Solar System PYQ
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सौरमंडल PYQ
- ‘महाविस्फोटक सिद्धान्त’ संबंधित है?
[RAS-2007]
(1) महाद्वीपीय विस्थापन
(2) ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति
(3) हिमालय की उत्पत्ति
(4) ज्वालामुखियों के विस्फोट
Ans. (2)
व्याख्या –
महाविस्फोटक सिद्धान्त ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति, आकाशगंगा तथा सौरमण्डल की उत्पत्ति से सम्बन्धित है। इस सिद्धान्त का प्रतिपादन जॉर्ज लेमेंतेयर (1894-96) ने किया था। बाद में रॉबर्ट बोगोनर ने 1967 में इस सिद्धान्त की व्याख्या प्रस्तुत की।
- ग्रहों की स्थिति की दृष्टि से सूर्य से पृथ्वी की स्थिति है-
[जेल प्रहरी परीक्षा (Shift-III) 27.10.2018]
(1) तीसरे स्थान पर
(2) चौथे स्थान पर
(3) पहले स्थान पर
(4) दूसरे स्थान पर
Ans. (1)
व्याख्या –
सूर्य से बढ़ती हुई दूरी के क्रम में ग्रह क्रमशः निम्न प्रकार हैं- 1. बुध, 2. शुक्र, 3. पृथ्वी, 4. मंगल, 5. बृहस्पति, 6. शनि, 7. यूरेनस, 8. नेप्च्यून। बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल आंतरिक ग्रह तथा मंगल के बाद आने वाले ग्रह बाह्य ग्रह कहलाते हैं।
- हमारे सौर मण्डल में ग्रहों की संख्या कितनी है-
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-06.11.2020 (II)]
(1) पाँच
(2) छह
(3) सात
(4) आठ
Ans. (4)
- निम्नलिखित में से कौनसा सूर्य का निकटतम ग्रह है?
[REET (Level-1, S-I) -23.07.2022]
(1) बृहस्पति
(2) पृथ्वी
(3) बुध
(4) मंगल
Ans. (3)
- निम्नलिखित में से कौनसा आन्तरिक ग्रहों का एक समूह है?
[REET (L-II, S-II) -24.07.2022]
(1) बुध, शुक्र, पृथ्वी, बृहस्पति
(2) शुक्र, पृथ्वी, बुध, मंगल
(3) पृथ्वी, मंगल, बुध, बृहस्पति
(4) पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि
Ans. (2)
- कौनसा कथन असत्य है?
[REET (L-II, S-1)-24.7.2022 ]
(1) पृथ्वी को नीला ग्रह भी कहा जाता है।
(2) शुक्र को पृथ्वी का जुड़वाँ ग्रह माना जाता है।
(3) शनि एक आंतरिक ग्रह है।
(4) बुध, सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमण 88 दिनों में पूरा करता है।
Ans. (3)
- बसंत विषुव घटित होता है-
[वरिष्ठ अध्यापक (SST-संस्कृत वि.) 17.2.2019]
(1) 20-22 मार्च के बीच
(2) 21-23 सितम्बर के बीच
(3) 21-22 जनवरी को
(4) 22 या 23 अगस्त को
Ans. (1)
व्याख्या:
21 मार्च (बसंत विषुव) को सूर्य भूमध्य रेखा पर लम्बवत चमकता है और सम्पूर्ण विश्व में रात-दिन बराबर होते हैं। इस समय उत्तरी गोलार्द्ध में बसंत ऋतु होती है। इस अवस्था में ‘प्रदीपन वृत्त’ पूरी पृथ्वी को ध्रुव से ध्रुव तक समान भागों में विभाजित करता है। इसके पश्चात् सूर्य उत्तरायण हो जाता है और 21 जून (ग्रीष्म संक्रांति) को कर्क रेखा पर लम्बवत होता है।
- विषुव संबन्धित है-
[REET (L-II, S-II) -24.07.2022]
(1) 21 मार्च से
(2) 29 फरवरी से
(3) 22 दिसम्बर से
(4) 21 जून से
Ans. (1)
- ग्रहों की गति के नियम किसने प्रतिपादित किये थे?
[P.S.I. Exam, 2002]
(1) न्यूटन
(2) केप्लर
(3) गैलीलियो
(4) कॉपरनिकस
Ans. (2)
व्याख्या –
खगोल विज्ञान में केप्लर के ग्रहीय गति के तीन नियम इस प्रकार हैं –
सभी ग्रहों की कक्षा की कक्षा दीर्घवृत्ताकार होती है तथा सूर्य इस कक्षा के नाभिक पर होता है। ग्रह को सूर्य से जोड़ने वाली रेखा समान समयान्तराल में समान क्षेत्रफल तय करती है।
- किस ग्रह को ‘सान्ध्य तारा’ कहा जाता है?
[P.S.I. 2011]
(1) शनि
(2) बुध
(3) शुक्र
(4) बृहस्पति
Ans. (3)
व्याख्या:
शुक्र (Venus) : यह सूर्य का दूसरा निकटतम ग्रह है। इसे भोर तथा साँझ का तारा, सौन्दर्य का देव, सबसे अधिक चमकीला तथा गर्म ग्रह भी कहते है। पृथ्वी से सबसे निकट स्थित तथा द्रव्यमान और आकार में पृथ्वी के समान होने के कारण इस ग्रह को पृथ्वी की बहन (Sister Planet) कहा जाता है। शुक्र ग्रह का परिक्रमण समय 225 दिन का होता है।
- पृथ्वी का जुड़वा ग्रह इनमें से किसको कहते हैं-
[MPTET (L-1), 2011]
(1) बृहस्पति
(2) शनि
(3) शुक्र
(4) मंगल
Ans. (3)
- कौन-सा ग्रह अपने अक्ष पर एक चक्कर पूरा करने में लगभग उतना ही समय लेता है जितना कि पृथ्वी
[Police Constable Exam-2011]
(1) बृहस्पति
(2) मंगल
(3) बुध
(4) शुक्र
Ans. (2)
व्याख्या –
पृथ्वी के दिन का मान 23 घंटा, 56 मिनट व 23 सेकंड और उसके अक्ष का झुकाव 23 अंश, 27 मिनट है। मंगल (Mars) के दिन का मान 24 घंटा, 37 मिनट एवं 23 सेकंड तथा अक्ष का झुकाव 23 अंश, 59 मिनट है।
- टूटता तारा (उल्का) है-
[CTET (L-1), 26 June 2011]
(1) एक समान गति से चलने वाला तारा
(2) एक चमकता पिंड जो वायुमण्डल में एक समान गति से चलता है।
(3) एक तारा जिसके एक सिरे पर पूँछ होती है।
(4) उल्काभ जो पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करते ही आग पकड़ लेता है।
Ans. (4)
व्याख्या –
उल्का (Meteor) आकाश में प्रकाश की चमकती हुई चमकीली लकीर हैं, जिन्हें ‘टूटने वाला तारा’ (Bright Streak) सदृश होते (Shooting Star of Falling Star) भी कहा जाता है। पृथ्वी के वायुमण्डल में प्रवेश करते ही घर्षण से ये चमकने लगते हैं और पृथ्वी पर पहुंचने से पूर्व ही सामान्यतः जलकर राख हो जाते हैं।
- प्रकाशमण्डल क्षेत्र में ठंडे और काले धब्बों को कहा जाता है-
[II Grade (SST) -21.12.2022]
(1) फेकुले
(2) फोटोन्स
(3) कोरोना
(4) सौर्य कलंक
Ans. (4)
- ‘युति-वियुति’ शब्दावली किसको उल्लेखित करती हैं?
[II Grade (SST) -21.12.2022]
(1) सूर्य तथा चन्द्रमा का सरल रेखीय विन्यास
(2) पृथ्वी तथा चन्द्रमा का सरल रेखीय विन्यास
(3) सूर्य, पृथ्वी तथा चन्द्रमा की समकोणीय स्थिति
(4) सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा का सरल रेखीय विन्यास
Ans. (4)
- चन्द्रमा, पृथ्वी का एक चक्कर कितने दिन में पूरा करता है?
[III Grade (SST) -26.02.2023]
(1) 29 दिन
(2) 27 दिन
(3) 29.5 दिन
(4) 27.5 दिन
Ans. (4)
- एक नक्षत्र का रंग निर्भर करता है, उसकी-
[UPTET (L-1), 29 Jan. 2011]
(1) सूर्य से दूरी पर
(2) त्रिज्या पर
(3) घनत्व पर
(4) पृष्ठीय ताप पर
Ans. (4)
व्याख्या –
नक्षत्र या तारों का रंग उनके ताप का सूचक होता है। विभिन्न रंगों के तारों का ताप निम्न प्रकार है : नीला-50000-28000K,
नीला-श्वेत : 28000-10000 K,
श्वेत : 10000-7500K,
श्वेत-पीत : 7500-6000K,
पीत : 6000- 4900K,
नारंगी : 4900-3500K,
लाल : 3500-2000K
- दक्षिणी गोलार्द्ध में सबसे लम्बा दिन कब होता है?
[Police Constable (Mahila) Exam-2007]
[UPTET (L-1), 23 Feb. 2014]
(1) 21 जून
(2) 21 मार्च
(3) 23 सितम्बर
(4) 22 दिसम्बर
Ans. (4)
व्याख्या –
उत्तरी गोलार्द्ध में शीत अयनांत (Winter Solstice) अर्थात् 21/22 दिसम्बर को वर्ष का सबसे छोटा दिन होता है। इसके विपरीत ग्रीष्म अयनांत (Summer Solstic) के समय उत्तरी गोलार्द्ध में 20/21 जून को वर्ष का सबसे लम्बा दिन होता है। इसके विपरीत 20/21 जून को दक्षिणी गोलार्द्ध में छोटा दिन तथा 21/22 दिसम्बर को सबसे बड़ा दिन होता है।
- पृथ्वी के सूर्य का चक्कर लगाने से निम्नलिखित में से कौनसी क्रिया नहीं होती है?
[P. C.-2005]
(1) दिन-रात बनना
(2) दिन-रात का छोटा-बड़ा होना
(3) सूर्य की किरणों का सीधा एवं तिरछा होना
(4) ऋतु निर्माण और ऋतु परिवर्तन
Ans. (1)
व्याख्या:
पृथ्वी अपने अक्ष पर लगभग 1000 मील प्रति घंटे की दर से 24 घंटे में एक चक्कर पूरा करती हैं अपने अक्ष के सहारे पृथ्वी का घूर्णन (Rotation of Earth on its Axis) भू-परिभ्रमण कहलाता है। भू-परिभ्रमण के कारण ही पृथ्वी पर दिन-रात होते हैं। इसका सीधा सा अर्थ यह है कि जो भाग सूर्य की ओर पड़ता है उस पर दिन और पीछे वाले भाग पर रात्रि होती है, यही क्रम चलता रहता है। पृथ्वी का सूर्य की कक्षा में चक्कर लगाना भू-परिक्रमण कहलाता हैं जिसे पृथ्वी एक वर्ष में पूरा करती है।
- दिन-रात जिस कारण होते है, वह है :-
[CGTET, 2011]
[RAS Pre. Exam. (Cancelled) 1999]
(1) भू-परिक्रमण
(2) भू-परिभ्रमण
(3) पृथ्वी के अक्ष के झुकाव
(4) चन्द्रमा के परिक्रमण
Ans. (2)
- पृथ्वी के अपनी धुरी पर घूमने से-
[Police Constable (Mahila) Exam-2007]
(1) दिन-रात होते हैं
(2) मौसम बदलता है
(3) वर्षा होती है
(4) इनमें से कोई नहीं
- मौसम-परिवर्तन पृथ्वी की गति की किस विशिष्टता से होता है?
[RAS Pre. Exam. 1992]
(1) सूर्य के चारों ओर परिक्रमा
(2) धुरी पर 23 1/2° अंश का झुकाव
(3) उपर्युक्त दोनों
(4) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Ans. (3)
व्याख्या :
पृथ्वी की वार्षिक गति (सूर्य के चारों ओर परिक्रमा) एवं अपने अक्ष पर 23 1/2° का झुकाव के कारण मौसम परिवर्तन होता है।
- जिस अक्षांश पर वार्षिक तापान्तर न्यूनतम होता है, वह है-
[RAS Pre. Exam. (Cancelled) 1999]
(1) भूमध्य रेखा
(2) कर्क रेखा
(3) मकर रेखा
(4) उत्तरी ध्रुव वृत्त
Ans. (1)
व्याख्या:
विषुवत रेखा/भूमध्य रेखा (Equator) पर वार्षिक तापान्तर सबसे कम पाया जाता है अर्थात् यहाँ लगभग वर्ष भर सूर्य की किरणें लम्बवत पड़ने से उच्च एवं निम्न तापमान में ज्यादा अन्तर नहीं आ पाता है। इन क्षेत्रों में कोई शीत ऋतु नहीं होती है।
- पृथ्वी को उत्तरी और दक्षिणी गोलार्द्ध में क्या विभाजित करता है-
[राज. पुलिस कॉन्स्टेबल-14.6.2024 (II)]
(1) घूर्णन अक्ष
(2) भूमध्य रेखा
(3) उत्तरी ध्रुव
(4) दक्षिणी ध्रुव
Ans. (2)
- सूर्य ग्रहण होता है, जब-
[P.S.I. Exam, 2002]
[Police Constable (Mahila) Exam-2007]
(1) चन्द्रमा, पृथ्वी एवं सूर्य के बीच आता है।
(2) सूर्य, पृथ्वी एवं चन्द्रमा के बीच आता है।
(3) पृथ्वी, सूर्य एवं चन्द्रमा के बीच आती है।
(4) सूर्य, चन्द्रमा एवं पृथ्वी एक सीध में नहीं होते हैं।
Ans. (1)
व्याख्या –
सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) की स्थिति तब होती है जब चन्द्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है जिससे सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता है। यह स्थिति केवल प्रतिपदा (New moon day) या अमावस्या को ही होती है।
- सूर्य ग्रहण होता है-
[RAS Pre. Exam. (Can.) 1999]
(1) प्रत्येक पूर्णिमा को
(2) प्रत्येक अमावस्या को
(3) सूर्य-पृथ्वी-चन्द्रमा के एक परिक्रमण तल पर आने से
(4) सूर्य-चन्द्रमा-पृथ्वी के एक परिक्रमण तल पर आने से
Ans. (4)
- चन्द्रग्रहण तब होता है जबकि –
[ RAS Pre. Exam. 1992]
(1) पृथ्वी व चन्द्रमा के बीच सूर्य हो
(2) सूर्य व चन्द्रमा के बीच पृथ्वी न हो
(3) सूर्य व चन्द्रमा के बीच पृथ्वी हो
(4) उक्त में से कोई भी नहीं
Ans. (3)
व्याख्या –
जब सूर्य एवं चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य का प्रकाश चन्द्रमा पर नहीं पड़ता है। चूंकि ग्रहों व उपग्रहों का अपना कोई प्रकाश नहीं होता है, ये केवल सूर्य के प्रकाश से ही प्रकाशित होते हैं, अतः चन्द्रमा पर सूर्य का प्रकाश न पड़ने के कारण ही चन्द्र ग्रहण होता है। चन्द्र ग्रहण का प्रकार और उसकी लम्बाई चन्द्रमा की सापेक्षिक स्थितियों व उसके कक्षीय पथ पर निर्भर करती हैं चन्द्रग्रहण सदैव पूर्णिमा (Full Moon) के दिन होता है।
- 22 दिसम्बर, 99 को पूर्णिमा के चन्द्रमा के सामान्य से अधिक चमकदार होने के लिए मुख्य उत्तरदायी कारक था-
[R.A.S. 1999]
(1) अपसौर
(2) उपसौर
(3) अपभू
(4) उपभू
Ans. (4)
व्याख्या:
22 दिसम्बर, 1999 को चन्द्रमा पूर्ण उपभू (Full perigee) पर था अर्थात इस दिन चन्द्रमा के पृथ्वी की सबसे निकटतम दूरी पर रहने के कारण ही यह सर्वाधिक चमकदार दिखा। 14 नवम्बर, 2016 को पुनः पूर्ण उपभू (Perigee Full Moon) की स्थिति बनी थी, जिसमें चन्द्रमा 60 वर्षों में सर्वाधिक बड़ा एवं चमकदार दिखाई पड़ा था। इस स्थिति को सुपरमून कहा गया।
- एक स्थान की जो सही अक्षांशीय स्थिति हो सकती है, वह है-
[R.A.S (Pre.) 1999]
(1) 90° उत्तर
(2) 45° पूर्व
(3) 45° दक्षिण
(4) 91° पश्चिम
Ans. (3)
व्याख्या –
अक्षांशों को सामान्यतः ग्रीक भाषा के अक्षर फाई से प्रदर्शित किया जाता है। ये विषुवत रेखा से उत्तर एवं दक्षिण के स्थानों को दिखाते हैं। 90° उत्तरी अक्षांश को उत्तरी ध्रुव तथा 90° दक्षिणी अक्षांश को दक्षिणी ध्रुव कहते हैं जो केन्द्र बिन्दु होते हैं। प्रधान देशान्तर रेखा के पूर्व एवं पश्चिम 360° देशान्तर होते हैं अर्थात् उपर्युक्त विकल्पों में 45° पूर्व एवं 91° पश्चिम दोनों देशान्तर स्थितियों को व्यक्त कर रहे हैं। 91° उत्तर कोई अक्षांश नहीं होता है। अतः 45″ दक्षिण अक्षांश ही उपर्युक्त विकल्पों में सही अक्षांशीय स्थिति है।
- पृथ्वी की लंबवत खींची गई काल्पनिक रेखाएँ…… हैं-
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-13.06.2024 (II)]
(1) देशांतर रेखा
(2) दक्षिणी ध्रुव
(3) अक्षांश
(4) भूमध्य रेखा
Ans. (1)
- भू-पटल में सबसे अधिक मात्रा में कौन-सा धातु है?
[P.S.I. Exam, 2011]
(1) जस्ता (जिंक)
(2) लोहा
(3) एल्युमिनियम
(4) ताँबा
Ans. (3)
व्याख्या –
भूपर्पटी भूविज्ञान में किसी पथरीले ग्रह या प्राकृतिक उपग्रह की सबसे ऊपर की ठोस परत को कहते हैं। यह जिस सामग्री का बना होता है वह इसके नीचे की भूप्रावार (मैन्टल) कहलाई जाने वाली परत से रासायनिक तौर पर भिन्न होती है। इस गोलाकार पृथ्वी की पर्पटी की संतरे के छिलके से तुलना की जा सकती है। मोटाई के आधार पर यह सबसे पतली परत है और इसकी औसत मोटाई लगभग 33 कि.मी. मानी जाती है।
भूपर्पटी हल्की चट्टानों से बनी है जिसमें पाए जाने वाले विभिन्न तत्त्वों का विवरण निम्नानुसार है-
तत्त्व – भार (प्रतिशत)
- ऑक्सीजन (O) 46.71
- सिलिकॉन (Si) 27.69
- एल्यूमिनियम (AI) 8.07
- लोहा (Fe) 5.05
- कैल्शियम (Ca) 3.65
- सोडियम (Na) 2.75
- पोटैशियम (K) 2.58
- मैग्नीशियम (Mg) 2.08
- पृथ्वी को 10 अक्षांश घूमने में कितना समय लगता है?
[P.S.I. Exam, 2011]
(1) 5 मिनट
(2) 4 मिनट
(3) 24 घण्टे
(4) 12 घण्टे
Ans. (2)
- किसने कहा कि “मानव का वह एक छोटा कदम मानवता के लिए एक बड़ा कदम” है?
[Delhi Police Constable Exam-12.07.2014]
(1) एडवीन एल्ड्रीन
(2) एडमंड हिलैरी
(3) रिचर्ड निक्सन
(4) नील आर्मस्ट्रंग
Ans. (4)
- अगर सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी एक चौथाई कम हो जाए तो सबसे अधिक संभावना किस बात की होगी-
[R.A.S. 1993]
(1) पृथ्वी सूर्य में गिर जाएगी।
(2) पृथ्वी जलकर भस्म हो जाएगी।
(3) हमारे वर्ष की अवधि कम हो जाएगी।
(4) पृथ्वी अन्तरिक्ष में उड़ जाएगी।
Ans. (3)
व्याख्या –
यदि पृथ्वी और सूर्य के बीच की दूरी एक चौथाई कम कर दी जाए तो सूर्य के चारों ओर घूमने वाली पृथ्वी की कक्षा छोटी हो जाएगी फलतः पृथ्वी पर 365.25 दिन का होने वाला वर्ष छोटा हो जाएगा। चूंकि पृथ्वी की कक्षा छोटी हो जाने पर वह सूर्य से वर्तमान दूरी (149.6 मिलियन किमी.) से कम दूरी पर होगी, इसलिए पृथ्वी की गति बढ़ जाएगी। यही कारण है कि सूर्य से बढ़ती दूरी के अनुसार ग्रहों की परिभ्रमण गति घटती जाती है।
- पृथ्वी से सूर्य तक की माध्य दूरी है-
[P.S.I. 1998]
(1) 450 मिलियन किमी.
(2) 250 मिलियन किमी.
(3) 150 मिलियन किमी.
(4) 14 मिलियन किमी.
Ans. (3)
व्याख्या –
खगोलीय इकाई (Astronomical Unit) लम्बाई मापने की इकाई है। यह इकाई सूर्य एवं पृथ्वी के बीच की औसत दूरी (149.598 × 10 किमी. या 149.6 मिलियन किमी) के बराबर होती है।
अन्य इकाईयों में इसे इस प्रकार समझा जा सकता है-
- मीटर में 149.598×109
- मिलीमीटर में 149.59×1012
- प्रकाश वर्ष में – 15.813×106
- सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुँचने में कितना समय लगता है?
[Police Constable Exam-2011]
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-06.11.2020 (I)]
(1) 8 सेकण्ड
(2) 8 मिनट
(3) 8 मिनट 20 सेकण्ड
(4) 20 सेकण्ड
Ans. (3)
व्याख्या:
सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी लगभग 14,96,00,000 किमी. है तथा सूर्य के प्रकाश को पृथ्वी तक पहुचने में 8 मिनट 16.6 सेंकड का समय लगता है। सूर्य से पृथ्वी तक पहुँचने में प्रकाश को लगभग 500 सेकंड का समय लगता है जो 8 मिनट 20 सेकंड के बराबर है।
- 21 मार्च और 23 सितम्बर को पूरी पृथ्वी पर दिन और रात बराबर होते हैं। इसका कारण है-
(1) सूर्य की किरणें विषुवत् वृत्त पर सीधी पड़ती है और इस स्थिति में कोई ध्रुव सूर्य की ओर झुका नहीं होता है।
(2) सूर्य की किरणें मकर रेखा पर सीधी पड़ती है और इस स्थिति में कोई भी ध्रुव सूर्य की ओर झुका नहीं होता है।
(3) सूर्य की किरणें कर्क रेखा पर सीधी पड़ती हैं और इस स्थिति में एक ध्रुव का झुकाव सूर्य की ओर होता है।
(4) सूर्य की किरणें विषुवत् वृत्त पर सीधी पड़ती हैं और इस स्थिति में एक ध्रुव का झुकाव सूर्य की ओर होता है।
Ans. (1)
व्याख्या:
सूर्य वर्ष में दो बार (21 मार्च और 23 सितम्बर को) विषुवत रेखा/भूमध्य रेखा पर लम्बवत चमकता है। वर्ष की इन दो तिथियों को पृथ्वी के दोनों गोलार्डों में दिन एवं रात की अवधियाँ बराबर अर्थात् 12-12 घंटे की होती हैं।
- वैज्ञानिकों के अनुसार ब्रह्माण्ड में कितनी गैलेक्सियाँ हैं-
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-13.06.2024 (II)]
(1) 10 मिलियन
(2) 100 मिलियन
(3) 10 बिलियन
(4) 100 बिलियन
Ans. (4)
व्याख्या –
सूर्य, हमारी गैलेक्सी आकाशगंगा के 100 अरब तारों में से एक है। गैलेक्सी में स्थित प्रत्येक तारा इसके केन्द्र (Galactic Centre) की परिक्रमा करता है।
- ब्रह्माण्ड में सबसे प्रचुर रूप से मौजूद तत्त्व क्या है-
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-13.06.2024 (II)]
(1) प्लाज्मा
(2) तरल
(3) गैस
(4) ठोस
Ans. (1)
व्याख्या :
ब्रह्माण्ड में पदार्थ प्लाज्मा अवस्था में सर्वाधिक पाया जाता है।
- निम्न में से कौनसा तत्त्व सूर्य में सबसे प्रचुर मात्रा में मौजूद है-
[राजस्थान पुलिस कॉन्स्टेबल-14.6.2024 (II)]
(1) कार्बन और हाइड्रोजन
(2) लोहा और हीलियम
(3) हाइड्रोजन और हीलियम
(4) कार्बन और हीलियम
Ans. (3)
- निम्नांकित में से कौनसी रेखा भारत से गुजरती है?
[P. Constable Exam-2008]
[CTET, Feb. 2016]
[Delhi Police Constable Exam-12.07.2014]
(1) मकर रेखा
(2) कर्क रेखा
(3) विषुवत रेखा
(4) 0° अक्षांश रेखा
Ans. (2)
व्याख्या –
विषुवत रेखा के उत्तर में स्थित 23°30′ उत्तरी अक्षांश को कर्क रेखा (Tropic of Cancer) कहा जाता है। यह विश्व के जिन देशों से होकर गुजरती है, वे इस प्रकार है-हवाई द्वीप (सं.रा. अमेरिका), मेक्सिको, बहमास, माली, मॉरीतानिया, नाइजर, अल्जीरिया, चाड, लीबिया, सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), भारत, बांग्लादेश, म्यांमार, चीन, ओमान, ताइवान।
- निम्न में से क्रमशः अक्षांश व देशान्तर के सम्बन्ध में सही अभिव्यक्ति है?
[REET (L-II, S-II) -24.07.2022]
(1) 87° उत्तर से 197° पूर्व
(2) 56° उत्तर से 91° दक्षिण
(3) 101° पूर्व से 192° पश्चिम
(4) 23° उत्तर से 66° पूर्व
Ans. (4)
- मकर रेखा नहीं गुजरती है?
[Librarian III Grade-11.09.2022]
(1) चिली, अर्जेटीना, पराग्वे से
(2) ब्राजील, बोत्सवाना, दक्षिण अफ्रीका से
(3) ऑस्ट्रेलिया, फिजी, टोंगा से
(4) युगांडा, केन्या, सोमालिया से
Ans. (4)
व्याख्या:
विषुवत रेखा के दक्षिण गोलार्द्ध में स्थित 23°30′ दक्षिणी अक्षांश को मकर रेखा (Tropic of Capri-corn) कहा जाता है। मकर संक्रान्ति 22 दिसम्बर को उस समय होती है जब मकर रेखा पर सूर्य की किरणें लम्बवत पड़ती हैं। चूंकि पृथ्वी अपने अक्ष पर 23 1/2° दक्षिण झुकी हुई है। मकर रेखा निम्नलिखित देशों से होकर गुजरती है-ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, पराग्वे, मेडागास्कर, अर्जेंटीना, मोजाम्बिक, चिली, द. अफ्रीका, फ्रेंच पोलीनेशिया (फ्रांस), फिजी, टोंगा (Tonga) बोत्सवाना एवं नामीबिया।
- समस्त समय कटिबंधों पर समय गणना होती है-
[जेल प्रहरी परीक्षा (Shift-II) 20.10.2018]
(1) 180° देशान्तर
(2) ग्रीनवीच स्थान से
(3) 0° मध्याह्न रेखा से
(4) 90° पूर्वी देशान्तर से
Ans. (3)
व्याख्या –
0° देशांतर जो इंग्लैण्ड के ग्रीनविच स्थान से गुजरती है उसे ग्रीनविच रेखा कहते हैं। इस देशांतर को ग्रीनविच मीन टाइम/प्राइम मेरीडियन (जीएमटी) माना जाता है। इस रेखा से पूर्व में स्थित सभी 780 deg देशांतरों को पूर्वी देशान्तर और पश्चिम में स्थित सभी 180 deg देशांतरों को पश्चिमी देशान्तर कहा जाता है। दो देशान्तरों के मध्य 4 मिनट का अंतर होता है, अर्थात पृथ्वी 1° देशांतर घूमने मे 4 मिनट का समय लेती है तथा 15 deg घूमने पर पृथ्वी 1 घंटा समय लेती है।
- आदि-रेखांश कहाँ से होकर गुजरती है?
[P.S.I. Exam, 2011]
(1) यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका
(2) ग्रेट ब्रिटेन
(3) स्विट्जरलैंड
(4) फिनलैंड
Ans. (2)
- अफ्रीका के मध्य से गुजरती है?
[P.C.-2007(1)]
(1) कर्क
(2) मकर
(3) भूमध्य
(4) ग्रीनविच
Ans. (3)
व्याख्या –
अफ्रीका महाद्वीप ऐसा महाद्वीप है जिससे होकर कर्क रेखा, मकर रेखा और भूमध्य रेखा गुजरती है। दक्षिण अमेरिका महाद्वीप से केवल भूमध्य और मकर रेखा ही गुजरती है। स्थल एवं जल पर विषुवत रेखा (Equator Line) 13 देशों (साओ टोम और प्रिंसिप, गैबन, कांगो गणराज्य, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, युगांडा, केन्या, सोमालिया, मालदीव, इण्डोनेशिया, किरिबाती, इक्वेडोर, कोलम्बिया, ब्राजील) से होकर गुजरती है।
- कौनसा एकमात्र महाद्वीप है जिससे कर्क रेखा, भूमध्य रेखा और मकर रेखा गुजरती हैं-
[VDO-27.12.2021 (Shift-)
(1) यूरोप
(2) उत्तरी अमेरिका
(3) अफ्रीका
(4) एशिया
Ans. (3)
- महाद्वीप जिससे होकर भूमध्य रेखा व मकर रेखा गुजरती है-
[I Grade (Phy. Edu.) 21.10.2022]
(1) ऑस्ट्रेलिया
(2) एशिया
(3) दक्षिणी अमेरिका
(4) उत्तरी अमेरिका
Ans. (3)
- सूर्य और पृथ्वी के मध्य अधिकतम दूरी कहलाती है-
[REET L-II, 26.09.2021]
(1) उपसौर
(2) उपभू
(3) अपसौर
(4) अपभू
Ans. (3)
व्याख्या –
पृथ्वी की कक्षा वृत्ताकार (Circular) न होकर दीर्घवृत्ताकार (Elliptical) है अर्थात् पृथ्वी वर्ष में एक बार 3 जनवरी को सूर्य के सर्वाधिक पास (9.13 करोड़ मील /14.7 करोड़ किमी.) आ जाती है। इस स्थिति को उपसौर (Perihelion) कहा जाता है। इसके विपरीत 4 जुलाई को पृथ्वी सूर्य से सर्वाधिक दूर (9.45 करोड़ मील/15.2 करोड़ किमी.) हो जाती है जिसे अपसौर (Aphelion) कहा जाता है।
- पृथ्वी उपसौर की अवस्था में पहुँचती है?
[VDO Main’s -9.07.2022]
(1) जुलाई
(2) जनवरी
(3) सितम्बर
(4) मार्च
Ans. (2)
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