गुर्जर प्रतिहार वंश Previous Year Questions
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राजस्थान के गुर्जर प्रतिहार वंश MCQs
1.राजस्थान के निम्नलिखित मंदिरों में से गुर्जर-प्रतिहार काल में निर्मित मंदिरों को चुनिए:
(i) आहड़ का आदिवराह मंदिर
(ii) आभानेरी का हर्षतमाता का मंदिर
(iii) राजोगढ़ का नीलकंठ मंदिर
(iv) ओसियाँ का हरिहर मंदिर
कूट:
[RAS Pre 28 Aug, 2016]
(A) (i) और (iv)
(B) (i), (ii) और (iv)
(C) (ii) और (iv)
(D) (i), (ii), (iii) और (iv)
उत्तर- (D) राजस्थान में गुर्जर प्रतिहार कालीन मंदिर- कामेश्वर (आऊवा), रणछोड़ जी (खेड़), दधिमति (गोठ मांगलोद), नकटीमाता (जयभवानीपुरा) आदिवराह (आहड़), हर्षतमाता (आभानेरी), हरिहर मंदिर (ओशियां), मगरमण्डी माता (नीमाज ) ।
2. निम्नलिखित में से कौन सा विद्वान कुम्भा के दरबार में नहीं था?
[RAS Pre 28 Aug, 2016]
(A) टिल्ला भट्ट
(B) मुनि सुन्दर सूरी
(C) मुनि जिन विजय सूरी
(D) नाथा
उत्तर- (C) महाराणा कुम्भा के दरबारी- टिल्ला भट्ट, मुनि सुंदर सूरी, नाथा, मंडन, सोम सुंदर सूरी, जयचन्द्र सूरी, भुवनकीर्ति, मुनि भुवन सुंदर
गोविंद आदि थे। मुनि जिन विजय ने सिंघी जैन ग्रंथ माला में कई संपादन किया जिसमें धर्मोपदेशमाला, कुवलयमाला प्रमुख
3. राजस्थान में प्रतिहार वंश के संस्थापक हरिशचंद की राजधानी कौन सी थी ?
[Forest Guard 13 Nov, 2022 Shift iv]
(A) मण्डाना
(B) भीनमाल
(C) मेड़ता
(D) मण्डोर
उत्तर- (D) घटियाला शिलालेख अनुसार क्षत्रिय रानी भद्रा के 4 पुत्र । हरिशचंद्र – रोहिलद्धि गुर्जर प्रतिहारों का आदिपुरुष / संस्थापक(भोगभट्ट/कक्क/रज्जिल/दह) ने मिलकर मांडव्यपुर (मंडोर) को जीतकर
राजधानी बनाई।
4. राजपूत विद्धिक आर्यों सन्तान है- इस मत के प्रतिपादक थे:
[III Grade 2010]
(A) कर्नल टॉड
(B) विलियम क्रुक
(C) डी.डी.आर. भण्डारकर
(D) गौरी शंकर हीराचन्द ओझा
उत्तर- (C) राजपूत वैदिक आर्यों की संतान है। प्रतिपादक- गौरी शंकर हीराचन्द तथा सी.वी. वैद्य इसके समर्थक है।गुर्जर-प्रतिहार वंश
5. राजपूतों को हूणों की सन्तान बताया
[Women Supervisor (Non TSP ) 25 May 2016]
(A) कर्नल जेम्स टॉड
(B) बी.ए. स्मिथ
(C) डॉ. भण्डारकर
(D) डॉ. दशरथ शर्मा
उत्तर- (B) राजपूत उत्पति सिद्धांत शक सीथियन की संतान जेम्स टॉड विलियम क्रुक शक-यूची-हूण-वी. ए. स्मिथ गुजर वंशीय डी. आर. भण्डारकर, ईश्वरी प्रसाद कुषाण (यूची) टोचारियन- अलेक्जेंडर कनिंघम (ब्रोच गुर्जर ताम्रपत्र अनुसार) ब्राह्मणि वश गोपीनाथ शर्मा | वैदिक आर्यों की संतान- सी.वी. वैद्य सूर्य चन्द्रवंश – दशरथशर्मा, जी. एस. ओझा आबू पर्वत पर वशिष्ट के के ( अग्नि वंश)- चंदबरदायी (पृथ्वीराज रासो), सूर्यमल्ल – मिश्रण
6. निम्न में से किस सिथियन जाति हासकार ने राजपूतों को शक अथवा
[Industry Extension Officer 22 July 2018]
(A) चंदरब्रदाई
(B) सी.एम. वैद्य
(C) जेम्स टॉड
(D) गोपीनाथ शर्मा
उत्तर- (C) राजपुताना के प्रसिद्ध इतिहासकार कर्नल जेम्स टॉड ने वाजपूतों की शक और सिथियन बताया है। इसके प्रमाण में उनके बहुत से प्रचलित रीति रिवाजों का जो शक जाति के रिवाजों से समानता रखते। थे, उल्लेख किया। ऐसे रिवाजों में सूर्य पूजा, सती प्रथा प्रचलन, अश्वमेध | यज्ञ, मघपान, शस्त्रों और घोड़ों की पूजा इत्यादि ।
7. गुर्जर प्रतिहार वंश के किस शासक ने अपनी राजधानी मण्डोर से मेड़ता स्थानान्तरित की थी-
[Librarian III Grade 19 Sep. 2020]
[Junior Instructor (Electirician) 24. March 2019]
[PTI Exam 30 Sep. 2018]
[RPSC II Grade 26 April, 2017]
(A) कक्कुक
(B) रज्जिल
(C) नागभट्ट ।
(D) बॉठक
उत्तर- (C) नागभट्ट प्रथम (नाहड़) नरभट्ट का पुत्र घटियाला। शिलालेख अनुसार नागभट्ट प्रथम ने मण्डोर का विस्तार किया। मेदान्तक (मेड़ता) को राजधानी बनाया जज्जिका देवी से 2 पुत्र तात, भोज हुए कन्नौज के प्रतिहारों की वंशावली (730 ई.) नागभट्ट प्रथम से शुरू होती है जालौर को राजधानी बनाया, नागावलोक उपाधि धारण की भोज की ग्वालियर प्रशस्ति “नारायण” पुरातन मुनि, नारायण का अवतार। राजधानी- उज्जैन (जे.सी. घोष), जालौर (डॉ. दशरथ शर्मा अनुसार )।
8.प्रतिहारों की कौनसी शाखा सर्वाधिक पुरातन मानी जाती है?
[हेडमास्टर प्रवेशिका (संस्कृत शिक्षा) 11 Oct. 2021]
(A) जालौर
(B) मण्डोर
(C) मारवाड़
(D) उज्जैन
उतर- (B) मुहणोत नैणसी ने प्रतिहारों की 26 शाखाओं का वर्णन किया है मण्डोर (सर्वाधिक प्राचीन), मेड़ता, जालौर, राजोगढ़, कन्नौज, उज्जैन, भड़ोच के प्रतिहार प्रसिद्ध है मंडोर के गुर्जर प्रतिहारों का आदि पुरुष हरिश्चंद्र ब्राह्मण (रोहिलाद्धि) था वंशावलि “रज्जिल” से शुरु होती है।
9. गुर्जर प्रतिहारों की राजधानी कौन सी थी?
[II Grade (Sans. Edu.) 19 Feb, 2019]
(A) पी-लो-मो-लो (भीनमाल)
(B) बूढ़ा पुष्कर (अजमेर)
(C) मांडव्यपुर (जोधपुर)
(D) जांगल (बीकानेर)
उत्तर- (A) गुर्जर प्रतिहार राजधानी – मंडोर (जोधपुर) मेदान्तक (मेड़ता) को नागभट्ट प्रथम ने राजधानी बनाई भीनमाल को नागभट्ट प्रथम ने राजधानी बनाई जालौर उज्जैन कन्नौज (नागभट्ट 11) ह्वेनसांग ने “सीयूकी” में भीनमाल को “पी-लो-मो-लो” कहा मंडोर – मेदान्तक -भीनमाल- जालौर उज्जैन- कनौज राजधानी रही।
10. निम्नलिखित में से किस विद्वान के अनुसार राजपूतों की उत्पत्ति अग्निकुण्ड से हुई थी?
[LSA Exam 21 October 2018]
(A) श्री गौरीशंकर ओझा
(B) डॉ. गोपीनाथ शर्मा
(C) कवि चन्दरबरदाई
(D) डॉ. दशरथ शर्मा
उत्तर- (C) चन्दरबरदाई के पृथ्वीराज रासो अनुसार “राजपूतों की उत्पत्ति अग्नि कुंड से हुई आबू पर्वत पर गुरु वशिष्ट तथा विश्वामित्र ने अग्निकुण्ड से गुर्जर-प्रतिहार, चालुक्य (सोलंकी), चहमान (चौहान), परमार उत्पन्न किए समर्थक- मुहणोत नैणसी, सूर्यमल्ल मिश्रण।
11. कौन सा रासो राजपूतों की उत्पत्ति को ‘अग्निकुण्ड’ से संबंधित करता है?
[J.En. (Civil) (Diploma)-2020]
(A) पृथ्वीराज रासो
(B) हम्मीर रासो
(C) बीसलदेव रासो
(D) खुमान रासो
उत्तर- (A) राजपूत उत्पति का अग्निकुण्ड सिद्धांत- पृथ्वीराज रासो मौत नैणसी सूर्यमल्ल मिश्रण समर्थक।
12. निम्न में से कौन से वंश की उत्पत्ति अग्निकुंड से नहीं हुई ?
[Industry Extension Officer 22 July 2018]
(A) परमार
(B) सिसोदिया
(C) चौहान
(D) चालुक्य
उत्तर- (B) अग्निकुंड से सिसोदिया वंश की उत्पत्ति नहीं हुई। चन्द्रबरदाई ने अपनी रचना ‘पृथ्वीराज रासो’ में बताया है कि वशिष्ठ मुनि ने आबू के यज्ञकुण्ड से परमार, चालुक्य, प्रतिहार तथा चौहान योद्धाओं को यज्ञ की रक्षा हेतु उत्पन्न किया।
13. निम्नलिखित में से किस राजवंश ने अपना उद्गम मिथकीय ‘अग्निकुल’ से नहीं जोड़ा है?
[Headmaster- 15 May 2012]
(A) चौहान
(B) सोलंकी
(C) चंदेल
(D) परमार
उत्तर- (C) चंदबरदाई (पृथ्वीराज रासो) अनुसार ‘आबू पर्वत पर अग्निकुण्ड से वशिष्ठ ने गुर्जर प्रतिहार, चालुक्य (सोलंकी),चाहमान (चौहान), परमार उत्पन्न किये मुहणौत नैणसी, सूर्यमल्ल मिश्रण ने समर्थन किया।
14. आभानेरी तथा राजौरगढ़ के कलात्मक वैभव किस काल के हैं?
[CET (Graduation ) – 08.01.2023, Shift-j [Junior Instructor (Workshop)-10 Sept. 2022]
[RPSC Grade II- 31 Oct 2018]
[REET-2015]
(A) गुर्जर-प्रतिहार
(B) चौहान
(C) गुहिल-सिसोदिया
(D) राठौड़
उत्तर- (A) गुर्जर प्रतिहार शैली को ‘महामारू शैली” कहा जाता है। (i) चांदबावड़ी तथा हर्षद् माता- आभानेरी, दौसा (ii) ओसियां के सूर्य मंदिर, हरिहर मंदिर, सच्चियाय माता मंदिर, जैन मंदिर (ii) कामेश्वर महादेव- आऊवा (iv) सोमेश्वर- किराडू (बाड़मेर) (v) दधिमति, गोठ मांगलोद (नागौर) (vi) अम्बिका, जगत (उदयपुर) (vii) हर्षनाथ – सीकर (viii) कुंभश्याम मंदिर चित्तौड़गढ दुर्ग ।
15. किस प्रतिहार शासक ने ‘आदिवराह’ की उपाधि धारण कौ?
[Senior Computer Instructor-19 June 2022]
(A) नागभट्ट ।
(B) नागभट्ट ॥
(C) वत्सराज
(D) मिहिरभोज
उत्तर- (D) मिहिरभोज ने आदिवराह व प्रभास उपाधि धारण की संघर्ष पूर्व में बंगाल के पास, दक्षिण में राष्ट्रकूट व पश्चिम में खलीफा से संघर्ष रहा मेधातिथि व राजशेखर, दरबारी विद्वान आदिवराह द्रम नाम से (एक तरफ मदादिवराह व दूसरी तरफ विष्णु वराह अवतारित चित्र) चांदी के सिक्के चलाये।
16. कन्नौज पर अधिकार हेतु चले त्रिपक्षीय युद्ध में राजपूताना के किस वंश के शासकों ने भाग लिया?
[RPSC-II Grade – 28 Oct, 2018]
(A) चौहान
(B) गुर्जर प्रतिहार
(C) परमार
(D) गहलोत
उत्तर- (B) त्रिपक्षीय संघर्ष- कारण- कन्नौज पर अधिकार कौन संघर्ष में शामिल – दक्षिण में राष्ट्रकूट, पूर्व में पाल तथा उत्तर में गुर्जर प्रतिहार । शुरूआत- प्रतिहार शासक वत्सराज द्वारा इन्द्रायुध (कन्नौज) को परास्त कर अंत- नागभट्ट द्वितीय (प्रतिहार) द्वारा चक्रायुध (कन्नौज) को परास्त कर संघर्ष चलता रहा।
17. निम्नलिखित में से कौनसी पुस्तक गुर्जर प्रतिहार वंश के मिहिर भोज द्वारा नहीं है?
[JEN (Ele. Mech.) Degree 20 May, 2022]
(A) सर्वस्व श्रृंगार प्रकाश
(B) कृत्यकल्पतरू
(C) राजमृडाड
(D) धर्म संग्रह
उत्तर- (D) मिहिर भोज (भोज 1)- सर्वस्व श्रृंगार प्रकाश, कृत्य कल्पतरू, राज मृडाड, समरांगण सूत्र धार, कंठा भरण, शब्दानुशासन, सिद्वांत संग्रह, योग्य सूत्रवृति, विद्या विनोद, मर्म शतक, तत्वप्रकाश । भोज चम्पू,
18. निम्नलिखित में से किन अभिलेखों में प्रतिहारों को गुर्जर कहा गया है?
[RPSC II Grade 26 April, 2017]
A. नीलगुण्ड
B. देवली
C. राधनपुर
D. कराड़
कूट-
(A) A, D
(B) A, C, D
(C) A, B, C
(D) A, B, C, D
उत्तर- (D) नीकुण्ड (नीलगुण्ड), देवली, राधनपुर, करहाड़ (कराड़) शिलालेखों में “गुर्जर” संबोधित किया गया है पम्पा के विक्रमार्जुन विजय में प्रतिहार महीपाल “गुर्जरराज” कहा गया है अरब यात्रियों ने ” “जुर्ज” कहा भगवान लाल इन्द्र जी ने “गुजरात देश के प्राचीन इतिहास” में गुर्जरों को “गुजर” माना।
19. निम्नांकित में से किस विदेशी यात्री ने गुर्जर-प्रतिहार राजवंश की सैन्य शक्ति एवं समृद्धि का उल्लेख किया है?
[2nd Grade 01 May, 2017]
(A) अल बिरुनी
(B) अब्दुल रज्जाक
(C) सुलेमान
(D) मार्को पोलो
उत्तर- (C) सुलेमान एक अरब यात्री इसने 857ई. में अपना यात्रा वर्णन लिखा प्रतिहार शासक मिहिरभोज की शक्ति तथा राज्य समृद्धि की प्रशंसा करता है जुरज (गुर्जर) कहलाता है। उसके पास बहुत बड़ा लश्कर है। उसके पास भोज मुसलमानो का घोर शत्रु था यहाँ एक राजा जैसे घोडे भारतवर्ष में किसी भी राजा के पास नहीं है। वह अरबों का शत्रु है। भारत में उससे बढ़कर मुसलमानी धर्म का शत्रु और कोई नहीं है।
20. निम्न में से कौन सा शासक गोड़ (बंगाल) में भोज – प्रथम का समकालीन था ?
[II Grade (Sanskrit Edu.) 17 Feb. 19]
(A) काकूका
(B) देवपाल
(C) त्रिलोचन पाल
(D) रामभद्र
उत्तर- (B) भोज । / मिहिर भोज उपाधि- प्रभास/ आदि वराह (836-885 ई) ग्वालियर प्रशस्ति स्त्रोत- कल्हण की राजतरंगिणी, सुलेमान का यात्रा विवरण समकालीन शासक- गोड़ (बंगाल) के देवपाल राष्ट्रकूट नरेश ध्रुव || (बगुम्रा दानपत्र) इन दोनो ने भोज । को परास्त किया द्रम्म/ चांदी के सिक्के चलाए & (खेड़ा) पर अधिकार किया।
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