Temperature and Heat PYQ
Shiksha247 – Science Government Exam Questions, Previous Year Question Papers & Preparation
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यहाँ आपको Science विषय के टॉपिक “Temperature and heat” पर आधारित Previous Year Question के विस्तृत हल उपलब्ध है।
– UPSC Previous Year Question
– SSC Old Question Papers
– Railway Exam Memory-Based Questions
– CTET, RPSC, Patwar, REET, Police Old Questions
– TET (Teacher Eligibility Test) Questions
इन Questions को हल करने से आपकी तैयारी मजबूत होती है, important topics, exam pattern और frequently asked questions का अनुभव मिलता है, जिससे selection की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
ताप एवं ऊष्मा
1. निम्न में से कौन-सा तापमान सम्भव नहीं है?
[REET (Level-II), 11.02.2018](1) 8° F
(2) -8°C
(3) -8 k
(4) -8° R
Ans. (3)
व्याख्या –
सिद्धान्त रूप में अधिकतम ताप की कोई सीमा नहीं है किन्तु निम्नतम ताप की सीमा है। किसी भी वस्तु का ताप – 273.15° C से कम नहीं हो सकता। इसे परमशून्य ताप कहते हैं।
2. कौनसा कथन सही है?
[Police Constable – 2014](1) 30 deg F एवं 32 deg C समान तापमान है।
(2) 32 deg F एवं 0 deg C समान तापमान है।
(3) 0 deg F एवं 32 deg C समान तापमान है।
(4) 0 deg F एवं 0 deg C समान तापमान है।
Ans. (2)
व्याख्या –
ताप मापने के पैमाने (Scales of Tem-perature Measurement) इस प्रकार है-
(1) सेल्शियस पैमाना : इस पैमाने का आविष्कार स्वीडन के वैज्ञानिक सेल्शियस ने किया था। इस पैमाने में हिमांक को 0°C व भाप-बिन्दु को 100°C अंकित किया जाता है। इनके बीच की दूरी को 100 बराबर भागों में बाँट देते है ।
(2) फॉरेनहाइट पैमाना : इसका आविष्कार जर्मन वैज्ञानिक फॉरेनहाइट ने किया। इसमें हिमांक 32°F एवं भाप-बिन्दु 212°F है। इसके बीच की दूरी को 180 बराबर भागों में बांटा जाता है।
(3) रोमर पैमानाः इसका हिमांक 0°R एवं भाप बिन्दु 80°R है। इनके बीच का भाग 80 भागों में बांटा जाता है।
(4) केल्विन पैमाना : इसमें हिमांक 2730 K एवं भाप-बिन्दु 373° K होता है।
:- इन चारों पैमानों में सम्बन्ध
•40° पर फॉरेनहाइट, सेल्शियस इकाईयों का मान समान होता है।
°574° पर फॉरेनहाइट तथा केल्विन पैमानों का मान समान होता है।
3. 0° सेण्टीग्रेड = ? फॉरेनहाइट
[Police Constable Exam-2011](1) 32°
(2) 132°
(3) 0°
(4) 100°
Ans. (1)
4. 10° C तापमान का मान फॉरेनहाइट पैमाने पर क्या है?
[जेल प्रहरी परीक्षा- 21.10.2018 (Shift-11)](1) 50° F
(2) 60° F
(3) 36°F
(4) 40°F
Ans. (1)
5. किस बिन्दु पर फॉरेनहाइट तापक्रम, सेन्टीग्रेड तापक्रम का दुगुना होता है?
[RAS Pre. Exam. 2007](1) -6.7° F
(2) -12.3° F
(3) 160° F
(4) 180° F
Ans. (3)
व्याख्या –
सेन्टीग्रेट में जल का जमाव बिन्दु 0° C तथा जल का क्वथनांक बिन्दु 100° C फॉरेनहाइट में जल का जमाव बिन्दु 32 F तथा जल का क्वथनांक बिन्दु 212° F
6. पानी का आपेक्षिक घनत्व सर्वाधिक निम्नलिखित ताप पर होता है-
[RAS Pre. -1991][PSI-2007][Police Constable – 2014]
[Dy. Commandant – 23.08.2020](1) 0° C
(2) 4° C
(3) 50° C
(4) 100°C
Ans. (2)
व्याख्या-
पानी का आपेक्षिक घनत्व सर्वाधिक 4° C ताप पर होता हैं। अधिकांशतः द्रवों में गर्म करने पर उनके आयतन में वृद्धि परन्तु घनत्व में कमी होती है। लेकिन पानी का व्यवहार 0° C से 4° C के बीच ठीक उल्टा होता है। यदि किसी पात्र में 0° C पानी को लेकर गर्म किया जाए तो 0°C – 4°C तक आयतन घटता है एवं घनत्व बढ़ता है। इसे जल का असामान्य प्रसार कहा जाता है।
7. केल्विन चैमाने में पानी का क्वथनांक बिन्दु है-
[Dy. Commandant Exam-23.08.2020](1) 100 K
(2) 273 Κ
(3) 373 Κ
(4) 50 K
Ans. (3)
व्याख्या-
तापमान की अंतर्राष्ट्रीय (SI) मात्रक केल्विन (K) है, 0°C = 273.15 K होता है। सुविधा के लिए हम दशमलव का पूर्णांक बनाकर 0°C = 273 K ही मानते हैं। तापमान की माप केल्विन से सेल्सियस में बदलने के लिए दिए हुए तापमान से 273 घटाना चाहिए और सेल्सियस से केल्विन में बदलने के लिए दिए हुए तापमान में 273 जोड़ देना चाहिए। जल का क्वथनांक बिन्दु 100°C होता है अतः केल्विन पैमाने पर पानी का क्वथनांक बिन्दु 373 K (100+273) होगा।
8. एक विशेष दिन व समय में चूरू में 48°C व शिमला में 24°C तापमान था। सभी रूपों में समान धातु के दो प्यालों में पानी, चूरू में 95°C व शिमला में 71°C पर रखा गया। दोनों में से कौन सा प्याला कमरे के तापमान पर पहले पहुँचा?
[RAS-2009](1) चूरू में रखा प्याला
(2) शिमला में रखा प्याला
(3) दोनों प्याले कमरे के तापमान पर एक ही समय पहुँचे।
(4) परिणाम प्राप्त करने के लिए आँकड़े पर्याप्त नहीं है।
Ans. (3)
व्याख्या-
•विशेष दिन का तापमान = 48° C
•विशेष दिन में शिमला का तापमान = 24° C
•चुरू में रखे पानी का तापमान = 95° C
•शिमला में रखे पानी का तापमान = 71° C
•चुरू में रखे पानी के तापमान व चुरू के तापमान में तापान्तर = 95 – 48 = 47° C
•शिमला में रखे पानी के तापमान व चुरू के तापमान में तापान्तर = 71 – 24 = 47° C , अतः दोनों प्याले कमरे के तापमान पर एक ही समय पर पहुँचेंगे।
9. वह तापमान जिसका पाठ्यांक फॉरेनहाइट और सेल्सियस दोनों पैमाने पर वही होता है-
(1) 40°
(2) -40°
(3) -34°
(4) -140°
Ans. (2)
10. -40° C का तापमान……. के बराबर है?
[Technical Helper-4.11.2012](1) -40° F
(2) 231° F
(3) -72° F
(4) -8° F
Ans. (1)
11. जल का क्वथनांक होता है-
[जेल प्रहरी-20.10.2018 (III)](1) 101° F
(2) 100° F
(3) 0° F
(4) 212°F
Ans. (4)
12. यदि तापमान 40° C है तो यह °F में कितना है?
[Technical Helper-4.11.2012](1) 114
(2) 37
(3) 45
(4) 104
Ans. (4)
13. हैबर प्रक्रिया में उपयुक्त तापमान और उद्दीपक कितना जरूरी होता है?
[CET-4.2.2023 (S-1)](1) 450° C आयरन
(2) 45° C टिन
(3) 150° C कॉपर
(4) 350° C सिल्वर
Ans. (1)
व्याख्या –
हेबर प्रक्रम का उपयोग नाइट्रोजन और हाइड्रोजन से अमोनिया के निर्माण में किया जाता है। इस अभिक्रिया का उत्प्रेरक की उपस्थिति में अनुकूलतम ताप 450°- 500°C तथा उच्च दाब 200 वायुमण्डल है।
14. 0°C ताप का बर्फ का टुकड़ा 0° C ताप के जल में डाल दिया जाये तो बर्फ-
(1) पिघल जायेगी
(2) जल बन जायेगी
(3) थोड़ा पिघलेगी
(4) नहीं पिघलेगी
Ans. (4)
15. कौन सी ऊष्मा संचरण की विधि में आवश्यक रूप से माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है?
[JEN (Mechnical) – 13.12.2020]
[REET (Level-II), 6.2.2016](1) चालन
(2) संवहन
(3) विकिरण
(4) सभी मेंआवश्यक नहीं
Ans. (3)
व्याख्या –
ऊष्मा संचरण की विकिरण विधि में किसी माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि यह विद्युत चुम्बकीय प्रकृति की होती है तथा यह ऊष्मा संचरण ठोस, द्रव, गैस के साथ – साथ निर्वात् में भी सम्भव है। सूर्य से पृथ्वी तक ऊष्मा इसी विधि द्वारा आती हैं। इसमें ऊष्मा संचरण सर्वाधिक गति से होता है।
16. कोल के आसवन से प्राप्त ‘अमोनिया द्रव’ किस काम में आता है?
[RTET (L-II), 2011](1) पोलीमर बनाने में
(2) रबर बनाने में
(3) उर्वरक बनाने में
(4) कीटनाशक बनाने में
Ans. (4)
17. ऊष्मा संचरण की कौनसी विधि में माध्यम की आवश्यकता नहीं होती है-
[RTET (L-II), 2011](1) विकिरण
(2) संवहन
(3) प्रवाह तत्त्व
(4) प्रसार
Ans. (1)
व्याख्या –
विकिरण में ऊष्मा के संचरण के लिए किसी माध्ययन की आवश्यकता नहीं होती। ऊष्मा का संचरण निर्वात मैं भी होता है। विकिरण में ऊष्मा तरंगों के रूप में चलती है जिन्हें विद्युत चुम्बकीय तरंगें कहते हैं।
18. समुद्री जल से साधारण नमक बनाने के प्रक्रम में प्रयुक्त एक पद है?
[REET (L-II, S-II) -24.07.2022](1) आसवन
(2) संघनन
(3) वाष्पन
(4) निस्यंदन
Ans. (3)
व्याख्या –
समुद्रीय जल से साधारण नमक तैयार करने के लिए समुद्र के निकट लैगून में समुद्रीजल को एकत्रित होने दिया जाता है। सूर्य की ऊष्मा से समुद्रीय जल वाष्पित होता रहता है जिससे शेष नमक लैगून में रह जाता है
19. वायुमण्डल में जल, गैसीय अवस्था में किस रूप में पाया जाता है?
[LDC-09.09.2018](1) हिमकण
(2) जल बूंद
(3) जलवाष्प
(4) ये सभी
Ans. (3)
व्याख्या-
वायुमण्डल में जल, गैसीय अवस्था में जलवाष्प के रूप में पाया जाता है। हवा में मौजूद जलवाष्प को आर्द्रता कहते हैं। वायुमंडल में मौजूद जलवाष्प की वास्तविक मात्रा को निरपेक्ष आर्द्रता कहा जाता है। तापमान पर अपनी पूरी क्षमता की तुलना में वायुमंडल में मौजूद आर्द्रता के प्रतिशत को सापेक्ष आर्द्रता कहा जाता है। हवा के तापमान के बदलने के साथ ही आर्द्रता को ग्रहण करने की क्षमता बढ़ती या घटती है तथा सापेक्ष आर्द्रता भी प्रभावित होती है।
20. ऊष्मा प्रवैगिकी का दूसरा नियम परिभाषित करता है?
[AEN (Electrical) Degree – 26.12.2020](1) एन्ट्रापी
(2) तापीय धारिता
(3) गर्मी
(4) आंतरिक ऊर्जा
Ans. (1)
व्याख्या –
ऊष्मा प्रवैगिकी या ऊष्मा गतिकी (Thermo-dynamics) के दूसरे नियमानुसार “ब्रह्माण्ड की एन्ट्रॉपी निरंतर बढ़ रही है” तथा ऊष्मागतिकी विज्ञान की वह शाखा है, जिसमें विभिन्न प्रकार की ऊर्जाओं का अन्तर्परिवर्तन और स्थानान्तरण किसी भौतिक एवं रासायनिक प्रक्रिया के संदर्भमें किया जाता है। इसके चार नियम क्रमशः शून्य नियम, प्रथम नियम, द्वितीय नियम तथा तृतीय नियम हैं।
21. “ऊर्जा को न तो बनाया जा सकता है औन न ही खत्म किया जा सकता है परन्तु एक रूप से दूसरे में रूपान्तरित किया जा सकता है।” यह अनुमान किस नियम से लगाया गया है?
[AEN (Electrical) Degree – 26.12.2020](1) ऊष्माप्रवैगिकी का शून्य नियम
(2) ऊष्माप्रवैगिकी का प्रथम नियम
(3) ऊष्माप्रवैगिकी का द्वितीय नियम
(4) ऊष्माप्रवैगिकी का मूलभूत नियम
Ans. (2)
व्याख्या:
ऊष्मागतिकी का प्रथम नियम ऊर्जा का संरक्षण का नियम (Law of Conservation of Energy) कहलाता है जिसके अनुसार ब्रह्माण्ड (निकाय या परिवेश) की कुल ऊर्जा स्थिर रहती है।
22. एक पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा प्रवाह किन कानूनों के अनुरूप होता है?
[LDC-09.09.2018](1) गतिकी
(2) ऊष्मागतिकी
(3) संभाव्यता
(4) प्रकाशरसायन
Ans. (2)
व्याख्या –
किसी पारितंत्र में ऊर्जा का प्रवाह सदैव एक दिशात्मक होता है। पारिस्थितिकी तंत्र में ऊर्जा का प्रवाह ऊष्मागतिकी के दूसरे नियम का पालन करता है।
23. अधिशोषण की ∆H सदैव होगी-
[द्वितीय श्रेणी शिक्षक (विज्ञान)-1.11.2018](1) शून्य
(2) ऋणात्मक
(3) धनात्मक
(4) अनंत
Ans. (2)
व्याख्या –
अधिशोषण सदैव एक ऊष्माक्षेपी प्रक्रम है अर्थात् AH का मान ऋणात्मक होता है। इस प्रक्रम में गैस की एंट्रोपी कम हो जाती है, अतः AS का मान भी ऋणात्मक होता है।
24. किसी निर्दिष्ट ताप एवं वायुमण्डलीय दाब पर, किसी पदार्थ की ठोस एवं द्रव प्रावस्थाएँ साम्य पर हो सकती हैं। इस ताप को कहा जा सकता है-
[प्रयोगशाला सहायक – 2016](1) गलनांक (सामान्य)
(2) हिमांक
(3) क्वथनांक
(4) गलनांक एवं हिमांक दोनों
Ans. (4)
व्याख्या –
वायुमण्डलीय दाब पर किसी शुद्ध पदार्थ का वह ताप जिस पर उसकी ठोस व द्रव प्रावस्थाएँ साम्यावस्था में होती हैं, पदार्थ का ‘मानक गलनांक’ या ‘मानक हिमांक’ कहलाता है। निकाय के दाब में परिवर्तन करने से पदार्थ के गलनांक में भी थोड़ा परिवर्तन होता है।
25. ठोस पदार्थों का वह गुण जिसमें ठोस पदार्थ बिना द्रव अवस्था में बदले सीधे गैसीय अवस्था में परिवर्तित हो जाता है, उसे कहते हैं-
[RTET (L-II), 2012](1) उर्ध्वपातन
(2) संघनन
(3) पिण्डन
(4) वाष्पन
Ans. (1)
व्याख्या –
उर्ध्वपातन के उदाहरण में कपूर, नौसादर आदि आते हैं।
26. किसी झील की बर्फ जमी ऊपरी सतह का ताप-15°C हो तो इसके ठीक नीचे झील में जल (बर्फ के संपर्क की जल सतह) का ताप क्या होगा?
(1) 4°C
(2) 0℃
(3) 1.5°C
(4) 7.5°C
Ans. (2)
27. किस प्रक्रम में अवशोषित या निष्कासित ऊष्मा शून्य होती है?
[वनपाल- (S-1)-06.11.2022](1) समतापीय प्रक्रम
(2) रुद्धोष्म प्रक्रम
(3) सम-आयतनिक प्रक्रम
(4) समदाबीय प्रक्रम
Ans. (2)
व्याख्या –
रुद्धोष्म प्रक्रम के दौरान किसी निकाय के द्वारा ग्रहण की गयी ऊष्मा do का मान शून्य होता है। यदि रुद्धोष्म प्रक्रम की स्थिति में निकाय के द्वारा कार्य किया जाता है तो निकाय की आन्तरिक ऊर्जा में कमी होती है।
28. ऊष्मीय मान के क्रम में है-
[वनरक्षक- (S-1)- 13.11.2022](1) वसा > प्रोटीन > कार्बोहाइड्रेड
(2) प्रोटीन > कार्बोहाइड्रेट > वसा
(3) कार्बोहाइड्रेट > वसा > प्रोटीन
(4) वसा > कार्बोहाइड्रेट > प्रोटीन
Ans. (1)
व्याख्या –
वसा का स्थूल ऊष्मीय मान 9.45 kcal/g है, प्रोटीन के लिए यह 5.65 kcal/g है, कार्बोहाइड्रेट के लिए यह 4.1 kcal/g है।
29. कौनसा ऊष्मा का अच्छा चालक है लेकिन विद्युत का कुचालक है?
[वनरक्षक- (S-II)-13.11.2022](1) गोल्ड
(2) कॉपर
(3) एबोनाइट
(4) माइका
Ans. (4)
व्याख्या –
माइका (अभ्रक) में फोटोन के कारण अच्छी उष्मीय चालकता होती है, लेकिन विद्युत के सुचालक होने के लिए पर्याप्त मुक्त इलेक्ट्रॉन नहीं होते हैं, जिसके कारण यह विद्युत का कुचालक होता है।
30. ऊष्मा के सुचालक के लिए ‘GH’, कुचालक (bad conductor) के लिए ‘BH’, तथा विद्युत के सुचालक के लिए ‘BE’ संकेत (code) लेते हुए अभ्रक का वर्गीकरण निम्नलिखित रूपों से कौन-सा होगा?
(1) GH व GE दोनों
(2) GH व BE दोनों
(3) BH व BE दोना
(4) BH व GE दोनों
Ans. (2)
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Note: इन Questions को तैयार करने में पूर्ण सावधानी बरती गई है। फिर भी अगर कोई गलती मिलती है, तो कमेंट बॉक्स में हमें इससे अवगत कराएं। हमारी टीम जल्द से जल्द उसे ठीक कर देगी।
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