सतत आर्थिक विकास Previous Year Questions

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 Sustainable Economic Development MCQs

1. पोषकीय (सस्टेनेबल) पर्यटन का मुख्य उद्देश्य है-
U.P.P.C.S. (Pre) 2020
(a) पर्यटकों की संख्या में वृद्धि
(b) बड़े पैमाने पर पर्यटन और लघु पैमाने पर यात्राओं का प्रबंध करना
(c) सांस्कृतिक अखंडता और पारिस्थितिक प्रक्रियाओं को बनाए रखते हुए पर्यटन और पर्यावरण प्रबंध करना
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं

उत्तर-(c)
पोषकीय (Sustainable) पर्यटन का मुख्य उद्देश्य है- सांस्कृतिक अखंडता और पारिस्थितिक प्रक्रियाओं को बनाए रखते हुए पर्यटन एवं पर्यावरण का प्रबंधन करना।
यूएनडब्ल्यूटीओ (UNWTO) द्वारा पोषकीय पर्यटन हेतु 12 लक्ष्यों को परिभाषित किया गया है, जो निम्न हैं- आर्थिक व्यवहार्यता (Economic Viability), स्थानीय समृद्धि (Local Prosperity), रोजगार की गुणवत्ता (Employment Quality), सामाजिक समानता (Social Equity), आगंतुक पूर्ति (Visitor Fulfilment), स्थानीय नियंत्रण (Local Control), सामुदायिक भलाई ( CommunityWellbeing), सांस्कृतिक समृद्धि (Cultural Richess), भौतिक अखंडता (Physical Integrity), जैविक विविधता (Biological Diversity), संसाधन दक्षता (Resource Efficiency) तथा पर्यावरणीय शुद्धता (Environmental Purity)।

2. नीति आयोग द्वारा दिसंबर, 2019 में जारी ‘सतत विकास लक्ष्य भारत सूचकांक, 2019-20 पर जारी रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर प्रदेश को निम्नलिखित वर्गों में से किसमें वर्गीकृत किया गया है ?
U.P.P.C.S. (Pre) 2020
(a) आकांक्षी (एस्पीरेंट)
(b) अच्छा प्रदर्शन (परफॉर्मर)
(c) अग्रणी (फ्रंट रनर)
(d) लक्ष्य प्राप्तकर्ता (एचीवर)

उत्तर-(b)
– दिसंबर, 2019 में नीति आयोग द्वारा जारी ‘सतत विकास लक्ष्य भारत सूचकांक, 2019-20 में उत्तर प्रदेश ‘अच्छा प्रदर्शन’ (Per- former) की श्रेणी में शामिल है। इस सूचकांक में राज्यों की संयुक्त रैंकिंग में केरल का प्रथम स्थान रहा।
– जून, 2021 में जारी SDG Index and Dashboard, 2020-21 के अनुसार, इन राज्यों की संयुक्त रैंकिंग में केरल पुनः शीर्ष पर है, जबकि उत्तर प्रदेश नीचे के 5 राज्यों (Bottom 5 States) में शामिल है।

3. निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य भारत की धारणीय विकास लक्ष्य सूचकांक 2019-20 के शीर्ष पांच राज्यों की सूची में नहीं है ?
U.P.B.E.O. (Pre) 2019(a) गुजरात
(c) आंध्र प्रदेश
(b) हिमाचल प्रदेश
(d) तमिलनाडु

उत्तर- (a)
– 30 दिसंबर, 2019 को नीति आयोग द्वारा सतत विकास लक्ष्य भारत सूचकांक जारी किया गया। इस सूचकांक में राज्यों की संयुक्त रैंकिंग में केरल ( स्कोर 70 ) प्रथम, हिमाचल प्रदेश ( स्कोर – 69) द्वितीय, आंध्र प्रदेश (स्कोर-67) तृतीय, तमिलनाडु (स्कोर-67) चौथे तथा तेलंगाना ( स्कोर 67 ) पांचवें स्थान पर रहे।
– गुजरात शीर्ष पांच राज्यों की सूची में नहीं है।
अतः विकल्प (a) सही उत्तर होगा। जून, 2021 में जारी SDG Index and Dashboard, 2020-21 के अनुसार विकल्पगत राज्यों में गुजरात को छोड़कर शेष सभी शीर्ष 5 राज्यों में शामिल हैं। केरल वर्तमान में भी शीर्ष पर है।

4. नीति आयोग द्वारा प्रकाशित एस. डी. जी. इंडिया इंडेक्स एंड डैशबोर्ड, 2020-21 के अनुसार, निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य एस. डी. जी. संबंधित अपने प्रदर्शन में देश के शीर्ष पांच राज्यों में सम्मिलित नहीं
U.P. P.C.S. (Pre) 2021
(a) गुजरात
(b) आंध्र प्रदेश
(c) गोवा
(d) तमिलनाडु

उत्तर – (a)
– 3 जून, 2021 को तीसरा सतत विकास लक्ष्य भारत सूचकांक व डैशबोर्ड, 2020-21 नीति आयोग द्वारा जारी किया गया। इसका शीर्षक था ” पार्टनरशिप्स इन द डिकेड ऑफ एक्शन”।
– सूचकांक में केरल प्रथम, दूसरे स्थान पर हिमाचल, तीसरे पर तमिलनाडु तथा चौथे स्थान पर आंध्र प्रदेश रहा, गोवा को पांचवां स्थान प्राप्त था।

5. नीति आयोग ने प्रत्येक राज्य / संघ राज्य क्षेत्र के लिए समेकित सूचकांक का विकास किया है जो प्रत्येक संधारणीय विकास के लक्ष्य की ओर होने वाली प्रगति को संकलित करता है और राज्यों को प्राप्तिकर्ता, अग्रणी, निष्पादक और आकांक्षी में वर्गीकृत करता है।
इस समेकित सूचकांक के आधार पर निम्न में से कौन-सा एक अग्रणी राज्य नहीं
Jharkhand P.C.S. (Pre) 2021
(a) केरल
(b) तमिलनाडु
(c) गुजरात
(d) हिमाचल प्रदेश

उत्तर- (*)
प्रश्न में विकल्पगत राज्यों से संबंधित वर्ष का उल्लेख न होने के कारण उचित उत्तर नही दिया जा सकता। अद्यतन स्थिति हेतु उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।

6. नीचे दो कथन दिए गए हैं जिनमें एक को कथन (A) तथा दूसरे को कारण (R) कहा गया है।
U.P.P.C.S. (Pre), 2019

कथन (A) : सतत विकास मानव समाज के कल्याण हेतु महत्वपूर्ण है।
कारण (R) : सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे।

नीचे दिए कूटों में से सही उत्तर चुनिए-

कूट :
(a) (A) तथा (R) दोनों सही हैं तथा (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
(b) (A) तथा (R) दोनों सही हैं, परंतु (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।
(c) (A) सही है, परंतु (R) गलत है।
(d) (A) गलत है, परंतु (R) सही है।

उत्तर – (a)
वर्ल्ड कमीशन ऑन एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट (WCED) द्वारा वर्ष 1987 में प्रकाशित रिपोर्ट ‘अवर कॉमन फ्यूचर’ (जिसे ब्रंटलैंड रिपोर्ट के नाम से भी जाना जाता है) के अनुसार, सतत विकास से अभिप्राय ऐसे विकास से है, जो भावी पीढ़ियों की जरूरतें पूरी करने की योग्यता को प्रभावित किए बिना वर्तमान समय की आवश्यकता पूरी करे। इसका तात्पर्य है कि मानव समाज का सतत भविष्य तभी सुनिश्चित हो सकता है, जबकि आर्थिक गतिविधियों और मानव कल्याण के समर्थन हेतु आवश्यक जैव-भौतिक और सामाजिक-पारिस्थितिकीय परिस्थितियां पीढ़ी-दर-पीढ़ी पोषित या संधृत की जा सकें। इस प्रकार प्रश्नगत कथन एवं कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या है।

7. ‘वर्तमान में जनसंख्या के सुखों का परित्याग किए बिना भविष्य के लिए ऊर्जा तथा अन्य संसाधनों की बचत’ निम्न में से कौन-सी अवधारणा की परिभाषा है ?
U.P.P.C.S. (Pre) 2018
(a) आर्थिक वृद्धि
(c) सम्पोषणीय विकास
(b) आर्थिक विकास
(d) मानव विकास

उत्तर-(c)
सम्पोषणीय विकास (Sustainable Development) की अवधारणा का प्रारंभ वर्ष 1962 में वैज्ञानिक रचेल कार्सन की पुस्तक ‘साइलेंट स्प्रिंग’ तथा वर्ष 1968 में जीवविज्ञानी पॉल इरलिच की पुस्तक ‘द पापुलेशन बम’ से हुआ। लेकिन इस शब्द का वास्तविक रूप से विकास वर्ष 1987 में ‘बुंटलैंड आयोग’ की रिपोर्ट ‘हमारा साझा भविष्य’ (Our Common (Future) के साथ हुआ। ‘सम्पोषणीय विकास’ संसाधनों के उपयोग का एक आदर्श मॉडल है, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ- साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना है। इसका उद्देश्य है- ‘वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए इसका इस प्रकार प्रयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण न्यूनतम हो सके।

8. धारणीय विकास, भावी पीढ़ियों के अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के सामर्थ्य से समझौता किए बगैर, वर्तमान की आवश्यकताओं को पूरा करता है। इस परिप्रेक्ष्य में धारणीय विकास का सिद्धांत निम्नलिखित में से किस एक सिद्धांत के साथ स्वाभाविक रूप से जुड़ा हुआ है ?
I.A.S. (Pre) 2010
(a) सामाजिक न्याय एवं सशक्तीकरण
(b) समावेशी विकास
(c) वैश्वीकरण
(d) धारण क्षमता

उत्तर- (d)
धारण क्षमता या वहन क्षमता का तात्पर्य किसी विशेष संसाधन द्वारा | अपने भीतर जीवों की अधिकतम संख्या को बनाए रखने की क्षमता से है। अतः इसके अंतर्गत वर्तमान की आवश्यकताओं को पारिस्थितिकी तंत्र के सामर्थ्य से समझौता किए बगैर पूरा किया जाता है।

9. सतत विकास का आधार है-
M. P. P. C. S. (Pre) 2015
(a) सामाजिक दृष्टिकोण
(b) आर्थिक दृष्टिकोण
(c) पर्यावरणीय दृष्टिकोण
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं

उत्तर-(c)
सतत विकास की अवधारणा का प्रारंभ वर्ष 1962 में वैज्ञानिक रचेल कार्सन की पुस्तक ‘साइलेंट स्प्रिंग तथा वर्ष 1968 में जीव विज्ञानी पॉल इरलिच की पुस्तक ‘द पॉपुलेशन बम’ से हुआ। लेकिन इस शब्द का वास्तविक रूप से विकास वर्ष 1987 में ‘बुंटलैंड आयोग’ की रिपोर्ट ‘हमारा साझा भविष्य’ (Our Common Future) के प्रकाशन के साथ हुआ। ‘सतत विकास’ संसाधनों के उपयोग का एक आदर्श मॉडल हैं, जो यह बताता है कि आर्थिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण को भी सुरक्षित रखना है। इसका उद्देश्य है वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों – के लिए प्राकृतिक संसाधनों को सुरक्षित रखते हुए उसका इस प्रकार प्रयोग किया जाए कि प्राकृतिक संसाधनों का क्षरण न्यूनतम हो ।

10. सतत आर्थिक विकास के अभिप्राय हैं –
M. P. P. C. S. (Pre) 2015
(a) वर्तमान पीढ़ी के विकास के साथ-साथ भविष्य का आर्थिक विकास
(b) वर्तमान पीढ़ी का केवल आर्थिक विकास
(c) औद्योगिक विकास
(d) कृषि विकास

उत्तर- (a)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें।

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11. स्थायी विकास किसके उपयोग के संदर्भ में अंतर – पीढ़ीगत संवेदनशीलता की घटना है ?
U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013
(a) प्राकृतिक संसाधनों के
(c) औद्योगिक संसाधनों के
(b) भौतिक संसाधनों के
(d) सामाजिक संसाधनों के

उत्तर- (a)
उपर्युक्त प्रश्न की व्याख्या देखें ।

12. किसी भी देश के संदर्भ में, निम्नलिखित में से किसे उस देश की सामाजिक पूंजी (सोशल कैपिटल) के भाग के रूप में समझा जाएगा ?
I.A.S. (Pre), 2019
(a) जनसंख्या में साक्षरों का अनुपात
(b) इसके भवनों, अन्य आधारिक संरचना और मशीनों का स्टॉक
(c) कार्यशील आयु समूह में जनसंख्या का आमाप
(d) समाज में आपसी भरोसे और सामंजस्य का स्तर
उत्तर- (d)

13. नीमराणा, जो टिकाऊ आर्तिक विकास का मॉडल है, अवस्थित है-
U.P.P.C.S. (Mains) 2010
(a) हरियाणा में
(c) राजस्थान में
(b) पंजाब में
(d) उत्तर प्रदेश में

उत्तर- (c)
नीमराणा राजस्थान राज्य के अलवर जिले में अवस्थित है। यहां पर किए गए लगभग सभी विकास कार्य टिकाऊ आर्थिक विकास के मॉडल पर आधारित हैं।

14. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए-
एक संकल्पना के रूप में मानव पूंजी निर्माण की बेहतर व्याख्या उस प्रक्रिया के रूप में की जाती है, जिसके द्वारा –
I.A.S. (Pre) 2018

1. किसी देश के व्यक्ति अधिक पूंजी का संचय कर पाते हैं।
2. देश के लोगों के ज्ञान, कौशल स्तरों और क्षमताओं में वृद्धि हो पाती है।
3. गोचर धन का संचय हो पाता है।
4. अगोचर धन का संचय हो पाता है।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा /से सही है / हैं ?

(a) 1 और 2
(b) केवल 2
(c) 2 और 4
(d) 1, 3 और 4

उत्तर-(c)
मानव पूंजी निर्माण का तात्पर्य देश के लोगों में कौशल संवर्धन तथा उनकी समझ एवं क्षमताओं के विस्तार से है। किसी देश के लोगों को सामान्य श्रमिक से एक अधिक दक्ष एवं कुशल व्यक्ति के रूप में रूपांतरित करने हेतु उसे शिक्षण एवं प्रशिक्षण प्रदान करने की प्रक्रिया को ही मानव पूंजी निर्माण की प्रक्रिया कहा जाता है। मानव पूंजी निर्माण से देश में अगोचर संपत्तियों (ज्ञान, नैतिकता, बौद्धिक संपदा आदि ) का संचयन होता है। यद्यपि मानव पूंजी निर्माण से गोचर संपत्तियां भी बढ़ती हैं और व्यक्ति अधिक पूंजी का संचय कर पाने में समर्थवान भी हो जाते हैं, परंतु यह मानव पूंजी निर्माण की प्रक्रिया न होकर उसका परिणाम है। अतः प्रश्न के संदर्भ में केवल कथन (2) और (4) सही हैं।

15. समावेशी संवृद्धि के लिए आवश्यक है-
U.P.P.C.S. (Mains) 2008
(a) अधो- संरचनात्मक सुविधाओं का विकास
(b) कृषि का पुनरुद्धार
(c) शिक्षा एवं स्वास्थ्य जैसी सामाजिक सेवाओं की अधिकाधिक उपलब्धता
(d) उपरोक्त सभी

उत्तर- (d)
समावेशी विकास का आशय समाज के सभी वर्गों तक संसाधन एवं सुविधाओं की पहुंच से है। अतः प्रश्नगत (a), (b) एवं (c) तीनों विकल्प सही हैं।

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16. निम्न में से किस एक से समावेशित विकास को बढ़ाने की आशा नहीं की जाती है ?
U.P.U.D.A./L.D.A. (Pre) 2013
(a) राष्ट्रीय आय की ऊंची वृद्धि दर
(b) ग्रामीण विकास
(c) कृषि विकास
(d) कृषकों को पर्याप्त साख

उत्तर- (a)
‘समावेशित विकास’ (Inclusive Growth) समग्रता के साथ विकास की बहुआयामी अवधारणा है। इसमें बुनियादी सुविधाओं में सुधार के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के बेहतर अवसरों की उपलब्धता परिलक्षित होती है। इसके साथ गरीबी को कम किया जाना इसका प्रमुख आयाम है। केवल राष्ट्रीय आय की ऊंची वृद्धि दर से समावेशित विकास के बढ़ने की आशा नहीं की जा सकती।

17. मानव पूंजी में बढ़ता हुआ विनियोग अग्रसारित करता है-
U. P. P. C. S. (Pre) (Re- Exam) 2015
(a) संसाधनों का समुचित प्रयोग
(b) उत्पादकता में वृद्धि
(c) कुशलता में विकास
(d) उपरोक्त सभी

उत्तर- (d)
मानव पूंजी को भी अन्य पूंजी के समान ही माना गया है। मानव पूंजी में बढ़ता हुआ विनियोग उत्पादकता में वृद्धि की ओर ले जाएगा। जिसका क्रमिक विस्तार निम्नवत है- कुशलता में विकास → संसाधनों का समुचित प्रयोग उत्पादकता में वृद्धि आदि ।

18. निम्न में से किस आर्थिक सर्वेक्षण में पहली बार ‘धारणीय विकास और – जलवायु परिवर्तन’ का नवीन अध्याय जोड़ा गया था ?
U.P. P. C. S. (Pre) ( Re-Exam) 2015
(a) 2004-05
(c) 2012-13
(b) 2011-12
(d) 2013-14

उत्तर-(b)
वर्ष 2011-12 के आर्थिक सर्वेक्षण में पहली बार ‘धारणीय विकास और जलवायु परिवर्तन’ का नवीन अध्याय जोड़ा गया था ।

19. निम्नलिखित में से कौन-से मूलतः ‘समावेशी शासन’ के अंग कहे जा सकते हैं?
I.A.S. (Pre) 2012

1. गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को बैंकिंग करने की अनुमति प्रदान करना
2. सभी जिलों में प्रभावी जिला योजना समितियां संगठित करना
3. जन-स्वास्थ्य पर सरकारी व्यय में बढ़ोत्तरी करना
4. ‘दोपहर का भोजन’ योजना का सशक्तीकरण करना

निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :

(a) केवल 1 और 2
(c) केवल 2, 3 और 4
(b) केवल 3 और 4
(d) 1, 2, 3 और 4
उत्तर-(c)

समावेशी शासन से तात्पर्य है कि समाज के सभी वर्गों को समान रूप से शासन के द्वारा प्रदत्त सुविधाएं प्रदान की जाएं। सभी जिलों में प्रभावशाली जिला समितियों की स्थापना करना, जन स्वास्थ्य पर सरकारी व्यय में बढ़ोत्तरी करना तथा मध्याह्न भोजन योजना को सशक्तीकरण प्रदान करना समावेशी शासन के अंग हैं। गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को बैंकिंग करने की अनुमति प्रदान करने को समावेशी शासन का भाग नहीं माना जा सकता है।

20. सरकार के समावेशित वृद्धि लक्ष्य को आगे ले जाने में निम्नलिखित में से कौन-सा / कौन-से कार्य सहायक साबित हो सकते हैं :
I.A.S. (Pre) 2011

1. स्व-सहायता समूहों (सेल्फ हेल्प ग्रुप्स) को प्रोत्साहन देना
2. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहन देना
3. शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू करना निम्नलिखित कूटों के आधार पर सही उत्तर चुनिए :

कूट :
(a) केवल 1
(b) केवल 1 और 2
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर – (d)
समावेशित वृद्धि से तात्पर्य समाज के सभी वर्गों तक सभी संसाधनों के लाभ को समान रूप से पहुंचाने से है, विशेषकर इसका उद्देश्य निचले वर्गों पर विशेष ध्यान देकर समाज के विभिन्न वर्गों के मध्य आर्थिक एवं सामाजिक विषमताओं को कम करना है। सरकार के समावेशित वृद्धि लक्ष्य को आगे ले जाने में जहां स्व-सहायता समूहों ( SHGs) और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहन देना प्रत्यक्ष रूप में सहायक हो सकते हैं, तो वहीं शिक्षा के अधिकार अधिनियम के लागू होने से वंचित तबकों के बच्चे भी शिक्षा ग्रहण कर समाज की मुख्य धारा में शामिल हो सकेंगे और तदनुसार समावेशित वृद्धि को पोषित करेंगे।

21. आर्थिक विकास से संबद्ध जनांकिकीय संक्रमण की निम्नलिखित विशिष्ट अवस्थाओं पर विचार कीजिए :
I.A.S. (Pre) 2012

1. निम्न मृत्यु दर के साथ निम्न जन्म-दर
2. उच्च मृत्यु दर के साथ उच्च जन्म-दर
3. निम्न मृत्यु दर के साथ उच्च जन्म-दर

नीचे दिए गए कूटों की सहायता से उपर्युक्त अवस्थाओं का सही क्रम चुनिए :

(a) 1, 2, 3
(c) 2, 3, 1
(b) 2, 1, 3
(d) 3, 2, 1

उत्तर-(c)
आर्थिक विकास से संबंधित जनांकिकीय संक्रमण की चार चरणीय प्रमुख विशिष्टताएं होती हैं।
– प्रथम चरण में राज्य में विकास की निम्न स्थिति के कारण जन्म दर उच्च होने के साथ मृत्यु दर भी उच्च बनी रहती है, क्योंकि स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव रहता है।
– द्वितीय चरण में विकास कुछ आगे बढ़ता है और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार होता हैं। अतः जन्म दर उच्च होने के साथ मृत्यु दर में कमी आती है।
– तृतीय अवस्था में राज्य जब विकसित हो जाता है, तो शिक्षा, स्वास्थ्य एवं रोजगार में अभूतपूर्व वृद्धि होती है। अतः लोग अत्यधिक जनसंख्या के प्रति सचेत हो जाते हैं और घर के साथ-साथ देश के संसाधनों के हिसाब से जनसंख्या बढ़ाते हैं। इस प्रकार निम्न जन्म दर के साथ, निम्न मृत्यु दर की अवस्था आती है।
– चौथी अवस्था में जनसंख्या स्थिरता की स्थिति आ जाती है।

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