हैं गति के प्रथम नियम के अनुसार, यदि कोई वस्तु स्थिर है तो स्थिर ही रहेगी और गतिमान है तो स्थिर वेग से गतिमान ही रहेगी जब तक उस पर कोई बाह्य बल न लगाया जाय। न्यूटन के अनुसार पदार्थ का एक प्राकृतिक गुण है जो उसी गति में किसी भी प्रकार के परिवर्तन का विरोध करता है इस गुण को जड़त्व कहा जाता है। न्यूटन का प्रथम नियम जड़त्व (Law of Inertia) का नियम भी कहलाता है।
22. किसका जड़त्व सबसे ज्यादा होगा?
[III Grade -25.2.2023](1) साइकिल
(2) स्कूटर
(3) कार
(4) ट्रक
Ans. (4)
23. एक लड़की झूले में बैठकर झूल रही है। यदि लड़की एकाएक खड़ी हो जाए तो दोलन काल-
(1) कम हो जाएगा
(2) बढ़ जाएगा
(3) अपरिवर्तित रहेगा
(4) दोलन रुक जाएंगे
Ans. (1)
व्याख्या –
सरल आवर्त गति में आवर्त काल
Τ = 2π√1/g
अतः लड़की के खड़े होने पर झूले की प्रभावी लंबाई कम हो जाएगी और उसका दोलन काल कम हो जाएगा।
24. खिलाड़ी (एथलीट) निम्नलिखित में से किसका लाभ उठाने के लिए लम्बी कूद से पहले दौड़ता है?
(1) गति का जड़त्व
(2) घर्षण बल
(3) बल का आघूर्ण
(4) आघूर्ण का सिद्धांत
Ans. (1)
व्याख्या –
खिलाड़ी ‘गति का जड़त्व’ का लाभ उठाने के लिए लम्बी कूद से पहले दौड़ता है।
25. पत्थर को ठोकर मारने से व्यक्ति को चोट लगने का कारण है-
(1) जड़त्व
(2) वेग
(3) प्रतिक्रिया
(4) संवेग
Ans. (3)
व्याख्या-
न्यूटन के गति के तृतीय नियम के अनुसार प्रत्येक क्रिया के साथ उसके बराबर परिमाण एवं विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है। पत्थर को ठोकर मारने पर व्यक्ति को चोट लगने के पीछे क्रिया-प्रतिक्रिया का ही सिद्धान्त कार्य करता है।
26. जब एक नाविक नाव से आगे की ओर कूदता है, तब नाव पीछे की ओर चली जाती है-यह एक उदाहरण है-
[I Grade Teacher – 15.11.2022](1) न्यूटन के गति के प्रथम नियम का
(2) न्यूटन के गति के द्वितीय नियम का
(3) न्यूटन के गति के तृतीय नियम का
(4) संवेग संरक्षण का
Ans. (3)
27. एक रबड़ की गेंद को 2 मीटर की ऊँचाई से गिराया जाता है। यदि प्रतिक्षिप्त होने के बाद भी ऊर्जा और वेग का नुकसान नहीं है, तब कितनी ऊँचाई तक वह ऊपर उठेगी?
(1) 4 मीटर
(2) 3 मीटर
(3) 2 मीटर
(4) 1 मीटर
Ans. (3)
व्याख्या –
यदि गेंद को 2 मीटर की ऊँचाई से गिराया जाय तथा प्रतिक्षिप्त होने के बाद कोई भी ऊर्जा और वेग का नुकसान न हो तब गेंद 2 मीटर की ऊँचाई तक ऊपर उठेगी। इस परिघटना में प्रत्यास्थता का सिद्धान्त कार्य करता है।
28. रॉकेट की गति पर निम्नलिखित में से कौन-सा संरक्षण सिद्धान्त लागू होता है?
(1) द्रव्यमान का संरक्षण
(2) आवेश का संरक्षण
(3) संवेग का संरक्षण
(4) ऊर्जा का संरक्षण
Ans. (3)
व्याख्या –
रॉकेट की गति पर संवेग संरक्षण का सिद्धान्त लागू होता है। यदि कणों के किसी समूह या निकाय पर कोई बाह्य बल नहीं लग रहा हो, तो उस निकाय का कुल संवेग नियत रहता है।
29. पेण्डुलम घड़ी तीव्र गति से चल सकती है:
[RAS-1997](1) ग्रीष्मऋतु
(2) शीतकाल
(3) बसन्तऋतु
(4) वर्षाऋतु
Ans. (2)
व्याख्या –
पेण्डुलम घड़ी शीतकाल में तेजी से चलती है क्योंकि इसका आवर्त पथ तथा आवर्तकाल घट जाता है।
30. निम्नलिखित में से केवल अदिश राशि चुनिए-
(1) ऊर्जा
(2) संवेग
(3) बल
(4) आघूर्ण
Ans. (1)
व्याख्या –
जिन राशियों को पूर्णतया निरूपित करने के लिए केवल परिमाण की आवश्यकता होती है दिशा की नहीं उन्हें अदिश राशि कहते हैं। जैसे- समय, चाल, द्रव्यमान, कार्य, ऊर्जा, कोण, आवेश, आयतन आदि।
31. ऊर्जा का SI मात्रक है
[वनरक्षक (S-II)- 11.12.2022](1) न्यूटन
(2) वॉट
(3) जूल
(4) पास्कल
Ans. (3)
व्याख्या:
ऊर्जा का SI मात्रक जूल है जिसको वाट सेकण्ड के रूप में भी जाना जाता है।
32. ऊर्जा का इकाई/मात्रक है-
(1) वाट
(2) किलोमीटर / घण्टा
(3) जूल / सेकण्ड
(4) वाट सेकण्ड
Ans.(4)
33. ऊर्जा संरक्षण के नियमानुसार, ऊर्जा को-
[PSI-2007](1) न तो पैदा किया जा सकता है, न ही नष्ट किया जा सकता है।
(2) पैदा किया जा सकता है और नष्ट भी किया जा सकता है।
(3) पैदा किया जा सकता है, लेकिन नष्ट नहीं किया जा सकता है।
(4) पैदा नहीं किया जा सकता है, लेकिन नष्ट किया जा सकता है।
Ans. (1)
व्याख्या –
ऊर्जा को एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित किया जा सकता है, किन्तु इसको न तो उत्पन्न किया जा सकता है न नष्ट किया जा सकता है। इसी को ‘ऊर्जा संरक्षण का सिद्धान्त’ कहा जाता है।
34. निम्नलिखित में से कौनसा ऊर्जा का नवीकरणीय स्रोत है-
[महिला पर्यवेक्षक परीक्षा-20.12.2015 (TSP)](1) जल विद्युत ऊर्जा
(2) कोयला
(3) पैट्रोलियम उत्पाद
(4) नाभिकीय ऊर्जा
Ans. (1)
व्याख्या –
परम्परागत स्त्रोत (Conventioal Sources) -परम्परागत ऊर्जा के स्त्रोतों में ऊर्जा के वे स्त्रोत सम्मिलित है जिनका उपयोग मानव पिछली कई शताब्दियों से पीढ़ी दर पीढ़ी करता चला आ रहा है। परम्परागत ऊर्जा के साधनों का उपयोग या प्रयोग मानव के द्वारा उनके मौलिक रूप में ही किया जाता है। परम्परागत स्रोत वे हैं जिनसे विद्युत पहले से प्राप्त करते आ रहे हैं- इनमें जल विद्युत (Hydropower), तापीय विद्युत (Thermal Power) (कोयला, गैस, नेप्था तेल, तरल ईंधन आदि) तथा परमाणु बिजली (Atomic Power)।
अपरम्परागत स्रोत-
1. सौर ऊर्जा – सूर्य की ऊर्जा (धूप) से उत्पन्न ऊर्जा।
2. पवन ऊर्जा – तेज चलने वाली हवा से उत्पन्न ऊर्जा।
3. बायोगैस (Biogas) – जानवरों के मल-मूत्र से वायुरहित अवस्था में अपघटन से प्राप्त ऊर्जा।
4. बायोमास [Biomas/ – कचरा, सरसों की भूसी एवं चावल की भूसी से प्राप्त ऊर्जा।
5. ज्वारीय तरंग ऊर्जा [Tidal Energy] – समुद्री ज्वारभाटे एवं तरंगों से उत्पन्न ऊर्जा।
6. भू-तापीय ऊर्जा (Geo-Thermal Energy/ – पृथ्वी से निकलने वाले गर्म स्त्रोतों की ऊष्मा से उत्पन्न ऊर्जा।
35. निम्न में से कौन सा नवीकरणीय (Renewable) ऊर्जा स्त्रोत नहीं है?
[Police Constable (Hada Rani B.), 2007, 2009](1) सौर ऊर्जा
(2) पवन ऊर्जा
(3) तापीय विद्युत ऊर्जा
(4) बायो गैस
Ans. (3)
36. सूर्य की ऊर्जा का उद्गम कारण है
[P.S.I. Exam- 1998](1) तापीय ऊर्जा
(2) नाभिकीय ऊर्जा
(3) ताप-नाभिकीय ऊर्जा
(4) उपर्युक्त सभी
Ans. (4)
37. फोटो वोल्टीय संबंधित है-
[R.A.S. Pre. Exam- 28.08.2016](1) भूतापीय ऊर्जा से
(2) पवन ऊर्जा से
(3) नाभिकीय ऊर्जा से
(4) सौर ऊर्जा से
Ans. (4)
व्याख्या:
फोटो वोल्टीय सेल, एक सेमीकंडक्टर (अर्द्धचालक) डिवाइस है, जो सूर्य के प्रकाश या सौर ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है। इसे सौर सेल के नाम से भी जाता जाता है। फोटो वोल्टीय (पीवी) सेल द्वारा प्रेरित वोल्टेज इस पर प्रकाश की घटना की तीव्रता पर निर्भर करता है।
38. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
[I Grade School Lecturer 2014](i) एक ताप विद्युत गृह, जिसमें कोयला ऊष्मा के स्रोत हेतु उपयोग में लिया जाता है, वह उस विद्युत गृह जिसमें प्राकृतिक गैस का उपयोग होता है, की अपेक्षा कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन अधिक करता है।
(ii) ताप विद्युत गृह जिसमें काले कोयले के स्थान पर भूरे कोयले का उपयोग कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करता है।
(iii) एक ताप विद्युत गृह, जिसमें कोयले का उपयोग किया जाता है, उसकी ऊष्मा रूपान्तरण दक्षता 75 प्रतिशत के लगभग होती है।
उपर्युक्त कथनों में से कौन सा/से कथन सत्य है/हैं ?
(1) केवल (i)
(2) केवल (ii)
(3) (i) व (iii)
(4) (ii) व (iii)
Ans (3)
39. भारत का विशालतम पवन ऊर्जा फार्म स्थित है-
[महिला पर्यवेक्षक परीक्षा-29.11.2015 (Non-TSP)](1) जैसलमेर, राजस्थान
(2) कन्याकुमारी, तमिलनाडु
(3) देवास, मध्यप्रदेश
(4) गंगासागर, प. बंगाल
Ans. (2)
व्याख्या –
तमिलनाडु में कन्याकुमारी के समीप भारत का विशालतम पवन ऊर्जा फार्म स्थापित किया गया है। यह 380 MW विद्युत उत्पन्न करता है। ज्ञातव्य है कि डेनमार्क को “पवनों का देश” कहते हैं।
40. लाउडस्पीकर में ऊर्जा परिवर्तन होती है-
(1) ध्वनि से यांत्रिक और यांत्रिक से विद्युत ऊर्जा में
(2) विद्युत से यांत्रिक और यांत्रिक से ध्वनि ऊर्जा में
(3) ध्वनि से विद्युत और विद्युत से ध्वनि ऊर्जा में
(4) यांत्रिक से ध्वनि ऊर्जा में
Ans. (3)
व्याख्या –
लाउडस्पीकर एक ऐसा यंत्र है जो माइक्रोफोन से सर्वप्रथम ध्वनि ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में एवं तत्पश्चात विद्युत ऊर्जा को ध्वनि ऊर्जा में परिवर्तित करता है।
41. निम्नलिखित में से किस मामले में गतिज ऊर्जा का प्रयोग काम करने के लिए किया जा रहा है ?
(1) कुछ दूरी तय करने के लिए साइकिल के पैडल चलाना
(2) कुछ दूरी तय करने के लिए कार चलाना
(3) पवन चक्की द्वारा गेहूँ के दाने पीसना
(4) झील में नौका चलाना
Ans. (3)
व्याख्या-
पवन चक्की द्वारा गेहूँ के दाने पीसने में वायु की गतिज ऊर्जा का उपयोग होता है जबकि साइकिल अथवा नौका चलाने आदि में शारीरिक ऊर्जा का उपयोग होता है।
42. घड़ी की स्प्रिंग में भंडारित ऊर्जा है-
(1) गतिज ऊर्जा
(2) स्थितिज ऊर्जा
(3) ऊष्मीय ऊर्जा
(4) रासायनिक ऊर्जा
Ans. (2)
व्याख्या-
किसी वस्तु में उसकी अवस्था या स्थिति के कारण कार्य करने की क्षमता को स्थितिज ऊर्जा कहते हैं। घड़ी के स्प्रिंग में भंडारित ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा ही है।
43. घड़ी में चाबी देने पर कौन-सी ऊर्जा संगृहीत होती है?
(1) गतिज ऊर्जा
(2) विद्युत ऊर्जा
(3) स्थितिज ऊर्जा
(4) दबाव ऊर्जा
Ans. (3)
व्याख्या –
घड़ी की चाबी में संचित ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा होती है। जब किसी वस्तु में विशेष अवस्था या स्थिति के कारण कार्य करने की क्षमता आ जाती है, तो उसे ‘स्थितिज ऊर्जा’ कहते हैं। इसके अन्य उदाहरण हैं – बाँध बनाकर इकट्ठा किए गए पानी की ऊर्जा, तनी हुई स्प्रिंग या कमानी की ऊर्जा।
44. बाँध में संगृहीत जल के द्वारा धारण की गई ऊर्जा है-
[वनरक्षक- (S-1)-11.12.2022](1) गतिज ऊर्जा
(2) विद्युत ऊर्जा
(3) रासायनिक ऊर्जा
(4) स्थितिज ऊर्जा
Ans. (4)
45. एक कार वृत्ताकार गति कर रही है जिसका कोणीय वर्ग 2 π rad/s है। उसका आवर्त काल होगा-
[III Grade (L-II) -25.2.2023](1) 0.5 π sec
(2) 1 sec
(3) 0.5 sec
(4) π sec
Ans. (2)
46. एक मकान की छत से भूमि की ओर एक पत्थर गिराया जाता है। उस पत्थर का गतिज (कायनेटिक) ऊर्जा अधिकतम कब होगी?
(1) उसे गिराने के तुरंत बाद
(2) उसके आधी दूरी तक पहुंचने के बाद
(3) भूमि पर पहुंचने के ठीक पहले
(4) भूमि पर पहुंचने के बाद
Ans. (3)
व्याख्या-
पत्थर की गतिज ऊर्जा भूमि पर पहुंचने के ठीक पहले अधिकतम स्तर पर पहुंच जाएगी।
47. आइन्स्टीन के द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध को किस समीकरण द्वारा व्यक्त किया जाता है?
(1) E =1/2mv²
(2) E = mc²
(3) E = mgh
(4) उपर्युक्त में से कोई भी नहीं
Ans. (2)
व्याख्या-
आइन्स्टीन के द्रव्यमान ऊर्जा सम्बन्ध को E = mc² समीकरण द्वारा व्यक्त किया जाता है, जहां E = ऊर्जा, m = द्रव्यमान, एवं c = प्रकाश की चाल। आइन्स्टीन के अनुसार, ऊर्जा सदैव द्रव्यमान और प्रकाश की चाल के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती होती है।
48. किसी वस्तु पर गुरुत्वाकर्षण के बल का माप क्या होता है?
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.07.2018(11)](1) गति
(2) घनत्व
(3) भार
(4) वेग
Ans. (3)
व्याख्या :
भौतिकी में किसी वस्तु पर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के माप को भार या वज़न कहते हैं। इसकी SI इकाई न्यूटन है। भार सदिश राशि है, मतलब दिशा सहित।
49. एक 2 kg द्रव्यमान के पिण्ड में विद्यमान ऊर्जा होगी, जब उसे धरती से 5m की ऊँचाई पर रखा गया हो (g = 10 m/s²)
[III Grade (L-II) -25.2.2023](1) 50 J
(2) 100 J
(3) 150 J
(4) 200 J
Ans. (2)
50. नीचे दी गई वस्तुओं में से किसकी गतिज ऊर्जा सर्वाधिक है?
[I Grade School Lecturer Exam – 06.01.2020](1) द्रव्यमान m तथा चाल v
(2) द्रव्यमान 3m तथा चाल 2v
(3) द्रव्यमान 2m तथा चाल 3v
(4) द्रव्यमान m तथा चाल 4v
Ans. (3)
व्याख्या :
(Κ.Ε.) Max = ½ 2Mx(3v)² = 9Mv²
| For more Science Previous Year Questions | Click Here |
Note: इन Questions को तैयार करने में पूर्ण सावधानी बरती गई है। फिर भी अगर कोई गलती मिलती है, तो कमेंट बॉक्स में हमें इससे अवगत कराएं। हमारी टीम जल्द से जल्द उसे ठीक कर देगी।
Solved Papers
MCQ’s Subject
History
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Geography
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Political
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Science
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Computer
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Hindi
Topic-wise Multiple-Choice Questions
English
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Mathematics
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Reasoning
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Rajasthan GK
Topic-wise Multiple-Choice Questions
Haryana GK
Topic-wise Multiple-Choice Questions


















