Handicraft of Rajasthan Previous Year Question
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Handicraft of Rajasthan MCQs
1.फड़ चित्रण के लिए जाना जाता है।
[Forest Guard 11 Dec, 2022 Shift-ll](A) शाहपुरा
(B) चित्तौड़
(C) नाथद्वारा
(D) किशनगढ़
उत्तर- (A) फड़ चित्रण- शाहपुरा (भीलवाड़ा)। प्रमुख कलाकार- श्री लाल जोशी, पार्वती जोशी।
2.’कांवड़’ बनाने के लिए कौन प्रसिद्ध है?
[Forest Guard- 11 Dec. 2022 Shift-I](A) उस्ताद लालचन्द
(B) मांगीलाल मिस्त्री
(C) साहिबराम
(D) चम्पालाल
उत्तर- (B) कावड़ के कलाकार जांगिड़ मांगीलाल मिस्त्री, द्वारिका
3.लप्पा, लप्पी, किरण और गोखरू क्या है?
[Junior Instructor (Workshop)-10 Sept. 2022](A) राजस्थानी फिल्म ‘सासु माँ’ में किरदार
(B) गोटा की विभिन्न किस्में
(C) शेरवानी के नाम
(D) अधिक उपज देने वाले कीट (किटनी बीन, फेजियोलस एकोनाइट
उतर – (B) लप्पा, लप्पीकिरण, गोखरू गोटे की विभिन्न किस्में है।
4. किस लोक कला के निर्माण का पुश्तैनी व्यवसाय केवल चितौड़गढ़ जिले के ग्राम बस्सी में ही देखा जाता है?
[Junior Instructor (Workshop)-10 Sept. 2022](A) फड
(B) सांझी
(C) वील
(D) कावड़
उत्तर- (D) कावड़, बस्सी (चितौड़गढ़) में खेरादी जाति के लोगों द्वारा। मुख्यतः बनाये जाते हैं। यह लकड़ी पर चित्रों वाला चल मंदिर है।
5.’उस्ता कला’ क के लिए ‘उस्ता कैमल हाइड केन्द्र’ की स्थापना 1975 में कहाँ की गई थी?
[JEN Agri Exam-2022, 10 Sep. 2022](A) जेसलमेर
(B) बीकानेर
(C) नागौर
(D) बाड़मेर
उत्तर- (B) उस्ता कला बीकानेर के विकास हेतु सन् 1975 ई. में राजस्थान लघु उद्योग निगम उस्ता के नाम पर कैमल हाईड ट्रेनिंग केन्द्र की स्थापना की गई।
6. किस वर्ष में, राजस्थान की पहली हस्तशिल्प नीति जारी की गई?
[CET (Graduation ) – 07.01.2023, Shift-II](A) 2018
(B) 2021
(C) 2022
(D) 2019
उत्तर- (C) राजस्थान राज्य हस्तशिल्प नीति-2022- 17 सितम्बर 2022 को जारी, उद्देश्य – हस्तशिल्पियों के उत्थान के लिए बेहतर मार्केटिंग की व्यवस्था, परम्परागत कलाओं एवं विलुप्त होती कलाओं को पुनर्जीवित करना, रोजगार के नए अवसर सृजित करना है।
7. जयपुर में मीनाकारी की कला महाराजा मानसिंह प्रथम द्वारा . से लाई गई।
[Forester-06 Nov. 2022, Shift-2](A) चीन
(B) लाहौर
(C) बलूचिस्तान
(D) बंगाल
उतर – (B) मीनाकारी राजस्थान में लाहौर से महाराजा मानसिंह प्रथम द्वारा लाई गई।
8. ‘मोती भारत’ किस जिले में पारंपरिक कढ़ाई का नाम है?
[Librarian Grade-III, 11 Sept. 2022](A) पाली
(B) सीकर
(C) बूंदी
(D) जालौर
उत्तर- (D) “मोती भारत” जालौर जिले की प्रसिद्ध पारम्परिक कढ़ाई हस्तकला है। इसकी उत्पत्ति गुजरात से हुई। मोची तथा काठी जाति की महिलाओं द्वारा की जाती है। कलाकार- सीता बेन
9. गोपाल सैनी का सम्बन्ध राजस्थान की किस हस्तकला से है?
[CET (Graduation) – 08.01.2023, Shift-1](A) टैराकोटा
(B) काष्ठ कला
(C) थेवा कला
(D) ब्ल्यू पॉटरी
उत्तर- (D) ब्ल्यू पॉटरी:- जमनाप्रसाद, सांवलसिंह, देवीसिंह, दीन दयाल, त्रिलोकचंद, भगवान सहाय, दुर्गालाल, हनुमान सहाय, गिरिराज, भैरू खारवाड़, कृपालसिंह, गोपाल सैनी, नाथी बाई ।
10. वह स्थान, ,जो अपने मृदा शिल्प (टेराकोटा) के लिए प्रसिद्ध है।
[Stenographer 2018, 21 March, 2021 Shift I][LSA Exam 21 October 2018](A) मोलेला
(B) कैथून
(C) बगरु
(D) सांगानेर
उत्तर- (A) टेराकोटा- मोलेला (राजसमंद) कलाकार- मोहनलाल, खेमराज, राजेन्द्र मालेला क्ले वर्क 2009 में जियोग्राफिक इंडिकेशन (GI) तथा लोगो 2017 में प्राप्त हुआ। भगवान देव नारायण की सर्वाधि क मूर्तियां बनती है। मसूरिया साड़ी। कोटा डोरिया कैथून (कोटा), – मांगरोल (बारा) सांगानेरी प्रिंट सांगानेर (जयपुर) बगरु प्रिंट बगरु (जयपुर )
11. राजसमन्द जिले में स्थित मौलेला गाँव किस लोक कला के लिए विख्यात है?
[Lab Assistant (Geography)- 30 June 2022][Gram sevak, Hostel Warden III 18 Dec. 2016](A) मृणमय मूर्तिकला
(B) काष्ठ कला
(C) वस्त्र छपाई
(D) हस्तनिर्मित कागज
उत्तर- (A)टेराकोटा- मोलेला (राजसमंद) कलाकार- मोहनलाल कुम्हार, खेमराज राजेन्द्र कुम्हार मोलेला क्लेवर्क (मृदाशिल्प) 2009 GI (जियोग्राफिक इंडिकेशन) मई 2017 में लोगों प्राप्त हुआ है। a. देवनारायण जी की सर्वाधिक मूर्तिया मिलती है। मोलेला/नाथद्वारा (राजसमंद) में चांदी पर मीनाकारी का काम भी होता है।
12. राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त मोहनलाल किस शिल्प कला से संबंधित हैं?
[JEN (Civil)- 18 May 2022](A) थेवा कला
(B) उस्ता कला
(C) बंधेज कला
(D) मोलेला मृण्मूर्ति कला
उत्तर- (D) टेराकोटा कला- मोलेला (राजसमंद) मिट्टी से देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाना। टेराकोटा कला से भगवान देवनारायण जी की सर्वाधिक मूर्तियां बनती है।
13. टेराकोटा मूर्तियाँ निम्नलिखित से किससे बनायी जाती है?
[Rajasthan Police Constable- July2020](A) सिरेमिक जैसी से
(B) लकड़ी
(C) अयस्क से
(D) प्लास्टिक
उत्तर- टेराकोटा मूर्तियाँ- मोलाना/मोलेला (राजसमंद), बू-नरावता (नागौर) निर्माण किया जाता है।
14.श्री लाल जोशी का एक प्रमुख चित्रकार है-
[Agriculture Supervisior 2021](A) चित्रकला
(B) पिछवाई
(C) माण्डणा
(D) पट चित्रण फड़
उत्तर- (D) श्रीलाल जोशी मार्च 1931 मार्च 2018) शाहपुरा भीलवाड़ा) जोशी परिवार से संबंध राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त श्री (2006), शिल्पगुरू (2007) से सम्मानित। देवनारायण जी पर 5 रूपये का डाक टिकट जारी (2 सित. 1992) कल्याण
15. राजस्थान का कौन सा शहर ‘अजरक प्रिंट’ के लिए प्रसिद्ध है।
[Lab Assistant (Geography)- 30 June 2022
[Junior Instructor COPA 24 March 2019 |
[LSA Exam 21 October 2018|
(A) बाड़मेर
(B)अजमेर
(C) सांगानेर
(D) भीलवाड़ा
उत्तर- (A) अजरख प्रिंट/मलीर प्रिंट बाड़मेर की है। खत्री जाति लोग यह कार्य करते है। छपाई की विशिष्ट शैलियों अजरख मलीर छपाई कहते है। इसमें लाल व नीले रंग से छपाई की जाती है। तथा दोनों तरफ छपाई की जाती है। इसमें अलंकरण ज्यामितीय होते है, और तुर्की टाइलों से बहुत मिलते है।
16. बाड़मेर प्रिंट किस नाम से जाना जाता है?
[PTI 25 Sep, 2022][Raj. Police Constable 2013](A) बादला
(B) अजरक
(C) फड़
(D) पिछवाई
उत्तर- (B) अजरख प्रिंट- बाड़मेर, खत्री जाति के लोग लाल-नीले रंग से छपाई दोनों तरफ की जाती है।
17. मलीर प्रिंट का संबंध है?
[Jail Prahari 1 Sep., 2017](A) उदयपुर से
(B) बाड़मेर से
(C) सांगानेर से
(D) बूंदी से
उत्तर- (B) मलीर प्रिंट- बालोतरा (बाड़मेर) एक तरह की छपाई जिसमें कत्थई काला रंग का प्रयोग ज्यामितीय आकृतियों की प्रधानता। बालोतरा प्रसिद्ध कलाकार- मो. यासीन छींपा (बालोतरा )।
18. बाड़मेर ब्लॉक मुद्रित कपड़े एक और नाम क्या
[Lecturer (tech.edu.) – 12 March, 2021](A) टोकरी बुनाई
(B) अजरक
(C) छींट
(D) शेवरॉन
उत्तर- (B) अजरख/मलीर/बाड़मेरी प्रिंट। खत्री जाति के लोग। अजरख- लाल-नील रंग, दोनों तरफ छपाई। मलीर- कत्थई-काला, एक तरफ छपाई (दोनों में ज्यामितीय आकृतियों की प्रधानता) । कलाकार- मो. यासीन छीपा (बालोतरा) – टीन सेल छपाई- बाड़मेर।
19. हिसामुद्दीन किस हस्तशिल्प के सिद्धहस्त कलाकार थे?
[Basic Computer Instructor- 18 June 2022](A) थेवा कला
(B) उस्ता कला
(C) जट पट्टी कला
(D) मीनाकारी
उत्तर- (B) महाराजा अनूपसिंह के समय उस्ता परिवारो ने हिंदूकथा. राजस्थानी कात्यो पर सैकड़ो चित्र बनाए। ऊंट की खाल पर स्वर्ण मीनाकारी- मुनव्वती का कार्य केन्द्र- बीकानेर कलाकार- स्व. हिसामुद्दीन उस्ता (पद्मश्री, 1986), मोहम्मद हनीफ कैमल हाईड ट्रेनिंग सेंटर बीकानेर (राज. लघु उद्योग नि. द्वारा संचालित)
20. ऊंट की खाल पर स्वर्णित नक्काशीं का कार्य किस नाम से किया जाता है?
[Rajasthan High Court- 13 March, 2022](A) कारचोब
(B) फडचित्रण
(C) उस्ताकला
(D) मथेरण कला
उत्तर- (C) उस्ताकला ऊंट की खाल सोने की नक्काशी (मुनत्वती कला) बीकानेर। उस्ताद हिसामुद्दीन (1986 का पद्म श्री ) । महाराजा अनुपसिंह के समय उस्ताद लाहौर से लाए गए। कलाकार- मोहम्मद हनीफ इलाही बख्श।
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