Light Reflection and its Laws PYQ
Shiksha247 – Science Government Exam Questions, Previous Year Question Papers & Preparation
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– UPSC Previous Year Question
– SSC Old Question Papers
– Railway Exam Memory-Based Questions
– CTET, RPSC, Patwar, REET, Police Old Questions
– TET (Teacher Eligibility Test) Questions
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प्रकाश परावर्तन व इसके नियम
1. जब एक नींबू को पानी से भरे कांच के गिलास में रखा जाता है तो वह अपने वास्तविक साइज से बड़ा प्रतीत होता है। यह निम्न में से किस घटना के कारण होता है-
[महिला पर्यवेक्षक-29.11.2015 (Non-TSP)](1) प्रकाश का परावर्तन
(2) प्रकाश का विक्षेपण
(3) प्रकाश का अपवर्तन
(4) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Ans. (3)
व्याख्या –
प्रकाश का अपवर्तन (Refraction of Light)- जब प्रकाश की किरण एक पारदर्शी माध्यम से दूसरे पारदर्शी माध्यम में जाती है तो वह अपने प्रारम्भिक मार्ग से विचलित हो जाती है। प्रकाश-किरण के एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाने पर, अपने मार्ग से विचलित होने को ‘अपवर्तन’ कहते हैं। दैनिक जीवन में प्रकाश के अपवर्तन के कारण घटने वाली घटनाएँ –
• द्रव में अंशतः डूबी हुई सीधी छड़ टेढ़ी दिखाई पड़ती हैं।
• तारे टिमटिमाते हुए दिखाई पड़ते हैं।
• अपवर्तन के कारण उगता और अस्त होता सूर्य बड़ा दिखता है।
• पानी से भरे किसी बर्तन की तली में पड़ा हुआ सिक्का ऊपर उठा हुआ दिखाई पड़ता है।
• जल के अन्दर पड़ी हुई मछली वास्तविक गहराई से कुछ ऊपर उठी हुई दिखाई पड़ती है।
2. जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है, तो प्रकाश किरण के मुड़ने की प्रक्रिया को क्या कहा जाता है?
[राज. पु. कॉन्स्टेबल-14.7.2018(1)](1) व्यतिकरण
(2) परावर्तन
(3) अपवर्तन
(4) प्रकीर्णन
Ans. (3)
3. प्रकाश की निम्नलिखित में से किस घटना के कारण जल से भरे बर्तन के पेंदे में रखा सिक्का ऊपर उठा हुआ दिखाई देता है?
[PSI Exam. 2007](1) परावर्तन
(2) अपवर्तन
(3) विवर्तन
(4) व्यतिकरण
Ans. (2)
4. हमें वास्तविक सूर्योदय से कुछ मिनिट पूर्व ही सूर्य दिखाई देने का कारण है?
[RAS Pre. Exam. 2007](1) प्रकाश का प्रकीर्णन
(2) प्रकाश का विवर्तन
(3) प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन
(4) प्रकाश का अपवर्तन
Ans. (4)
5. तरणताल वास्तविक गहराई से कम गहरा दिखाई देता हैं इसका कारण है-
(1) अपवर्तन
(2) प्रकाश प्रकीर्णन
(3) परावर्तन
(4) व्यतिकरण
Ans. (1)
6. रात में तारे झिलमिलाते हैं, क्योंकि-
(1) वे प्रकाश को रुक-रुक कर उत्सर्जित करते हैं
(2) तारों का वातावरण प्रकाश को रुक-रुक कर अवशोषित करता है।
(3) पृथ्वी का वायुमण्डल प्रकाश को रुक-रुक कर अवशोषित करता है।
(4) वायुमण्डल में वायु का अपवर्तनांक बदलता है।
Ans. (4)
व्याख्या –
वायुमण्डल में वायु की विभिन्न परतों का अपवर्तनांक भिन्न-भिन्न होता है। प्रकाश का अपवर्तन होता है, जिसके कारण रात में तारे झिलमिलाते या टिमटिमाते हैं। एक माध्यम से दूसरे (सघन से विरल) माध्यम में जाने से प्रकाश की चाल बदल जाती हैं। वायुमण्डल में वायु की विभिन्न घनत्व वाली परतें पाई जाती हैं। जब तारे से प्रकाश चलता है तो उसका विभिन्न परतों में लगातार अपवर्तन होता है। चूंकि वायु की परतें स्थिर नहीं होती, इसलिए यह महसूस होता है कि तारा भिन्न-भिन्न समयान्तरालों में भिन्न-भिन्न स्थितियों में है अर्थात तारा टिमटिमाता हुआ प्रतीत होता है। चंद्रमा व अन्य ग्रह हमें टिमटिमाते हुए दिखाई नहीं देते क्योंकि उनसे आने वाले प्रकाश की मात्रा अधिक होती है, जिससे वायुमण्डल का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता।
7. जब चंद्रमा क्षितिज के समीप होता है, तो ………के कारण बड़ा प्रतीत होता है-
[पटवार- 23.10.2021 (S-I)](1) वायुमंडलीय अपवर्तन
(2) प्रकाश के प्रकीर्णन
(3) पूर्ण आंतरिक परावर्तन
(4) विवर्तन
Ans. (1)
व्याख्या –
वायुमंडलीय अपवर्तन एक सीधी रेखा से प्रकाश या अन्य विद्युत चुम्बकीय तरंग का विचलन है क्योंकि यह वायु घनत्व में भिन्नता के कारण ऊँचाई के कार्य के रूप में गुजरता है। यह अपवर्तन बढ़े हुए घनत्व के साथ हवा के प्रकाश के वेग के कारण होता है। जमीन के पास वायुमंडलीय अपवर्तन मृगतृष्णा पैदा करता है। इसी कारण हमें तारे टिमटिमाते हुए नजर आते हैं तथा चन्द्रमा क्षितिज के समीप बड़ा प्रतीत होता है।
8. पानी की टंकी ऊपर से देखने पर कम गहरी दिखाई देने का कारण है –
(1) प्रकाश का ऋजुरेखीय संचरण
(2) परावर्तन
(3) पूर्ण आंतरिक परावर्तन.
(4) अपवर्तन
Ans. (4)
व्याख्या-
पानी की टंकी ऊपर से देखने पर कम गहरी दिखाई देने का कारण है प्रकाश का अपवर्तन (Refraction)
आभासी गहराई= वास्तविक गहराई / अपवर्तनांक (Rrefractive Index)
9. हीरे की चमक का कारण है-
(1) प्रकाश का सम्पूर्ण आंतरिक परावर्तन
(2) प्रकाश का व्यतिकरण
(3) प्रकाश का ध्रुवण
(4) प्रकाश का अपवर्तन
Ans. (1)
व्याख्या –
पूर्ण आंतरिक परावर्तन (Total Internal Reflection)-जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में जाता है तो प्रकाश किरण अभिलम्ब से दूर हटती है। आपतन कोण का मान क्रांतिक कोण से अधिक होता है तो पूर्ण आन्तरिक परावर्तन होता है अर्थात् प्रकाश की किरण उसी माध्यम से वापस लौट आती है। दैनिक जीवन में पूर्ण आन्तरिक परावर्तन के उदाहरण –
• हीरे का अत्यधिक चमकदार दिखना।
• रेगिस्तान की मरीचिका (पानी होने का भ्रम)।
• काँच में पड़ी दरारों का चमकना।
• जल में पड़ी परखनली का चमकना।
10. मृग-मरीचिका के दिखाई देने का कारण है-
[P.S.1.1998, 2007][Headmaster – 02.09.2018](1) प्रकाश का परावर्तन
(2) प्रकाश का अपवर्तन
(3) प्रकाश का पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
(4) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Ans. (3)
व्याख्या-
मरीचिका (Mirage) एक प्रकार का वायुमण्डलीय दृष्टिभ्रम है, जिसमें प्रेक्षक अस्तित्वहीन जलाशय एवं दूरस्थ वस्तु के उल्टे या बड़े आकार के प्रतिबिम्ब तथा अन्य अनेक प्रकार के विरूपण देखता है। वस्तु और प्रेक्षक के बीच की दूरी कम होने पर प्रेक्षक का भ्रम दूर होता है। इस घटना की व्याख्या प्रकाश के पूर्ण आंतरिक परावर्तन एवं अपवर्तन के सिद्धान्त के आधार पर की जाती है।
11. निर्वात में प्रकाश की चाल होती है?
[P.S.I. 2002](1) 3 ×10¹⁰ मीटर/सेकण्ड
(2) 2 ×10⁹ मीटर/सेकण्ड
(3) 3 ×10⁸ मीटर/सेकण्ड
(4) 4× 10⁷ मीटर/सेकण्ड
Ans. (3)
व्याख्या-
डेनमार्क के खगोलविद् ओले क्रिस्टेनसन रोमर ने सर्वप्रथम वर्ष 1676 में वृहस्पति ग्रह के उपग्रहों की गति देखकर प्रकाश का वेग ज्ञात किया। निर्वात में प्रकाश की चाल 3×10⁸ मीटर/सेकंड होती है, जो अन्य माध्यमों की अपेक्षा अधिक होती है। प्रकाश के प्राकृतिक स्त्रोत सूर्य एवं तारे तथा कृत्रिम स्रोत विद्युत बल्ब, माचिस, मोमबत्ती इत्यादि है। इसके अतिरिक्त प्रकाश का वेग चाल पानी में 2.25×10⁸ मीटर/सेकंड, काँच में 2×10⁸ मीटर/सेकंड, रॉक साल्ट में 1.96×10⁸ मीटर/सेकंड होती है।
12. प्रकाश का वेग सबसे पहले किसने मापा था?
(1) गैलिलियो
(2) न्यूटन
(3) रोमर
(4) आइन्स्टीन
Ans. (3)
13. प्रकाश का वेग अधिकतम होता है-
[I Grade School Lecturer 2016](1) काँच में
(2) निर्वात में
(3) वायु में
(4) पानी में
Ans. (2)
14. जब हम समतल दर्पण में देखते हैं तो हमें अपने चेहरे का प्रतिबिम्ब दिखाई पड़ता है। इसका कारण है-
[कर सहायक परीक्षा- 14.10.2018)
(1) अपवर्तन
(2) विवर्तन
(3) ध्रुवण
(4) परावर्तन
Ans. (4)
व्याख्या –
जब प्रकाश किरण किसी चिकने पृष्ठ से टकराकर वापस लौट आती है, तो इस घटना को प्रकाश का परावर्तन कहते हैं। इस प्रकार के परावर्तन में प्रकाश की किरणें किसी समतल चिकने परावर्तक पृष्ठ (Reflective Surface) पर समानांतर दिशा में आपतित होती है और परावर्तन के बाद भी परावर्तित किरणें समानांतर बनी रहती हैं। समतल दर्पण प्रकाश का एक अच्छा परावर्तक होता है। समतल दर्पण प्रकाश का नियमित परावर्तन करता है। इसी कारण उस पर अपने चेहरे का प्रतिबिम्ब दिखाई देता है। परावर्तन के नियम समतल, वक्रीय व खुरदरे सभी पृष्ठों के लिए मान्य है।
15. परावर्तन का नियम, ‘आपतन कोण, परावर्तन कोण के बराबर होता है’ प्रकाश की एक किरण के परावर्तन के लिये सही है-
[LDC-23.10.2016, 9.9.2018](1) केवल समतल सतह के लिये
(2) केवल अवतल सतह के लिये
(3) केवल उत्तल सतह के लिये
(4) उपर्युक्त सभी
Ans. (4)
16. यदि आपतित किरण और परावर्तित किरण के मध्य 44° का कोण है, तब परावर्तित किरण और परावर्तित सतह पर अभिलम्ब के मध्य कोण का दोगुना होगा-
[RPSC LDC-23.10.2016](1) 22°
(2) 44°
(3) 66°
(4) 880
Ans. (2)
व्याख्या-
परावर्तित किरण, आपतित किरण एवं आपतन बिन्दु पर अभिलम्ब एक ही तल में स्थित होते हैं। परावर्तित किरण, अभिलम्ब के साथ उतना ही कोण बनाती है जितना कोण आपतित किरण अभिलम्ब के साथ बनाती है,
17. प्रकाश की एक किरण परावर्ती समतल सतह पर सतह के साथ 56° के कोण पर आपतित होती है। परावर्तन कोण का मान होगा-
[LDC – 12.08.2018](1) 34°
(2) 90°
(3) 68°
(4) 56°
Ans. (1)
व्याख्या-
आपतन कोण और परावर्तन कोण बराबर होते हैं
18. परावर्तन के नियमों के अनुसार
[महिला पर्यवेक्षक परीक्षा-29.11.2015 (Non-TSP)](1) आपतन कोण परावर्तन कोण के बराबर होता है।
(2) आपतन कोण परावर्तन कोण का चार गुणा होता है।
(3) आपतन कोण परावर्तन कोण का दुगुना होता है।
(4) आपतन कोण परावर्तन कोण का आधा होता है।
Ans. (1)
व्याख्या –
परावर्तन के नियम :-
(ⅰ) आपतित किरण, परावर्तित किरण एवं अभिलम्ब एक ही तल में होते हैं।
(ii) आपतन कोण परावर्तन कोण के बराबर होता है।
(iii) परावर्तित किरण की आवृति व चाल अपरिवर्तित रहती है।
19. प्रकाश के परावर्तन के नियम अनुसार निम्न में से कौन सा सही है-
[स्टेनोग्राफर परीक्षा, 21.03.2021](1) आपतन कोण, परावर्तन कोण के बराबर है
(2) आपतन कोण, परावर्तन कोण से कम है।
(3) आपतन कोण, परावर्तन कोण से अधिक है।
(4) इनमें से कोई नहीं
Ans. (1)
20. स्वच्छ आकाश का रंग नीला क्यों होता है?
[महिला पर्यवेक्षक परीक्षा-20.12.2015 (TSP)](1) प्रकाश के परावर्तन के कारण
(2) प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण
(3) प्रकाश के अपवर्तन के कारण
(4) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Ans. (2)
व्याख्या –
प्रकाश का प्रकीर्णन-जब किसी स्त्रोत से उत्सर्जित प्रकाश वायुमण्डल में गमन करता है तो वायुमण्डल में उपस्थित गैसों के अणुओं, धूल, धुआँ इत्यादि के कणों से उसका विभिन्न कोणों पर विचलन होता है, इस क्रिया को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं। आकाश का नीला दिखाई देना, उदय तथा अस्त होते हुए सूर्य का लाल दिखाई देना प्रकाश की प्रकीर्णन की क्रिया के कारण होता है।
21. आकाश किस कारण से नीला होता है?
(1) सूर्य के प्रकाश का परावर्तन
(2) सूर्य के प्रकाश का अपवर्तन
(3) वायुमण्डल में सूर्य के प्रकाश के लघुतर तरंगदैर्ध्य का प्रकीर्णन
(4) वायुमण्डल में सूर्य के प्रकाश के दीर्घतर तरंगदैर्ध्य का प्रकीर्णन
Ans. (3)
व्याख्या –
सूर्य से आने वाला प्रकाश अनेक रंगों से युक्त होता है। इनमें से सात रंगों को हमारी आंखे देख सकती है जो इस प्रकार हैं- बैंगनी, आसमानी, नीला, हरा, पीला, नारंगी और लाल। इनमें बैंगनी रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे कम तथा लाल का सबसे अधिक होता है। सूर्य के प्रकाश का लाल अंश तो बिना प्रकीर्णित हुए पृथ्वी तक पहुंच जाता है पर नीला प्रकाश हवा में मौजूद गैस अणुओं धूल कणों आदि से प्रकीर्णित हो जाता है और बहुत देर तक हवा में ही बना रहता है। इसी प्रकीर्णन के कारण आकाश हमें नीला दिखाई देता है।
22. निम्न में से कौनसा कथन असत्य है?
[RAS Pre.2009](1) वायुयान के विशेष रबर के टायरों को थोड़ा सुचालक बनाया जाता है।
(2) प्रकाश की नीली तरंगें, बैंगनी तरंगों की तुलना में अधिक प्रकीर्णित होती है, जिसके कारण आकाश नीला दिखाई देता है न कि बैंगनी।
(3) गीले बालों में घुमाया हुआ कंघा कागज के छोटे टुकड़े को आकर्षित नहीं करता है।
(4) ज्वलनशील पदार्थों को ले जाने वाले वाहनों में प्रायः जमीन से छूती हुई धातु से बनी रस्सी बांधी जाती है?
Ans. (2)
23. यदि वायुमण्डल नहीं हो, तो पृथ्वी से आकाश किस रंग का दिखाई देगा-
(1) काला
(2) नीला
(3) नारंगी
(4) लाल
Ans. (1)
व्याख्या – जब अंतरिक्ष यात्री चन्द्रमा के तल पर खड़े होते हैं तो वहां से आकाश उन्हें काला दिखाई देता है। चन्द्रमा पर कोई वायुमण्डल न होने के कारण वहां पर सूर्य के प्रकाश का प्रकीर्णन नहीं होता जिससे आकाश काला दिखाई देता है। वास्तव में पृथ्वी के वायुमण्डल से ऊपर जाने पर वायुमण्डल के अनुपस्थित होने के कारण अंतरिक्ष में सभी स्थानों पर आकाश काला दिखाई देता है। वस्तुतः प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण ही आकाश नीला दिखाई देता है और प्रकाश का प्रकीर्णन धूल के कणों द्वारा होता है। यदि पृथ्वी पर वायुमण्डल न हो तो पृथ्वी से आकाश काला दिखाई देगा।
24. अंतरिक्ष यात्री को आकाशं दिखाई देता है-
(1) श्वेत
(2) गहरा नीला
(3) हल्का नीला
(4) काला
Ans. (4)
25. समुद्र में पानी के नीले होने का कारण है-
(1) जल-अणुओं द्वारा नीले रंग को छोड़कर अन्य रंगों का अवशोषण
(2) जल-अणुओं द्वारा नीले प्रकाश का प्रकीर्णन
(3) समुद्र-जल की अशुद्धता द्वारा नीले प्रकाश का परावर्तन
(4) समुद्र-जल द्वारा नीले आकाश का परावर्तन
Ans. (2)
व्याख्या –
जब प्रकाश किसी ऐसे माध्यम से गुजरता है, जिसमें धूल तथा अन्य पदार्थों के अत्यन्त सूक्ष्म कण होते हैं, तो इनके द्वारा प्रकाश सभी दिशाओं में प्रसारित हो जाता है। इस घटना को प्रकाश का प्रकीर्णन कहते हैं। इसके कारण समुद्र का जल नीला दिखाई देता है, क्योंकि जल-अणुओं द्वारा नीले प्रकाश का प्रकीर्णन होता है।
26. एक रंगीन टेलीविजन निम्न तीन आधारभूत रंगों के मिश्रण से रंग बनाता हैं, ये हैं-
[RAS Pre. 1992](1) लाल, नीला तथा नारंगी
(2) लाल, हरा तथा नीला
(3) लाल, पीला तथा हरा
(4) लाल, हरा तथा भूरा
Ans. (2)
व्याख्या –
प्रकाश में सात रंग होते हैं। इसमें नीला, हरा, लाल प्राथमिक रंग है। रंगीन टी.वी. में इन्हीं प्राथमिक रंगों का प्रयोग होता है।
27. यदि कोई वस्तु प्रकाश को परावर्तित नहीं करती है, तो उसका रंग होगा?
[Police Constable -2011](1) सफेद
(2) गुलाबी
(3) नीला
(4) काला
Ans. (4)
व्याख्या-
जब सूरज का प्रकाश किसी चीज पर पड़ता है तो कुछ प्रकाश तो परावर्तित हो जाता है और कुछ उस वस्तु द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है। अगर कोई चीज ऐसी हो जो प्रकाश को पूरी तरह अवशोषित कर ले तो वह काली दिखाई देने लगती है, जबकि अनेक ठोस और चमकीली चीजें प्रकाश को परावर्तित (रिफ्लेक्ट) कर देती हैं। विज्ञान के अनुसार काला रंग वास्तव में कोई रंग नहीं है। बल्कि जो चीज सूर्य के प्रकाश को पूर्ण अवशोषित (ऑब्जर्व) कर ले वह काली दिखती है। बरसने वाले बादलों में पानी की असंख्य छोटी बूंदें होती हैं। ये बादल काफी घने होते हैं। ये बादल सूर्य के प्रकाश को पूर्णतः अवशोषित कर लेते हैं, इसलिए बादल हमें काले दिखाई देते हैं।
28. प्रकाश तरंगों के लिए निम्न में से कौन सा कथन सत्य है?
[RPSC LDC-11.01.2014](1) लाल रंग की तरंगदैर्ध्य सर्वाधिक होती है
(2) बैंगनी रंग की तरंगदैर्ध्य सर्वाधिक होती है
(3) बैंगनी रंग का वेग लाल रंग से अधिक होता है
(4) लाल रंग की आवृत्ति बैंगनी रंग की आवृत्ति से अधिक होती है
Ans. (1)
व्याख्या –
प्रकाश का रंग आवृत्ति से सम्बन्धित होता है। बैंगनी में उच्चतम आवृत्ति (सर्वाधिक विचलन) और प्रकाश के दृश्यमान रंगों की सबसे छोटी तरंगदैर्ध्य होती है और लाल की सबसे कम आवृत्ति (न्यूनतम विचलन) और प्रकाश के दृश्यमान रंगों की सबसे लंबी तरंग दैर्ध्य है। सोडा-लाइम कांच का अपवर्तनांक लगभग 1.5 है जिसका अर्थ यह है कि कांच में प्रकाश की चाल निर्वात में प्रकाश की चाल की अपेक्षा 1.5 गुना कम अर्थात (1/1.5 = 2/3) हो जाता है।
29. किस रंग के प्रकाश की चाल काँच में न्यूनतम होती है?
[कर सहायक परीक्षा- 14.10.2018](1) लाल
(2) बैंगनी
(3) हरा
(4) नारंगी
Ans. (2)
30. किस रंग के प्रकाश का तरंगदैर्ध्य अधिक होता है-
[जेल प्रहरी परीक्षा-20.10.2018 (Shift-1)](1) लाल रंग का
(2) हरे रंग का
(3) नीले रंग का
(4) सफेद रंग का
Ans. (1)
31. निम्नलिखित में सत्य कथन है-
1. बैंगनी रंग का तरंगदैर्ध्य सबसे कम तथा आवृत्ति सबसे अधिक होती है।
2. लाल रंग का तरंगदैर्ध्य अधिकतम तथा आवृत्ति न्यूनतम होती है।
[Stenographer Exam: 30.05.2013](1) 1 और 2
(2) केवल 1
(3) केवल 2
(4) कोई नहीं
Ans. (1)
32. निम्नलिखित में से प्रकाश का रंग किससे सम्बन्धित है?
(1) कोणांक (आयाम)
(2) आवृत्ति
(3) गुणवत्ता
(4) वेग
Ans. (2)
33. जब सफेद प्रकाश का पूँज काँच के प्रिज्म पर गिरता है, तो प्रकाश का रंग जो कम से कम विचलित होता है, वह है-
[स्टेनोग्राफर, 21.03.2021](1) बैंगनी
(2) लाल
(3) हरा
(4) नीला
Ans. (2)
34. इंद्रधनुष में होता हैः
(गलत कथन का चयन करें)
(1) पृथ्वी की ओर इसके सबसे अन्दर के रंग के रूप में बैंगनी प्रकाश
(2) पृथ्वी की ओर इसका वक्रता झुकाव
(3) आकाश की ओर इसके सबसे बाह्य रंग के रूप में लाल प्रकाश
(4) पृथ्वी की ओर इसके सबसे अंदर के रंग के रूप में लाल प्रकाश
Ans. (4)
व्याख्या –
आमतौर पर इंद्रधनुष में लाल रंग सबसे बाहर और बैंगनी रंग सबसे भीतर होता है, पर जल में विकिरणों का दो बार परावर्तन हो, तो ऐसा इंद्रधनुष भी बनना संभव है जिसमें वक्र का बाहरी वर्ण बैंगनी रहे तथा भीतरी लाल। इसे द्वितीयक इंद्रधनुष कहते हैं।
35. इन्द्रधनुष में रंगों का सही क्रम है-
[R.A.S. Pre, 1999](1) नीला, हरा, बैंगनी
(2) बैंगनी, हरा, नीला
(3) नीला, पीला, हरा
(4) नीला, हरा, पीला
Ans. (4)
व्याख्या – प्रकाश का वर्ण विक्षेपण (Dispersion of Light)-जब श्वेत अथवा अन्य मिश्रित प्रकाश किसी प्रिज्म से गुजरता है तो वह अपने घटक रंगों में विभाजित हो जाता है। इस घटना को वर्ण विक्षेपण कहते हैं। श्वेत प्रकाश (सूर्य के प्रकाश) में सात रंग होते हैं। अतः निर्गत प्रकाश को देखा जाये या पर्दे पर लिया जाये तो इन रंगों की एक रूपरेखा प्राप्त होती है। जिसे वर्णक्रम (Spectrum) कहते हैं। सूर्य के प्रकाश में सात रंगों का समायोजन (VIBGYOR ) होता हैं, जो हैं-V Violet (बैंगनी), I- Indigo (जामुनी), B – Blue (नीला), G – Green (हरा), Y – Yellow (पीला), O – Orange (नारंगी), R – Red (लाल),
इनको हम ‘VIBGYOR’ (बैं जानी ह पीनाला) के नाम से भी याद रख सकते हैं।
नीले, हरे और लाल रंगों को प्राथमिक रंग तथा पीला, मैजेंटा, पीकॉक ब्लू आदि को द्वितीयक रंग कहा जाता है जो दो रंग परस्पर मिलने से प्रकाश उत्पन्न करते है उन्हें पूरक रंग कहते हैं। पीले रंग को माध्य रंग माना जाता है। चित्र में प्रदर्शित रंग त्रिभुज से हम विभिन्न रंगों का मिश्रण ज्ञात कर सकते हैं। अतः रंग त्रिभुज से, लाल + हरा = पीला, लाल + नीला = मैजेंटा, हरा + नीला = पीकॉक ब्लू, हरा + मैजेंटा = सफेद, लाल + पीकॉक ब्लू = सफेद, नीला + पीला = सफेद ।
36. प्रिज्म आपतित सफेद प्रकाश को सात रंगों की एक पट्टी में विभक्त कर देता है। इस पट्टी के मध्य का रंग है-
[RPSC LDC-23.10.2016](1) नीला
(2) पीला
(3) हरा
(4) लाल
Ans. (2)
37. सूर्य की रोशनी कितने रंगों के प्रकाश का मिश्रण है?
[Police Constable Exam-2007(III)](1) सात
(2) पाँच
(3) नौ
(4) छ:
Ans. (1)
38. प्राथमिक रंग क्या हैं?
[P.S.I. Exam, 2002](1) जो प्रकृति में पाये जायें
(2) जो अन्य रंगों के मिश्रण से उत्पन्न नहीं किये जा सकते हों
(3) इन्द्रधनुष के रंग
(4) श्वेत प्रकाश के स्पेक्ट्रम के रंग
Ans. (2)
39. प्रकाश के वर्ण विक्षेपण का उदाहरण है :
[RPSC LDC-11.01.2014](1) मृग मरीचिका
(2) हीरे की चमक
(3) प्रिज्म से प्राप्त स्पैक्ट्रम
(4) प्रकाशीय तन्तु
Ans. (3)
40. जब सफेद प्रकाश प्रिज्म में से पारित होता है, तो वह ……….. रंगों में विभाजित होता है-
[स्टेनोग्राफर-21.03.2021](1) 5
(2) 6
(3) 7
(4) 8
Ans. (3)
41. जब लाल, नीले तथा हरे प्रकाश का पूँज एक स्थान पर पड़ता है तब प्रकाश का रंग हो जाता है?
[R.A.S. Pre Exam, 2003](1) बैंगनी
(2) लाल
(3) पीला
(4) सफेद
Ans. (4)
42. प्रकाश का उसके घटक रंगों में विभाजन को कहते हैं-
[Industry Inspector 24.06.2018][LDC-19.08.2018](1) ध्रुवीकरण
(2) परावर्तन
(3) अपवर्तन
(4) वर्ण विक्षेपण
Ans. (4)
43. इन्द्रधनुष पानी की छोटी-छोटी बूंदों के द्वारा सूर्य की रोशनी के……… से बनता है-
[LDC Exam- 16.09.2018](1) वर्ण विक्षेपण
(2) परावर्तन
(3) ध्रुवण
(4) व्यतिकरण
Ans. (1)
44. एक प्रिज्म में निम्नलिखित में से कौनसा रंग सबसे अधिक विचलित होता है?
[LDC-12.08.2018](1) पीला
(2) नारंगी
(3) हरा
(4) नीला
Ans. (4)
45. किस प्रकाशीय परिघटना के द्वारा सफेद प्रकाश का विभाजन सात संघटक वर्णों में होता है?
[CET-5.2.2023 (S-II)](1) अपवर्तन
(2) परावर्तन
(3) वर्ण विक्षेपण
(4) व्यतिकरण
Ans. (3)
46. निम्न में से श्वेत प्रकाश का कौनसा वर्ण प्रिज्म से न्यून विचलित होता है?
[CET-11.2.2023 (S-1)](1) हरा
(2) नीला
(3) पीला
(4) नारंगी
Ans. (4)
47. निम्न रंगों में विषम व्यक्ति को पहचानिए
[RAS-1999](1) हरा
(2) भूरा
(3) लाल
(4) पीला
Ans. (2)
48. श्वेत प्रकाश के वर्ण क्रम में प्राप्त विभिन्न रंगों का क्रम अंग्रेजी में रंगों के प्रथम अक्षर से बने शब्द से है-
(1) VIBGYOR
(2) VIBYGOR
(3) VIBGOYR
(4) VIBOGYR
Ans. (1)
49. एक इन्द्रधनुष में निचले किनारे से ऊपरी किनारे तक रंगों का क्रम होता है- (यहाँ R = लाल, O = नारंगी, Y = पीला, G= overline 6T B = नीला, I = नील (इन्डिगो), V = बैंगनी)
[Industry Inspector – 24.06.2018](1) GBIVYOR
(2) ROYGBIV
(3) ROYGVIB
(4) VIBGYOR
Ans. (4)
50. यदि लाल गुलाब को हरा प्रकाश में देखा जाए तो उसका रंग होगा-
(1) काला
(2) सफेद
(3) तीव्र लाल
(4) पीला
Ans. (1)
व्याख्या-
जो वस्तु सभी रंगों को अवशोषित कर लेती है और किसी भी रंग को परावर्तित नहीं करती है वह काली दिखाई देती है। इसलिए जब लाल गुलाब को हरे सीसे (प्रकाश) के माध्यम से देखा जाता है तो वह काला दिखलाई पड़ता है, क्यों कि उसे पारावर्ति करने के लिए लाल रंग नहीं मिलता और हरे रंग को अवशोषित कर लेता है।
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Note: इन Questions को तैयार करने में पूर्ण सावधानी बरती गई है। फिर भी अगर कोई गलती मिलती है, तो कमेंट बॉक्स में हमें इससे अवगत कराएं। हमारी टीम जल्द से जल्द उसे ठीक कर देगी।
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